हरियाणा में रेवाड़ी जिले की बावल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. एमएल रंगा की जुबान फिसल गई। डॉ. रंगा मीडिया से बात करते हुए बोले- मुझे तो एक ही बात लग रही कि पूरा प्रदेश और पूरा हल्का कांग्रेस की दमनकारी नीतियों से और कांग्रेस की कुरीतियों से परेशान है। तभी पीछे खड़े एक शख्स ने टोका तो डॉ. रंगा मीडिया से दोबारा बाइट लेने को कहने लगे। डॉ. एमएल रंगा का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं। बता दें कि डॉ. एमएल रंगा पहली बार इसी सीट से वर्ष 2000 में विधायक चुने गए थे। पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। इसके बाद वह कांग्रेस में लौट गए। 2019 का चुनाव भी डॉ. रंगा ने इसी सीट से लड़ा था। हालांकि उस वक्त वह बीजेपी कैंडिडेट से बुरी तरह हार गए थे। 52 दावेदारों में डॉ. रंगा की निकली लॉटरी दरअसल, इस बार कांग्रेस में बावल सीट के लिए टिकट को लेकर काफी मात्थापच्ची हुई। इस सीट से 52 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया था। आखिर में कांग्रेस ने डॉ. रंगा को ही दोबारा टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा। उनके सामने बीजेपी ने हेल्थ डिपार्टमेंट में डायरेक्टर की नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। कई नेताओं की फिसल चुकी जुबान 2 दिन पहले गुरुग्राम से कांग्रेस के प्रत्याशी मोहित ग्रोवर की भी जुबान फिसल गई थी। ग्रोवर ने मीडिया से बात करते हुए ये तक कह दिया था कि बीजेपी को इस बार 70-80 सीटें मिलेगी। जिसके बाद उनके वीडियो को बीजेपी की तरफ से भी खूब वायरल किया गया था। इसके अलावा 9 दिन पहले फतेहाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी बलवान दौलतपुरिया ने एक चुनावी जनसभा के दौरान इनेलो के निशान चश्में पर वोट डालने की अपील कर दी थी। दरअसल, बलवान दौलतपुरिया लंबे समय तक इनेलो में रहे थे। जिसकी वजह से वह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर वोट मांगना भूल गए। हालांकि बाद में उन्होंने गलती को सुधारने की कोशिश की। 5 अक्टूबर को होगी वोटिंग हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होंगे। 8 अक्टूबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। इससे पहले 3 अक्टूबर की शाम चुनावी प्रचार थम जाएगा। प्रदेश में फिलहाल चुनावी प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। बड़े नेताओं की रैलियों सहित स्थानीय नेता धुआंधार प्रचार करने में जुटे हैं। हरियाणा में रेवाड़ी जिले की बावल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. एमएल रंगा की जुबान फिसल गई। डॉ. रंगा मीडिया से बात करते हुए बोले- मुझे तो एक ही बात लग रही कि पूरा प्रदेश और पूरा हल्का कांग्रेस की दमनकारी नीतियों से और कांग्रेस की कुरीतियों से परेशान है। तभी पीछे खड़े एक शख्स ने टोका तो डॉ. रंगा मीडिया से दोबारा बाइट लेने को कहने लगे। डॉ. एमएल रंगा का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं। बता दें कि डॉ. एमएल रंगा पहली बार इसी सीट से वर्ष 2000 में विधायक चुने गए थे। पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। इसके बाद वह कांग्रेस में लौट गए। 2019 का चुनाव भी डॉ. रंगा ने इसी सीट से लड़ा था। हालांकि उस वक्त वह बीजेपी कैंडिडेट से बुरी तरह हार गए थे। 52 दावेदारों में डॉ. रंगा की निकली लॉटरी दरअसल, इस बार कांग्रेस में बावल सीट के लिए टिकट को लेकर काफी मात्थापच्ची हुई। इस सीट से 52 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया था। आखिर में कांग्रेस ने डॉ. रंगा को ही दोबारा टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा। उनके सामने बीजेपी ने हेल्थ डिपार्टमेंट में डायरेक्टर की नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। कई नेताओं की फिसल चुकी जुबान 2 दिन पहले गुरुग्राम से कांग्रेस के प्रत्याशी मोहित ग्रोवर की भी जुबान फिसल गई थी। ग्रोवर ने मीडिया से बात करते हुए ये तक कह दिया था कि बीजेपी को इस बार 70-80 सीटें मिलेगी। जिसके बाद उनके वीडियो को बीजेपी की तरफ से भी खूब वायरल किया गया था। इसके अलावा 9 दिन पहले फतेहाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी बलवान दौलतपुरिया ने एक चुनावी जनसभा के दौरान इनेलो के निशान चश्में पर वोट डालने की अपील कर दी थी। दरअसल, बलवान दौलतपुरिया लंबे समय तक इनेलो में रहे थे। जिसकी वजह से वह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर वोट मांगना भूल गए। हालांकि बाद में उन्होंने गलती को सुधारने की कोशिश की। 5 अक्टूबर को होगी वोटिंग हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होंगे। 8 अक्टूबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। इससे पहले 3 अक्टूबर की शाम चुनावी प्रचार थम जाएगा। प्रदेश में फिलहाल चुनावी प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। बड़े नेताओं की रैलियों सहित स्थानीय नेता धुआंधार प्रचार करने में जुटे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट:हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा होगी; आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बादलवाई के साथ गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं। हांसी, हिसार, आदमपुर, नारनौंद , नाथूसर चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानियां, घरौंदा, करनाल, इंद्री, राडौर, गोहाना, जुलाना, इसराना, सफीदों, जींद, पानीपत, असंध, कैथल, निलोखेरी, नरवाना, नसरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, थानेसर, गुहला, पेहोवा, शाहाबाद, अंबाला, बराडा , जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में ऐसे आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 8 जून तक कहीं – कहीं बूंदाबांदी या धूलभरी हवाएं चल सकती हैं। 9 जून से फिर से पारा बढ़ने लगेगा। लू का टूट चुका 42 साल का रिकॉर्ड हरियाणा में इस बार गर्मी को लेकर लू के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। 3 दिन पहले ही प्रदेश में 42 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है। साल 1982 में लगातार 19 दिन लू चली थी। इस बार 23 दिन पार हो गए हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अभी ऐसे ही हालत रहने वाले हैं। मौसम में आए इस बदलाव की वजह मौसम विशेषज्ञ मई में सामान्य से कम बारिश होना बता रहे हैं। बारिश के आसार, तापमान में बदलाव नहीं जून महीने में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। IMD के अनुसार, आज प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के असार हैं, लेकिन दिन के तापमान में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वैसे भी 5 दिन पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो चुका है। इस वजह से मौसम फिर से शुष्क बना हुआ है। इससे दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 2 दिन बाद फिर से बदलाव के आसार हैं। 5 से 6 जून यानी आज और कल एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे 6 जून को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं, जून में प्रदेश में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ सकती है। हालांकि, मई में भी सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ी है। जून में भी लू चलने की संभावना जताई गई है।
करनाल में प्रशासन ने नहीं दी पटाखे बेचने की परमिशन:फिर भी शहर के पॉस इलाकों में स्टॉल लगाकर बिक रहे पटाखे, पहले फैक्ट्री धमाके जा चुकी 3 लोगों की जान
करनाल में प्रशासन ने नहीं दी पटाखे बेचने की परमिशन:फिर भी शहर के पॉस इलाकों में स्टॉल लगाकर बिक रहे पटाखे, पहले फैक्ट्री धमाके जा चुकी 3 लोगों की जान हरियाणा में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कृषि विभाग किसानों पर धड़ाधड़ मुकद्मे करवा रहा है, दूसरी ओर बिना किसी लाइसेंस करनाल में गोगड़ीपुर रोड पर स्थित फैक्ट्री, दशहरा ग्राउंड सेक्टर 4, सेक्टर 12, सेक्टर 16 सहित शहर के मुख्य बाजारों में पटाखे बेचे जा रहे है, हालांकि अबकी बार प्रशासन की तरफ से स्टॉल लगाने के लिए भी कोई लाइसेंस इशू नहीं किया गया है और न ही कोई आधिकारिक अनुमति दी गई है। बता दें कि इससे पहले यानी 2021 में घोघड़ीपुर फाटक के पास स्थित इस पटाखा फैक्ट्री हादसा हो चुका है। जिसमें तीन कर्मचारियों की मौके पर मौत हो गई थी और कई कर्मचारी आग में झुलस गए थे। उसके बाद भी प्रशासन आंखे मूंद करके बैठा है। आज भी इस फैक्ट्री संचालक द्वारा यहीं पर पटाखे बेचे जा रहे है। दोनों तरह से पटाखों से फैलता है प्रदूषण पटाखे चाहे रेड हो या फिर ग्रीन, उनके जलाने से प्रदूषण फिर भी होता है। करनाल जिले की अगर हम बात करे तो शहर में सभी जगह पर पटाखों के स्टॉल लगे हुए है और जहां पर स्टॉल लगे हुए है वहां पर किसी तरह के सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि अगर अब प्रशासन की प्रशासन की इस लापरवाही के कारण कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेवार कौन होगा? प्रशासन ने चलाया था चेकिंग अभियान आश फाउंडेशन के अध्यक्ष अनुज सैनी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से पिछले सप्ताह कुछ गोदामों और दुकानों पर चेकिंग अभियान चलाया गया था। जहां पर चेकिंग की गई थी कि क्या कोई दुकानदार रेड पटाखे रख रहा है या फिर ग्रीन पटाखे रख रहा है। हालांकि इस दौरान किसी तरह के पटाखे तो पकड़ में नहीं आए, लेकिन एक सवाल यहां पर खड़ा जरूर हो गया कि दीवाली से तीन-चार दिन पहले ही प्रशासन को पटाखों के गोदामों की चेकिंग की याद आती है। लोग बोले-पटाखे ग्रीन हो या फिर रेड, प्रदूषण तो करते ही है सेक्टर 12, सेक्टर 4, सेक्टर 16 व घोघड़ीपुर रोड पर स्थित पटाखा फैक्ट्री में पटाखे खरीदने के लिए आए लोगों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत के बैगर ना तो ग्रीन पटाखे बिक सकते है और न ही दूसरे पटाखे। अधिकारियों की शह के कारण ही शहर में धड़ले से ये पटाखे बिक रहे है। उन्होंने कहा कि पटाखे चाहे ग्रीन हो या फिर रेड, इनके चलाने से प्रदूषण होता ही है। आंखों में जलन होती है, सांस लेने में दिक्कत होती है, ध्वनि प्रदूषण होता है, लेकिन दूसरी बात यह भी है कि पटाखों के बिना दीवाली अधूरी होती है। ऐसा नहीं है कि सभी पटाखे फोड़कर ही दीवाली मनाते हो, समाज में ऐसे भी लोग है जो किसी तरह का शोर किए बिना दीवाली मनाते है। प्रशासन भी कहता है कि ग्रीन पटाखे जलाने चाहिए, लेकिन ग्रीन पटाखे मिलते ही कहां है? यह तो सिर्फ बोलने में आता है कि ग्रीन पटाखे है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता। सुरक्षा के लिए रखे है रेत और पानी से भरे टब स्टॉल लगाने वाले दुकानदारों की माने तो उन्होंने यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। यहां पर रेत और पानी के टब रखे हुए है, अगर कोई आगजनी होती है तो उस पर काबू पाया जा सके। पानी और रेत के टब तो नजर आ रहे है लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर नजर नहीं आ रही। ऐसे में आगजनी की घटना होती है तो कितनी देर में गाड़ियां पहुंचेगी, उसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ये कहा SDM ने इस बारे में जब करनाल के SDM अनुभव महता से दैनिक भास्कर द्वारा बात की गई तो उनका जवाब था कि प्रशासन की तरफ से किसी को भी पटाखे बेचने की न तो लाइसेंस दिया गया है और न ही स्टॉल लगाने के लिए कोई प्रमीशन दी गई। अगर स्टॉल लगाए गए है तो संबधित थाना के SHO को जानकारी देकर कार्रवाई की जाएगी। फैक्ट्री मालिक के खिलाफ आज तक नहीं तीन लोगों की जा चुकी जान बात दें कि इससे पहले साल 2021 में घोघड़ीपुर फाटक के पास स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त धमाके के बाद आग लग गई थी। जिसके बाद पूरी फैक्ट्री में तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी और कई कर्मचारी आग में झुलस गए थे। उसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा, आज इसी फैक्ट्री में फिर से बिना सुरक्षा के इंतजाम के धडले से पटाखे बेचे जा रहे है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर जरूर सवाल उठ रहे है।
कैथल में ट्रेन से कट युवक की मौत:पेट्रोल पंप पर सेल्समैन था; फतेहाबाद का रहने वाला है, परिजनों को भेजी सूचना
कैथल में ट्रेन से कट युवक की मौत:पेट्रोल पंप पर सेल्समैन था; फतेहाबाद का रहने वाला है, परिजनों को भेजी सूचना हरियाणा के कैथल में ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक फतेहाबाद जिले का निवासी था और वह शहर के एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन की नौकरी करता था। पुलिस ने मृतक के कागजों से जानकारी प्राप्त कर उसकी मौत की सूचना उसके परिजनों को दे दी है। कैथल के जीआरपी चौकी इंचार्ज नरेश कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक युवक का शव करनाल रोड फाटक के पर रेलवे लाइन पर पड़ा है। जब वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव की तलाशी ली गई तो उसके पास से एक आधार कार्ड, एक एटीएम कार्ड और एक मोबाइल फोन मिला। मृतक युवक का नाम यशपाल है और उसकी आयु भी करीब 38 साल की है। जानकारी मिली है कि जब वह रेलवे लाइन पार कर रहा था तो उसी समय वह ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। चौंकी इंचार्ज ने बताया कि वह फतेहाबाद जिले के झांडली गांव का रहने वाला था। युवक के शव के पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल में भेजा गया है। रेलवे की ओर से आगामी कार्रवाई भी लगातार की जा रही है।