हरियाणा के रेवाड़ी शहर में सर्दी से पहले प्रदूषण के कारण हवा खराब होने लगी है। तमाम पाबंदियों के बावजूद सड़कों पर खुलेआम कूड़ा जलाया जा रहा है। मंगलवार को रेवाड़ी के धारूहेड़ा में एक्यूआई 250 तक पहुंच गया। सुबह के समय स्मॉग की हल्की परत भी दिखाई देने लगी है। डॉक्टरों का कहना है कि हृदय और अस्थमा के रोगियों को सावधान रहने की जरूरत है। अगर वे समय रहते नहीं जागे तो हालात बद से बदतर होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। दरअसल रेवाड़ी के धारूहेड़ा और साथ लगते भिवाड़ी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खराब स्थिति में चल रहा है। हवा में नमी बढ़ने के साथ ही वाहनों से निकलने वाले धुएं और सड़कों पर उड़ती धूल के कारण हालात और खराब हो सकते हैं। इसके अलावा शहर में सबसे बड़ी समस्या सड़कों पर खुलेआम कूड़ा जलाना है, जो प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण भी है। मंगलवार सुबह झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने रेवाड़ी के कंटेनर डिपो के पास एचएसवीपी की खाली जमीन पर कूड़े में आग लगा दी। आग के कारण पूरा इलाका काफी देर तक धुएं से भरा रहा। इस कारण सुबह इस इलाके में टहलने आए लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस योजना नहीं है। खुले में पड़ी है निर्माण सामग्री बढ़ते प्रदूषण के कारण नगर निकायों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। निर्माण सामग्री बेचने वालों ने रोड़ी, बजरी आदि को खुले में डाला हुआ है। खुले में पड़ी निर्माण सामग्री को ढकवाकर रखने लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा दुकानदारों को निर्देश नहीं दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त बड़ी तादाद में निर्माण कार्य चल रहे हैं। वहां जाकर भी कोई निर्देश नहीं दिए जा रहे हैं इसलिए जमकर धूल उड़ रही है। खूब जल रहा है कचरा प्रदूषण का एक अहम कारण कचरा जलाना भी है। लोग कचरा जलाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। इसका अहम कारण यह है कि नगर परिषद ने कचरा जलाने वालों के खिलाफ सिर्फ एक दिन ही कार्रवाई की थी। इसके बाद से नप अधिकारी अपने दफ्तर से बाहर ही नहीं निकले हैं। यहां तक कि सरकारी प्रतिष्ठानों के आसपास ही कचरे को आग के हवाले किया जा रहा है। हरियाणा के रेवाड़ी शहर में सर्दी से पहले प्रदूषण के कारण हवा खराब होने लगी है। तमाम पाबंदियों के बावजूद सड़कों पर खुलेआम कूड़ा जलाया जा रहा है। मंगलवार को रेवाड़ी के धारूहेड़ा में एक्यूआई 250 तक पहुंच गया। सुबह के समय स्मॉग की हल्की परत भी दिखाई देने लगी है। डॉक्टरों का कहना है कि हृदय और अस्थमा के रोगियों को सावधान रहने की जरूरत है। अगर वे समय रहते नहीं जागे तो हालात बद से बदतर होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। दरअसल रेवाड़ी के धारूहेड़ा और साथ लगते भिवाड़ी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खराब स्थिति में चल रहा है। हवा में नमी बढ़ने के साथ ही वाहनों से निकलने वाले धुएं और सड़कों पर उड़ती धूल के कारण हालात और खराब हो सकते हैं। इसके अलावा शहर में सबसे बड़ी समस्या सड़कों पर खुलेआम कूड़ा जलाना है, जो प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण भी है। मंगलवार सुबह झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने रेवाड़ी के कंटेनर डिपो के पास एचएसवीपी की खाली जमीन पर कूड़े में आग लगा दी। आग के कारण पूरा इलाका काफी देर तक धुएं से भरा रहा। इस कारण सुबह इस इलाके में टहलने आए लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस योजना नहीं है। खुले में पड़ी है निर्माण सामग्री बढ़ते प्रदूषण के कारण नगर निकायों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। निर्माण सामग्री बेचने वालों ने रोड़ी, बजरी आदि को खुले में डाला हुआ है। खुले में पड़ी निर्माण सामग्री को ढकवाकर रखने लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा दुकानदारों को निर्देश नहीं दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त बड़ी तादाद में निर्माण कार्य चल रहे हैं। वहां जाकर भी कोई निर्देश नहीं दिए जा रहे हैं इसलिए जमकर धूल उड़ रही है। खूब जल रहा है कचरा प्रदूषण का एक अहम कारण कचरा जलाना भी है। लोग कचरा जलाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। इसका अहम कारण यह है कि नगर परिषद ने कचरा जलाने वालों के खिलाफ सिर्फ एक दिन ही कार्रवाई की थी। इसके बाद से नप अधिकारी अपने दफ्तर से बाहर ही नहीं निकले हैं। यहां तक कि सरकारी प्रतिष्ठानों के आसपास ही कचरे को आग के हवाले किया जा रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल पोस्टल बैलेट की गिनती में पूर्व CM हारे:EVM में मिली जीत, भाजपा का वोट शेयर 15.2% गिरा, कांग्रेस का 18% बढ़ा करनाल लोकसभा सीट के नतीजे सबके सामने हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल ईवीएम में भले ही लोकसभा चुनाव जीत गए हों, लेकिन पोस्टल बैलेट की गिनती में मनोहर लाल हार गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा को पोस्टल बैलेट में 2271 वोट मिले, जबकि मनोहर लाल को सिर्फ 2003 वोट मिले, यानी मनोहर लाल दिव्यांशु से 268 वोटों से हार गए, लेकिन ईवीएम की गिनती में उन्होंने दिव्यांशु को हरा दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव के वोट प्रतिशत पर नजर डालें तो भाजपा के संजय भाटिया को 70.1 फीसदी और कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 19.6 फीसदी वोट मिले थे, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मनोहर लाल को 54.91 फीसदी और कांग्रेस के दिव्यांशु को 37.65 फीसदी वोट मिले थे। 2019 के मुकाबले 2024 में भाजपा का वोट प्रतिशत 15.2 प्रतिशत गिरा है, जबकि 2019 के मुकाबले 2024 में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 18 प्रतिशत बढ़ा है। मतदाताओं पर पकड़ नहीं बना पाई भाजपा मनोहर लाल दो बार सीएम रह चुके हैं और उस हिसाब से मनोहर लाल को 2019 का रिकॉर्ड तोड़ना था, लेकिन मनोहर लाल करनाल लोकसभा के मतदाताओं के बीच कहीं भी अपनी पकड़ नहीं बना पाए। नतीजतन वोटों का अंतर 2.32 लाख रह गया। अगर कांग्रेस के नेता तोड़फोड़ का शिकार न होते तो शायद नतीजे कांग्रेस के पक्ष में जा सकते थे। लोकसभा के किन-किन विधानसभाओं में गिरा BJP का ग्राफ हरियाणा के करनाल लोकसभा में 9 विधानसभा क्षेत्र है। करनाल में 5 और पानीपत 4 विधानसभा आती है। करनाल में नीलोखेड़ी, इंद्री, करनाल, घरौंडा और असंध शामिल है, जबकि पानीपत में पानीपत शहरी, पानीपत ग्रामीण, समालखा और इसराना है। 2019 में भाजपा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और कांग्रेस की स्थिति उस वक्त बेहद कमजोर नजर आई थी। 2024 में भले ही BJP चुनाव जीत गई हो, लेकिन विधानसभाओं में BJP के वोट प्रतिशत में गिरावट आई है और कांग्रेस को एक नया हाइक मिला है। जिससे कांग्रेस में नई ऊर्जा नजर आ रही है और आने वाले विधानसभा चुनावों में हरियाणा में बहुमत से सरकार बनाने का दावा तक करने लगी है। अब डालते है एक नजर विधानसभा अनुसार वोटो पर- नीलोखेड़ी विधानसभा करनाल लोकसभा के नीलोखेड़ी में BJP को 2019 में 91,943 वोट मिले थे, और कांग्रेस को 28,827 वोट मिले। लेकिन इस बार मनोहर लाल को 69,317 और दिव्यांशु को 58,432 वोट मिले है। बीजेपी को 22,636 वोट कम मिले और कांग्रेस को 29,605 वोटो का इजाफा किया। यहां पर बीजेपी का वोट घटा। यहां पर निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर रहे है, जिन्होंने बीजेपी को समर्थन दे दिया था। इंद्री विधानसभा इंद्री में 2019 में बीजेपी को 98241 वोट मिले थे और कांग्रेस को 27783 वोट, वहीं 2024 में कांग्रेस ने 59,146 वोट और बीजेपी ने 81,061 वोट हासिल किए। बीजेपी को यहां से 17,180 वोट कम मिले और कांग्रेस को 31,363 वोटो का हाईक मिला है। इंद्री में बीजेपी का ही विधायक रामकुमार कश्यप है। करनाल विधानसभा करनाल तो पूर्व का CM विधानसभा क्षेत्र रहा है, यहां पर भी वे कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। 2019 में करनाल विधानसभा में BJP को 1,08157 वोट मिले थे और कांग्रेस को 28,761 वोट मिला था, जबकि 2024 में मनोहर लाल को 90,018 वोट और दिव्यांशु को 55,394 वोट हासिल हुए। अपने ही विधानसभा में मनोहर लाल के 18,139 वोट कम मिले और दिव्यांशु को यहां पर 26,633 वोट का इजाफा हुआ है। घरौंडा विधानसभा 2019 में बीजेपी को घरौंडा विधानसभा से 1,07097 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वोट। जबकि 2019 में बीजेपी को 1,21343 और कांग्रेस को 29005 वोट मिले थे। यहां से कांग्रेस को 32,247 वोट ज्यादा मिली है और बीजेपी को 12,401 वोट कम मिली है। पानीपत शहरी विधानसभा इस बार मनोहर लाल को 96,747 वोटे मिली और 2019 में वोटो का आंकडा 1,10,624 का था, जो 13,877 वोट कम है। वहीं कांग्रेस के दिव्यांशु को इस बार 34,913 वोट मिले, और 2019 में 23,249 वोट मिले। कांग्रेस को 11,664 वोट अधिक मिले। यहां पर बीजेपी का ही विधायक रहा है। इसराना विधानसभा 2019 में बीजेपी को 81,122 वोट मिली और कांग्रेस को 19,354 वोट मिली थी। इस बार बीजेपी को 58,666 वोट मिली और कांग्रेस को 51,896 वोटे मिली। यहां पर बीजेपी सिर्फ 6770 वोटो का ही मार्जिन मिला। यहां पर कांग्रेस पिछले प्लान के मुकाबले 32,542 वोट का इजाफा कर गई। समालखा विधानसभा मनोहर लाल ने 2019 में बीजेपी को समालखा से 98726 वोट मिले थे, और कांग्रेस को 31059 को वोट मिली। इस बार बीजेपी ने 80634 वोट हासिल किए और कांग्रेस को 62297 वोटे मिली। कांग्रेस यहां से पिछले साल के मुकाबले दोगुनी वोटे ले गई और बीजेपी को हर विधानसभा की तरह कम वोटे ही मिली। विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी चुनौती ऐसे में मनोहर लाल किसी भी विधानसभा क्षेत्र से 2019 को आंकड़ा नहीं तोड़ पाए, लेकिन कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले प्लान के मुकाबले बेहतरीन रहा। ऐसे में जिस तरह के परिणाम विधानसभाओं में रहे है, इस हिसाब से आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस हरियाणा की राजनीति में बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरेगी।
पलवल में CIA ने नशा तस्कर को किया गिरफ्तार:आरोपी के पास से हेरोइन बरामद, सप्लाई के लिए जा रहा था
पलवल में CIA ने नशा तस्कर को किया गिरफ्तार:आरोपी के पास से हेरोइन बरामद, सप्लाई के लिए जा रहा था पलवल जिले के हथीन क्राइम ब्रांच (सीआईए) की टीम ने एक नशा तस्कर को 33.64 ग्राम हेरोइन सहित गिरफ्तार किया है। सीआईए की टीम को सूचना मिली कि एक युवक नशीले पदार्थों की सप्लाई के लिए जा रहा है। पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ कर तलाशी ली तो, उसके पास से मादक पदार्थ बरामद हुआ। जिसके बाद उसके खिलाफ हथीन थाने में मुकदमा दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। सीआईए ने सूचना पर की कार्रवाई सीआईए प्रभारी दीपक गुलिया ने बताया कि 9 जुलाई को देर शाम स्टाफ में तैनात एएसआई उपदेश कुमार के नेतृत्व में टीम नशा गतिविधियों पर रोकथाम अभियान के तहत हथीन थाना क्षेत्र में गश्त पर थी। उसी दौरान सूचना मिली कि खिल्लुका गांव निवासी साहिद उर्फ फारुख गांव में मादक पदार्थ हेरोइन (चिट्टा) को बेचने के लिए घूम रहा है। टीम ने तुरंत गांव के बाहर ईदगाह के पास से मादक पदार्थ सहित काबु कर लिया। तलाशी के दौरान मिली हेरोइन सूचना देकर नोडल अधिकारी डीएसपी हथीन सुरेश भड़ाना को मौके पर बुलाया गया। डीएसपी की देखरेख में आरोपी की तलाशी ली गई तो उससे बरामद पालिथीन के अंदर 5 छोटी पैकिंग में नशीला पदार्थ 33.64 ग्राम हेरोइन मिली। बरामद मादक पदार्थ को टीम ने कब्जे में लेकर आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत हथीन थाने में मुकदमा दर्ज कर दिया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उससे बरामद मादक पदार्थ को वह कहां से लेकर आता है और किसे बेचता है।
हरियाणा में JJP के प्रभारी और जिलाध्यक्ष घोषित:विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती में लगी पार्टी, बबीता फोगाट के चाचा को मिली जिम्मेदारी
हरियाणा में JJP के प्रभारी और जिलाध्यक्ष घोषित:विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती में लगी पार्टी, बबीता फोगाट के चाचा को मिली जिम्मेदारी हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) ने विधानसभा चुनाव से पहले संगठन मजबूती का काम शुरू कर दिया है। JJP ने हरियाणा के सभी जिलों में जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं और 7 जिलों में जिला प्रभारियों के नाम फाइनल कर दिए हैं। JJP की ओर ने इन नामों का ऐलान कर दिया है। सबसे खास बात है कि चरखी दादरी से भाजपा नेत्री बबीता फोगाट के चाचा सज्जन बलाली को JJP ने जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सज्जन बलाली चौटाला परिवार के खास रहे हैं। सज्जन बलाली वर्ष 2000 से 2007 तक लगातार INLD भिवानी जिलाध्यक्ष भी रहे हैं। अब उनको नई जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा हिसार में मास्टर ताराचंद को पहले ही तरह हिसार प्रभारी और अमित बूरा को जिलाध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया है। जिन जिलों में प्रभारी और जिलाध्यक्ष दोनों की नियुक्ति की गई है बताया जा रहा है उन जिलों पर JJP का खास फोकस रहेगा। लोकसभा में 10 सीटों पर जमानत जब्त हुई थी
हरियाणा में इनेलो पार्टी से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। 2019 में सत्ता की चाबी हाथ में लेकर चलने वाली JJP को हरियाणा के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी और 10 की 10 लोकसभा सीटों पर ना केवल हार हुई बल्कि जमानत भी जब्त हो गई। इतना ही नहीं पार्टी हरियाणा की 90 विधानसभा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। जजपा का वोट शेयर पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत रहा, जो बसपा और इनेलो से भी कम है। पूरे हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह हाल तब रहा जब हरियाणा में उप मुख्यमंत्री पद जैसे कई बड़े विभाग JJP के पास थे। तीन महीने पहले सीट शेयरिंग पर टूटा था गठबंधन
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सीट शेयरिंग के मामले को लेकर हरियाणा में तकरीबन साढ़े 4 साल से मिलकर सरकार चला रहे BJP और JJP का गठबंधन टूट गया था। लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाने के कारण दोनों दल अलग-अलग हो गए। जजपा भाजपा के साथ गठबंधन में रहते हुए लोकसभा की 2 सीटे मांग रही थी मगर भाजपा खुद के दम पर चुनाव लड़ने के पक्ष में थी। हरियाणा में JJP को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
जननायक जनता पार्टी (JJP) को पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत ही वोट मिल पाए हैं। सबसे खराब स्थित सोनीपत, अंबाला, रोहतक, कुरूक्षेत्र और सोनीपत की रही। यहां JJP प्रत्याशी 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्डा को 5361 वोट मिले। वहीं सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि बसपा और इनेलो की भी चुनाव में जमानत जब्त हुई।