मैनपुरी में ​​​​​​​डिंपल यादव बोलीं- राहुल गांधी सच कह रहे:इससे भाजपा को तकलीफ हो रही; सपा की जीत से भाजपा बौखला गई है

मैनपुरी में ​​​​​​​डिंपल यादव बोलीं- राहुल गांधी सच कह रहे:इससे भाजपा को तकलीफ हो रही; सपा की जीत से भाजपा बौखला गई है

‘सच बोलने की कोई जगह नहीं देखी जाती। सच हर जगह सच ही रहता है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सच बोलते हैं, तो भाजपा को बहुत तकलीफ होती है। भाजपा को हमेशा सच के सामने आने से दिक्कत रही है।’ यह बात सांसद डिंपल यादव मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र मैनपुरी में कही। सुल्तानपुर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर पर उन्होंने कहा- भाजपा जो प्रथा चला रही है, वह अमानवीयता का प्रतीक है। भाजपा अपने आपको बहुत धार्मिक पार्टी मानती है। तो फिर ऐसे एनकाउंटर से किस तरह का धर्म दिखाना चाहती है? किस तरह का संदेश देना चाहती है? ये लोग संविधान को लगातार कुचल रहे हैं। जो न्यायालय है, जहां से लोगों को इंसाफ मिलता है, ये पार्टी उसको भी कुचलने का काम कर रही है। सपा को जनता का जो इतना साथ मिला, उससे भाजपा बौखला गई है। देश-प्रदेश को ऐसे अच्छे और पढ़े-लिखे नेताओं की जरूरत है, जो देश को आगे बढ़ा सकें। पढ़िए डिंपल यादव की कही 3 बड़ी बातें 1- उत्तर प्रदेश और देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं
डिंपल यादव ने सरकार को बेरोजगारी पर घेरते हुए कहा- मैं बेरोजगारों से पूछना चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी है या नहीं। अग्निवीरों के लिए सरकार ने क्या व्यवस्था की, यह तो पूरा देश जानता है। आज उत्तर प्रदेश और देश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। उत्तर प्रदेश और देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। जो महिलाएं विदेश से आ रही हैं, उनके साथ भी बलात्कार हो रहे हैं। 2- PDA के साथ देश की आधी आबादी भी शामिल
उन्होंने कहा- देश में इस समय जो रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं और उनमें जो लोग मर रहे हैं, सरकार उनको क्या सहूलियत दे पा रही? भाजपा सरकार की नाकामी है, जो ऐसी दुर्घटनाएं हमारे देश में हो रही हैं। मैं समझती हूं कि ये लोग एक बीज बो चुके हैं, विभाजन करने का। जिसे कहीं न कहीं अंकुरित करना चाहते हैं। लेकिन ये लोग समझ लें, ऐसा नहीं हो पाएगा। PDA के लोग जागरूक हो चुके हैं। इसमें पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक के साथ देश की आधी आबादी भी शामिल है। कोई यह न समझे कि हमने किसी को छोड़ा है। जनता भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी। 3- भाजपा की वन नेशन वन इलेक्शन वाली बात कहां गई?
