चंडीगढ़ के दो बड़े होटल को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है। होटल को धमकी की सूचना मिलने के पुलिस और बम स्क्वायड की टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया। सुरक्षा टीम के जरिए होटल के लगे कैमरों को चेक किया, साथ ही होटल परिसर में भी जांच की गई। इस मामले को लेकर एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया स्थित हयात होटल और ललित होटल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। उन्होंने कहा कि होटल को बम से उड़ाने की धमकी आई है। पुलिस ने होटलों की सुरक्षा बढ़ा दी है। एसएसपी का कहना है कि ईमेल की जांच की जा रही है कि ये मेल कहां से भेजी गई है। पहले हयात होटल को एक ईमेल आई और उसके बाद ललित होटल को मेल भेजी गई। सूचना के बाद मौके पर बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड और ऑपरेशन सेल की टीम क्राइम ब्रांच संबंधित थाना पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने पूरे होटल के सीसीटीवी कैमरे चेक किया। इसके अलावा पुलिसकर्मियों को होटल पर नजर रखने के लिए तैनात कर दिया गया। चंडीगढ़ के दो बड़े होटल को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है। होटल को धमकी की सूचना मिलने के पुलिस और बम स्क्वायड की टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया। सुरक्षा टीम के जरिए होटल के लगे कैमरों को चेक किया, साथ ही होटल परिसर में भी जांच की गई। इस मामले को लेकर एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया स्थित हयात होटल और ललित होटल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। उन्होंने कहा कि होटल को बम से उड़ाने की धमकी आई है। पुलिस ने होटलों की सुरक्षा बढ़ा दी है। एसएसपी का कहना है कि ईमेल की जांच की जा रही है कि ये मेल कहां से भेजी गई है। पहले हयात होटल को एक ईमेल आई और उसके बाद ललित होटल को मेल भेजी गई। सूचना के बाद मौके पर बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड और ऑपरेशन सेल की टीम क्राइम ब्रांच संबंधित थाना पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने पूरे होटल के सीसीटीवी कैमरे चेक किया। इसके अलावा पुलिसकर्मियों को होटल पर नजर रखने के लिए तैनात कर दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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आदमपुर में हार के बाद रो पड़े कुलदीप बिश्नोई:57 साल बाद गढ़ में हारा भजनलाल परिवार, समर्थकों बोले-हम आपके साथ हैं हरियाणा की आदमपुर सीट 57 साल बाद भजनलाल परिवार हार गया है। आदमपुर से हारने के बाद आज आदमपुर मंडी में पैतृक आवास पर लोगों की भीड़ उमड़ी पड़ी। कुलदीप बिश्नोई समर्थकों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए और रोने लगे। इसके बाद समर्थकों ने कहा कि आदमपुर के लोग आपको साथ हैं। कुलदीप बिश्नोई को रोते देखकर समर्थकों ने चौधरी भजनलाल अमर रहे के नारे लगाए। बेटे भव्य बिश्नोई ने कुलदीप बिश्नोई को सांत्वना दी। बता दें कि आदमपुर सीट पर पहली बार 1967 में चौधरी भजनलाल जीते थे। तब से लेकर अब तक इस सीट पर भजनलाल परिवार से ही उम्मीदवार चुनाव लड़ते और जीतते आए हैं। अबकी बार एक पूर्व IAS अधिकारी ने इस अभेद किले को भेद दिया है। हार के बाद कुलदीप बिश्नोई भावुक नजर आए और वह समर्थकों को संबोधित नहीं कर पाए और माइक में हाथ में लेकर रो पड़े और आंसू पोंछते हुए माइक पकड़ाकर बैठ गए। भजनलाल के करीबी रहे रामजी लाल के भतीजे ने हराया कांग्रेस ने इस बार भजनलाल परिवार की घेराबंदी की थी। भाजपा ने यहां कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को दूसरी बार मैदान में उतारा था। भव्य बिश्नोई 2 साल पहले यहां से उप-चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने यहां से पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को अपना उम्मीदवार बनाया था। चंद्र प्रकाश पंडित रामजीलाल के भतीजे हैं। रामजीलाल को चौधरी भजनलाल का परम सखा माना जाता था। एक तरह से बिश्नोई परिवार के नजदीकी रहे परिवार में से ही कांग्रेस ने टिकट दिया। इसका लाभ कांग्रेस को मिला और नजदीकी मुकाबले में भव्य बिश्नोई 1768 वोटों से हार गए। जिस परिवार ने भजनलाल को आगे बढ़ाया, उसी ने विजय रथ रोका कांग्रेस ने पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को टिकट दिया। चंद्र प्रकाश पंडित रामजीलाल के भतीजे हैं, जो चौधरी भजनलाल के बेहद करीबी थे। पंडित रामजीलाल ने ही भजनलाल की राजनीति को पंख लगाए थे। जब भजनलाल राजनीति में आए तो पंडित रामजीलाल के ही वोट से भजनलाल ब्लॉक समिति के चेयरमैन बने थे। यहीं से भजनलाल की राजनीति शुरू हुई। भजनलाल को OBC वोटरों का फायदा रामजीलाल के कारण मिलता रहा, लेकिन कांग्रेस ने इनके भतीजे पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को ही टिकट दे दिया। इससे बिश्नोई परिवार की चिंता बढ़ गई थीं। बिश्नोई वोटरों के बराबर ही OBC वोटर आदमपुर में हैं। यह वोट कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हुए। अबकी बार बिश्नोई और ओबीसी वोटरों में सेंध लगी आदमपुर विधानसभा सीट पर करीब 1.78 लाख वोटर हैं। इनमें पुरुष मतदाता 94 हजार 940 और महिला मतदाता 93 हजार 708 हैं। इस सीट पर जाट और OBC वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। आदमपुर में सबसे ज्यादा करीब 55 हजार जाट वोटर हैं। बिश्नोई समाज के 28 हजार वोट हैं। OBC में बिश्नोई समाज के वोट हटाकर देखें तो करीब 29 हजार वोट हैं। इनमें सबसे ज्यादा 8200 जांगड़ा और कुम्हार जाति के वोटर हैं। इस चुनाव में बिश्नोई और ओबीसी वोटरों में सेंध लगाने में कांग्रेस कामयाब रही। आदमपुर में हार के बाद समर्थक और कुलदीप बिश्नोई रोने लगे… समर्थकों के बीच रोते कुलदीप बिश्नोई को चुप करवातीं पुत्रवधु परी बिश्नोई और पत्नी रेणुका बिश्नोई…
हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान:3 दिसंबर से शुरू होंगे नामांकन; कृष्णलाल पंवार के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी सीट
हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान:3 दिसंबर से शुरू होंगे नामांकन; कृष्णलाल पंवार के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी सीट हरियाणा में राज्यसभा उपचुनाव के लिए 20 दिसंबर को वोटिंग होगी। इसी दिन शाम को रिजल्ट जारी होगा। चुनाव आयोग ने मंगलवार को इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया। 3 दिसंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। 10 दिसंबर को नामांकन की लास्ट डेट है। कृष्णलाल पंवार ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद 14 अक्टूबर को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी। जो भी सांसद चुना जाएगा, उसका कार्यकाल 1 अगस्त 2028 तक रहेगा। BJP की तरफ से राज्यसभा के लिए पूर्व CM चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, पूर्व सांसद संजय भाटिया, भाजपा के दलित नेता सुदेश कटारिया दौड़ में हैं। चुनाव आयोग का नोटिफिकेशन… हाल ही में किरण चौधरी बनी थीं राज्यसभा सांसद इसी साल कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद भी राज्यसभा की सीट खाली हुई थी। उपचुनाव में भाजपा की किरण चौधरी ने चुनाव लड़ा और वह राज्यसभा सांसद चुनी गईं। इस चुनाव में विपक्ष ने कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले ही कह दिया था कि हमारे पास बहुमत नहीं है। कौन नेता क्यों दावेदार… कुलदीप बिश्नोई: हरियाणा-राजस्थान के वोटरों में पकड़
पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। 3 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में विधायक और सांसद रह चुके हैं। पत्नी और बेटा भी विधायक रह चुके हैं। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ है। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। सुनीता दुग्गल: पार्टी का बड़ा दलित चेहरा, टिकट कटी थी
पार्टी का बड़ा दलित चेहरा है। सिरसा से 2019 में भाजपा के टिकट से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनकी टिकट काटकर अशोक तंवर को दे दी। फिर भी वह पार्टी से नाराज नहीं हुईं। उनकी दलितों में अच्छी पकड़ मानी जाती है। 2024 में रतिया से विधानसभा चुनाव लड़ीं, लेकिन हार गईं। चूंकि खाली हुई राज्यसभा सीट एससी सीट है, इसलिए सुनीता दुग्गल इस सीट के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। मोहन लाल बड़ौली: खुद नहीं लड़े, पार्टी को जितवाया
हरियाणा में भाजपा के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान है। इसके अलावा लोकसभा सांसद रह चुके हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में संगठन और सरकार को साथ लेकर अच्छा काम किया। यही वजह रही कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ। हालांकि, लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी बड़ौली को विधानसभा टिकट भाजपा की तरफ से ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह संगठन का काम करेंगे। बड़ौली कह चुके हैं कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी वह उसे बखूबी निभाएंगे। संजय भाटिया: खट्टर के लिए सीट छोड़ी, संगठन में एक्टिव
पंजाबी समुदाय से आते हैं। करनाल लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कारण उन्होंने अपनी सीट छोड़ दी थी। इसके तुरंत बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें टिकट नहीं मिला। हालांकि, वह दोनों चुनावों में संगठन के लिए काम करते रहे। हाल ही में नायब सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आने वाले कार्यक्रम के मुख्य संयोजक की भूमिका भी निभा चुके हैं। लगातार उपेक्षा के बाद भी भाटिया धरातल पर संगठन के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए पूरी संभावना है कि उन्हें राज्यसभा की सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार बना सकती है। सुदेश कटारिया: विधानसभा चुनाव में दलित वोटरों को एकजुट किया
हरियाणा विधानसभा चुनाव में दलितों को एकजुट करने में कटारिया ने अहम भूमिका निभाई। लोकसभा चुनाव में दलित वोट के छिटकने के कारण पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी टीम के दलित फेस कटारिया को फील्ड में उतारा था। जिसके बाद उन्होंने सूबे की सभी 22 जिलों में दलित महासम्मेलन भी किए। चुनाव में परिणाम में अच्छे परिणाम भी रहे। इसके बाद यह पूरी संभावना है दलित चेहरे के रूप में कटारिया को राज्यसभा सीट का बीजेपी चेहरा बना दे।
रोहतक में युवक की हत्या:दिनदिहाडे़ मारी गोली; PGI में तोड़ा दम, आपसी रंजिश से जुड़ा मामला
रोहतक में युवक की हत्या:दिनदिहाडे़ मारी गोली; PGI में तोड़ा दम, आपसी रंजिश से जुड़ा मामला हरियाणा के रोहतक में मंगलवार शाम बाद एक युवक को दिनदिहाड़े गोली मार दी गई। युवक खून से लथपथ हालत में जमीन पर गिर गया। वहीं, वारदात को अंजाम देकर बदमाश मौके से फरार हो गए। वारदात के बाद मौके पर जुटी लोगों की भीड़ ने घायल अवस्था में युवक को तुरंत पीजीआई भिजवाया। जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। जिसका बुधवार को पोस्टमॉर्टम होगा। मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान मदन पुत्र रामेश्वर के रूप में हुई है। जोकि टिटौली गांव में अंकित मेडिकोज नाम की दुकान पर बैठा था। शाम बाद एक बाइक सवार दो युवक वहां आए। जिन्होंने वहां आते ही मदन को गोली मार दी। इसके बाद अज्ञात बदमाश तुरंत ही मौके से फरार हो गए। हमलावरों की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। लेकिन पुलिस मृतक के पुराने रिकॉर्ड के अनुसार वारदात को रंजिश से जोड़कर देख रही है।
पुलिस की चार टीमें जांच में जुटी
वारदात की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस दलबल पहुंचा। यहां पुलिस की सीआइए वन, टू और थ्री टीम के अलावा संबंधित थाना पुलिस पहुंची है। इसके अलावा साइबर एक्सपर्ट की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। सभी टीमें मिलकर वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में जुट गई है। साथ ही टेक्निकल टीम सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन समेत अन्य बारीकियों को जुटाने में जुट गई है। वहीं, FSL टीम ने भी मौके पर पहुंच कर साक्ष्यों को जुटाया है।