मोहाली में ई-चालान के साथ घर पहुंचेगी फोटो:सर्विलांस सिस्टम और ट्रैफिक मैनेजमेंट शुरू, 17 स्थानों पर लगाए गए 351 कैमरे

मोहाली में ई-चालान के साथ घर पहुंचेगी फोटो:सर्विलांस सिस्टम और ट्रैफिक मैनेजमेंट शुरू, 17 स्थानों पर लगाए गए 351 कैमरे

चंडीगढ़ के बाद अब मोहाली में भी लोगों को ई-चालान मिलेंगे। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान में आपकी खुद की फोटो भी घर पहुंचेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज मोहाली में 21 करोड़ रुपये की लागत से बने सिटी सर्विलांस सिस्टम और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (फेज-1) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ये सभी कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से लैस हैं। इसी तर्ज पर अब पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, रोपड़ और लुधियाना में भी सर्विलांस सिस्टम लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने लोगों को सलाह दी कि वे अपने रिश्तेदारों को बताएं कि अब मोहाली में कैमरों के जरिए चालान काटे जा रहे हैं। साथ ही खुद भी इसका ध्यान रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कैमरे लगाने का मकसद सिर्फ चालान काटना या रेवेन्यू बढ़ाना नहीं है, बल्कि आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। हालांकि उन्होंने कहा कि जो चालान का फोटो भेजा जाएगा। इसको लेकर पहले घरों में झगड़े होते थे, अमेरिका में ऐसा होता रहा है। इस मौके पर अधिकारियों ने बताया कि कैमरे लगने के बाद एक सप्ताह में मोहाली में 34 लाख वाहन दाखिल हुए। इसमें 2.14 लाख लोगों ने नियम तोड़े हैं। जिन्हें अब पुलिस चालान भेजेगी। नशे के आदी और तस्कर जाएंगे जेल सीएम ने कहा कि सत्ता में आने से पहले हमने कई वादे किए थे। हम उन्हें पूरा करने में जुटे हैं। हम गैर राजनीतिक परिवारों से आते हैं, इसलिए हम वही कहते हैं जो हम कर सकते हैं। हम हर मुद्दे पर गहराई से चर्चा करते हैं और पूरी योजना बनाते हैं। नशे के खिलाफ लड़ाई एक दिन में लिया गया फैसला नहीं है। इसके लिए कई दिनों तक बैठकें की गईं, उसके बाद ही इसकी शुरुआत की गई। हमारी रणनीति नशे की सप्लाई चेन को तोड़ना है, ताकि यह युवाओं तक न पहुंचे। नशे के आदी लोग मरीज हैं, उन्हें अस्पताल पहुंचाना जरूरी है, जबकि नशा बेचने वालों को जेल भेजा जाएगा। हमारा उद्देश्य भावनाओं में बहकर इस दलदल में फंसे युवाओं को बाहर निकालना और उन्हें रोजगार के लायक बनाना है। कई बार ऐसा होता है कि अगर कोई व्यक्ति नशा छोड़कर वापस आता है, तो वह फिर से इस अंधेरे में डूब जाता है। तस्करों के पैसे से बनाई गई संपत्ति जब्त होगी सीएम ने कहा कि बड़े-बड़े लोगों के फोन आ रहे हैं और सभी लोग सहयोग करने की बात कह रहे हैं। जनता के सहयोग के बिना कोई भी अभियान संभव नहीं है। उन्होंने जनता से अपील की कि नशा बेचने वालों की सूचना दें, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। पहले ऐसा होता था कि नशा बेचने वाला थाने के बाद घर पहुंचता था, तस्कर पहले घर पहुंचता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। तस्करों द्वारा नशे के पैसे से बनाई गई संपत्ति को सरकार जब्त करेगी। उन्होंने कहा कि चोरों के बेटे ताकतवर नहीं बनते। ऐसे में नशे के पैसे से बंगले और संपत्तियां बन जाती हैं। अब सरकार इन संपत्तियों को अपने कब्जे में लेगी। मोहाली में 17 जगह पर 351 कैमरे लगाए सीएम ने बताया कि मोहाली में इस नए सिस्टम के तहत 17 महत्वपूर्ण स्थानों पर 351 कैमरों की मदद ली जाएगी।। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को चालान की फोटो सीधे घर भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका में भी ऐसे सिस्टम से कई दुर्घटनाएं रोकी गई हैं। यह चालान राजस्व बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए हैं। इससे पहले उन्होंने सड़क सुरक्षा फोर्स बनाई थी। उससे 48.10% मौतों में कमी आई है । इससे पहले वह जब सांसद थे, तो उन्होंने संगरूर, खनौरी, महलकलां सहित अन्य जिलों में कोडलेस कैमरे लगाए गए थे, जिनका कंट्रोल सीधे थानों में था। उनसे हादसे ही नहीं रुके थे, बल्कि बाहरी राज्यों की पुलिस की मदद से कई गाड़ियां पकड़ी गई हैं। थाने में कंट्रोल रूम स्थापित किया इस सिस्टम की समुचित निगरानी के लिए मोहाली के सेक्टर-79 स्थित सोहाना थाने की नई बिल्डिंग में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां 24 घंटे निगरानी की जाएगी। पहले चरण में शहर के 17 प्रमुख चौराहों/स्थानों पर यह सिस्टम लगाया जाएगा। इस सिस्टम से पुलिस को यह फायदा होगा कि प्रत्येक गाड़ी का नंबर तक पुलिस के पास रहेगा। यहां तक गाड़ी में बैठे व्यक्ति का चेहरे के फोटो भी आ जाएगी। इसके अलावा कौन सी सड़काें पर बाहरी वाहन है। उसे बारे में पता चल जाएगा। किसी जगह जाम लगता है तो उसे भी सुधारा जा सकेगा। इतना ही अगर लाइट प्वाइंट पर एक साइड ट्रैफिक नहीं है, लेकिन वहां रेड लाइट है, तो उसे भी सुधार किया जा सकेगा। 2 दिन तक चला ट्रायल, बैटरियां चोरी हो गईं हालांकि, इस सिस्टम को अब औपचारिक रूप से शुरू किया गया है, लेकिन महज दो दिन में ही इसने शहर में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की पोल खोल दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 36,000 लोग ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए कैमरे में कैद हुए। वहीं, जब सिस्टम लगाया जा रहा था, तो कई जगहों से इसकी बैटरियां चोरी हो गईं। फिलहाल, यह सिस्टम पहले चरण में लागू किया गया है, लेकिन जब पूरा शहर इसके दायरे में आएगा, तो स्थिति और साफ हो जाएगी। चंडीगढ़ के बाद अब मोहाली में भी लोगों को ई-चालान मिलेंगे। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान में आपकी खुद की फोटो भी घर पहुंचेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज मोहाली में 21 करोड़ रुपये की लागत से बने सिटी सर्विलांस सिस्टम और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (फेज-1) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ये सभी कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से लैस हैं। इसी तर्ज पर अब पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, रोपड़ और लुधियाना में भी सर्विलांस सिस्टम लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने लोगों को सलाह दी कि वे अपने रिश्तेदारों को बताएं कि अब मोहाली में कैमरों के जरिए चालान काटे जा रहे हैं। साथ ही खुद भी इसका ध्यान रखें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कैमरे लगाने का मकसद सिर्फ चालान काटना या रेवेन्यू बढ़ाना नहीं है, बल्कि आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। हालांकि उन्होंने कहा कि जो चालान का फोटो भेजा जाएगा। इसको लेकर पहले घरों में झगड़े होते थे, अमेरिका में ऐसा होता रहा है। इस मौके पर अधिकारियों ने बताया कि कैमरे लगने के बाद एक सप्ताह में मोहाली में 34 लाख वाहन दाखिल हुए। इसमें 2.14 लाख लोगों ने नियम तोड़े हैं। जिन्हें अब पुलिस चालान भेजेगी। नशे के आदी और तस्कर जाएंगे जेल सीएम ने कहा कि सत्ता में आने से पहले हमने कई वादे किए थे। हम उन्हें पूरा करने में जुटे हैं। हम गैर राजनीतिक परिवारों से आते हैं, इसलिए हम वही कहते हैं जो हम कर सकते हैं। हम हर मुद्दे पर गहराई से चर्चा करते हैं