शिमला जिले के रामपुर में एक सप्ताह से आ रहें डेंगू के मामलों को लेकर स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग, अग्रिशमन, जल शक्ति विभाग, व्यापार मंडल व नगर परिषद् के साथ बैठक कर एसडीएम निशांत तोमर ने डेंगू को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। एसडीएम ने कहा कि पूरे शहर को सैनेटाइज किया जा रहा है, ताकि शहर को साफ किया जा सके। डेंगू के 19 मामले आए सामने बीएमओ डा. आरके नेगी ने बताया कि रामपुर के खनेरी अस्पताल में डेंगू के 9 मामले आ चुके है। जबकि में आए है। ये मामले प्रारम्भिक तौर से डेंगू के मामले हो सकते है। लेकिन इसकी अंतिम पुष्टि तभी हो सकती है जब इन मरीजों की अन्य तरीके से किया गया टेस्ट भी पॉजिटिव आए। उन्होंने कहा कि जैसे ही उनके ध्यान में ये मामले आए, उन्होंने एहतियात के तौर पर लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। डा. नेगी ने कहा कि अभी जो मामले आए है उनमें अधिकतर मामले वार्ड नंबर 3 और जगातखाना, ब्रौ के है। ऐसे में इन इलाकों को चिह्नित कर अब आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नालियां में भरे पानी मे पनप रहे मच्छर उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार को पूरी तरह से सैनेटाइज करना जरूरी हो गया है। जिसमें शहर की नालियां व रूका हुआ पानी डेंगू मच्छर को पनपने का मुख्य स्त्रोत है। ऐसे में शहर की नालियों को साफ करना जरूरी हो गया है। जिसके लिए बैठक में एसडीएम ने नप प्रबंधन को ये दिशा निर्देश दिए कि वे नालियों को तुरंत साफ करें। इसके लिए अग्रिशमन विभाग की मदद ली जा सकती है। वहीं लोगों को घर घर जाकर जागरूक किया जा सकता है। इसके लिए आशा वर्कर्स की मदद ली जाएगी। वहीं जल शक्ति विभाग को ये निर्देश दिए गए कि वे अपनी सप्लाई वाली पाईपों को चेक करें कि कहीं लीकेज तो नहीं है। शिमला जिले के रामपुर में एक सप्ताह से आ रहें डेंगू के मामलों को लेकर स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग, अग्रिशमन, जल शक्ति विभाग, व्यापार मंडल व नगर परिषद् के साथ बैठक कर एसडीएम निशांत तोमर ने डेंगू को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। एसडीएम ने कहा कि पूरे शहर को सैनेटाइज किया जा रहा है, ताकि शहर को साफ किया जा सके। डेंगू के 19 मामले आए सामने बीएमओ डा. आरके नेगी ने बताया कि रामपुर के खनेरी अस्पताल में डेंगू के 9 मामले आ चुके है। जबकि में आए है। ये मामले प्रारम्भिक तौर से डेंगू के मामले हो सकते है। लेकिन इसकी अंतिम पुष्टि तभी हो सकती है जब इन मरीजों की अन्य तरीके से किया गया टेस्ट भी पॉजिटिव आए। उन्होंने कहा कि जैसे ही उनके ध्यान में ये मामले आए, उन्होंने एहतियात के तौर पर लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। डा. नेगी ने कहा कि अभी जो मामले आए है उनमें अधिकतर मामले वार्ड नंबर 3 और जगातखाना, ब्रौ के है। ऐसे में इन इलाकों को चिह्नित कर अब आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नालियां में भरे पानी मे पनप रहे मच्छर उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार को पूरी तरह से सैनेटाइज करना जरूरी हो गया है। जिसमें शहर की नालियां व रूका हुआ पानी डेंगू मच्छर को पनपने का मुख्य स्त्रोत है। ऐसे में शहर की नालियों को साफ करना जरूरी हो गया है। जिसके लिए बैठक में एसडीएम ने नप प्रबंधन को ये दिशा निर्देश दिए कि वे नालियों को तुरंत साफ करें। इसके लिए अग्रिशमन विभाग की मदद ली जा सकती है। वहीं लोगों को घर घर जाकर जागरूक किया जा सकता है। इसके लिए आशा वर्कर्स की मदद ली जाएगी। वहीं जल शक्ति विभाग को ये निर्देश दिए गए कि वे अपनी सप्लाई वाली पाईपों को चेक करें कि कहीं लीकेज तो नहीं है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में अगले चार दिन बारिश के आसार:आज 5 जिलों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट; 11 शहरों का पारा 40 डिग्री पार
हिमाचल में अगले चार दिन बारिश के आसार:आज 5 जिलों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट; 11 शहरों का पारा 40 डिग्री पार हिमाचल प्रदेश में आज पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अगले तीन-चार दिन तक पहाड़ों पर बारिश के आसार है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 19 और 20 जून को राहत की फुहार बरस सकती है। कुछेक स्थानों पर आज भी बारिश का पूर्वानुमान है। इससे प्रदेशवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, 21 जून को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। प्रदेश के ज्यादातर शहरों में अभी तापमान नॉर्मल से 9 डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। नाहन के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 8.6 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया। इससे नाहन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जो कि पिछले 29 साल में सर्वाधिक है। यहां देखे किस शहर में नॉर्मल से कितना ज्यादा तापमान पहली बार 11 शहरों का पारा एक साथ 40 डिग्री पार पहाड़ों पर तापमान में अत्यधिक बढ़ोतरी के कारण लोग बेहाल है और घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है। प्रदेश के 11 शहरों का 40 डिग्री या इससे अधिक हो गया है। यह पहली बार हुआ है जब प्रदेश के इतने शहरों में एक साथ तापमान 40 डिग्री पार गया है। आज भी 5 जिलों में हीटवेव का अलर्ट बेशक, बारिश का पूर्वानुमान है। मगर आज के लिए भी मौसम विभाग ने 5 जिलों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। यह अलर्ट ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और सिरमौर जिला को दिया गया। कांगड़ा, कुल्लू, सोलन और शिमला के कुछेक स्थानों पर हीटवेव का येलो अलर्ट दिया गया है। हिमाचल के 11 शहरों का पारा 40 डिग्री पार मौसम विभाग की एडवाइजरी मौसम विभाग ने हीटवेव के अलर्ट को देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। लोगों को खासकर दिन के वक्त घरों से बाहर नहीं निकलने और खान-पान में एहतियात बरतने को कहा गया है। हीटवेव से बचने को क्या सावधानी बरतें
हिमाचल आपदा की कहानी पीड़ितों की जुबानी:महिला बोली- पूरा गांव बह गया, अब मैं अकेले कैसे जीऊंगी; कहा- न घर बचा न घरवाले
हिमाचल आपदा की कहानी पीड़ितों की जुबानी:महिला बोली- पूरा गांव बह गया, अब मैं अकेले कैसे जीऊंगी; कहा- न घर बचा न घरवाले मैं अब कैसे जीऊंगी…? पूरा गांव श्मशान बन गया…। गांव में अब अकेला मेरा घर बचा है…। यह शब्द शिमला जिले के रामपुर के समेज गांव की अनीता के हैं। अनीता ने बुधवार आधी रात की आपबीती सुनाते हुए बताया कि उनके परिवार ने भागकर जान जरूर बचाई है, लेकिन अब परिवार अकेले बचा है। वे कैसे रहेंगे? अनीता कह रही हैं कि भगवान यह आपने क्या कर दिया? गांव को श्मशान बना दिया। मुझे भी गांव वालों के साथ ले चलते। मैं गांव वालों के बगैर कैसे जीऊं? अनीता ने बताया कि रात में अचानक से उनका घर हिला। वह जिस बिस्तर पर सोई थीं, वह भी हिल गया। फिर जोर-जोर से आवाजें आईं। जब बाहर निकलकर देखा तो तबाही मची हुई थी। इसी दौरान गांव के कुछ लोग उनके घर की ओर आए। उन्होंने हांफते हुए बताया कि बाढ़ आई है। इसके बाद उनके परिवार के सदस्य रात में घर छोड़कर थोड़ी ऊंचाई पर स्थित भगवती माता के मंदिर में भागे। वहां पर उन्होंने पूरी रात काटी। उनके साथ गांव के ही 10-12 लोग भी मंदिर में थे। अनीता का कहना है कि उनका घर ऊंचाई पर था, इसलिए वे लोग बच गए। अनीता ने बताया कि उनके घर में 5 सदस्य हैं। बाढ़ के समय घर में 4 लोग मौजूद थे। उनके मवेशी भी सुरक्षित हैं, लेकिन उनके पड़ोसी इस बाढ़ में बह गए। अनीता की तरह गांव में दूसरे लोग भी नम आंखों से अपनों को तलाश रहे हैं। सबकी नजरें समेज खड्ड पर टिकी हुई है। उम्मीद है कि उनके अपने सुरक्षित मिल जाएंगे। 2 मिनट भी लेट होते तो नहीं बचते: कुलविंदरा
गांव की कुलविंदरा बताती हैं कि रात 12 बजे बादल फटने की सूचना मिली। इसके बाद दोनों पति-पत्नी बाहर भागे। यदि 2 मिनट लेट हो जाते तो बचना मुश्किल हो जाता। उन्होंने बताया कि समेज गांव में 8 से 10 मकान बहे हैं। रात में तबाही देखते हुए वह गांव से काफी ऊंचाई पर स्थित मंदिर पहुंचे। सुबह 5 बजे वापस नीचे गांव गए तो पूरे गांव का नामोनिशान तक मिट गया था। उन्होंने बताया कि लोगों के साथ-साथ गाय भी बाढ़ में बही हैं। न घर बचा न घर वाले
बाढ़ से पीड़ित एक व्यक्ति ने बताया कि उनके परिवार के करीब 15 सदस्य लापता हैं। उनकी बेटी और बेटी के 2 बच्चों का भी कुछ अता-पता नहीं है। बच्चों में एक बेटा (4) और बेटी (7) थे। ये दोनों DPS में पढ़ते थे। इनसे उनकी लास्ट टाइम करीब 4 दिन पहले बात हुई थी। उन्होंने बताया कि वह सरकारी नौकरी से रिटायर हैं, और घटना के समय रामपुर में थे। उन्हें रात करीब 2 बजे सूचना मिली। इसके बाद वह करीब 4 बजे यहां पहुंचे तो देखा कि न घर है और न ही घर वाले। यहां का मंजर देखकर वह दंग रह गए। आधी रात में भागकर बचाई जान
प्रत्यक्षदर्शी आशीष ने बताया कि रात करीब 12 बजे जोर-जोर से आवाजें आने लगीं। उन्होंने बाहर निकलकर देखा तो 5 मिनट में ही गांव के पुल तक पानी भर आया। देखते ही देखते उनकी आंखों के सामने कुछ परिवार बह गए। उन्होंने बताया कि सामने ग्रीनको कंपनी के कर्मचारियों के लिए गेस्ट हाउस था। उन्हें पहले पता लग गया था। कंपनी के कुछ कर्मचारी दूसरे लोगों को बचाने के चक्कर में खुद बाढ़ में बह गए। गांव के लोग भगवान बनकर आए
समेज स्कूल के चौकीदार दयानंद (41) ने बताया कि वह स्कूल में काफी देर तक फंसे रहे। स्कूल के एक टीचर ने DPI को आधी रात में फोन किया। इसके बाद DPI के कहने पर गांव के लोगों ने खिड़की व शीशे तोड़कर दयानंद को स्कूल से बाहर निकाला, क्योंकि निचली मंजिल का दरवाजा मलबे में दब गया था। सुरक्षित निकाले गए दयानंद कहते हैं कि गांव के लोग उनके के लिए भगवान बनकर आए। ग्रीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की अकाउंटेंट बच्चों समेत मलबे में दफन
रामपुर के कांदरी निवासी जय सिंह का हंसता-खेलता परिवार भी समेज के सैलाब में उजड़ गया है। जय सिंह की पत्नी कल्पना (34), बेटी अक्षिता (7) और बेटा अद्विक (4) मलबे में दफन हो गए। अब जय सिंह बार-बार बेसुध हो रहे हैं। जय सिंह के भाई कुशाल सुनैल ने बताया कि भाभी कल्पना ग्रीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में अकाउंटेंट थीं। खड्ड के डर से उन्होंने झाखड़ी के रत्नपुर के लिए अपना ट्रांसफर करवा लिया था। बाढ़ वाले दिन ही उन्हें अपना सामान शिफ्ट करना था। लेकिन, कुदरत ने उन्हें समेज छोड़ने ही नहीं दिया। एक हफ्ते तक घर में बच्चों ने की मौज मस्ती
कुशाल ने बताया कि अक्षिता और अद्विक को स्कूल से एक सप्ताह की मानसून ब्रेक थी। इसलिए, दोनों बच्चे एक हफ्ते तक कांदरी में मस्ती करते रहे। बीते मंगलवार को दोनों बच्चे भाभी के साथ समेज गए। बुधवार रात को हादसा हुआ। हादसे वाले दिन जय सिंह समेज में नहीं थे। इस वजह से उनकी जान बच गई। गोपाल का घर बहने से 12 दबे
जय सिंह और उनकी पत्नी कल्पना दोनों बच्चों के साथ समेज में गोपाल के 3 मंजिला मकान में किराए पर रहते थे। इसी बिल्डिंग के टॉप-फ्लोर पर उनका क्वार्टर था और इसी में निचले फ्लोर पर कंपनी का दफ्तर भी चल रहा था। गोपाल की ही बिल्डिंग ढहने से कुल 12 लोगों की मौत हो गई है। इसमें जय सिंह की पत्नी, 2 बच्चों के अलावा गोपाल की पत्नी शिक्षा (37), बेटी जिया (15) और ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट के 7 कर्मचारियों की भी मौत हुई है। कंपनी के कर्मचारी भी इसी बिल्डिंग में रहते थे। 36 लोगों का 48 घंटे बाद भी सुराग नहीं
समेज हादसे में कुल मिलाकर 36 लोग लापता है। 48 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी किसी का सुराग नहीं लग पाया है। माना जा रहा है कि खड्ड में अत्यधिक पानी की वजह से लोग दूर तक बह गए हों। यही वजह है कि जिला प्रशासन ने समेज से लेकर शिमला के सुन्नी तत्तापानी तक सर्च ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड भाजपा के एक नेता को शिमला पुलिस ने बुलाया:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस; आशीष और राकेश के दो सहयोगी भी बुलाए
उत्तराखंड भाजपा के एक नेता को शिमला पुलिस ने बुलाया:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस; आशीष और राकेश के दो सहयोगी भी बुलाए हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से संबंधित केस में शिमला पुलिस ने आज उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता को बालूगंज थाने बुलाया है। बीजेपी नेता के साथ साथ पूर्व विधायक आशीष शर्मा और रिटायर IAS राकेश शर्मा, इन दोनों के एसोसिएट दो व्यक्तियों को भी शिमला पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया है। इस हाई प्रोफाइल केस में शिमला पुलिस उन लोगों के नाम बताते से कतरा रही है, जिन्हें जांच में शामिल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड भाजपा के बड़े नेता ने हिमाचल में राज्यसभा प्रकरण के बाद बागी विधायकों के ठहरने व खाने-पीने का इंतजाम ऋषिकेष में कराया था। इनके बिलों का भुगतान भाजपा नेता के कहने पर किया गया। इसी वजह से भाजपा नेता को आज पुलिस ने बुलाया है। आशीष शर्मा और राकेश शर्मा के दो सहयोगियों को भी बागी विधायकों के ठहरने के लिए इंतजामों की वजह से थाने तलब किया है। इसी मामले में पिछले कल हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी भी शिमला पुलिस के सामने पेश हो चुके हैं। पुलिस ने उनसे करीब पौने घंटे तक पूछताछ की है। वहीं हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व एमएलए चैतन्य शर्मा को भी पिछले कल इसी केस में बुलाया गया था। मगर दोनों हाजिर नहीं हुए। इन्हें बीते 13 जून को भी पुलिस के सामने हाजिर होने को कहा गया था। तब भी नहीं आए। पुलिस अब इन्हें एक बार फिर से तलब करेंगी और पूछताछ करेगी। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई। यह मामला आशीष शर्मा और आईएएस राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप है कि इन दोनों ने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें उत्तराखंड का भाजपा नेता, तरुण भंडारी सहित चार-पांच अन्य नाम शामिल है। इसलिए पुलिस इनसे एक-एक कर पूछताछ कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेष से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है।