राम जानकी मार्ग पर बनेंगे नए रेगुलेटर:खड़ेसरी से पटना के बीच 11 और सीधेगौर-पटना के बीच 3 कलवर्ट, बाढ़ से मिलेगी सुरक्षा

राम जानकी मार्ग पर बनेंगे नए रेगुलेटर:खड़ेसरी से पटना के बीच 11 और सीधेगौर-पटना के बीच 3 कलवर्ट, बाढ़ से मिलेगी सुरक्षा

चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने राम जानकी मार्ग के उच्चीकरण और चौड़ीकरण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने एनएचआई, सिंचाई विभाग और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ मौके का जायजा लिया। एनएचआई के अधिकारियों ने बताया कि खड़ेसरी से पटना गांव के बीच 16 किलोमीटर सड़क पर 11 कलवर्ट बनाए जाएंगे। प्रत्येक कलवर्ट 2 मीटर चौड़ा और 2 मीटर ऊंचा होगा। सिंचाई विभाग और ग्रामीणों ने आशंका जताई कि इससे आच्छीडीह सरया तटबंध को खतरा हो सकता है। विधायक त्रिपाठी ने इस मामले में भारत सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अवगत कराया। उन्होंने स्थानीय परिस्थितियों को समझे बिना डीपीआर तैयार करने के लिए अधिकारियों को फटकार लगाई। विधायक ने बताया कि राम जानकी मार्ग बाढ़ से बचाव के लिए बना है और अब तक इस पर कोई पुलिया नहीं थी। सीधेगौर और पटना के बीच 3 कलवर्ट बनाए जाएंगे। इनसे सरयू और राप्ती के जल को नियंत्रित किया जा सकेगा। विधायक ने कार्यदायी संस्था को मार्ग पर पानी के कम छिड़काव पर भी फटकार लगाई। अधिकारियों ने धूल नियंत्रण के लिए 5 टैंकर लगाने का आश्वासन दिया है। चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने राम जानकी मार्ग के उच्चीकरण और चौड़ीकरण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने एनएचआई, सिंचाई विभाग और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ मौके का जायजा लिया। एनएचआई के अधिकारियों ने बताया कि खड़ेसरी से पटना गांव के बीच 16 किलोमीटर सड़क पर 11 कलवर्ट बनाए जाएंगे। प्रत्येक कलवर्ट 2 मीटर चौड़ा और 2 मीटर ऊंचा होगा। सिंचाई विभाग और ग्रामीणों ने आशंका जताई कि इससे आच्छीडीह सरया तटबंध को खतरा हो सकता है। विधायक त्रिपाठी ने इस मामले में भारत सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अवगत कराया। उन्होंने स्थानीय परिस्थितियों को समझे बिना डीपीआर तैयार करने के लिए अधिकारियों को फटकार लगाई। विधायक ने बताया कि राम जानकी मार्ग बाढ़ से बचाव के लिए बना है और अब तक इस पर कोई पुलिया नहीं थी। सीधेगौर और पटना के बीच 3 कलवर्ट बनाए जाएंगे। इनसे सरयू और राप्ती के जल को नियंत्रित किया जा सकेगा। विधायक ने कार्यदायी संस्था को मार्ग पर पानी के कम छिड़काव पर भी फटकार लगाई। अधिकारियों ने धूल नियंत्रण के लिए 5 टैंकर लगाने का आश्वासन दिया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर