यमुनानगर में एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने छछरौली के पटवारी को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। पटवारी ने दखल इंतकाल चढ़ाने की एवज में 6 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से 3 हजार रुपए वह पहले ले चुका था और बाकी के 3 हजार लेते हुए पकड़ा गया। यह कार्रवाई चंगनौली गांव के महेंद्र की शिकायत पर की गई है। टीम पटवारी को गिरफ्तार कर कार्रवाई में लगी हुई है। पूरी तफतीश के बाद आरोपी को कल काेर्ट में पेश किया जाएगा। पहले 10 हजार रुपए मांगे थे एंटी करप्शन टीम करनाल के इंचार्ज कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर यमुनानगर के चंगनौली गांव के महेंद्र से शिकायत प्राप्त हुई थी। पीड़ित ने बताया था कि वह हरियाणा रोडवेज में परिचालक के पद से रिटायर्ड है। वह अपनी गांव में जमीन के दखल इंतकाल के लिए कई दिनों से छछरौली में तैनात पटवारी अशोक कुमार जोकि टिब्बी कलां का रहने वाला है के कार्यालय में चक्कर लगा रहा था। दखल इंतकाल के नाम पर पटवारी ने उससे 10 हजार रुपए की डिमांड की। टोल फ्री नंबर पर की शिकायत काफी बातचीत के बाद पटवारी 6 हजार लेने को तैयार हो गया। महेंद्र ने इसमें से 3 हजार रुपए पटवारी को दे दिए और फिर इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर दी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल द्वारा इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। मंगवार को टीम यमुनानगर पहुंची और पीड़ित महेंद्र को तीन बाकी के तीन हजार रुपए देकर पटवारी को देने के लिए भेजा गया। महेंद्र रकम लेकर पटवारी के पास चला गया। आरोपी पटवारी ने तीन हजार रुपए लेकर अपनी जेब में डाल लिए। जेब में से निकले रिश्वत के 3 हजार इतने में ही महेंद्र ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को इशारा कर दिया। टीम ने मौके पर ही पटवारी को काबू कर उसकी जेब से तीन हजार रुपए बरामद किए। आरोपी को एंटी करप्शन ब्यूरो के यमुनानगर जिला कार्यालय लाया गया। जहां तफतीश जारी है। कल उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने कहा कि इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों के खिलाफ ब्यूरो द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। कोई भी व्यक्ति से यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अवैध तरीके से पैसों की डिमांड करता है, तो इसके बारे तुरंत एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर सूचना दें। यमुनानगर में एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने छछरौली के पटवारी को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। पटवारी ने दखल इंतकाल चढ़ाने की एवज में 6 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से 3 हजार रुपए वह पहले ले चुका था और बाकी के 3 हजार लेते हुए पकड़ा गया। यह कार्रवाई चंगनौली गांव के महेंद्र की शिकायत पर की गई है। टीम पटवारी को गिरफ्तार कर कार्रवाई में लगी हुई है। पूरी तफतीश के बाद आरोपी को कल काेर्ट में पेश किया जाएगा। पहले 10 हजार रुपए मांगे थे एंटी करप्शन टीम करनाल के इंचार्ज कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर यमुनानगर के चंगनौली गांव के महेंद्र से शिकायत प्राप्त हुई थी। पीड़ित ने बताया था कि वह हरियाणा रोडवेज में परिचालक के पद से रिटायर्ड है। वह अपनी गांव में जमीन के दखल इंतकाल के लिए कई दिनों से छछरौली में तैनात पटवारी अशोक कुमार जोकि टिब्बी कलां का रहने वाला है के कार्यालय में चक्कर लगा रहा था। दखल इंतकाल के नाम पर पटवारी ने उससे 10 हजार रुपए की डिमांड की। टोल फ्री नंबर पर की शिकायत काफी बातचीत के बाद पटवारी 6 हजार लेने को तैयार हो गया। महेंद्र ने इसमें से 3 हजार रुपए पटवारी को दे दिए और फिर इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर दी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल द्वारा इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। मंगवार को टीम यमुनानगर पहुंची और पीड़ित महेंद्र को तीन बाकी के तीन हजार रुपए देकर पटवारी को देने के लिए भेजा गया। महेंद्र रकम लेकर पटवारी के पास चला गया। आरोपी पटवारी ने तीन हजार रुपए लेकर अपनी जेब में डाल लिए। जेब में से निकले रिश्वत के 3 हजार इतने में ही महेंद्र ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को इशारा कर दिया। टीम ने मौके पर ही पटवारी को काबू कर उसकी जेब से तीन हजार रुपए बरामद किए। आरोपी को एंटी करप्शन ब्यूरो के यमुनानगर जिला कार्यालय लाया गया। जहां तफतीश जारी है। कल उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने कहा कि इस प्रकार से रिश्वत लेने वालों के खिलाफ ब्यूरो द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। कोई भी व्यक्ति से यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अवैध तरीके से पैसों की डिमांड करता है, तो इसके बारे तुरंत एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर सूचना दें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