और पूरी योजना बनाते हैं। नशे के खिलाफ लड़ाई एक दिन में लिया गया फैसला नहीं है। इसके लिए कई दिनों तक बैठकें की गईं, उसके बाद ही इसकी शुरुआत की गई। हमारी रणनीति नशे की सप्लाई चेन को तोड़ना है, ताकि यह युवाओं तक न पहुंचे। नशे के आदी लोग मरीज हैं, उन्हें अस्पताल पहुंचाना जरूरी है, जबकि नशा बेचने वालों को जेल भेजा जाएगा। हमारा उद्देश्य भावनाओं में बहकर इस दलदल में फंसे युवाओं को बाहर निकालना और उन्हें रोजगार के लायक बनाना है। कई बार ऐसा होता है कि अगर कोई व्यक्ति नशा छोड़कर वापस आता है, तो वह फिर से इस अंधेरे में डूब जाता है। तस्करों के पैसे से बनाई गई संपत्ति जब्त होगी सीएम ने कहा कि बड़े-बड़े लोगों के फोन आ रहे हैं और सभी लोग सहयोग करने की बात कह रहे हैं। जनता के सहयोग के बिना कोई भी अभियान संभव नहीं है। उन्होंने जनता से अपील की कि नशा बेचने वालों की सूचना दें, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। पहले ऐसा होता था कि नशा बेचने वाला थाने के बाद घर पहुंचता था, तस्कर पहले घर पहुंचता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। तस्करों द्वारा नशे के पैसे से बनाई गई संपत्ति को सरकार जब्त करेगी। उन्होंने कहा कि चोरों के बेटे ताकतवर नहीं बनते। ऐसे में नशे के पैसे से बंगले और संपत्तियां बन जाती हैं। अब सरकार इन संपत्तियों को अपने कब्जे में लेगी। मोहाली में 17 जगह पर 351 कैमरे लगाए सीएम ने बताया कि मोहाली में इस नए सिस्टम के तहत 17 महत्वपूर्ण स्थानों पर 351 कैमरों की मदद ली जाएगी।। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को चालान की फोटो सीधे घर भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका में भी ऐसे सिस्टम से कई दुर्घटनाएं रोकी गई हैं। यह चालान राजस्व बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए हैं। इससे पहले उन्होंने सड़क सुरक्षा फोर्स बनाई थी। उससे 48.10% मौतों में कमी आई है । इससे पहले वह जब सांसद थे, तो उन्होंने संगरूर, खनौरी, महलकलां सहित अन्य जिलों में कोडलेस कैमरे लगाए गए थे, जिनका कंट्रोल सीधे थानों में था। उनसे हादसे ही नहीं रुके थे, बल्कि बाहरी राज्यों की पुलिस की मदद से कई गाड़ियां पकड़ी गई हैं। थाने में कंट्रोल रूम स्थापित किया इस सिस्टम की समुचित निगरानी के लिए मोहाली के सेक्टर-79 स्थित सोहाना थाने की नई बिल्डिंग में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां 24 घंटे निगरानी की जाएगी। पहले चरण में शहर के 17 प्रमुख चौराहों/स्थानों पर यह सिस्टम लगाया जाएगा। इस सिस्टम से पुलिस को यह फायदा होगा कि प्रत्येक गाड़ी का नंबर तक पुलिस के पास रहेगा। यहां तक गाड़ी में बैठे व्यक्ति का चेहरे के फोटो भी आ जाएगी। इसके अलावा कौन सी सड़काें पर बाहरी वाहन है। उसे बारे में पता चल जाएगा। किसी जगह जाम लगता है तो उसे भी सुधारा जा सकेगा। इतना ही अगर लाइट प्वाइंट पर एक साइड ट्रैफिक नहीं है, लेकिन वहां रेड लाइट है, तो उसे भी सुधार किया जा सकेगा। 2 दिन तक चला ट्रायल, बैटरियां चोरी हो गईं हालांकि, इस सिस्टम को अब औपचारिक रूप से शुरू किया गया है, लेकिन महज दो दिन में ही इसने शहर में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की पोल खोल दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 36,000 लोग ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए कैमरे में कैद हुए। वहीं, जब सिस्टम लगाया जा रहा था, तो कई जगहों से इसकी बैटरियां चोरी हो गईं। फिलहाल, यह सिस्टम पहले चरण में लागू किया गया है, लेकिन जब पूरा शहर इसके दायरे में आएगा, तो स्थिति और साफ हो जाएगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर