हरियाणा में डबवाली विधानसभा क्षेत्र से मंगलवार को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय चौटाला मैदान में हैं। उन्होंने आज जजपा की टिकट पर नामांकन पत्र दाखिल किया। इससे पहले दिग्विजय चौटाला ने रोड शो कर ताकत दिखाई। इस दौरान भरी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। रोड शो करीब 2 किमी लंबा रहा और ये नीलकंठ पैलेस से अनाज मंडी के बीच और कॉलोनी रोड होते हुए एसडीएम ऑफिस तक पहुंचा। रोड शो के दौरान जाम के कारण पब्लिक को परेशान होना पड़ा। स्कूल के विद्यार्थियों की बस जाम में फंस गई। इसके अलावा राहगीर गर्मी में परेशान हुए और नेताओं को जमकर कोसा। विरोधी दलों के नेताओं का आरोप है कि दिग्विजय के रोड शो में आधे से ज्यादा लोग बाहर से बुलाए गए। भीम आर्मी के चंद्रशेखर के साथ पब्लिक बाहर से आई थी। साथ ही पंजाब के 22 ग्रुप के युवा भी नामांकन रोड शो में दिखे। दुष्यंत चौटाला ऊंट पर बैठे, जेसीबी बुलाई भाजपा को कोसने वाले दुष्यंत और दिग्विजय ने भाजपा स्टाइल में रोड शो निकाला। रोड शो में जेसीबी का इस्तेमाल किया गया। जेसीबी से फूल बरसाए गए। दुष्यंत चौटाला और आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ऊंट पर बैठे नजर आए। इस दौरान वर्करों ने जोरदार नारेबाजी की। दुष्यंत ने कहा-मुझे कोसने वाले एक हो गए इस मौके दुष्यंत चौटाला ने कहा कि डबवाली में एक चीज सामने आ गई कि जो 5 साल मुझे कोसते रहे, आज उन्होंने हमारे खिलाफ हाथ मिला लिया। हम दोनों तो चाचा पीड़ित नहीं हैं, मगर उन चाचों को पीड़ित करने का काम डबवाली की जनता करेगी। इस बारे में जब एसडीएम डबवाली अर्पित से बात की गई कि रैली में बच्चो के हाथ में झंडे पकड़े हुए थे तो किसी प्रकार का जबाब देने की बजाए बचते नजर आए। हरियाणा में डबवाली विधानसभा क्षेत्र से मंगलवार को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय चौटाला मैदान में हैं। उन्होंने आज जजपा की टिकट पर नामांकन पत्र दाखिल किया। इससे पहले दिग्विजय चौटाला ने रोड शो कर ताकत दिखाई। इस दौरान भरी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। रोड शो करीब 2 किमी लंबा रहा और ये नीलकंठ पैलेस से अनाज मंडी के बीच और कॉलोनी रोड होते हुए एसडीएम ऑफिस तक पहुंचा। रोड शो के दौरान जाम के कारण पब्लिक को परेशान होना पड़ा। स्कूल के विद्यार्थियों की बस जाम में फंस गई। इसके अलावा राहगीर गर्मी में परेशान हुए और नेताओं को जमकर कोसा। विरोधी दलों के नेताओं का आरोप है कि दिग्विजय के रोड शो में आधे से ज्यादा लोग बाहर से बुलाए गए। भीम आर्मी के चंद्रशेखर के साथ पब्लिक बाहर से आई थी। साथ ही पंजाब के 22 ग्रुप के युवा भी नामांकन रोड शो में दिखे। दुष्यंत चौटाला ऊंट पर बैठे, जेसीबी बुलाई भाजपा को कोसने वाले दुष्यंत और दिग्विजय ने भाजपा स्टाइल में रोड शो निकाला। रोड शो में जेसीबी का इस्तेमाल किया गया। जेसीबी से फूल बरसाए गए। दुष्यंत चौटाला और आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ऊंट पर बैठे नजर आए। इस दौरान वर्करों ने जोरदार नारेबाजी की। दुष्यंत ने कहा-मुझे कोसने वाले एक हो गए इस मौके दुष्यंत चौटाला ने कहा कि डबवाली में एक चीज सामने आ गई कि जो 5 साल मुझे कोसते रहे, आज उन्होंने हमारे खिलाफ हाथ मिला लिया। हम दोनों तो चाचा पीड़ित नहीं हैं, मगर उन चाचों को पीड़ित करने का काम डबवाली की जनता करेगी। इस बारे में जब एसडीएम डबवाली अर्पित से बात की गई कि रैली में बच्चो के हाथ में झंडे पकड़े हुए थे तो किसी प्रकार का जबाब देने की बजाए बचते नजर आए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गुरुग्राम में घर में घुसकर परिवार पर हमला:2 महिलाओं सहित 5 घायल, क्रिकेट खेलते समय हुआ था विवाद गुरूग्राम के भौंडसी थाना क्षेत्र के बहल्पा गांव में दबंगों ने घर में धावा बोलकर दलितों के घर तोड़फोड़ की। साथ परिवार के लोगों को जमकर पीटा। इसमें दो महिलाओं सहित पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है बच्चों का क्रिकेट को लेकर कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था जिसके समझौते को लेकर दबंगों ने दलितों पर रविवार के सुबह दबाव बनाया। जब वह नहीं माने तो मारपीट शुरू कर दी। हालांकि इस मामले में सभी घायलों को सोहना के नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां से दो लोगों को गुड़गांव के लिए रेफर कर दिया गया है। शिकायत के बाद भोंडसी पुलिस मामले की जांच कर रही है। घर में घुसकरकी मारपीट व तोड़फोड़ जानकारी देते हुए घायल सुनील ने बताया कि कुछ दिन पहले उसका भांजा गांव में आया था। जिसका गांव के ही लड़कों के साथ क्रिकेट को लेकर झगड़ा हो गया था। जिसकी एक शिकायत भोंडसी थाने में दी गई थी। इसी शिकायत को लेकर रविवार की सुबह गांव के लोग उसके घर पर आए। उन्होंने उसे इस मामले में राजीनामा की बात कही, जब उसने इंकार किया तो आरोपी धमकी देते हुए चले गए। आरोप है कि कुछ देर बाद 5 से 6 लोग लाठी डंडों से लेस होकर पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। महिलाओं से मारपीट कर अभद्रता की गई। इस दौरान दबंगों ने घर के दरवाजे तोड़कर घर में रखे सामान को तोड़ डाला। घायलों ने बताया कि एक महिला के सिर पर आरोपियों ने फावड़े से वार कर दिया। दलित पक्ष के लोग घायलों को लेकर सोहना के नागरिक अस्पताल पहुंचे। जहां से दो को गुड़गांव के लिए रेफर कर दिया गया मामले की जांच में जुटी पुलिस इस मामले को लेकर थाना प्रभारी राजेंद्र पाठक का कहना है कि दलित पक्ष के लोगों ने तहरीर दी है। इस तहरीर में बहल्पा गांव निवासी सतीश, योगेश, मनीष, मनोज, देवेंद्र और प्रदीप सहित अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट की शिकायत की है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद मामला दर्ज किया जाएगा।
भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने को गढ़ में भी चेहरे बदले
भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने को गढ़ में भी चेहरे बदले हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में पार्टी का सर्वे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का फीडबैक सबसे दमदार रहा। यह जिनके पक्ष में था, उन्हें हारने के बावजूद टिकट मिला। इनमें 4 बड़े चेहरे शामिल हैं। जिनके खिलाफ रहा, उनके मंत्री या सिटिंग विधायक होने पर भी पार्टी ने टिकट काट दिया। मंत्री डॉ. बनवारी लाल हों या सीमा त्रिखा, इनके समेत 7 विधायकों को दोबारा टिकट नहीं मिला। इस लिस्ट में भाजपा ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की कोशिश की। इस बार उनके विरोध पर 2 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। पहले जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उनके विरोध काे दरकिनार कर उनके 4 कट्टर विरोधियों को टिकट दिया गया था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी हाईकमान ने झटका दिया है। उनके विरोध के बावजूद पटौदी से बिमला चौधरी को टिकट दिया गया। 2019 में खट्टर ने टिकट कटवा दिया था। इस बार राव की सिफारिश चल गई। खट्टर के करीबी रहे विधायक बनवारी लाल और सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काट दिया गया। अहीरवाल बेल्ट वाली दक्षिण हरियाणा में अपने गढ़ में भाजपा हाईकमान ने जमकर उलटफेर किया। यहां भाजपा ने 5 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। इस लिस्ट में भाजपा ने एक मुस्लिम नेता का टिकट भी काट दिया। जिन 2 मुस्लिम नेताओं पर भरोसा जताया, वहां मुस्लिम वोट बैंक के दूसरे वर्ग से बड़ा होने की मजबूरी रही। एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए 14 नए चेहरे उतार दिए। जीटी रोड बेल्ट में भी नए चेहरों को मौका देने से गुरेज नहीं किया। विधायकों के टिकट काटने के कारण जातीय समीकरण ऐसे साधा… लोकसभा में नाराजगी देख सबसे ज्यादा SC चेहरों को टिकट
इस लिस्ट में सबसे ज्यादा 4 उम्मीदवार SC वर्ग से हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जाट के बाद सबसे ज्यादा एससी वर्ग से ही नुकसान हुआ। ऐसे में कृष्ण कुमार बेदी, बिमला चौधरी को दोबारा से टिकट दिया गया है। 2019 में कृष्ण बेदी पिछला चुनाव हार गए थे और बिमला चौधरी का पार्टी ने टिकट काट दिया था। जबकि एससी वर्ग से ही आने वाले स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद से एक दिन पहले नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दिया है। होडल से हरिंदर सिंह रामरतन को मैदान में उतारा है। नाराज जाटों के 3 चेहरे, OBC पर फोकस करते हुए 3 उम्मीदवार उतारे
दूसरी लिस्ट में जाट और OBC समाज से 3-3 कैंडिडेट उतारे गए हैं। लोकसभा चुनाव में ओबीसी बड़ा मुद्दा बना हुआ था। जाट पहले से ही बीजेपी से नाराज थे। ऐसे में दोनों लिस्ट में सबसे ज्यादा उम्मीदवार इन दोनों ही समाज से उतारे गए हैं। जाट वर्ग से राई से कृष्णा गहलावत, बरोदा से प्रदीप सांगवान और जुलाना से योगेश बैरागी को टिकट दिया है। वहीं ओबीसी वर्ग से पवन सैनी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव को दोबारा मौका दिया गया। पुंडरी से सतपाल जांबा को टिकट दिया है। पंजाबी वोट बैंक, इनकार करने पर भी ग्रोवर को टिकट दिया
पंजाबी वोटरों के लिहाज से मनीष ग्रोवर, अमीर चंद मेहता, धनेश अदलखा को उतारा गया हैं। इनमें पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को रोहतक से हार के बाद भी मौका दिया गया। ग्रोवर पहले चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे थे। पंजाबी वोट बैंक वाली सीट पर ब्राह्मण चेहरा
बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक कहे जाने वाले ब्राह्मणों को दूसरी लिस्ट में भी साधने की कोशिश की गई। पिहोवा सीट पर कवलजीत सिंह का पाकिस्तानी आर्मी के साथ फोटो वायरल होने के बाद यहां ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जयभगवान शर्मा को टिकट दिया है। पिछली बार यहां पर संदीप सिंह को उतारा था। खेल मंत्री बनने के बाद महिला कोच से विवाद के चलते उनका टिकट काटा गया। नूंह से मुस्लिम नेता का टिकट काटा, हिंदू नेता उतारा
