यूपी की नदियां उफान पर हैं। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती समेत 12 जिलों के करीब 800 गांवों में बाढ़ के हालात हैं। 25 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। सबसे भयावह स्थिति पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में है। गांव के गांव डूब गए हैं। हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं। NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं। सीएम योगी ने गुरुवार को श्रावस्ती में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। लोगों को राहत सामग्री बांटी। शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में बाढ़ का पानी घुटनों तक भर गया। मरीजों को स्ट्रेचर से दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। बाराबंकी में सरयू नदी से सटे गांव जलमग्न हो गए हैं। घुटनों तक पानी भरा है, इसके चलते दूल्हे को नाव से बारात लेकर जाना पड़ा, फिर शादी की सारी रस्में निभाई गईं। महाराजगंज में भी दूल्हा नाव के जरिए दुल्हन को विदा कराकर घर लाया। प्रदेश के 45 जिलों में गुरुवार को 5 मिमी बारिश हुई। सबसे ज्यादा 38 मिमी बारिश वाराणसी रिकॉर्ड की गई। शुक्रवार को 44 जिलों में बारिश का अलर्ट है। सभी शहरों में बिजली गिरने की चेतावनी है। मौसम विभाग ने लोगों को सचेत रहने की सलाह दी। गुरुवार को फतेहपुर, चंदौली और बलिया में आकाशीय बिजली गिरने से 5 की मौत हो गई। 4 झुलसे हैं। बुधवार को बारिश-बाढ़ से जुड़े हादसों में 32 की जान गई थी। आगे कैसा रहेगा मौसम: 16 जुलाई तक बारिश होने की उम्मीद है। वेस्ट यूपी में कहीं-कहीं ही बारिश या बादल गरजने और बिजली चमकने का पूर्वानुमान है। 12 जुलाई को 59 जिलों में बारिश का अलर्ट है। यूपी की नदियां उफान पर हैं। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती समेत 12 जिलों के करीब 800 गांवों में बाढ़ के हालात हैं। 25 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। सबसे भयावह स्थिति पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में है। गांव के गांव डूब गए हैं। हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं। NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं। सीएम योगी ने गुरुवार को श्रावस्ती में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। लोगों को राहत सामग्री बांटी। शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में बाढ़ का पानी घुटनों तक भर गया। मरीजों को स्ट्रेचर से दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। बाराबंकी में सरयू नदी से सटे गांव जलमग्न हो गए हैं। घुटनों तक पानी भरा है, इसके चलते दूल्हे को नाव से बारात लेकर जाना पड़ा, फिर शादी की सारी रस्में निभाई गईं। महाराजगंज में भी दूल्हा नाव के जरिए दुल्हन को विदा कराकर घर लाया। प्रदेश के 45 जिलों में गुरुवार को 5 मिमी बारिश हुई। सबसे ज्यादा 38 मिमी बारिश वाराणसी रिकॉर्ड की गई। शुक्रवार को 44 जिलों में बारिश का अलर्ट है। सभी शहरों में बिजली गिरने की चेतावनी है। मौसम विभाग ने लोगों को सचेत रहने की सलाह दी। गुरुवार को फतेहपुर, चंदौली और बलिया में आकाशीय बिजली गिरने से 5 की मौत हो गई। 4 झुलसे हैं। बुधवार को बारिश-बाढ़ से जुड़े हादसों में 32 की जान गई थी। आगे कैसा रहेगा मौसम: 16 जुलाई तक बारिश होने की उम्मीद है। वेस्ट यूपी में कहीं-कहीं ही बारिश या बादल गरजने और बिजली चमकने का पूर्वानुमान है। 12 जुलाई को 59 जिलों में बारिश का अलर्ट है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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फतेहगढ़ साहिब में आंधी से बिजली का खंभा गिरा:नीचे दबने से एक व्यक्ति की मौत, लेट पहुंची एंबुलेंस, परिजनों ने जताया रोष पंजाब में फतेहगढ़ साहिब के सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास गत रात्रि आंधी में एक पेड़ बिजली के खंभे ऊपर गिरा। जिससे खंभा टूट गया और इसके नीचे एक व्यक्ति दब गया। इस शख्स की मौत हो गई। मृतक की पहचान 40 वर्षीय सतपाल कुमार के तौर पर हुई। मां की दवा लेने जा रहा था सतपाल
मृतक के भाई चरणजीत ने बताया कि गत रात्रि सतपाल मां की दवा लेने घर से बाहर गया था। इसी बीच आंधी चल पड़ी। पीपल का एक बड़ा पेड़ टूटकर बिजली के खंभे ऊपर गिरा और खंभा टूटकर सतपाल के ऊपर गिर गया। लोगों ने बड़ी मुश्किल से सतपाल को खंभे के नीचे से निकाला और फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल पहुंचाया। एंबुलेंस देरी से आने का आरोप
चरणजीत ने कहा कि घटना के बाद वे लगातार 108 पर फोन करते रहे लेकिन एंबुलेंस बहुत लेट आई। उसके भाई की मौत की वजह यह भी रही। जब उसके भाई को फतेहगढ़ साहिब से चंडीगढ़ रेफर किया गया तो वहां पहुंचने से पहले रास्ते में मौत हो गई। चरणजीत ने प्रशासन से मांग की कि एंबुलेंस को हादसे वाली जगह तुरंत पहुंचना यकीनी बनाया जाए।
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अकबरनगर में मंदिर और मदरसा टूटे:अधिकारियों ने फोटो-वीडियो बनाने से रोका; लोगों को भी हटाया अकबरनगर में ध्वस्तीकरण अभियान मंगलवार को तेजी कर दिया गया है। यहां पर बने मंदिर और मदरसा को भी तोड़ दिया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों को हटा दिया गया है। किसी को फोटो-वीडियो नहीं बनाने दिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मस्जिद को तोड़ने की कार्रवाई भी आज ही की जाएगी। मौके पर 27 बुलडोजर चल रहे हैं। एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी के साथ सभी आला अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मंगलवार रात तक अभियान खत्म होने की उम्मीद जताई जा रही है। आवास के लिए भटक रहे रहवासी अकबर नगर के कई ऐसे परिवार हैं जिनको अभी आवास नहीं मिल पाया है। वह आवास की आस में भटक रहे हैं। लेकिन एलडीए की तरफ से अब उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है। कई लोग किराए के मकान में शिफ्ट होने के लिए विवश हैं। आवास के लिए 1800 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। करीब 1100 से ज्यादा लोगों को आवास भी दिया जा चुका है। फेज 2 में बने मस्जिद और मदरसा भी आज ही टूट जाएगा। रात तक फेज दो का मस्जिद टूट जाएगा फेज एक के बाद अभियान फेज दो के चलेगा। हालांकि फेज दो में पहले ही सभी निर्माण तोड़ दिए गए हैं। यहां केवल मदरसा, मस्जिद और एक स्कूल बचा है। उसको भी आज ही तोड़ दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि उस समय भी मीडिया को इससे दूर रखा जाएगा। हालांकि पास से गुजर रहे ओवरब्रिज से अभियान पूरी तरह दिखता है। ऐसे में उसके लिए प्रशासन क्या करता है यह देखने लायक होगा। सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है रिवर फ्रंट कुकरैल नदी पर बनने वाला रिवर फ्रंट सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। ऐसे में कोई भी अधिकारी इस मामले में लापरवाही नहीं करना चाहता। अभी तक की प्लानिंग के हिसाब से बारिश के पानी को इकठ्ठा कर कुकरैल नदी में भरा जाएगा। शारदा नहर का पानी भी छोड़ा जाएगा। झील को नदी की 6 किलोमीटर लंबाई के साथ विकसित किया जाएगा। चकडैम बनेंगे ताकि पानी कम होने पर झील के जल का उपयोग किया जा सके। राज्य सरकार उस एजेंसी के साथ एक समझौता करेगी जो साबरमती रिवर फ्रंट के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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