रेवाड़ी में वीरवार को हुई एक महिला की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतका की पुत्रवधू को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार की गई आरोपी महिला की पहचान मोहल्ला विजयनगर निवासी चंचल के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि मोहल्ला विजयनगर निवासी ओमप्रकाश ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी बहन माया देवी मोहल्ला विजयनगर में ही रहती है और उसके जीजा नरेश कुमार बीएसएफ में नौकरी करते हैं। ओमप्रकाश ने बताया था कि 23/24 मई की रात को उसके भांजे का फोन आया और घर पर कोई घटना होने के बारे में बतलाया। जिसके बाद जब वह अपनी बहन के घर पर पहुंचा तो मेन गेट पर ताला लगा हुआ था। सास करती थी झगड़ा, इसलिए चाकू मारा इसके बाद वह साइड के प्लॉट से दीवार कूदकर अंदर गया तो एक गेट वहां से खुला हुआ मिला। जब वह मकान के अंदर पहुंचा तो उसकी बहन की पुत्रवधू चंचल ने अपने आप को कमरे के अंदर से बंद किया हुआ था और साइड वाले कमरे में उसकी बहन का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था। शरीर पर चाकू के निशान भी थे। जिस पर पुलिस ने थाना माडल टाउन, रेवाड़ी में हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस मृतक महिला की पुत्रवधू चंचल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी सास उसके साथ आए दिन झगड़ा करती थी। घटना की शाम को खाने को लेकर उसकी अपनी सास माया देवी के साथ कहासुनी हो गई थी। इसी विवाद के कारण गुस्से में आकर उसने अपनी सास की चाकू से गोद कर हत्या कर दी। जो इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला चंचल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी महिला को पेश अदालत करके पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रेवाड़ी में वीरवार को हुई एक महिला की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतका की पुत्रवधू को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार की गई आरोपी महिला की पहचान मोहल्ला विजयनगर निवासी चंचल के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि मोहल्ला विजयनगर निवासी ओमप्रकाश ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी बहन माया देवी मोहल्ला विजयनगर में ही रहती है और उसके जीजा नरेश कुमार बीएसएफ में नौकरी करते हैं। ओमप्रकाश ने बताया था कि 23/24 मई की रात को उसके भांजे का फोन आया और घर पर कोई घटना होने के बारे में बतलाया। जिसके बाद जब वह अपनी बहन के घर पर पहुंचा तो मेन गेट पर ताला लगा हुआ था। सास करती थी झगड़ा, इसलिए चाकू मारा इसके बाद वह साइड के प्लॉट से दीवार कूदकर अंदर गया तो एक गेट वहां से खुला हुआ मिला। जब वह मकान के अंदर पहुंचा तो उसकी बहन की पुत्रवधू चंचल ने अपने आप को कमरे के अंदर से बंद किया हुआ था और साइड वाले कमरे में उसकी बहन का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था। शरीर पर चाकू के निशान भी थे। जिस पर पुलिस ने थाना माडल टाउन, रेवाड़ी में हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस मृतक महिला की पुत्रवधू चंचल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी सास उसके साथ आए दिन झगड़ा करती थी। घटना की शाम को खाने को लेकर उसकी अपनी सास माया देवी के साथ कहासुनी हो गई थी। इसी विवाद के कारण गुस्से में आकर उसने अपनी सास की चाकू से गोद कर हत्या कर दी। जो इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला चंचल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी महिला को पेश अदालत करके पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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नारनौल में तापमान ने तोड़ा 58 साल का रिकॉर्ड:48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान भी रहा 32 डिग्री सेल्सियस
नारनौल में तापमान ने तोड़ा 58 साल का रिकॉर्ड:48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान भी रहा 32 डिग्री सेल्सियस हरियाणा के नारनौल में गर्मी ने आज 58 साल का रिकॉर्ड तोड दिया। नारनौल शहर का अधिकतम तापमान आज 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि इससे पूर्व मई माह में यह 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। तेज गर्मी की वजह से दिन के समय लोगों का हाल बेहाल रहा। संपूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर नौतपा का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। संपूर्ण इलाके में आसमान से आग बरस रही है। झुलसाने वाली भीषण गर्मी और गंभीर उष्ण लहर व उष्ण रात्रि ने लोगों के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। हरियाणा के 15 जिलों में रेड अलर्ट भारतीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक हरियाणा के 15 जिलों में रेड अलर्ट और 7 जिलों में ओरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही साथ सम्पूर्ण इलाके में लगातार रिकॉर्ड तोड़ तापमान स्पीड बनाए हुए हैं। सम्पूर्ण हरियाणा में 26 सालों बाद सबसे ज्यादा मई महीना गर्म रहा है। महेंद्रगढ़ जिले में नारनौल और महेंद्रगढ़ का रात्रि तापमान क्रमशः 32.0 डिग्री सेल्सियस और 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जो सामान्य रात्रि तापमान से 7.5 डिग्री सेल्सियस अधिक बने हुए हैं। सम्पूर्ण जिला में आमजन को आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से रूबरू होना पड़ रहा है। मौसम विशेषज्ञ ने दी जानकारी मौसम विशेषज्ञ डा. चंद्र मोहन ने बताया कि इस साल नौतपा अपने असली रूप को धारण किए हुए हैं। 25 मई को नौतपा शुरू हुआ था। उसके बाद लगातार तापमान स्पीड बनाए हुए हैं। आज नौतपा का चौथा दिन है। लगातार सूर्य आग उगल रहा है साथ ही साथ सिंध बलूचिस्तान और थार मरुस्थल से सीधी पश्चिमी शुष्क गर्म हवाओं का रुख सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा और दिल्ली एनसीआर पर किए हुए हैं। इसके अलावा वर्तमान समय में कोई मौसम प्रणाली भी सक्रिय नहीं है। जिसकी वजह से हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में लगातार आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं अपने तेवरों को और ज्यादा प्रचंड बनाए हुए हैं। आने वाले तीन दिनों तक हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में आमजन को भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से रूबरू होना पड़ेगा राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं। 58 साल का रिकॉर्ड टूटा 31 मई को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 31 मई से 3 जून के दौरान मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 3 जून को यह मौसम प्रणाली संपूर्ण इलाके से आगे निकल जाएगी। उसके बाद भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर हीट वेव लू और तापमान में बढ़ोतरी का तीसरा दौर देखने को मिलेगा। महेंद्रगढ़ जिले में भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर उष्ण लहर और उष्ण रात्रि अपने तेवर को और प्रचंड किए हुए हैं। यहां आज पिछले 58 साल का सबसे ज्यादा दिन का तापमान दर्ज हुआ है, जो पहले सन 1966 में (21 मई 1966) 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि आज 28 मई 2024 को महेंद्रगढ़ का 48.8 डिग्री सेल्सियस और नारनौल का 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
हरियाणा में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पर मंथन तेज:हरविंद्र कल्याण और कृष्ण मिड्ढा पर दांव संभव, जींद-करनाल से नहीं बना कोई मंत्री
हरियाणा में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पर मंथन तेज:हरविंद्र कल्याण और कृष्ण मिड्ढा पर दांव संभव, जींद-करनाल से नहीं बना कोई मंत्री हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के बाद नायब सरकार ने 17 अक्टूबर को मंत्रीमंडल पद की शपथ ली। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरा एनडीए परिवार शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचा। अब मंत्रीमंडल गठन के बाद स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए नामों की चर्चा शुरू हो गई है। इन पदों के लिए नामों की घोषणा कभी भी हो सकती है। करनाल की घरौंडा सीट से विधायक बने हरविंद्र कल्याण का नाम स्पीकर की दौड़ में सबसे आगे है। इसके अलावा जींद से विधायक कृष्ण मिड्ढा को डिप्टी स्पीकर बनाया जा सकता है। इन दोनों के नाम सबसे आगे चल रहे हैं। इसकी वजह भी है क्योंकि करनाल और जींद जिले को सरकार में अभी कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। करनाल की सभी 5 सीटों पर भाजपा जीती है, वहीं जींद की 4 में से 3 सीटें भाजपा जीतने में कामयाब रही। ऐसे में इन दोनों जिलों को भी सरकार में भागीदार बनने का मौका मिलेगा। हरिवंद्र इसलिए बन सकते हैं स्पीकर
करनाल की घरौंडा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर विधायक बने। रोड़ समाज से आते हैं जो भाजपा के साथ खड़ा नजर आता है। अभी तक रोड़ समाज को मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है। हरविंद्र की गिनती मनोहर लाल के खास के रूप में भी होती है। वह भाजपा के भरोसेमंद चेहरों में से एक हैं। करनाल लोकसभा की भाजपा ने सभी 9 विधानसभा जीती। पानीपत में 4 सीटें जीतीं जिसमें 2 मंत्री बनाए गए मगर 5 सीटों वाली करनाल से अभी तक कोई शामिल नहीं किया गया। कृष्ण मिड्ढा इसलिए बन सकते हैं स्पीकर
जींद विधानसभा सीट पर 2024 के चुनाव में बीजेपी के कृष्ण लाल मिड्ढा को लगातार तीसरी बार जीत हासिल हुई है। भाजपा ने अभी सिर्फ एक पंजाबी चेहरे अनिल विज को मंत्रीमंडल में शामिल किया है। पिछले मंत्रीमंडल में 2 पंजाबी चेहरे थे। जींद और हिसार में 2 पंजाबी चेहरे चुनाव जीते जिसमें कृष्ण मिड्ढा और विनोद भयाणा शामिल हैं। दोनों ही मनोहर लाल के नजदीकी माने जाते हैं। हिसार से रणबीर गंगवा कैबिनेट में शामिल किए गए इसलिए कृष्ण मिड्ढा को मौका मिल सकता है। 5 जिलों में भाजपा का एक भी विधायक नहीं
चुनाव में भाजपा ने भले ही बंपर जीत हासिल की हो, लेकिन वह हरियाणा के 5 जिलों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इन जिलों में नूंह, सिरसा, झज्जर, रोहतक और फतेहाबाद शामिल हैं। इन जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं। इन जिलों में पूर्व विधायकों व चुनाव लड़ने वाले भाजपाइयों के जरिए ही सरकार विकास का रोड़मैप तैयार करेगी, वहीं इन क्षेत्रों में चेहरा होंगे। भाजपा सरकार में पहली बार 11 कैबिनेट मंत्री
भाजपा सरकार ने हर जाति को बैलेंस करने का प्रयास मंत्रीमंडल में किया है। अबकी बार 11 कैबिनेट मंत्री बनाए हैं। 2014 में 9 कैबिनेट मंत्री थे तो वहीं 2019 में दुष्यंत चौटाला सहित 11 कैबिनेट मंत्री थे। 2014 में रामबिलास शर्मा, कर्ण देव काम्बोज, राव नरबीर सिंह, कैप्टन अभिमन्यु, विपुल गोयल, ओपी धनखड़, अनिल विज, कविता जैन, कृष्ण लाल पंवार को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। 2019 में दुष्यंत चौटाला, अनिल विज, कंवर पाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, रणजीत चौटाला, जेपी दलाल और बनवारी लाल को मौका मिला था।
हरियाणा में 5 बोनस नंबर पर SC में क्या हुआ?:जस्टिस बोले-सरकार ने खुद मुश्किलें खड़ी कीं, नई मेरिट लिस्ट वाले चयन प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे
हरियाणा में 5 बोनस नंबर पर SC में क्या हुआ?:जस्टिस बोले-सरकार ने खुद मुश्किलें खड़ी कीं, नई मेरिट लिस्ट वाले चयन प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे हरियाणा में सरकारी नौकरियों में स्थानीय युवाओं को सामाजिक व आर्थिक आधार पर 5 अतिरिक्त अंक देने को असंवैधानिक ठहराने वाले हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहराया। सुप्रीम कोर्ट ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, ‘यह नीति जनता को आकर्षित करने के लिए लोकनुभावन उपाय है। यह योग्यता को प्राथमिकता देने के सिद्धांत से भटकी हुई है। कॉमन एलिजिबििलटी टेस्ट (CET) के जरिए दूसरे राज्य के मेधावी छात्र को 60 अंक मिलते हैं और उतने ही अंक स्थानीय अभ्यर्थी को भी मिले हैं, लेकिन स्थानीय अभ्यर्थी दूसरे राज्य के अभ्यर्थी से सिर्फ इसीलिए आगे हो गया, क्योंकि 5 ग्रेस अंक मिले हैं। आप इस तरह की नीति का बचाव कैसे करेंगे कि बिना किसी प्रयास के एक अभ्यर्थी को 5 अंक दिए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 4 अपीलें दायर की थीं। जस्टिस एएस ओका व जस्टिस राजेश बिंदल की अवकाशकालीन पीठ ने सुनवाई की। सरकार की ओर से अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमानी ने दलीलें रखीं। पढ़िए प्रमुख अंश – सुप्रीम कोर्ट लाइव अटॉर्नी जनरल : ग्रुप-D के पदों पर काम करने वाले कर्मचारी स्थानीय स्तर के हैं। यह लाभ ऐसे लोगों को दिए जाते हैं, जिनके परिवार के पास आय का कोई स्रोत नहीं है। क्या ऐसे लोगों को सरकारी नौकरी में अवसर नहीं दिया जाना चाहिए? हाईकोर्ट द्वारा लिखित परीक्षा दोबारा कराने का आदेश दिया जाना सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के खिलाफ है। इन पर दोबारा से विचार करने की जरूरत है। जिन्होंने परीक्षा दी है, इसमें उनकी क्या गलती है? जस्टिस ओका : आपने अपने लिए खुद मुश्किलें खड़ी की हैं। जिस तरह से प्रक्रिया संचालित की गई है, उसके बारे में हाईकोर्ट ने आदेश में लिखा है। इसके बाद कोर्ट ने राज्य कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की याचिका खारिज करते हुए फैसले में कहा, ‘जिन अभ्यर्थियों को पहले के परिणाम के आधार पर विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया है, अगर वे CET की नई मेरिट सूची में आते हैं तो नई चयन प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति होगी। जब तक नए चयन की तैयारी नहीं हो जाती, तब तक वे पदों पर बने रहेंगे। वे नई चयन प्रक्रिया में चयनित नहीं होते तो पद छोड़ना होगा और नियुक्ति समाप्त मानी जाएगी। उन्हें अन्य कोई विशेष अधिकार नहीं होगा और वे उस अवधि के वेतन के अतिरिक्त किसी अन्य लाभ के हकदार नहीं होंगे।’ 5% अंकों के लिए 2 शर्तें थीं ग्रुप-C-D की नौकरियों में सीईटी में प्रदेश के मूल निवासियों को 5% अतिरिक्त अंक की व्यवस्था की गई थी। इसके लिए 2 शर्तें रखीं। पहली- परिवार पहचान पत्र में सालाना आय 1.80 लाख रुपए से कम हो। दूसरी- घर में पहले से कोई सरकारी नौकरी में न हो। इससे 2023 की भर्ती में कई युवा नौकरी से वंचित हुए तो हाईकोर्ट पहुंच गए। 31 मई 2024 को हाईकोर्ट ने सरकार के फैसले को रद्द कर दिया। इस पर HSSC ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट मे एडवोकेट हेमंत कुमार ने कहा कि जो अभ्यर्थी अतिरिक्त 5 अंक हटाकर भी मेरिट में आते हैं, उन्हें दिक्कत नहीं होगी। संविधान के अनुच्छेद-14, 16 के तहत वर्ग अनुसार ही आरक्षण का प्रावधान है। इस तह 5 अंक संविधान के अनुरूप नहीं हैं। 5 अंक हटाकर 6 माह में नए सिरे से मेरिट तय करने के आदेश हैं। तब तक ये नौकरी में बने रहेंगे। जो ये अंक हटाकर भी मेरिट में आते हैं, उन्हें दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सरकार के पास 3 विकल्प हेमंत कुमार के अनुसार, सरकार के पास अब तीन विकल्प हैं। सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर सकती है। हालांकि इसकी कम संभावनाएं रहती हैं कि न्यायाधीश अपना फैसला बदल दें। दूसरा- विधानसभा में विधेयक लाकर गेस्ट टीचर की तरह एडजस्ट कर दे, पर इसकी न्यायिक समीक्षा हो सकती है। तीसरा- आयोग बनाकर गरीबी को लेकर सर्वे कराए। उसकी रिपोर्ट पर कानून बना दे। हालांकि, इसे भी कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। सैनी बोले- ग्रुप-D में अतिरिक्त अंक वालों का रिजल्ट रोका हुआ है
सीएम सैनी ने कहा कि सीईटी के पहले चरण की परीक्षा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सीईटी 3 साल के लिए मान्य है। ग्रुप-डी के 13,657 पद थे। 11 हजार ने नौकरी जॉइन की। इन्हें दिक्कत नहीं है। 2,657 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्हें 5 अतिरिक्त अंकों के चलते जॉइन करना था। इनका रिजल्ट रोका हुआ था। ग्रुप-सी के चयनित करीब 12 हजार युवाओं की भर्ती को बचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। 2 हजार तकनीकी पद हैं। इसमें पदों से 4 गुना अभ्यर्थियों को बुलाया जाना था। कई पोस्ट ऐसी थीं, जिनमें आवेदन करने वालों की संख्या 4 गुना तक नहीं थी। सभी 50 हजार पदों पर भर्ती के लिए एक सप्ताह में शेड्यूल जारी होगा। ये 2 माह में पूरी की जाएंगी। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा श्वेत पत्र जारी कर बताएं कि उनके कार्यकाल में कितनी भर्ती हुई थीं। भाजपा ने 1.32 लाख नौकरियां बिना पर्ची और बिना खर्ची के दी हैं।