मुस्लिम समुदाय का एक टिकट इस बार भाजपा ने काट दिया। फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से ऐजाज खान को टिकट दिया, लेकिन नूंह से जाकिर हुसैन का टिकट काट दिया। 2023 में नूंह हिंसा के बाद नूंह की सीट से भाजपा ने हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को उतारा है। पंजाब से सटी सीटें, सिख-पंजाबी को टिकट
डबवाली में सिख और ऐलनाबाद में पंजाबी चेहरा उतारा है। यह दोनों सीटें पंजाब से सटी हुई हैं। जहां ज्यादातर पंजाबी और सिख वोट बैंक है। इसके जरिए भाजपा ने उस वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। जुलाना में जाट चेहरे विनेश के खिलाफ ओबीसी चेहरा उतारा
जुलाना सीट पर रेसलर विनेश फोगाट के खिलाफ भी भाजपा ने सावधानी से जातीय कार्ड खेला है। विनेश जाट कम्युनिटी से हैं। उनके खिलाफ भाजपा ने ओबीसी वर्ग से कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया है। यहां विनेश के आने के बाद जाट एकतरफा होने के संकेत हैं, ऐसे में भाजपा बाकी जातियों को साधना चाहती है। वहीं विनेश फोगाट के प्रति पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफिकेशन के बाद बने सहानुभूति के माहौल को कम करने की भी कोशिश की है। दरअसल, योगेश बैरागी भी एयर इंडिया के कैप्टन रहते कोरोना काल में लोगों की जान बचाने के लिए काम किया है। क्षेत्रीय समीकरण को ऐसे साधा 1. मजबूत वोट बैंक वाले जीटी बेल्ट में ज्यादा नए चेहरे उतारे
भाजपा का कोर वोट बैंक शहरी माना जाता है। हरियाणा में सोनीपत से लेकर अंबाला तक जीटी रोड बेल्ट की करीब 30 सीटें हैं। दूसरी लिस्ट में यहां 4 नए चेहरे और एक पुराने चेहरे को फिर से शामिल किया हैं। इस बेल्ट में फिर से संगठन और RSS के फीडबैक के साथ केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की पैरवी काम कर गई। यहां भाजपा ने एंटी इनकंबेंसी से बचने की कोशिश की है। 2. दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल बेल्ट पर ज्यादा टिकट काटे
भाजपा ने इस बार दक्षिणी हरियाणा की 23 सीटों पर ज्यादा फोकस किया है। दूसरी लिस्ट में भी यहां से सबसे ज्यादा पांच विधायकों का टिकट काट दिया गया। इनमें 2 कैबिनेट मंत्री तक शामिल हैं। जबकि एक राज्यमंत्री को नूंह में शिफ्ट कर दिया गया। यहां की सिर्फ एक सीट महेंद्रगढ़ को होल्ड पर रखा गया है। जब 2014 में भाजपा यहां से 11 सीटें जीती थी तो पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। 2019 में भाजपा यहां सिर्फ 8 सीटें ही जीत पाई तो सरकार बहुमत के 46 के आंकड़े से दूर 40 पर ही रह गई थी। RSS से जुड़े 5 चेहरों को टिकट दिया
दूसरी लिस्ट में टिकट बंटवारे को देखा जाए तो यहां राव इंद्रजीत सिंह को छोड़कर किसी व्यक्ति विशेष नेता तो तवज्जो देने की बजाय शीर्ष नेतृत्व ने संगठन और RSS के फीडबैक को तवज्जो दी है। उदाहरण के तौर पर डा. पवन सैनी और कृष्ण कुमार बेदी 2 ऐसे चेहरे हैं, जो संगठन के पुराने साथी के अलावा आरएसएस से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा होडल में हरिंद्र सिंह रामरतन और हथीन से मनोज रावत शामिल हैं। इसके अलावा पांचवा नाम धनेश अदलखा हैं। इन तीनों ही सीटों पर सिटिंग एमएलए का टिकट काटकर संगठन और आरएसएस से जुड़े नेता को टिकट दिया गया है। पार्टी ने 2 बार प्राइवेट एजेंसी से इनका सर्वे कराया। 2 सीटों पर सर्वे रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ भी दिखी, लेकिन आरएसएस के फीडबैक में पॉजिटिव पाए जाने पर नए चेहरे होने के बावजूद उन्हें टिकट दे दिया। कैंडिडेट्स से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में BJP के 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी:प्रदेश अध्यक्ष और 2 मंत्रियों के टिकट कटे, एक प्रत्याशी बदला; 2 मुस्लिम भी कैंडिडेट भाजपा की दूसरी लिस्ट के 21 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:विनेश फोगाट के खिलाफ कैप्टन बैरागी; गहलावत उम्रदराज, 3 बारहवीं तक पढ़े, 18 नए चेहरे हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा भाजपा के 67 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में हारे नेताओं को भी मौका, हाईकमान का सीधा मैसेज- सभी टिकट दिल्ली से तय होंगे भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को टिकट दी
आचार संहिता हटते ही एक्शन में सरकार:20 हजार नौकरियों के रिजल्ट जारी करेगी; एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडीटर, पटवारी, J.E की पोस्ट भरेंगे
आचार संहिता हटते ही एक्शन में सरकार:20 हजार नौकरियों के रिजल्ट जारी करेगी; एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडीटर, पटवारी, J.E की पोस्ट भरेंगे हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर 16 अगस्त को लगी आचार संहिता 56 दिन के बाद हट गई है। आचार संहिता हटते ही सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। वादे के मुताबिक हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) अब 20000 सरकारी नौकरी पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। आयोग एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडिटर पटवारी, J.E, क्लर्क पोस्टों का रिजल्ट कभी भी जारी कर सकता है। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने इसी साल एक फरवरी को ग्रुप सी के 20 हजार पदों की भर्ती पर लगी रोक को हटाया था। हाईकोर्ट में हरियाणा के एडवोकेट जनरल (AG) ने विश्वास दिलाया था कि याचिकाकर्ताओं के लिए भर्ती के दौरान पद रिक्त रखे जाएंगे। इस जानकारी पर हाईकोर्ट ने एक फरवरी को लगाई गई रोक हटाते हुए विभिन्न पदों के लिए परिणाम जारी करने और भर्ती आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी है। यहां पढ़िए क्या है पूरा मामला
हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता प्रशांत ढुल व अन्य ने हाईकोर्ट को बताया था कि सरकार ग्रुप सी के 32 हजार पदों पर भर्ती कर रही है। इस भर्ती के दौरान याचिकाकर्ताओं ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया लेकिन उनका आवेदन दर्ज नहीं हुआ। इसके चलते वे योग्य होते हुए भी विभिन्न पदों के लिए आवेदन नहीं कर पाए। हाईकोर्ट ने एक फरवरी को मामले में सुनवाई करते हुए भर्ती का परिणाम जारी करने पर रोक लगा दी थी। 12 हजार पदों पर लगी है रोक
ग्रुप सी की दो श्रेणियों के लगभग 12 हजार पदों की भर्ती आगे बढ़ाने पर खंडपीठ की रोक है। बाकी के करीब 20 हजार पदों की भर्ती इस याचिका पर हाईकोर्ट के एक फरवरी को जारी अंतरिम आदेश के चलते रुक गई थी। एजी ने कहा कि इस मामले में 19 याचिकाकर्ता हैं और आयोग इनके लिए विभिन्न श्रेणियों में पद रिक्त रखने को तैयार है। अगर याचिका का परिणाम उनके हक में आएगा तो आदेश के अनुसार उन्हें नियुक्ति दे दी जाएगी। इन 19 याचिकाकर्ताओं के कारण 20 हजार पदों की भर्ती नहीं रुकनी चाहिए।