हरियाणा में रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे में बेटे और पत्नी का गला रेत खुद की गर्दन काटने वाले शख्स ने वारदात के पहले घर में आग लगाई थी। हालांकि परिजनों ने समय रहते उसे बुझा दिया था। बाद में उसने पत्नी-बेटे का गला रेत दिया। तीनों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई हैं। उनका रोहतक PGIMS में इलाज चल रहा है। कोसली पुलिस के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम की असली सच्चाई बयान दर्ज होने के बाद ही पता चल पाएगी। फिलहाल तीनों में से कोई भी बयान देने की हालत में नहीं है। बता दें कि रेवाड़ी के श्यामनगर गांव का रहने वाला दिनेश (38) काफी समय से डिप्रेशन में चल रहा था। जिसके चलते अक्सर उसका घर में झगड़ा भी होता रहता था। घरेलू कलह और डिप्रेशन के चलते 14 अक्टूबर की रात दिनेश ने पहले घर में रखे सामान में आग लगा दी थी। आग लगने के बाद जब घर में मौजूद पत्नी और बच्चे को पता चला कि दोनों ने मिलकर आग को बुझा दिया। पुलिस के मुताबिक, इसके बाद दिनेश ने रात दो बजे सबसे पहले अपनी पत्नी सरोज पर धारधार हथियार से हमला करते हुए उसकी गर्दन पर वार किए। पत्नी के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर 16 साल के बेटे लक्ष्य की आंख खुल गई। वह अपनी मां को बचाने के लिए पहुंचा तो दिनेश ने लक्ष्य का भी गला रेत दिया। दोनों खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गए। इसके बाद आरोपी दिनेश ने खुद का गला काटकर सुसाइड करने की कोशिश की। काफी हंगामे के बाद पास में रहने वाले दिनेश के भाई इंद्रजीत को जब इसकी जानकारी मिली तो वह घर के अंदर पहुंचा, जहां तीनों खून से लथपथ पड़े हुए थे। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस की सहायता से तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें रोहतक पीजीआई में रेफर कर दिया गया। तीनों की हालत अब भी गंभीर पुलिस के मुताबिक, तीनों की गर्दन पर गहरे घाव है। जिसकी वजह से उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। हालांकि डॉक्टरों की टीम तीनों का इलाज कर रही है। प्रारंभिक जांच में दिनेश के डिप्रेशन में होने के कारण अक्सर घर में झगड़ा होने की बात सामने आई है। हालांकि पुलिस दूसरे एंगल से भी मामले की जांच कर रही है। बयान दर्ज होने के बाद असली सच्चाई पता चलेगी कोसली डीएसपी विद्यानंद ने बताया कि हमारी टीम को दिनेश के भाई इंद्रजीत सिंह की तरफ से सूचना मिली थी। इस घटनाक्रम के पीछे के असली कारणों का पता लगाने में पुलिस टीम लगी हुई है। तीनों अभी बयान दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है। बयान दर्ज होने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे में बेटे और पत्नी का गला रेत खुद की गर्दन काटने वाले शख्स ने वारदात के पहले घर में आग लगाई थी। हालांकि परिजनों ने समय रहते उसे बुझा दिया था। बाद में उसने पत्नी-बेटे का गला रेत दिया। तीनों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई हैं। उनका रोहतक PGIMS में इलाज चल रहा है। कोसली पुलिस के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम की असली सच्चाई बयान दर्ज होने के बाद ही पता चल पाएगी। फिलहाल तीनों में से कोई भी बयान देने की हालत में नहीं है। बता दें कि रेवाड़ी के श्यामनगर गांव का रहने वाला दिनेश (38) काफी समय से डिप्रेशन में चल रहा था। जिसके चलते अक्सर उसका घर में झगड़ा भी होता रहता था। घरेलू कलह और डिप्रेशन के चलते 14 अक्टूबर की रात दिनेश ने पहले घर में रखे सामान में आग लगा दी थी। आग लगने के बाद जब घर में मौजूद पत्नी और बच्चे को पता चला कि दोनों ने मिलकर आग को बुझा दिया। पुलिस के मुताबिक, इसके बाद दिनेश ने रात दो बजे सबसे पहले अपनी पत्नी सरोज पर धारधार हथियार से हमला करते हुए उसकी गर्दन पर वार किए। पत्नी के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर 16 साल के बेटे लक्ष्य की आंख खुल गई। वह अपनी मां को बचाने के लिए पहुंचा तो दिनेश ने लक्ष्य का भी गला रेत दिया। दोनों खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गए। इसके बाद आरोपी दिनेश ने खुद का गला काटकर सुसाइड करने की कोशिश की। काफी हंगामे के बाद पास में रहने वाले दिनेश के भाई इंद्रजीत को जब इसकी जानकारी मिली तो वह घर के अंदर पहुंचा, जहां तीनों खून से लथपथ पड़े हुए थे। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस की सहायता से तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें रोहतक पीजीआई में रेफर कर दिया गया। तीनों की हालत अब भी गंभीर पुलिस के मुताबिक, तीनों की गर्दन पर गहरे घाव है। जिसकी वजह से उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। हालांकि डॉक्टरों की टीम तीनों का इलाज कर रही है। प्रारंभिक जांच में दिनेश के डिप्रेशन में होने के कारण अक्सर घर में झगड़ा होने की बात सामने आई है। हालांकि पुलिस दूसरे एंगल से भी मामले की जांच कर रही है। बयान दर्ज होने के बाद असली सच्चाई पता चलेगी कोसली डीएसपी विद्यानंद ने बताया कि हमारी टीम को दिनेश के भाई इंद्रजीत सिंह की तरफ से सूचना मिली थी। इस घटनाक्रम के पीछे के असली कारणों का पता लगाने में पुलिस टीम लगी हुई है। तीनों अभी बयान दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है। बयान दर्ज होने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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यहां पहुंचने के बाद काला राणा गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया के संपर्क में आया। इन दोनों बड़े गैंगस्टर के साथ मिलकर अपनी गैंग को दिल्ली-हरियाणा में एक्टिव कर दिया। गैंग के गुर्गों के जरिए उसने सोनीपत में मातूराम हलवाई के यहां फिरौती के लिए फायरिंग कराई। इसके बाद सोनीपत में ही शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल करा दिया। यही नहीं काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के तिलक नगर में एक नामी शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। उसके बाद 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में अमन जून नाम के शख्स की गैंगवारी में हत्या करा दी। 24 जून को उसने हिसार में इनेलो नेता रामभगत के बेटे के शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। एक बाद एक काला खैरमपुरिया का नाम पुलिस के रोजनामचे में चढ़ता गया। हिसार की घटना के बाद पुलिस के साथ-साथ सरकार की भी काफी किरकिरी हुई। इसी के चलते एसटीएफ ने कमान संभाली और फिर सबसे पहले पुलिस ने उस पते को ढूंढ निकाला, जिसके जरिए काला फर्जी पासपोर्ट बनवाकर देश छोड़कर भागा था। पुलिस ने उसी पते के आधार पर काला की ट्रैवलिंग रूट की हिस्ट्री खंगाली और फिर उसका पुख्ता ठिकाना पता लगने के बाद पासपोर्ट रद्द करवाकर उसे अरेस्ट कर लिया।
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