सपा सांसद ने कहा- मैं तो सबसे पहले कहना चाहूंगी कि जो कहते थे वन नेशन वन इलेक्शन, तो कहां गई उनकी बात। जो लोग बोलते हैं, वो काम करके नहीं दिखा पाते। कहीं न कहीं उनकी कथनी और करनी में अंतर है। मैं समझती हूं, जब उत्तर प्रदेश में उपचुनावों की घोषणा होगी और जब परिणाम आएंगे। तब हम देखेंगे कि कितने अच्छे नतीजे समाजवादी पार्टी और गठबंधन के पक्ष में आए। उपचुनाव के लिए डिंपल ने संभाला मोर्चा
सपा सांसद डिंपल यादव मैनपुरी में शहीद रामाधार सिंह यादव की प्रतिमा स्थल पर हो रहे कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। उन्होंने शहीद की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर नमन किया। दरअसल, सांसद डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र की विधानसभा करहल सीट पर उपचुनाव होना है। डिंपल के पति अखिलेश यादव करहल विधानसभा से विधायक थे। उन्होंने कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत गए। इसके बाद करहल सीट खाली हो गई है। उपचुनाव में करहल सीट बचाने के लिए डिंपल यादव लगातार अपने क्षेत्र में एक्टिव हैं। अब पढ़िए राहुल गांधी ने अमेरिका में जो कहा था कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर गए थे। वहां उन्होंने कहा था- इस बार भारत में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पीएम मोदी का विचार ध्वस्त कर दिया। मोदी जी का पैदा किया डर एक सेकेंड में गायब हो गया। उस डर को पैदा करने में कई साल लग गए, बहुत सारी योजनाएं बनाई गईं। काफी पैसा लगाया गया, लेकिन इसे खत्म होने में केवल एक सेकेंड लगा। यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
यूपी में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। सभी पार्टियां इन्हें विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मान रही हैं। कहा जा रहा है, नवंबर-दिसंबर में उपचुनाव कराए जा सकते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद होने वाले विधानसभा उपचुनाव योगी सरकार के साथ भाजपा के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल है। लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन के हाथों मिली हार के बाद सरकार और भाजपा ने उपचुनाव में सभी 10 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं, सपा भी पूरी ताकत लगा रही है। सपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में है। अखिलेश के साथ डिंपल यादव भी मैदान में डटी हैं। अभी मुकाबला 50-50 है
अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर, भदोही की मझवां, कानपुर नगर की सीसामऊ, मैनपुरी की करहल, मुरादाबाद की कुंदरकी, गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर उपचुनाव होना है। इनमें से मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, करहल और सीसामऊ सीट सपा के कब्जे में थी। खैर, मझवां, फूलपुर और गाजियाबाद भाजपा और मीरापुर सीट रालोद के पास है। अब जानिए किसकी कहां तक तैयारी भाजपा: सीएम योगी ने सभी 10 सीटों के लिए 30 मंत्रियों की टीम-30 को तैनात किया है। वहीं, एक-एक पदाधिकारी को प्रभारी बनाया है। बूथ से लेकर मंडल तक इन सीटों पर पहले चरण की चुनावी तैयारी पूरी हो चुकी है। सीएम योगी हर सप्ताह फीडबैक ले रहे हैं। हालांकि प्रत्याशी घोषित करने में भाजपा पिछड़ गई। तीन सीटों पर पहले से भाजपा का कब्जा रहा है, जबकि रालोद और संजय निषाद की पार्टी के कब्जे में 1-1 सीट रही है। सपा: 10 सीटों में से 5 पर सपा का कब्जा रहा है। सपा ने 6 सीटों पर अपने प्रभारी घोषित कर दिए हैं। मिल्कीपुर से अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे और छिबरामऊ से इरफान सोलंकी की पत्नी को टिकट देने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस: कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। दो दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने 5 सीटों की मांग की। हालांकि फूलपुर सीट पर कांग्रेस की ज्यादा दावेदारी है। प्रयागराज जिले में यह सीट आती है। 24 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी प्रयागराज पहुंचे थे। बसपा: बसपा 14 साल बाद उपचुनाव लड़ रही। तीन सीटों पर प्रत्याशी तय किए हैं। इसमें फूलपुर विधानसभा सीट से शिव बरन पासी को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। इसी तरह मझवां सीट से दीपू तिवारी के नाम पर मुहर लगाई है। कटेहरी से पवन पांडेय के बेटे प्रतीक पांडेय को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा है। यह खबर भी पढ़ें योगी का ऐलान-6 महीने में 40 हजार सरकारी नौकरी; अखिलेश का नाम लिए बिना कहा-पेपर लीक गिरोह पकड़ा जाएगा तो सरगना परेशान होगा सीएम योगी ने लखनऊ में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा- 6 महीने में 40 हजार सरकारी नौकरी निकालेंगे। अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा- पेपर लीक गिरोह का कोई व्यक्ति पकड़ा जाएगा तो सरगना परेशान होगा। 2017 के पहले जिन लोगों ने युवाओं को छला था। वही आज दुष्प्रचार कर रहे हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर ‘सच बोलने की कोई जगह नहीं देखी जाती। सच हर जगह सच ही रहता है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सच बोलते हैं, तो भाजपा को बहुत तकलीफ होती है। भाजपा को हमेशा सच के सामने आने से दिक्कत रही है।’ यह बात सांसद डिंपल यादव मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र मैनपुरी में कही। सुल्तानपुर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर पर उन्होंने कहा- भाजपा जो प्रथा चला रही है, वह अमानवीयता का प्रतीक है। भाजपा अपने आपको बहुत धार्मिक पार्टी मानती है। तो फिर ऐसे एनकाउंटर से किस तरह का धर्म दिखाना चाहती है? किस तरह का संदेश देना चाहती है? ये लोग संविधान को लगातार कुचल रहे हैं। जो न्यायालय है, जहां से लोगों को इंसाफ मिलता है, ये पार्टी उसको भी कुचलने का काम कर रही है। सपा को जनता का जो इतना साथ मिला, उससे भाजपा बौखला गई है। देश-प्रदेश को ऐसे अच्छे और पढ़े-लिखे नेताओं की जरूरत है, जो देश को आगे बढ़ा सकें। पढ़िए डिंपल यादव की कही 3 बड़ी बातें 1- उत्तर प्रदेश और देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं
डिंपल यादव ने सरकार को बेरोजगारी पर घेरते हुए कहा- मैं बेरोजगारों से पूछना चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी है या नहीं। अग्निवीरों के लिए सरकार ने क्या व्यवस्था की, यह तो पूरा देश जानता है। आज उत्तर प्रदेश और देश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। उत्तर प्रदेश और देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। जो महिलाएं विदेश से आ रही हैं, उनके साथ भी बलात्कार हो रहे हैं। 2- PDA के साथ देश की आधी आबादी भी शामिल
उन्होंने कहा- देश में इस समय जो रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं और उनमें जो लोग मर रहे हैं, सरकार उनको क्या सहूलियत दे पा रही? भाजपा सरकार की नाकामी है, जो ऐसी दुर्घटनाएं हमारे देश में हो रही हैं। मैं समझती हूं कि ये लोग एक बीज बो चुके हैं, विभाजन करने का। जिसे कहीं न कहीं अंकुरित करना चाहते हैं। लेकिन ये लोग समझ लें, ऐसा नहीं हो पाएगा। PDA के लोग जागरूक हो चुके हैं। इसमें पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक के साथ देश की आधी आबादी भी शामिल है। कोई यह न समझे कि हमने किसी को छोड़ा है। जनता भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी। 3- भाजपा की वन नेशन वन इलेक्शन वाली बात कहां गई?
सपा सांसद ने कहा- मैं तो सबसे पहले कहना चाहूंगी कि जो कहते थे वन नेशन वन इलेक्शन, तो कहां गई उनकी बात। जो लोग बोलते हैं, वो काम करके नहीं दिखा पाते। कहीं न कहीं उनकी कथनी और करनी में अंतर है। मैं समझती हूं, जब उत्तर प्रदेश में उपचुनावों की घोषणा होगी और जब परिणाम आएंगे। तब हम देखेंगे कि कितने अच्छे नतीजे समाजवादी पार्टी और गठबंधन के पक्ष में आए। उपचुनाव के लिए डिंपल ने संभाला मोर्चा
सपा सांसद डिंपल यादव मैनपुरी में शहीद रामाधार सिंह यादव की प्रतिमा स्थल पर हो रहे कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं। उन्होंने शहीद की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर नमन किया। दरअसल, सांसद डिंपल यादव के संसदीय क्षेत्र की विधानसभा करहल सीट पर उपचुनाव होना है। डिंपल के पति अखिलेश यादव करहल विधानसभा से विधायक थे। उन्होंने कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत गए। इसके बाद करहल सीट खाली हो गई है। उपचुनाव में करहल सीट बचाने के लिए डिंपल यादव लगातार अपने क्षेत्र में एक्टिव हैं। अब पढ़िए राहुल गांधी ने अमेरिका में जो कहा था कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर गए थे। वहां उन्होंने कहा था- इस बार भारत में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पीएम मोदी का विचार ध्वस्त कर दिया। मोदी जी का पैदा किया डर एक सेकेंड में गायब हो गया। उस डर को पैदा करने में कई साल लग गए, बहुत सारी योजनाएं बनाई गईं। काफी पैसा लगाया गया, लेकिन इसे खत्म होने में केवल एक सेकेंड लगा। यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
यूपी में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। सभी पार्टियां इन्हें विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मान रही हैं। कहा जा रहा है, नवंबर-दिसंबर में उपचुनाव कराए जा सकते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद होने वाले विधानसभा उपचुनाव योगी सरकार के साथ भाजपा के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल है। लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन के हाथों मिली हार के बाद सरकार और भाजपा ने उपचुनाव में सभी 10 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं, सपा भी पूरी ताकत लगा रही है। सपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में है। अखिलेश के साथ डिंपल यादव भी मैदान में डटी हैं। अभी मुकाबला 50-50 है
अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर, भदोही की मझवां, कानपुर नगर की सीसामऊ, मैनपुरी की करहल, मुरादाबाद की कुंदरकी, गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर उपचुनाव होना है। इनमें से मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, करहल और सीसामऊ सीट सपा के कब्जे में थी। खैर, मझवां, फूलपुर और गाजियाबाद भाजपा और मीरापुर सीट रालोद के पास है। अब जानिए किसकी कहां तक तैयारी भाजपा: सीएम योगी ने सभी 10 सीटों के लिए 30 मंत्रियों की टीम-30 को तैनात किया है। वहीं, एक-एक पदाधिकारी को प्रभारी बनाया है। बूथ से लेकर मंडल तक इन सीटों पर पहले चरण की चुनावी तैयारी पूरी हो चुकी है। सीएम योगी हर सप्ताह फीडबैक ले रहे हैं। हालांकि प्रत्याशी घोषित करने में भाजपा पिछड़ गई। तीन सीटों पर पहले से भाजपा का कब्जा रहा है, जबकि रालोद और संजय निषाद की पार्टी के कब्जे में 1-1 सीट रही है। सपा: 10 सीटों में से 5 पर सपा का कब्जा रहा है। सपा ने 6 सीटों पर अपने प्रभारी घोषित कर दिए हैं। मिल्कीपुर से अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे और छिबरामऊ से इरफान सोलंकी की पत्नी को टिकट देने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस: कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। दो दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने 5 सीटों की मांग की। हालांकि फूलपुर सीट पर कांग्रेस की ज्यादा दावेदारी है। प्रयागराज जिले में यह सीट आती है। 24 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी प्रयागराज पहुंचे थे। बसपा: बसपा 14 साल बाद उपचुनाव लड़ रही। तीन सीटों पर प्रत्याशी तय किए हैं। इसमें फूलपुर विधानसभा सीट से शिव बरन पासी को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। इसी तरह मझवां सीट से दीपू तिवारी के नाम पर मुहर लगाई है। कटेहरी से पवन पांडेय के बेटे प्रतीक पांडेय को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा है। यह खबर भी पढ़ें योगी का ऐलान-6 महीने में 40 हजार सरकारी नौकरी; अखिलेश का नाम लिए बिना कहा-पेपर लीक गिरोह पकड़ा जाएगा तो सरगना परेशान होगा सीएम योगी ने लखनऊ में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा- 6 महीने में 40 हजार सरकारी नौकरी निकालेंगे। अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा- पेपर लीक गिरोह का कोई व्यक्ति पकड़ा जाएगा तो सरगना परेशान होगा। 2017 के पहले जिन लोगों ने युवाओं को छला था। वही आज दुष्प्रचार कर रहे हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर