भास्कर न्यूज | रोहतक जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में रोहतक रिटायर्ड कर्मचारी कांग्रेस सेल की 31 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। विधायक भारत भूषण बतरा, हरियाणा रिटायर्ड कर्मचारी कांग्रेस सेल के अध्यक्ष महावीर मलिक, प्रदेश महासचिव मेहर सिंह नैन, निर्मल बल्हारा, मेहर सिंह टाइगर,ओम सिंह और दयापाल की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी सदस्यों की ड्यूटी लगाई गयी। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर कांग्रेस पार्टी की नीतियों का प्रचार करें। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी और पेंशनर्स की सभी मांगों को पूरा किया जाएगा। कांग्रेस सेल के अध्यक्ष ने कहा कि जिला स्तर पर कमेटियों का गठन करके ब्लाक स्तर और बूथ वाइज पर भी अपनी कमेटियों का गठन करके पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र पाने वालों में जिला प्रधान राजेंद्र फोगाट ,देवी सिंह देशवाल, उप प्रधान सतबीर मकडौली, प्रदीप कुमार, शमशेर सिवाच ,रामफल, मीडिया कोऑर्डिनेटर वीरेंद्र शर्मा, जिला महासचिव जगबीर पावरिया, दिलबाग सिंह रूहिल,जिला सचिव राज ऋषि,कृष्ण पहलवान, नरेश ढाका, सहदेव सिंह कर्मवीर बड़क, धर्मवीर राठी, वेद प्रकाश, वेदपाल, आनंद स्वरूप, सतवीर सिंह पहल, राजवीर बड़क, राजपाल, रामनयन, रामफल सिंह ,ओम सिंह, रामफल दलाल, सविता, मुन्नी, मिनी जगत सिंह हुड्डा, धर्मपाल हुड्डा, हरि देव राणा, कंवल सिंह राजन, हल्का प्रधान रामकिशन हुड्डा, बलबीर सिंह और मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉ. रमेश शामिल रहे। भास्कर न्यूज | रोहतक जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में रोहतक रिटायर्ड कर्मचारी कांग्रेस सेल की 31 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। विधायक भारत भूषण बतरा, हरियाणा रिटायर्ड कर्मचारी कांग्रेस सेल के अध्यक्ष महावीर मलिक, प्रदेश महासचिव मेहर सिंह नैन, निर्मल बल्हारा, मेहर सिंह टाइगर,ओम सिंह और दयापाल की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी सदस्यों की ड्यूटी लगाई गयी। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर कांग्रेस पार्टी की नीतियों का प्रचार करें। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी और पेंशनर्स की सभी मांगों को पूरा किया जाएगा। कांग्रेस सेल के अध्यक्ष ने कहा कि जिला स्तर पर कमेटियों का गठन करके ब्लाक स्तर और बूथ वाइज पर भी अपनी कमेटियों का गठन करके पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र पाने वालों में जिला प्रधान राजेंद्र फोगाट ,देवी सिंह देशवाल, उप प्रधान सतबीर मकडौली, प्रदीप कुमार, शमशेर सिवाच ,रामफल, मीडिया कोऑर्डिनेटर वीरेंद्र शर्मा, जिला महासचिव जगबीर पावरिया, दिलबाग सिंह रूहिल,जिला सचिव राज ऋषि,कृष्ण पहलवान, नरेश ढाका, सहदेव सिंह कर्मवीर बड़क, धर्मवीर राठी, वेद प्रकाश, वेदपाल, आनंद स्वरूप, सतवीर सिंह पहल, राजवीर बड़क, राजपाल, रामनयन, रामफल सिंह ,ओम सिंह, रामफल दलाल, सविता, मुन्नी, मिनी जगत सिंह हुड्डा, धर्मपाल हुड्डा, हरि देव राणा, कंवल सिंह राजन, हल्का प्रधान रामकिशन हुड्डा, बलबीर सिंह और मीडिया कोऑर्डिनेटर डॉ. रमेश शामिल रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चौटाला के मंत्री बने रहने पर विवाद:निर्दलीय MLA के तौर पर शपथ, अब विधायकी से इस्तीफा दे चुके, फिर भी मंत्रीपद बरकरार
हरियाणा में चौटाला के मंत्री बने रहने पर विवाद:निर्दलीय MLA के तौर पर शपथ, अब विधायकी से इस्तीफा दे चुके, फिर भी मंत्रीपद बरकरार हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला की मुख्यमंत्री नायब सैनी की कैबिनेट में नियुक्ति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वह 12 मार्च को निर्दलीय विधायक के रूप में सरकार में शामिल हुए थे। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए। 24 मार्च को उन्होंने रानियां विधानसभा की सीट से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में अब उन्हें कैबिनेट में शामिल होने के लिए दोबारा मंत्री की शपथ लेनी होगी। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए इसकी शिकायत राष्ट्रपति से भी की है। जहां से हरियाणा के मुख्य सचिव को लेटर भेजकर इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही कर इसकी सूचना शिकायतकर्ता को भेजने को कहा गया है। रणजीत चौटाला को भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट जयप्रकाश ने हरा दिया। यहां पढ़िए कब क्या हुआ…
हरियाणा में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में गठित भाजपा की नई सरकार 12 जून को अपने 3 माह का कार्यकाल पूरा कर चुकी है। 12 मार्च को मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ शपथ लेने वाले 5 कैबिनेट मंत्रियों में रणजीत सिंह भी शामिल थे, जो तब सिरसा जिले की रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक थे। 22 मार्च को रणजीत को ऊर्जा और जेल विभाग आबंटित किए गए। हालांकि वह पिछली मनोहर लाल खट्टर सरकार में भी इन विभागों के मंत्री रह चुके थे। इसके बाद 24 मार्च की शाम रणजीत सिंह भाजपा में शामिल हो गए। जिसके कुछ समय बाद ही उन्हें हिसार लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। जिस कारण रणजीत ने उसी दिन विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया। इसलिए रणजीत चौटाला ने दिया इस्तीफा
चूंकि निर्दलीय विधायक रहते हुए कोई भी किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो सकता। यदि वह ऐसा करता है तो उसे दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत विधानसभा सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। हालांकि विधायक पद से त्यागपत्र के साथ रणजीत ने प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्रीपद ने अपना इस्तीफा नहीं दिया। रानियां विधानसभा सीट से विधायक पद से त्यागपत्र देने के बाद स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने उसे स्वीकार कर लिया। क्यों उठ रहे नियुक्ति पर सवाल
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने 2 मई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और हरियाणा गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को लेटर लिखकर उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाए थे। लेटर में लिखा कि रणजीत सिंह 12 मार्च को वर्तमान 14वीं हरियाणा विधानसभा के सदस्य (विधायक) थे। इस दिन उन्होंने सीएम नायब सैनी के साथ मंत्रीपद के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके बाद 24 मार्च 2024 से विधायक के रूप में उनका इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद अब वह पूर्व विधायक या दूसरे शब्दों में एक गैर-विधायक हो गए हैं। मंत्री बने रहने के लिए लेनी होगी दोबारा शपथ
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164(4) के अनुसार गैर- विधायक के तौर पर अधिकतम 6 माह तक मंत्रीपद पर तो रह सकते हैं, लेकिन उसके लिए उन्हें हरियाणा के राज्यपाल द्वारा मंत्री के रूप में नए सिरे से पद एवं गोपनीयता की शपथ लेनी होगी। क्योंकि 24 मार्च 2024 से वे गैर-विधायक हैं। टेक्निकल सवाल यह भी है कि जब उन्होंने मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी तब वह निर्दलीय विधायक थे, लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो चुके हैं, इसलिए गैर-विधायक होने के नाते मंत्री के रूप में उनका नया कार्यकाल माना जाएगा। कानूनी जानकारों का क्या कहना है?
राष्ट्रपति सचिवालय के अंडर सेक्रेटरी द्वारा 9 मई को इस विषय पर हरियाणा के मुख्य सचिव को लिखकर मामले में आवश्यक कार्यवाही करने एवं उसकी सूचना याचिकाकर्ता को देने बारे कहा गया था, हालांकि अभी तक हेमंत को हरियाणा सरकार से कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ है। हेमंत का कहना है कि जब भी केंद्र सरकार या राज्य सरकार में नियुक्त किसी मंत्री का निर्वाचन (सांसद या विधायक के रूप में, जैसा भी मामला हो) संबंधित उच्च न्यायालय या भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रद्द या अमान्य घोषित कर दिया जाता है तो ऐसे सांसद या विधायक को तत्काल केंद्र सरकार या राज्य सरकार में मंत्रीपद से इस्तीफा देना होता है। वह व्यक्ति यह तर्क नहीं दे सकता कि गैर-सांसद या गैर-विधायक के रूप में भी, वह सांसद या विधायक के रूप में अपने अयोग्य होने की तिथि से अधिकतम छह महीने तक केंद्र या राज्य सरकार में मंत्री के रूप में बना रह सकता है।
हरियाणा पुलिस की छुट्टियों पर 2 महीने रोक:3 नए कानून लागू हो रहे; DGP शत्रुजीत का आदेश- इमरजेंसी हो तभी छुट्टी मांगें
हरियाणा पुलिस की छुट्टियों पर 2 महीने रोक:3 नए कानून लागू हो रहे; DGP शत्रुजीत का आदेश- इमरजेंसी हो तभी छुट्टी मांगें हरियाणा पुलिस डिपार्टमेंट में छुटि्टयों पर रोक लगा दी गई है। पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने इसे लेकर ऑर्डर जारी कर दिए हैं। ऑर्डर में कहा गया है कि जून और जुलाई के लिए यह रोक रहेगी। दरअसल, जिलों में तैनात IPS अधिकारियों और सुपरवाइजरी ऑफिसर्स की ओर से छुट्टी के लिए लगातार एप्लिकेशन पुलिस मुख्यालय भेजी जा रही हैं। चूंकि, केंद्र के 3 नए कानून सूबे में 1 जुलाई से लागू हो रहे हैं, तो राज्य पुलिस ने अधिकारियों से 31 जुलाई तक इमरजेंसी को छोड़कर छुट्टी न मांगने का आग्रह किया है। इसलिए जारी किए गए ऑर्डर
राज्य पुलिस प्रमुख DGP शत्रुजीत कपूर ने औपनिवेशिक युग के भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 की जगह लेने वाले 3 नए आपराधिक कानूनों के मद्देनजर अधिकारियों की छुट्टी पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो 1 जुलाई से देश में लागू होने जा रहे हैं। राज्य पुलिस ने यह उपाय यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए कई अप्रत्याशित समस्याएं जो सामने आ सकती हैं, उन्हें हल करने के लिए पर्यवेक्षी अधिकारी ऑफिस और फील्ड में मौजूद रहें। यहां देखिए ऑर्डर… ऑर्डर के बाद भी 8 IPS लीव पर गए
DGP ने भले ही हरियाणा पुलिस डिपार्टमेंट में लीव पर ब्रेक लगा दिया है, लेकिन सूबे के 8 IPS ऐसे भी हैं, जो अभी लीव पर चल रहे हैं। इनमें पुलिस कमिश्नर, IGP, जिलों के SP तक शामिल हैं। IPS ऑफिसर कमांडेंट विनोद कुमार 30 अक्टूबर तक छुट्टी पर चल रहे हैं। इसके अलावा IPS ऑफिसर AIG कमलदीप गोयल 30 जून तक छुट्टी पर हैं। IPS वीरेंद्र कुमार और SP कैथल उपासना 23 जून यानी कल तक छुट्टी पर हैं। IGP हरदीप सिंह दून 25 तक छुट्टी पर रहेंगे। सोनीपत और झज्जर के पुलिस कमिश्नर बी सतीश बालन 24 तक लीव हैं। CID के IGP मनीष चौधरी 30 जून तक अवकाश पर हैं। ADGP अमिताभ ढिल्लन 7 जुलाई तक के लिए छुट्टी पर हैं। यहां पढ़िए छुट्टी पर गए ऑफिसर्स की लिस्ट…
करनाल में पुलिसकर्मी पर चढ़ाई गाड़ी:हालत गंभीर, आरोपी गिरफ्तार, SP ने अस्पताल पहुंचकर जाना हालचाल
करनाल में पुलिसकर्मी पर चढ़ाई गाड़ी:हालत गंभीर, आरोपी गिरफ्तार, SP ने अस्पताल पहुंचकर जाना हालचाल हरियाणा में करनाल के रामनगर क्षेत्र में काछवा नहर पुल के पास एक क्रेटा गाड़ी ने फिल्मी स्टाइल में पुलिसकर्मी को टक्कर मार दी। पुलिसकर्मी गाड़ी के बोनट पर जा गिरा और बाद में सड़क पर गिरने से घायल हो गया।पुलिसकर्मी ने क्रेटा चालक को रूकने का इशारा किया था। हादसे में घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने एक्शन लेते हुए रविवार देर शाम को कार सवार दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। एक्शन सीन की तरह टक्कर पुलिस ने रविवार रात रामनगर क्षेत्र में काछवा नहर पुल के पास नाका लगाया हुआ था। सुबह करीब 3:30 बजे एक संदिग्ध क्रेटा कार आई। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मनोज ने चालक को गाड़ी रोकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने गाड़ी न रोकते हुए फिल्मी स्टाइल में सिपाही मनोज को टक्कर मार दी। मनोज बोनट पर तो गिरा ही और उसके बाद वह सड़क पर जा गिरा। आरोपी क्रेटा चालक मौके से फरार हो गया। गनीमत रही कि जहां पर मनोज गिरा, वहां पीछे से कोई वाहन नहीं आ रहा था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। मनोज गंभीर रूप से घायल हो चुका था और चोटों की वजह से कराह रहा था। अन्य साथी पुलिसकर्मियों ने उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। पुलिस कप्तान ने की घायल पुलिसकर्मी से मुलाकात घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा घायल सिपाही मनोज से मिलने मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने मनोज को ढांढस बंधाया और डॉक्टरों से बात कर बेस्ट इलाज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने मनोज के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें बताया कि मनोज अब खतरे से बाहर है। आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस कप्तान मोहित हांडा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए रामनगर थाना प्रबंधक को आदेश दिए कि वे अपने क्षेत्र में सर्च अभियान चलाकर गाड़ी और आरोपी चालक की तलाश करें। पुलिस ने सभी पेट्रोलिंग बूथों को सूचित किया और साहस दिखाते हुए क्रेटा कार चालक और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। अपराध पर नकेल एसपी मोहित हांडा ने बताया कि जिले में अपराध नियंत्रण के दृष्टिकोण से रात में जगह-जगह नाके लगाए जाते हैं। इस घटना में सिपाही मनोज पर जानलेवा हमला हुआ है, लेकिन पुलिस की तत्परता से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने सिपाही मनोज और उनकी टीम की सराहना की और आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।