हरियाणा की बागड़-बांगर बेल्ट साधेंगे राहुल गांधी:घोड़ेला के समर्थन में 26 को बरवाला में करेंगे रैली, 30 विधानसभा तक पहुंचेंगे

हरियाणा की बागड़-बांगर बेल्ट साधेंगे राहुल गांधी:घोड़ेला के समर्थन में 26 को बरवाला में करेंगे रैली, 30 विधानसभा तक पहुंचेंगे

हरियाणा विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी जल्द प्रचार में उतरेंगे। कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी का फोकस हरियाणा की बागड़ और बांगर बेल्ट पर रहने वाला है। राहुल गांधी की जींद, कैथल के अलावा भिवानी, सिरसा, हिसार, फतेहाबाद बांगड बेल्ट में चुनावी रैली होगी। इन रैलियों के जरिए राहुल गांधी कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएंगे। राहुल गांधी 26 को बरवाला विधानसभा से हिसार जिले की 7 सीटों को साधेंगे। यहां कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला को मजबूत बनाने के लिए प्रचार करेंगे साथ ही हिसार, उकलाना, नारनौंद, हांसी, नलवा और आदमपुर से भी प्रत्याशी राहुल गांधी के मंच पर साथ रहेंगे। बरवाला सीट भाजपा कभी नहीं जीत सकी है ऐसे में राहुल गांधी ने स्पेशल बरवाला सीट का ही चुनाव किया है। 2019 में कांग्रेस हिसार की 7 विधानसभा में एक आदमपुर जीत पाई थी। कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में शामिल होने के बाद यह सीट पर कांग्रेस से छिन गई। हालांकि 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हिसार लोकसभा जीती थी। तीन लालों की धरती है बागड़ बेल्ट
बागड़ बेल्ट पर चौधरी ओम प्रकाश चौटाला, चौधरी बंसीलाल और भजनलाल परिवार का दबदबा रहा है। मौजूदा स्थिति में भजनलाल परिवार से कुलदीप बिश्नोई, बंसीलाल परिवार से किरण चौधरी और चौटाला परिवार से अजय और अभय राजनीतिक विरासत संभाले हुए हैं। राजनीतिक दृष्टि से यह बेल्ट प्रदेश की सबसे मजबूत रही है और ताऊ देवीलाल समेत इस धरती ने 4 मुख्यमंत्री दिए हैं। राजस्थान और पंजाब से सटे होने के चलते यहां पर बागड़ी और पंजाबी दोनों ही भाषाएं बोली जाती हैं। बागड़ बेल्ट में चरखी दादरी, भिवानी, सिरसा, हिसार और फतेहाबाद जिले की 21 विधानसभाएं आती हैं। बांगर बेल्ट में बीरेंद्र सिंह और सुरजेवाला की साख दाव पर उचाना को बांगर की राजधानी कहा जाता है। अक्खड़पन और बेबाकी के लिए यह धरती जानी जाती है। अधिकतर सरकारों में बांगर की हिस्सेदारी रही, लेकिन विकास की कमी है। यहां से कोई नेता प्रदेश का मुखिया नहीं बन सका। सिर्फ ओमप्रकाश चौटाला नरवाना से विधायक होते हुए सीएम बने थे, लेकिन उनका मुख्य क्षेत्र सिरसा रहा है। बीरेंद्र सिंह और रणदीप सुरजेवाला इस क्षेत्र के दो बड़े चेहरे हैं, लेकिन प्रदेश का मुखिया नहीं बन सके हैं। इन चुनाव में दोनों की साख दाव पर है। बांगर बेल्ट में जुलाना, सफीदों, जींद, उचाना कलां और नरवाना वहीं कैथल की गुहला, कलायत, कैथल, पुंडरी सीटें आती हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी जल्द प्रचार में उतरेंगे। कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी का फोकस हरियाणा की बागड़ और बांगर बेल्ट पर रहने वाला है। राहुल गांधी की जींद, कैथल के अलावा भिवानी, सिरसा, हिसार, फतेहाबाद बांगड बेल्ट में चुनावी रैली होगी। इन रैलियों के जरिए राहुल गांधी कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएंगे। राहुल गांधी 26 को बरवाला विधानसभा से हिसार जिले की 7 सीटों को साधेंगे। यहां कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला को मजबूत बनाने के लिए प्रचार करेंगे साथ ही हिसार, उकलाना, नारनौंद, हांसी, नलवा और आदमपुर से भी प्रत्याशी राहुल गांधी के मंच पर साथ रहेंगे। बरवाला सीट भाजपा कभी नहीं जीत सकी है ऐसे में राहुल गांधी ने स्पेशल बरवाला सीट का ही चुनाव किया है। 2019 में कांग्रेस हिसार की 7 विधानसभा में एक आदमपुर जीत पाई थी। कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में शामिल होने के बाद यह सीट पर कांग्रेस से छिन गई। हालांकि 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हिसार लोकसभा जीती थी। तीन लालों की धरती है बागड़ बेल्ट
बागड़ बेल्ट पर चौधरी ओम प्रकाश चौटाला, चौधरी बंसीलाल और भजनलाल परिवार का दबदबा रहा है। मौजूदा स्थिति में भजनलाल परिवार से कुलदीप बिश्नोई, बंसीलाल परिवार से किरण चौधरी और चौटाला परिवार से अजय और अभय राजनीतिक विरासत संभाले हुए हैं। राजनीतिक दृष्टि से यह बेल्ट प्रदेश की सबसे मजबूत रही है और ताऊ देवीलाल समेत इस धरती ने 4 मुख्यमंत्री दिए हैं। राजस्थान और पंजाब से सटे होने के चलते यहां पर बागड़ी और पंजाबी दोनों ही भाषाएं बोली जाती हैं। बागड़ बेल्ट में चरखी दादरी, भिवानी, सिरसा, हिसार और फतेहाबाद जिले की 21 विधानसभाएं आती हैं। बांगर बेल्ट में बीरेंद्र सिंह और सुरजेवाला की साख दाव पर उचाना को बांगर की राजधानी कहा जाता है। अक्खड़पन और बेबाकी के लिए यह धरती जानी जाती है। अधिकतर सरकारों में बांगर की हिस्सेदारी रही, लेकिन विकास की कमी है। यहां से कोई नेता प्रदेश का मुखिया नहीं बन सका। सिर्फ ओमप्रकाश चौटाला नरवाना से विधायक होते हुए सीएम बने थे, लेकिन उनका मुख्य क्षेत्र सिरसा रहा है। बीरेंद्र सिंह और रणदीप सुरजेवाला इस क्षेत्र के दो बड़े चेहरे हैं, लेकिन प्रदेश का मुखिया नहीं बन सके हैं। इन चुनाव में दोनों की साख दाव पर है। बांगर बेल्ट में जुलाना, सफीदों, जींद, उचाना कलां और नरवाना वहीं कैथल की गुहला, कलायत, कैथल, पुंडरी सीटें आती हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर