हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे में पब्लिक हेल्थ के कर्मचारियों ने आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर विधायक कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने इस दौरान सीएम के नाम एक ज्ञापन विधायक को सौंपा। इससे पहले कर्मचारी नया गांव मोड़ से नारेबाजी करते हुए विधायक कार्यालय पहुंचे। यूनियन के प्रधान हंसराज ने बताया कि लंबे समय से लंबित अपनी मांगों को लेकर को लेकर उन्होंने कोसली विधायक लक्ष्मण यादव को सीएम के नाम ज्ञापन दिया है। विधायक ने कर्मचारियों से ज्ञापन लेते हुए कहा कि वो जल्द की उनकी मांगो को सीएम तक पहुंचा देंगे और उनकी मांगों की पैरवी करेंगे। ये है माँगे:- यूनियन के प्रधान ने बताया कि हमारी मुख्य रूप से तीन मांगे है जिनमें टर्म अपॉइंटमेंट में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, HKRN के जो कर्मचारी 10-12 साल से कार्यरत है उनका अनुभव चढ़वाया जाए इसके साथ ही उनको पक्का किया जाए, कर्मचारियों की पुरानी पैंशन स्कीम बहाल को बहाल करना है। उनकी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा किया जाए ताकि कर्मचारियों को किसी प्रकार की समस्या ना हो। अगर सरकार उनकी मांगों की तरफ़ ध्यान नहीं देती है तो वो अपनी मांगों के लिए आर पार लड़ाई लड़ेंगे। हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बे में पब्लिक हेल्थ के कर्मचारियों ने आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर विधायक कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने इस दौरान सीएम के नाम एक ज्ञापन विधायक को सौंपा। इससे पहले कर्मचारी नया गांव मोड़ से नारेबाजी करते हुए विधायक कार्यालय पहुंचे। यूनियन के प्रधान हंसराज ने बताया कि लंबे समय से लंबित अपनी मांगों को लेकर को लेकर उन्होंने कोसली विधायक लक्ष्मण यादव को सीएम के नाम ज्ञापन दिया है। विधायक ने कर्मचारियों से ज्ञापन लेते हुए कहा कि वो जल्द की उनकी मांगो को सीएम तक पहुंचा देंगे और उनकी मांगों की पैरवी करेंगे। ये है माँगे:- यूनियन के प्रधान ने बताया कि हमारी मुख्य रूप से तीन मांगे है जिनमें टर्म अपॉइंटमेंट में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, HKRN के जो कर्मचारी 10-12 साल से कार्यरत है उनका अनुभव चढ़वाया जाए इसके साथ ही उनको पक्का किया जाए, कर्मचारियों की पुरानी पैंशन स्कीम बहाल को बहाल करना है। उनकी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा किया जाए ताकि कर्मचारियों को किसी प्रकार की समस्या ना हो। अगर सरकार उनकी मांगों की तरफ़ ध्यान नहीं देती है तो वो अपनी मांगों के लिए आर पार लड़ाई लड़ेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
रेवाड़ी में भाजपा के 3 नेता कर रहे विरोध:अरविंद-सतीश और कापड़ीवास कर रहे बैठकें; BJP कैंडिडेट लक्ष्मण की राह मुश्किल
रेवाड़ी में भाजपा के 3 नेता कर रहे विरोध:अरविंद-सतीश और कापड़ीवास कर रहे बैठकें; BJP कैंडिडेट लक्ष्मण की राह मुश्किल हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बीजेपी द्वारा टिकट वितरण के बाद टिकट से वंचित रहे दावेदारों में असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा हैं। रेवाड़ी और कोसली दोनों ही सीटों पर कोई बाहरी नहीं, बल्कि बीजेपी के नेता ही प्रत्याशियों का खुलकर विरोध कर रहे हैं। रेवाड़ी सीट पर 3 अहम दावेदार पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव और पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव की तिकड़ी लगातार बैठकें कर रही हैं। इन्हीं तीनों में से किसी एक नेता के नाम पर सहमति बनाकर उसे निर्दलीय चुनावी मैदान में उतारा जा सकता हैं। बीजेपी के 2 नेता पीपीपी के स्टेट कोआर्डिनेटर सतीश खोला और सन्नी यादव पहले ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। अगर समय रहते नाराज नेताओं को नहीं मनाया गया तो बीजेपी प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव की राह मुश्किल हो सकती हैं। क्योंकि कमोबेश इसी प्रकार की स्थिति पिछले चुनाव में भी बनी थी। जिसका खामियाजा बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर को हार कर उठाना पड़ा था। इसी तरह का माहौल इस बार भी बनाया जा रहा है। टिकट नहीं मिलने की वजह से बीजेपी से नाराज 5 नेताओं में से 2 नेता सतीश खोला और सन्नी यादव भले ही अलग राह पर चल रहे हैं। लेकिन आपस में बैठक करने में जुटे सतीश यादव, डॉ. अरविंद यादव और रणधीर सिंह कापड़ीवास इनके साथ भी बैठक कर एक सामूहिक रूप से निर्दलीय प्रत्याशी पर सहमति बनाकर उसे कैंडिडेट बना सकते हैं। दिनभर चला बैठकों का दौर गुरुवार को टिकट वितरण के बाद दिनभर नाराज नेताओं के बीच बैठकों का दौर चला। पहले सतीश यादव और रणधीर सिंह कापड़ीवास के बीच बैठक हुई। इसके बाद दोनों नेता सेक्टर-3 स्थित डॉ. अरविंद यादव की कोठी पर पहुंचे। यहां तीनों ही नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई। हालांकि बैठक के दौरान किसके नाम पर सहमति बनी, अभी ये क्लियर नहीं हो पाया है। लक्ष्मण सिंह यादव का जबरदस्त अंदरुनी विरोध किया जा रहा है। खासकर रणधीर सिंह कापड़ीवास और सतीश यादव दोनों का रेवाड़ी सीट पर खुद का वोट बैंक हैं। पिछले चुनाव में भी बतौर निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर रणधीर सिंह कापड़ीवास 36 हजार से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे थे। जिसकी वजह से बीजेपी प्रत्याशी सुनील मुसेपुर मामूली अंतर से कांग्रेस कैंडिडेट चिरंजीव राव से चुनाव हार गए थे। अनिल डहीना के लिए भी कई चुनौतियां रेवाड़ी सीट की तरह कोसली सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनिल डहीना के लिए कई चुनौतियां हैं। कोसली सीट रामपुरा हाउस की पैतृक सीट हैं। अनिल को टिकट भी राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर मिली है। अनिल डहीना का इस सीट पर खुद का कोई प्रभाव नहीं है। उसकी जीत का दारोमदार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर ही टिका हुआ हैं। अनिल एक बार जिला पार्षद हैं। जबकि 2022 में जिला पार्षद का चुनाव भी हार गए थे। अनिल के कोसली से कैंडिडेट बनाए जाने से पुराने भाजपाई नाराज हैं। उन्होंने टिकट बदलवाने के लिए दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है। अगर समय रहते बागी रुख अपना रहे इन नेताओं को नहीं मनाया गया तो इस सीट पर भी भीतरघात की पूरी संभावना हैं।
जींद में रिश्वत लेते कानूनगो व सहायक गिरफ्तार:नक्शा तकसीम करने की एवज में लिए थे 16 हजार रुपए; ACB ने रंगे हाथ पकड़ा
जींद में रिश्वत लेते कानूनगो व सहायक गिरफ्तार:नक्शा तकसीम करने की एवज में लिए थे 16 हजार रुपए; ACB ने रंगे हाथ पकड़ा हरियाणा के जींद में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने नक्शा तकसीम करने की एवज में कानूनगो व उसके सहायक को 16 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है। एसीबी ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। रोहतक जिले के एक व्यक्ति ने एसीबी के टोल फ्री नंबर पर शिकायत देकर कहा था कि उसकी पत्नी के नाम जीन्द के खेड़ी तलौढा गांव के पास जमीन है। नक्शा तकसीम