यूपी में नकली फिंगर प्रिंट बनवाओ, घर बैठे हाजिरी लगाओ:जालसाजों का दावा- कहीं भी इस्तेमाल करो, कोई मशीन पकड़ नहीं पाएगी

यूपी में नकली फिंगर प्रिंट बनवाओ, घर बैठे हाजिरी लगाओ:जालसाजों का दावा- कहीं भी इस्तेमाल करो, कोई मशीन पकड़ नहीं पाएगी

गोरखपुर में खुलेआम फिंगर प्रिंट के क्लोन तैयार किए जा रहे हैं। फिंगर प्रिंट क्लोन का इस्तेमाल फर्जी बैंक ट्रांजैक्शन, सरकारी दस्तावेज बनवाने, राशन घोटाले और जमीनों की रजिस्ट्री में हो रहा है। इसकी कई शिकायतें भी सामने आ चुकी हैं। इसके खुलासे के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम ने उस नेटवर्क की तलाश शुरू की, जहां ये फिंगर प्रिंट क्लोन बन रहे हैं। कौन लोग हैं, जो इस क्लोन को बना रहे हैं? कैसे इसे तैयार किया जा रहा है? और कहां-कहां इनका इस्तेमाल हो रहा है। इन सवालों की तलाश में हमरा संपर्क एक एजेंट से हुआ। पढ़िए रिपोर्ट… एजेंट से काफी देर तक बातचीत करने के बाद हमने उससे कहा, ऑफिस में अटेंडेंस का इश्यू है। लेट होने से सैलरी कटती है, क्लोन फिंगर प्रिंट बनवाना है। एजेंट ने हमें गोलघर चौक के पास एक छोटी सी दुकान पर भेज दिया। यह जगह SSP आवास से सिर्फ 1 Km और CO कैंट के ऑफिस से 500 दूर है। यहां हमारी मुलाकात एक दुकानदार से हुई। सबसे पहले उससे सवाल-जवाब शुरू हुए। रिपोर्टर और जालसाज के बीच बातचीत… रिपोर्टर : मुझे नकली फिंगर प्रिंट बनवाना है। जालसाज : किसने भेजा है? नहीं हो पाएगा…। रिपोर्टर : अरे कुछ गलत नहीं करना है, बस ऑफिस में अटेंडेंस का मामला है। जालसाज : आजकल थोड़ी कड़ाई चल रही है, कोई नहीं बनाएगा। रिपोर्टर : किसी ने भेजा नहीं है, मेरा एक दोस्त यहीं से बनवाकर ले गया था, उसने बताया था। (जिस एजेंट ने दुकान पर भेजा था, उसका नाम बताया गया) जालसाज : (सोचते हुए) ठीक है, बन जाएगा। किसी से कहना नहीं…। रिपोर्टर : मेरा काम करवा दो, मैं क्यों किसी से कहने लगा? जालसाज : ठीक है, कागज पर अपनी अंगुलियों के निशान दे दो। रिपोर्टर : कितने दिन में मिलेगा? जालसाज : अरे, कल आकर ले जाना। रिपोर्टर : कितने पैसे देने होंगे? जालसाज : 1000 से 1500 रुपए का रेट चल रहा है, आप 900 रुपए दे देना। रिपोर्टर : कुछ कम कर दो भाई, 500 रुपए ले लो। जालसाज : इससे कम नहीं होगा, तीन बना दूंगा, फिर लगाते रहना अटेंडेंस…। रिपोर्टर : ठीक है…। जालसाज का दावा- कोई मशीन असली-नकली पकड़ नहीं सकती
जालसाज ने एक सादा कागज दिया। कहा कि जिस अंगुली का क्लोन बनवाना है, उसका निशान दे दो। इसके बाद हमारे हाथ की अंगुलियों के निशान एक सादे कागज पर लिए गए। जालसाज ने कहा- काम पूरा होगा, मगर पेमेंट एडवांस देना होगा। हमने 900 रुपए दे दिए। इस वक्त घड़ी में करीब 1 बज रहे थे। जालसाज ने कहा- कल शाम को 5 बजे आ जाना। तुम्हें क्लोन प्रिंट बनाकर दे देंगे। हमने पूछा- किसी मशीन में पकड़ तो नहीं जाएगा, जालसाज ने दावा किया कि यूपी में छोड़िए, पूरे इंडिया की कोई मशीन इसको पकड़ नहीं सकती। बैंक, स्कूल, रजिस्ट्री ऑफिस और किसी भी दस्तावेज में इसको लगा दोगे, कोई पकड़ नहीं पाएगा। उसने दावा किया किसी भी व्यक्ति का थंब इंप्रेशन ले आओगे, यहां फिंगर प्रिंट क्लोन तैयार हो जाएगा। अगले दिन : शाम 5.30 बजे 3 क्लोन फिंगर प्रिंट मिले, बोला- नए लोगों काे न भेजना
हम गोलघर की उस दुकान पर दोबारा पहुंचे। 24 घंटे के अंदर हमें रबर स्टैंप जैसा फिंगर प्रिंट क्लोन मिल गया। इसको बनाने में सिलिकॉन रबर का इस्तेमाल किया गया था। जालसाज ने एक कागज के पैकेट में 3 क्लोन फिंगर प्रिंट हमको दिए। हमसे कहा कि कोई पूछे, तो यहां का पता मत बताना। तुम खुद ही आकर बनवा लेना। नए लोगों पर भरोसा नहीं कर सकते हैं न। इसके बाद हमने गोलघर चौक से विजय चौक तक मालूम किया। सामने आया कि यहां कई दुकानों पर बैठे लोग यही काम कर रहे हैं, रबर के क्लोन फिंगर प्रिंट बनाकर दे रहे हैं, इसके कोई फिक्स रेट भी नहीं हैं। जनसेवा केंद्र पर काम कर गया क्लोन फिंगर प्रिंट
क्लोन फिंगर प्रिंट बनवाने के बाद भास्कर ऐप टीम एक जनसेवा केंद्र (CSC) पर पहुंची। हमने संचालक से कहा- हमें आधार कार्ड में नाम में करेक्शन करना है। संचालक ने कहा कि आपकी बॉयोमेट्रिक लगेगी। उसने एक मशीन हमारे सामने रख दी। हमने रबर स्टैंप पर बना क्लोन फिंगर से इम्प्रेशन लगा दिया। वह एक्सेप्ट हो गया। लिखकर आया- कैप्चर सक्सेस क्वालिटी, यानी क्लोन फिंगर का प्रिंट काम कर गया। यूपी में क्लोन फिंगर प्रिंट से हुए फ्रॉड केस… केस 1. 7 अप्रैल, 2025 : संभल
गिरोह ने आधार अपडेट पोर्टल खोलने के लिए असली ऑपरेटरों के फिंगरप्रिंट का क्लोन तैयार किया था। यह रबर के फर्जी फिंगरप्रिंट और मॉडिफाई की गई बायोमेट्रिक स्कैनिंग मशीनों के जरिए किया जा रहा था। इससे वे UIDAI जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट के जरिए आधार में जन्म तिथि, नाम, पते आदि में बड़े पैमाने पर बदलाव कर रहे थे। केस 2. 28 अप्रैल, 2023 : हापुड़
हापुड़ पुलिस ने 28 अप्रैल, 2023 को दो जालसाजों को गिरफ्तार किया था। यह गैंग फिंगर प्रिंट का क्लोन तैयार कर हापुड़ समेत गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, अमरोहा के करीब 200 लोगों के बैंक खातों से लाखों रुपए ट्रांसफर कर चुके थे। आरोपी ग्राहक सेवा केंद्र के जरिए ठगी को अंजाम देते थे। आरोपियों से 3100 रुपए, 35 फिंगर प्रिंट के क्लोन, 3 मोबाइल फोन और 3 फर्जी आधार कार्ड मिले थे। केस 3. 2022 : श्रावस्ती
श्रावस्ती में AEPS (Aadhaar Enabled Payment System) के जरिए खाता धारकों के फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर पैसा निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में दो अरेस्टिंग की गईं थीं। उनके पास से तीन मोबाइल, तीन हार्ड डिस्क, दो CPU, दो फिंगर प्रिन्ट स्कैनर मशीन, दो पेन ड्राइव, एक वेबकैम और एक वाईफाई राउटर बरामद हुआ था। केस 4. 23 जुलाई, 2021 : गोरखपुर
गोरखपुर क्राइम ब्रांच ने 11 जालसाज पकड़े। ये लोग रजिस्ट्री विभाग की वेबसाइट पर अपलोड दस्तावेज से फिंगर प्रिंट लिटमस पेपर पर प्रिंट करके उसकी नकल बनाते थे। फिर आधार नंबर की मदद से बैंक से रुपए ट्रांसफर कर लेते थे। इसके लिए ग्राहक सेवा केंद्र की मदद लेते थे। इन्होंने दिल्ली, नोएडा, सहारनपुर में भी फ्रॉड किया था। ये लोग पे-नियरबाय कंपनी पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल करते थे। पुलिस क्या कहती है… ………….. ये खबर भी पढ़ें… भास्कर इन्वेस्टिगेशन-यूपी में RTO ऑफिस पर दलालों का कब्जा:फीस से 5 गुना वसूली; दलालों से अफसर हर साल कमा रहे 3-4 करोड़ 24 मार्च, 2025 को झांसी में स्कूल बस पलट गई। हादसे में 15 स्टूडेंट्स गंभीर रूप से घायल हो गए। यूपी में बीते 3 महीने में स्कूल बसों के 6 बड़े हादसे हुए। इनमें 50 से ज्यादा बच्चे घायल हुए। इन हादसों में एक बात कॉमन थी कि ड्राइवर तेज रफ्तार से बस चला रहा था, कंट्रोल नहीं कर पाया। कुछ बसें खटारा थीं। ऐसे ड्राइवरों को हैवी ड्राइविंग लाइसेंस और खटारा बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट कैसे मिल जाता है? पढ़िए पूरी खबर ——————— यह खबर भी पढ़िए:- आगरा में दिनदहाड़े ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या:गन पॉइंट पर शोरूम लूटा, मालिक भिड़ा तो सीने पर गोली मारी, देखिए लुटेरों की पहली तस्वीर आगरा में लुटेरों ने ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक से दो युवक आए, शोरूम के अंदर घुसे। स्टाफ से पूछा- यहां का मालिक कहां है? इसके बाद बैग निकाला। शोरूम में काम कर रही महिला कर्मचारी को गन पॉइंट पर ले लिया। दुकान में रखी ज्वेलरी और पैसे भरे। बोले- मेरे नीचे जाने तक शांत रहना…वरना जान से मार दूंगा। लुटेरे जैसे ही सीढ़ी से नीचे उतरे, शोरूम मालिक आ गए और बदमाशों को पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर… गोरखपुर में खुलेआम फिंगर प्रिंट के क्लोन तैयार किए जा रहे हैं। फिंगर प्रिंट क्लोन का इस्तेमाल फर्जी बैंक ट्रांजैक्शन, सरकारी दस्तावेज बनवाने, राशन घोटाले और जमीनों की रजिस्ट्री में हो रहा है। इसकी कई शिकायतें भी सामने आ चुकी हैं। इसके खुलासे के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम ने उस नेटवर्क की तलाश शुरू की, जहां ये फिंगर प्रिंट क्लोन बन रहे हैं। कौन लोग हैं, जो इस क्लोन को बना रहे हैं? कैसे इसे तैयार किया जा रहा है? और कहां-कहां इनका इस्तेमाल हो रहा है। इन सवालों की तलाश में हमरा संपर्क एक एजेंट से हुआ। पढ़िए रिपोर्ट… एजेंट से काफी देर तक बातचीत करने के बाद हमने उससे कहा, ऑफिस में अटेंडेंस का इश्यू है। लेट होने से सैलरी कटती है, क्लोन फिंगर प्रिंट बनवाना है। एजेंट ने हमें गोलघर चौक के पास एक छोटी सी दुकान पर भेज दिया। यह जगह SSP आवास से सिर्फ 1 Km और CO कैंट के ऑफिस से 500 दूर है। यहां हमारी मुलाकात एक दुकानदार से हुई। सबसे पहले उससे सवाल-जवाब शुरू हुए। रिपोर्टर और जालसाज के बीच बातचीत… रिपोर्टर : मुझे नकली फिंगर प्रिंट बनवाना है। जालसाज : किसने भेजा है? नहीं हो पाएगा…। रिपोर्टर : अरे कुछ गलत नहीं करना है, बस ऑफिस में अटेंडेंस का मामला है। जालसाज : आजकल थोड़ी कड़ाई चल रही है, कोई नहीं बनाएगा। रिपोर्टर : किसी ने भेजा नहीं है, मेरा एक दोस्त यहीं से बनवाकर ले गया था, उसने बताया था। (जिस एजेंट ने दुकान पर भेजा था, उसका नाम बताया गया) जालसाज : (सोचते हुए) ठीक है, बन जाएगा। किसी से कहना नहीं…। रिपोर्टर : मेरा काम करवा दो, मैं क्यों किसी से कहने लगा? जालसाज : ठीक है, कागज पर अपनी अंगुलियों के निशान दे दो। रिपोर्टर : कितने दिन में मिलेगा? जालसाज : अरे, कल आकर ले जाना। रिपोर्टर : कितने पैसे देने होंगे? जालसाज : 1000 से 1500 रुपए का रेट चल रहा है, आप 900 रुपए दे देना। रिपोर्टर : कुछ कम कर दो भाई, 500 रुपए ले लो। जालसाज : इससे कम नहीं होगा, तीन बना दूंगा, फिर लगाते रहना अटेंडेंस…। रिपोर्टर : ठीक है…। जालसाज का दावा- कोई मशीन असली-नकली पकड़ नहीं सकती
जालसाज ने एक सादा कागज दिया। कहा कि जिस अंगुली का क्लोन बनवाना है, उसका निशान दे दो। इसके बाद हमारे हाथ की अंगुलियों के निशान एक सादे कागज पर लिए गए। जालसाज ने कहा- काम पूरा होगा, मगर पेमेंट एडवांस देना होगा। हमने 900 रुपए दे दिए। इस वक्त घड़ी में करीब 1 बज रहे थे। जालसाज ने कहा- कल शाम को 5 बजे आ जाना। तुम्हें क्लोन प्रिंट बनाकर दे देंगे। हमने पूछा- किसी मशीन में पकड़ तो नहीं जाएगा, जालसाज ने दावा किया कि यूपी में छोड़िए, पूरे इंडिया की कोई मशीन इसको पकड़ नहीं सकती। बैंक, स्कूल, रजिस्ट्री ऑफिस और किसी भी दस्तावेज में इसको लगा दोगे, कोई पकड़ नहीं पाएगा। उसने दावा किया किसी भी व्यक्ति का थंब इंप्रेशन ले आओगे, यहां फिंगर प्रिंट क्लोन तैयार हो जाएगा। अगले दिन : शाम 5.30 बजे 3 क्लोन फिंगर प्रिंट मिले, बोला- नए लोगों काे न भेजना
हम गोलघर की उस दुकान पर दोबारा पहुंचे। 24 घंटे के अंदर हमें रबर स्टैंप जैसा फिंगर प्रिंट क्लोन मिल गया। इसको बनाने में सिलिकॉन रबर का इस्तेमाल किया गया था। जालसाज ने एक कागज के पैकेट में 3 क्लोन फिंगर प्रिंट हमको दिए। हमसे कहा कि कोई पूछे, तो यहां का पता मत बताना। तुम खुद ही आकर बनवा लेना। नए लोगों पर भरोसा नहीं कर सकते हैं न। इसके बाद हमने गोलघर चौक से विजय चौक तक मालूम किया। सामने आया कि यहां कई दुकानों पर बैठे लोग यही काम कर रहे हैं, रबर के क्लोन फिंगर प्रिंट बनाकर दे रहे हैं, इसके कोई फिक्स रेट भी नहीं हैं। जनसेवा केंद्र पर काम कर गया क्लोन फिंगर प्रिंट
क्लोन फिंगर प्रिंट बनवाने के बाद भास्कर ऐप टीम एक जनसेवा केंद्र (CSC) पर पहुंची। हमने संचालक से कहा- हमें आधार कार्ड में नाम में करेक्शन करना है। संचालक ने कहा कि आपकी बॉयोमेट्रिक लगेगी। उसने एक मशीन हमारे सामने रख दी। हमने रबर स्टैंप पर बना क्लोन फिंगर से इम्प्रेशन लगा दिया। वह एक्सेप्ट हो गया। लिखकर आया- कैप्चर सक्सेस क्वालिटी, यानी क्लोन फिंगर का प्रिंट काम कर गया। यूपी में क्लोन फिंगर प्रिंट से हुए फ्रॉड केस… केस 1. 7 अप्रैल, 2025 : संभल
गिरोह ने आधार अपडेट पोर्टल खोलने के लिए असली ऑपरेटरों के फिंगरप्रिंट का क्लोन तैयार किया था। यह रबर के फर्जी फिंगरप्रिंट और मॉडिफाई की गई बायोमेट्रिक स्कैनिंग मशीनों के जरिए किया जा रहा था। इससे वे UIDAI जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट के जरिए आधार में जन्म तिथि, नाम, पते आदि में बड़े पैमाने पर बदलाव कर रहे थे। केस 2. 28 अप्रैल, 2023 : हापुड़
हापुड़ पुलिस ने 28 अप्रैल, 2023 को दो जालसाजों को गिरफ्तार किया था। यह गैंग फिंगर प्रिंट का क्लोन तैयार कर हापुड़ समेत गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, अमरोहा के करीब 200 लोगों के बैंक खातों से लाखों रुपए ट्रांसफर कर चुके थे। आरोपी ग्राहक सेवा केंद्र के जरिए ठगी को अंजाम देते थे। आरोपियों से 3100 रुपए, 35 फिंगर प्रिंट के क्लोन, 3 मोबाइल फोन और 3 फर्जी आधार कार्ड मिले थे। केस 3. 2022 : श्रावस्ती
श्रावस्ती में AEPS (Aadhaar Enabled Payment System) के जरिए खाता धारकों के फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर पैसा निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में दो अरेस्टिंग की गईं थीं। उनके पास से तीन मोबाइल, तीन हार्ड डिस्क, दो CPU, दो फिंगर प्रिन्ट स्कैनर मशीन, दो पेन ड्राइव, एक वेबकैम और एक वाईफाई राउटर बरामद हुआ था। केस 4. 23 जुलाई, 2021 : गोरखपुर
गोरखपुर क्राइम ब्रांच ने 11 जालसाज पकड़े। ये लोग रजिस्ट्री विभाग की वेबसाइट पर अपलोड दस्तावेज से फिंगर प्रिंट लिटमस पेपर पर प्रिंट करके उसकी नकल बनाते थे। फिर आधार नंबर की मदद से बैंक से रुपए ट्रांसफर कर लेते थे। इसके लिए ग्राहक सेवा केंद्र की मदद लेते थे। इन्होंने दिल्ली, नोएडा, सहारनपुर में भी फ्रॉड किया था। ये लोग पे-नियरबाय कंपनी पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल करते थे। पुलिस क्या कहती है… ………….. ये खबर भी पढ़ें… भास्कर इन्वेस्टिगेशन-यूपी में RTO ऑफिस पर दलालों का कब्जा:फीस से 5 गुना वसूली; दलालों से अफसर हर साल कमा रहे 3-4 करोड़ 24 मार्च, 2025 को झांसी में स्कूल बस पलट गई। हादसे में 15 स्टूडेंट्स गंभीर रूप से घायल हो गए। यूपी में बीते 3 महीने में स्कूल बसों के 6 बड़े हादसे हुए। इनमें 50 से ज्यादा बच्चे घायल हुए। इन हादसों में एक बात कॉमन थी कि ड्राइवर तेज रफ्तार से बस चला रहा था, कंट्रोल नहीं कर पाया। कुछ बसें खटारा थीं। ऐसे ड्राइवरों को हैवी ड्राइविंग लाइसेंस और खटारा बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट कैसे मिल जाता है? पढ़िए पूरी खबर ——————— यह खबर भी पढ़िए:- आगरा में दिनदहाड़े ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या:गन पॉइंट पर शोरूम लूटा, मालिक भिड़ा तो सीने पर गोली मारी, देखिए लुटेरों की पहली तस्वीर आगरा में लुटेरों ने ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक से दो युवक आए, शोरूम के अंदर घुसे। स्टाफ से पूछा- यहां का मालिक कहां है? इसके बाद बैग निकाला। शोरूम में काम कर रही महिला कर्मचारी को गन पॉइंट पर ले लिया। दुकान में रखी ज्वेलरी और पैसे भरे। बोले- मेरे नीचे जाने तक शांत रहना…वरना जान से मार दूंगा। लुटेरे जैसे ही सीढ़ी से नीचे उतरे, शोरूम मालिक आ गए और बदमाशों को पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर