हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बे में मंगलवार रात एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उसका शव घर के कमरे में फंदे से लटका मिला। हालांकि अभी तक यह खुलासा नहीं हो पाया है कि उसने आत्महत्या क्यों की। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार धारूहेड़ा के वार्ड नंबर 5 के मोहल्ला महाजन में रहने वाले देवदत्त उर्फ कालू शर्मा ने बस स्टैंड पर समीम पंडित ढाबा खोला हुआ था। मंगलवार दोपहर वह अपने ढाबे से घर पहुंचा। उस समय घर में कोई नहीं था। इस दौरान उसने घर के अंदर कमरे में पंखे के हुक पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शाम को उसका शव कमरे में फंदे से लटका देख परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम जांच में जुटी सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। साथ ही एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस टीम ने परिजनों की मौजूदगी में शव को नीचे उतारा। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल स्थित शवगृह में रखवा दिया गया। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ भी की लेकिन देवदत्त ने हत्या क्यों की इसका पता नहीं चल पाया है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बे में मंगलवार रात एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उसका शव घर के कमरे में फंदे से लटका मिला। हालांकि अभी तक यह खुलासा नहीं हो पाया है कि उसने आत्महत्या क्यों की। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार धारूहेड़ा के वार्ड नंबर 5 के मोहल्ला महाजन में रहने वाले देवदत्त उर्फ कालू शर्मा ने बस स्टैंड पर समीम पंडित ढाबा खोला हुआ था। मंगलवार दोपहर वह अपने ढाबे से घर पहुंचा। उस समय घर में कोई नहीं था। इस दौरान उसने घर के अंदर कमरे में पंखे के हुक पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शाम को उसका शव कमरे में फंदे से लटका देख परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम जांच में जुटी सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। साथ ही एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस टीम ने परिजनों की मौजूदगी में शव को नीचे उतारा। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल स्थित शवगृह में रखवा दिया गया। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ भी की लेकिन देवदत्त ने हत्या क्यों की इसका पता नहीं चल पाया है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में बच्चे के सिर से रॉड निकालने की कहानी:डॉक्टर बोले- 10 सेंटीमीटर तक घुसी, हर पल जान जाने का खतरा था
हरियाणा में बच्चे के सिर से रॉड निकालने की कहानी:डॉक्टर बोले- 10 सेंटीमीटर तक घुसी, हर पल जान जाने का खतरा था हरियाणा के रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस PGI में पहली बार किसी बच्चे के सिर में घुसी लोहे की रॉड को सफलतापूर्वक निकाला गया। रॉड 8-10 सेंटीमीटर तक सिर के अंदर घुस चुकी थी। डॉक्टरों की 4 घंटे की मेहनत से बच्चे की जान बच गई। मेवात से PGI पहुंचे परिवार के मुताबिक उनका 14 वर्षीय बेटा नौशाद गिर गया था। जहां उसके सिर में रॉड घुस गई। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि किसी ने नौशाद के सिर में रॉड घुसाई है। 9 नवंबर को नौशाद को PGI में भर्ती कराया गया था। तब वह बेहोशी की हालत में था। उसे देखकर डॉक्टरों को भी लगा कि शायद उसकी जान नहीं बच पाएगी। रॉड घुसने की वजह से उसे पैरालिसिस और आवाज जाने का खतरा था। कड़ी मेहनत के बाद डॉक्टरों ने नौशाद के सिर से रॉड निकाल दी। अब वह न सिर्फ अपने दम पर चल पा रहा है, बल्कि बोल और खुद खाना भी खा रहा है। नौशाद की जान बचाने वाली डॉक्टरों की टीम में शामिल डॉक्टर गोपाल कृष्ण से दैनिक भास्कर ने बातचीत कर ऑपरेशन के दौरान आई चुनौतियों के बारे में जाना। पढ़िए पूरी बातचीत… सवाल : बच्वा किस हालत में था?
डॉ. गोपाल : 14 वर्षीय बच्चा 9 नवंबर को हमारे पास आया था। बच्चा जब आया था, तब वह बेहोशी की हालत में था। बच्चे के सिर में एक रॉड घुसी हुई थी। मरीज की हालत बहुत गंभीर थी। देखने के बाद ऐसा लगा कि मरीज बच नहीं पाएगा। फिर भी उसका इलाज करना बहुत जरूरी था। हमारी PGIMS की इमरजेंसी टीम तुरंत सक्रिय हो गई। हमारी टीम ने जल्द से जल्द मरीज को ऑपरेशन के लिए शिफ्ट किया। सवाल :बच्चे की जान कैसे बचाई और क्या-क्या कदम उठाए?
डॉ. गोपाल : सबसे बड़ा चैलेंज यह था कि जो रॉड सिर में लगी हुई है, वह रॉड कोई मूवमेंट न करे। अगर रॉड हिलेगी तो दिमाग के अंदर और भी डैमेज करेगी। रॉड में जंग भी लगा हुआ था। इसलिए यह भी अंदेशा था कि मरीज के दिमाग में जंग भी चली गई होगी, इंफेक्शन भी हो सकता है। पैरालिसिस का भी खतरा था। सवाल : कितना समय ऑपरेशन में लगा?
डॉ. गोपाल : इस ऑपरेशन में करीब 4 घंटे का समय लगा। जब मरीज ट्रामा सेंटर में आया तो सबसे पहले इमरजेंसी टीम ने संभाला। प्राथमिक उपचार किया और स्टेबलाइज किया। इसके बाद न्यूरो सर्जरी टीम को सूचना दी। न्यूरो सर्जरी टीम ने फटाफट मरीज को देखा और उसका सीटी स्कैन कराया। इसके बाद मुझे बताया। हमने बिना देरी किए ऑपरेशन का फैसला लिया। रॉड करीब 8-10 सेंटीमीटर तक ब्रेन के अंदर घुसी हुई थी। यह लेफ्ट पार्ट ऑफ फ्रंटल एरिया में थी। यह ऑब्लिक डारेक्शन में थी और काफी हिस्सों को डैमेज करते हुए अंदर चली गई थी। सवाल : जब ऑपरेशन कर रहे थे तो दिमाग में क्या चल रहा था?
डॉ. गोपाल : जब हमने ऑपरेशन के लिए मरीज को लिया था, तब हमें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि मरीज इतना स्वस्थ होगा। ऑपरेशन करने के समय हमें बिल्कुल केयरफुल रहना पड़ा। रॉड अंदर घुसी हुई थी और मरीज को बेहोश भी करना था। उस दौरान जरा भी रॉड में मूवमेंट आती है तो वह ब्रेन को डैमेज करते हुए जाती। इस केस में बोन फ्रैक्चर थी। रॉड के आसपास का बोन हटाकर आसपास का सारा एरिया फ्री करने के बाद रॉड निकाली। सवाल : इस तरह के केस में देखने में आया है कि मरीज बहुत देरी से रिकवर करता है। इस बच्चे में क्या स्थिति है?
डॉ. गोपाल : इस तरह के केस में मरीज काफी देर से रिकवर करते हैं या फिर मरीज बच नहीं पाते। दूसरी प्रॉब्लम यह रहती है कि मरीज को इंफेक्शन हो जाता है, क्योंकि आयरन पार्टिकल जो ब्रेन में जमा हो जाते हैं, वह रस्टिड फॉम में होते हैं और यह ब्रेन के लिए बहुत ही घातक हैं। सवाल : मरीज के परिजनों का कितना साथ मिला?
डॉ. गोपाल : हमें मरीज के परिजनों का पूरा सपोर्ट मिला। पेरेंट्स काफी घबराए हुए थे। जब अस्पताल आए तो उन्हें भी यह लग रहा था कि हमारा बच्चा सर्वाइव नहीं कर पाएगा। हमें भी यह लग रहा है कि यह चमत्कार है। नतीजा हमने देखा तो लगा कि हमारा निर्णय बिल्कुल अच्छा था। पेरेंट्स ने किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया। सवाल : इस तरह का पहले भी कोई ऑपरेशन किया है?
डॉ. गोपाल : मैं PGIMS रोहतक में पिछले 8 साल से कार्यरत हूं। ऐसा ऑपरेशन हमने यहां पर पहले नहीं किया। ऐसा ऑपरेशन मैंने पहली बार किया है। रोहतक PGI में इस तरह का केस ही पहली बार आया है। सवाल : मरीज की कब तक पूरी तरह स्वस्थ होने की उम्मीद है?
डॉ. गोपाल : मरीज अभी काफी रिकवर कर चुका है। वह इतना हेल्दी हो चुका है कि उसने चलना फिरना स्टार्ट कर दिया है। हमें लगता है कि मरीज एक-दो हफ्ते में पहले की तरह हो स्वस्थ हो जाएगा। सवाल : इस तरह की घटनाओं को लेकर दूसरों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
डॉ. गोपाल : ऐसी घटनाएं अगर होती हैं तो मेरी सलाह यह होगी कि जहां भी मस्तिष्क के अंदर रॉड चली गई हो, उस रॉड को निकालने की कोशिश न करें। दूसरी चीज, रॉड को सहारे से, हाथ से, मरीज को ट्रांसपोर्ट सिस्टम की मदद ली जाए। पैरा-क्लीनिकल स्टाफ व अस्पताल स्टाफ से भी मदद की रिक्वेस्ट कर सकते हैं। आम आदमी आसपास की चीजें, जिससे मरीज को और इंजरी हो सकती है, रॉड और भी अंदर जा सकती है, ऐसी चीजों से हमें मरीज को बचाना है। पैनिक न करें और जितना जल्द से जल्द अपने पास के स्वास्थ्य केंद्र में रिपोर्ट करें और वहां के डॉक्टर से इलाज स्टार्ट करवाएं।
कांग्रेस के हरियाणा चुनाव में धांधली के आरोप खारिज:चुनाव आयोग ने 1600 पेज का जवाब दिया, कहा- आरोप गलत और तथ्यहीन, नसीहत भी दी
कांग्रेस के हरियाणा चुनाव में धांधली के आरोप खारिज:चुनाव आयोग ने 1600 पेज का जवाब दिया, कहा- आरोप गलत और तथ्यहीन, नसीहत भी दी चुनाव आयोग (EC) ने मंगलवार को कांग्रेस के हरियाणा विधानसभा चुनाव में धांधली के आरोपों को खारिज कर दिया। EC ने 1600 पेज के जवाब में आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन बताया। आयोग ने कहा, ‘मतदान और मतगणना जैसे संवेदनशील समय के दौरान गैरजिम्मेदाराना आरोप लगाने से अशांति और अराजकता पैदा हो सकती है। आयोग ने पिछले एक साल में 5 मामलों का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी को नसीहत दी और कहा कि आरोप लगाने में सावधानी बरते और बिना किसी सबूत के इलेक्टोरल ऑपरेशन पर आदतन हमला करने से बचे। राज्य में एक फेज यानी 5 अक्टूबर को मतदान हुआ था और 8 अक्टूबर को रिजल्ट आए थे। मतगणना के दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि कुछ EVM 99 प्रतिशत बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं, जबकि कुछ 60-70 और 80 प्रतिशत से कम बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं। कांग्रेस ने 13 अक्टूबर को शिकायत की थी, धांधली का आरोप लगाया कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव में EVM की गड़बड़ी का दावा करते हुए चुनाव आयोग से 13 अक्टूबर को शिकायत की थी। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा था कि 20 सीटों पर मतगणना के दौरान EVM में गड़बड़ी पाई गई। इन सीटों के उम्मीदवारों ने लिखित और मौखिक शिकायतें दर्ज की थीं। कांग्रेस ने इनकी सूची चुनाव आयोग को भेजी है।
खेड़ा ने कहा था कि यह अजीब है कि जिन मशीनों में 99% बैटरी चार्ज रही, उन्हीं सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार हारे हैं। वहीं, 60-70% बैटरी चार्ज वाली मशीन वे हैं जिन पर कांग्रेस उम्मीदवार जीते हैं। मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% और बाकी सामान्य मशीनें 60-70% चार्ज थीं। हमारी मांग है कि जांच पूरी होने तक उन मशीनों को सील और सुरक्षित रखा जाना चाहिए। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगाई थी
कांग्रेस नेता प्रिया मिश्रा और विकास बंसल ने 16 अक्टूबर को 20 सीटों पर वोटिंग-काउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, 17 अक्टूबर को अदालत ने इसे खारिज भी कर दिया था।
याचिका में कहा गया था कि चुनाव आयोग ने EVM से हरियाणा में चुनाव कराए हैं। उसी के आधार पर रिजल्ट भी घोषित किए हैं। मगर, कुछ EVM 99% बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं, जबकि कुछ 60-70 और 80% से कम बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि कुछ EVM में काउंटिंग वाले दिन भी 99% बैटरी थी। पूरी खबर पढ़ें ये खबर भी पढ़ें:
भास्कर एक्सप्लेनर-केजरीवाल फिर फेल, लेकिन 5 सीटों पर किया खेल:हरियाणा में AAP से गठबंधन न करना क्या कांग्रेस की बड़ी गलती हरियाणा में आम आदमी पार्टी अपनी तीसरी कोशिश में भी फेल हो गई है। पार्टी ने 88 सीटों पर कैंडिडेट्स उतारे थे, लेकिन कोई नहीं जीत सका। हालांकि AAP ने 5 सीटों पर कांग्रेस के साथ खेल कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…
रोहतक की छात्रा का अपहरण करने वाला डॉक्टर गिरफ्तार:संबंध बनाने के विरोध में की पिटाई, पीड़िता बोली- 7 माह से करता था परेशान
रोहतक की छात्रा का अपहरण करने वाला डॉक्टर गिरफ्तार:संबंध बनाने के विरोध में की पिटाई, पीड़िता बोली- 7 माह से करता था परेशान हरियाणा के रोहतक पीजीआई में BDS छात्रा को का अपहरण करके मारपीट करने वाले आरोपी सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आरोपी डॉक्टर को अदालत में पेश करके 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान आरोपी से पूछताछ की जाएगी। वहीं इससे पहले मामले का पता लगते ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता भी रोहतक पीजीआई में पहुंचे थे। जिन्होंने अधिकारियों से इस मामले में फीडबैक लिया और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। पीड़िता का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें पीड़िता अपने घाव दिखाती नजर आ रही है। आरोप है कि आरोपी डॉक्टर उससे शादी करने का दबाव बना रहा। जबकि वह इससे इनकार कर रही थी। पीड़ित छात्रा बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) की फर्स्ट ईयर की छात्रा है। वहीं, एनाटॉमी विभाग का रेजिडेंट डॉक्टर मनिंदर छात्र-छात्राओं को पढ़ाता है। खुद पीजीआईएमएस से एमडी की डिग्री कर रहा था, जिसे अब हेल्थ यूनिवर्सिटी ने कैंसिल कर दिया है। मेडिकल कैंपस से ले गया, अंबाला-चंडीगढ़ घुमाता रहा पीड़ित छात्रा का आरोप है कि 16 अगस्त की शाम को आरोपी मनिंदर ने मेडिकल कैंपस से उसे अगवा कर लिया। रात को वह उसे अंबाला और चंडीगढ़ घुमाता रहा। आरोप है कि डॉक्टर ने शादी और संबंध बनाने का दबाव बनाया। विरोध करने पर को बुरी तरह पीटा। पिटाई से शरीर पर चोट के निशान बन गए। इसके बाद 17 अगस्त की शाम तकरीबन 3.30 बजे छात्रा को पीजीआईएमएस के गेट पर फेंककर फरार हो गया। इसके बाद छात्रा ने घटना की सूचना परिजनों को दी। उन्होंने पीजीआईएमएस प्रशासन और पुलिस को मामले से अवगत कराया। पुलिस ने अपहरण और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर आरोपी डॉक्टर मनिंदर को गिरफ्तार कर लिया। 7 माह से पीछे पड़ा था डॉक्टर
पीड़ित छात्रा ने बताया कि सीनियर डॉक्टर 7 माह से पीछे पड़े हुए था। जब भी उनको बोलती कि उनके साथ नहीं रहना है तो मारपीट और टॉर्चर करता। उसका सामान छीन लिया जाता। यही नहीं सीनियर डॉक्टर धमकी देता कि अटेंडेंस शॉर्ट कर देंगे। परीक्षा में नहीं बैठने देंगे। डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद वकील और परिजनों के सामने छात्रा की काउंसिलिंग कराई। इसके अलावा छात्रा का मेडिकल भी कराया गया, फिर छात्रा के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए गए।