करने की एवज में हलका कानूनगो सतपाल 16 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड कर रहा है। रिश्वत राशि न देने पर उसके कार्य को लटकाए हुए है। शिकायत के आधार पर एसीबी करनाल के निरीक्षक दीपक कुमार के नेतृत्व में रेडिंग टीम का गठन किया गया। रेडिंग टीम ने शिकायतकर्ता को नोटों को पाउडर लगा तथा हस्ताक्षर करवा कर नोट थमा दिए। संपर्क साधने पर कानूनगो सतपाल तथा सहायक राकेश ने शिकायतकर्ता को पटवार भवन बुला लिया। रिश्वत राशि थमाए जाने के साथ इशारा मिलते ही एसीबी टीम ने सहायक तथा कानूनगो को काबू कर लिया और रिश्वत राशि 16 हजार रूपये को बरामद कर लिया। एसीबी ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत पूछताछ की जा रही है।
कैप्टन अजय यादव के निशाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी:कहा- मेरे बेटे ने डिप्टी CM का सपना देखा तो उसमें क्या गलत; बाबरिया जो मर्जी कहते रहें
कैप्टन अजय यादव के निशाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी:कहा- मेरे बेटे ने डिप्टी CM का सपना देखा तो उसमें क्या गलत; बाबरिया जो मर्जी कहते रहें कांग्रेस ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव चरखी दादरी पहुंचे। जहां उन्होंने यादव धर्मशाला में आयोजित ओबीसी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व मंत्री ने विधायक चिरंजीव राव के डिप्टी सीएम बनने के बयान पर उनका पक्ष लिया उन्होंने कहा कि चिरंजीव राव सिटिंग एमएलए हैं, तो उनकी टिकट भी पक्की है। चिरंजीव ने डिप्टी सीएम की जो बात कही है वह गलत नहीं है, सपने कोई भी देख सकता है। दीपक बाबरिया के बयान पर अजय यादव ने भड़कते हुए कहा कि वो चाहे कुछ कहें, हमने जो कहना था कह दिया है। बता दे कि चरखी दादरी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में मंथन किया। कहा कि चिरंजीव यादव के साथ-साथ जिसे भी कांग्रेस टिकट देगी, उसके पक्ष में प्रचार करते हुए वोट डालने में अहम योगदान दें। लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं का दिखा दर्द यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम व भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा की दोनों सीटें खो दी। अगर सभी पक्षों की सुनी जाती तो हरियाणा में 5 की जगह 8 सीटें कांग्रेस जरूरत जीत पाती। गुरुग्राम से मुझे टिकट मिलती तो जीत पक्की थी। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मेरिट के आधार पर टिकटों का सही वितरण किया, तो 70 से अधिक सीटों पर सीटों पर कांग्रेस जीतेगी। साथ ही कहा कि नितिश कुमार पलटी खाएंगे और एनडीए सरकार गिर जाएगी, ऐसे में इंडिया गठबंधन केंद्र में सरकार बनायेगा। अजय यादव ने आरक्षण को लेकर भारत बंद के ऐलान का भी समर्थन किया। किरण को कांग्रेस छोड़ने की सलाह नहीं देते अजय यादव ने किरण के राज्यसभा में जाने की चर्चाओं पर कहा कि यह उनका खुद का निर्णय है, जो विधायक पद से इस्तीफा दिया है। किरण अगर मेरे से पूछती तो मैं किरण को कांग्रेस छोड़ने की सलाह नहीं देता। कांग्रेस से इंद्रजीत, बीरेंद्र सिंह, धर्मबीर सहित अन्य बड़े नेता भाजपा में गये और आज उनको कोई पूछने वाला नहीं है। वहीं अजय यादव ने कहा कि विनेश फोगाट राजनीतिक षड़यंत्र का शिकार हुई है। सरकार नहीं चाहती थी कि विनेश फोगाट को गोल्ड मिले। विनेश के खाते में पैसे डालने बारे प्रदेश सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। राज्यसभा के लिए विनेश की उम्र आड़े आई है। विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस को राज्यसभा उम्मीदवार उतारना चाहिए।