रेवाड़ी में देर रात तेज बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी सरसों की फसल के अलावा अन्य फसल भी बर्बाद हो गई है। किसान सुबह पहले ही अपने खेतों में दौड़ पड़े। किसानों की प्रदेश सरकार से गुजारिश जल्द बर्बाद हुई फसल की गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए। ओलावर्ष्टि के साथ चली तेज हवाओं के कारण सैकड़ों पेड़ टूटकर भी गिरे हैं। 12 घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी एक किसान के घर में अब भी ओले की बर्फ भी जमा हुआ है। दोपहर 2 बजे तक रात को हुई ओलावर्ष्टि से जमी बर्फ पिघली नहीं और दिल्ली रेवाड़ी हाईवे पर तेज हवाओं के कारण कई पुराने पेड़ टूटकर गिर गए। किसानों ने बताया कि देर रात को तेज आंधी और हवाओं के साथ जमकर ओलावर्ष्टि हुई, जिसके चलते इनकी खेतों में खड़ी 90 फीसदी से अधिक सरसों की फसल जड़ सहित बर्बाद हो गई। उन्होंने कहा कि दक्षिण हरियाणा में मुख्य रूप से सरसों और गेहूं की। दो ही फसलों की पैदावार होती है जिन पर किसान के परिवार की साल भर की रोजी रोटी निर्भर करती है। रेवाड़ी के बावल क्षेत्र में ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का जायजा लेने के लिए खेत में पहुंचे बावल विधायक डॉक्टर कृष्ण कुमार, विधायक ने कहा कि किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। रेवाड़ी में देर रात तेज बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी सरसों की फसल के अलावा अन्य फसल भी बर्बाद हो गई है। किसान सुबह पहले ही अपने खेतों में दौड़ पड़े। किसानों की प्रदेश सरकार से गुजारिश जल्द बर्बाद हुई फसल की गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए। ओलावर्ष्टि के साथ चली तेज हवाओं के कारण सैकड़ों पेड़ टूटकर भी गिरे हैं। 12 घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी एक किसान के घर में अब भी ओले की बर्फ भी जमा हुआ है। दोपहर 2 बजे तक रात को हुई ओलावर्ष्टि से जमी बर्फ पिघली नहीं और दिल्ली रेवाड़ी हाईवे पर तेज हवाओं के कारण कई पुराने पेड़ टूटकर गिर गए। किसानों ने बताया कि देर रात को तेज आंधी और हवाओं के साथ जमकर ओलावर्ष्टि हुई, जिसके चलते इनकी खेतों में खड़ी 90 फीसदी से अधिक सरसों की फसल जड़ सहित बर्बाद हो गई। उन्होंने कहा कि दक्षिण हरियाणा में मुख्य रूप से सरसों और गेहूं की। दो ही फसलों की पैदावार होती है जिन पर किसान के परिवार की साल भर की रोजी रोटी निर्भर करती है। रेवाड़ी के बावल क्षेत्र में ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का जायजा लेने के लिए खेत में पहुंचे बावल विधायक डॉक्टर कृष्ण कुमार, विधायक ने कहा कि किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा का पहला एयरपोर्ट लाइसेंस की वजह से अटका:ट्रैवल व्हीकल न मिलने से उड़ानें शुरू नहीं हो पाईं; 6 बार उद्घाटन-शिलान्यास हो चुके
हरियाणा का पहला एयरपोर्ट लाइसेंस की वजह से अटका:ट्रैवल व्हीकल न मिलने से उड़ानें शुरू नहीं हो पाईं; 6 बार उद्घाटन-शिलान्यास हो चुके हरियाणा के पहले महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होने का इंतजार हो रहा है। हिसार में बन रहे एयरपोर्ट का कई दफा उद्घाटन और शिलान्यास हो चुके हैं। मगर, आज तक यहां से फ्लाइट शुरू नहीं हो पाई। इसको लेकर विपक्ष भी लगातार सरकार पर हमलावर है। मौजूदा स्थिति की बात करें तो हिसार एयरपोर्ट के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) में लाइसेंस के लिए अप्लाई किया हुआ है, लेकिन अभी तक लाइसेंस नहीं मिला है। इसका मुख्य कारण यह है कि एयरपोर्ट के संचालन के लिए 2 फायर ट्रैवल व्हीकल की जरूरत होती है, लेकिन हिसार एयरपोर्ट के पास एक ही ट्रैवल व्हीकल है। दूसरे ट्रैवल व्हीकल की खरीद हो पाती, इससे पहले ही विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गई। हिसार एयरपोर्ट के उद्घाटन पर 20 जून को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यह वादा किया था कि जल्द उड़ाने शुरू होंगी। पूर्व एविएशन मंत्री बोले- आचार संहिता से मामला अटका
हरियाणा के पूर्व एविएशन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि हम ट्रैवल व्हीकल के लिए प्रयास कर रहे थे। मैंने एविएशन मंत्री से रिक्वेस्ट की थी कि चेन्नई या केरल से एक ट्रैवल व्हीकल दे दिया जाए, ताकि हमें लाइसेंस समय पर मिल जाए। अचानक आचार संहिता लगने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। एक ट्रैवल व्हीकल पर करीब 10 से 12 करोड़ का खर्च आता है। इसका इस्तेमाल रनवे पर विमान में लगी आग को बुझाने के लिए किया जाता है। फ्लाइट शुरू हुई तो 5 राज्यों से जुड़ेगा हरियाणा
हिसार एयरपोर्ट को 5 राज्यों से जोड़ने की योजना है। हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू की जाएंगी। इन फ्लाइट को अगस्त में शुरू करने का प्लान था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। मगर 2 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी एयरपोर्ट का लाइसेंस मिल नहीं पाया है। उड़ानों के लिए एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता हो चुका है। 1 सितंबर 2022 को नाम बदला 26 जुलाई 2021 को एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखने का ऐलान किया था। 1 सितंबर 2022 को हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर किया गया। 24 मार्च 2023 को दुष्यंत चौटाला ने घोषणा की कि नवंबर 2023 में उड़ान शुरू हो जाएंगी। इसमें 8 रूट तय कर लिए गए हैं, जिसमें हिसार से वाराणसी, आगरा, उदयपुर, जैसलमेर, देहरादून, अमृतसर, जम्मू और कुल्लू रूट शामिल थे। हिसार एयरपोर्ट का 6 बार उद्घाटन व शिलान्यास हो चुका
1. 15 अगस्त 2018 को स्वतंत्रता दिवस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। मनोहर लाल ने घोषणा की थी कि हिसार एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान 2 माह में शुरू हो जाएगी। एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए स्पाइस जेट एयरलाइंस कंपनी के साथ MOU भी साइन किया गया था। 2. सितंबर 2019 में भारत सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत हिसार में एयर शटल सेवाओं का उद्घाटन मनोहर लाल खट्टर ने किया। खट्टर खुद हिसार एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली पहली फ्लाइट से ही चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए। मगर, 7 महीने में ही उड़ान बंद हो गई। 3. 2019 में ही मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हिसार एयरपोर्ट पर बनने वाले 33 केवी सब स्टेशन का शिलान्यास किया था। 4. 27 अक्तूबर 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हिसार एयरपोर्ट के रनवे विस्तार कार्य का शिलान्यास किया था। 5. हिसार में 11 सितंबर 2023 को तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हवाई अड्डे के एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम व टर्मिनल बिल्डिंग की आधारशिला रखी। 6. 20 जून को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एयरपोर्ट पर 10 हजार फीट के रनवे सहित कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया और वादा किया था कि जल्द यहां से 5 राज्यों के लिए फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
भजन मंडली ने मतदाताओं को लोक शैली में अधिक मतदान करने का किया आह्वान
भजन मंडली ने मतदाताओं को लोक शैली में अधिक मतदान करने का किया आह्वान भास्कर न्यूज | भिवानी सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन पार्टी ने सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता अभियान के तहत विधानसभा आम चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए सब्जी मंडी के पास मतदाताओं को लोक शैली के माध्यम से पांच अक्टूबर को अधिक से अधिक मतदान करने को प्रेरित किया। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी संजीव सैनी ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी महावीर कौशिक के मार्गदर्शन में भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार विधानसभा आम चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला में स्वीप अभियान चलाया जा रहा है। स्वीप अभियान गतिविधियों के तहत विभाग की प्रचार-प्रसार टीम द्वारा गांव-गांव व शहरी क्षेत्रों में जाकर मतदाताओं को लोक-गीतों, भजनों व आम बोलचाल की भाषा में पांच अक्टूबर को मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डालने के लिए जागरूक किया जा रहा है। भजन मंडली ने भजनों के माध्यम से लोगों को पांच अक्टूबर को अपने मत का प्रयोग करने की अपील करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं। जागरूकता रैली निकाली दूसरी ओर नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में राजकीय माध्यमिक विद्यालय कालुवास के विद्यार्थियों द्वारा मतदाता जागरूकता रैली निकालकर ग्रामीणों को वोट डालने की अपील की। इस दौरान विद्यार्थियों ने मेरा वोट मेरा भविष्य आदि के स्लोगन के साथ मतदाता जागरूकता रैली निकाली गई।
हरियाणा में HSSC बनाएगा ग्रीवेंसी सैल:अभ्यर्थियों की आपत्तियों की सुनवाई के साथ होगा निपटान; आवेदन के लिए टाइम सेट, कर्मचारी तैनात
हरियाणा में HSSC बनाएगा ग्रीवेंसी सैल:अभ्यर्थियों की आपत्तियों की सुनवाई के साथ होगा निपटान; आवेदन के लिए टाइम सेट, कर्मचारी तैनात हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) युवाओं को बड़ी राहत देने जा रहा है। अभ्यर्थियों की आपत्तियों और उनके निपटारे के लिए शिकायत प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा। साथ ही अभ्यर्थियों के आवेदन के लिए समय निर्धारित कर दिया गया है। आवेदन पत्र जमा करने का समय किसी भी कार्य दिवस में सुबह 9:30 से दोपहर 1:30 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक है। आयोग कार्यालय में स्वागत कक्ष में 2-3 कर्मचारियों की विशेष रूप से ड्यूटी लगाई गई है। 50 हजार भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी आयोग अध्यक्ष हिम्मत सिंह ने कहा कि निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ आयोग सभी सरकारी भर्ती प्रक्रिया में सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग कर अभ्यर्थियों को सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। जल्द ही करीब 50 हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 7416 टीजीटी पदों का परिणाम 27 जुलाई को जारी कर दिया गया है। जैसे ही सरकार द्वारा विभागों में रिक्त पदों की जानकारी आयोग को दी जाएगी, उसके अनुसार पदों की भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन प्रकाशित कर दिया जाएगा। कंप्यूटर में रिकॉर्ड हो रही डिटेल आईटी के उपयोग से अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। सरकारी विभागों की मांग के अनुसार पदों की जानकारी वेबसाइट पर डाल दी जाएगी और इन्हीं पास उम्मीदवारों को श्रेणी का विकल्प देना होगा। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा अभ्यर्थियों की ओर से दिए जाने वाले प्रतिवेदनों पर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। संपूर्ण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करते हुए अब अभ्यर्थियों के प्रतिवेदनों को स्वागत कक्ष में स्थित कंप्यूटरों में दर्ज किया जा रहा है और उन पर सीरियल नंबर अंकित करके इसकी जानकारी अभ्यर्थी को दी जा रही है।