हरियाणा के विकास एवं पंचायत और खनन एवं भू-विज्ञान मंत्री कृष्ण लाल पंवार एक्शन में दिखे। कृष्ण लाल पंवार रोहतक के जिला विकास भवन स्थित डीआरडीए सभागार में जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। परिवेदना समिति की बैठक में उच्च अधिकारी नहीं पहुंचने पर मंत्री गुस्से में आ गए। जिसके चलते जो उच्च अधिकारी नहीं पहुंचे, उन्हें नोटिस दिया गया। वहीं बैठक में पहुंचे जूनियर अधिकारियों को बैठक से ही बाहर निकाल दिया। इसलिए जूनियर अधिकारियों को बैठक बीच में छोड़कर बाहर जाना पड़ा। साथ ही मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि जूनियर अधिकारी अपना काम संभाले। विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बैठक में विभाग के उच्चाधिकारी ही भाग लेना सुनिश्चित करें। अधिकारी बैठक की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र निपटारा करें। उन्होंने शुगर मिल की एमडी और आरटीए सचिव, डीईटीसी, सहकारिता के महाप्रबंधक एवं महम मार्केट कमेटी के सचिव को बैठक में गैरमौजूद रहने पर नोटिस जारी करने को कहा। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अगली मीटिंग में उच्चाधिकारी नहीं पहुंचे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मालिकाना हक देने के लिए विधानसभा में पेश किया विधेयक मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गत विधानसभा सत्र में विधेयक पेश किया गया है। जिसके अनुसार लाल डोरे के बाहर तालाब या फिरनी की जमीन से अलग जमीन पर 100 से 500 गज 20 वर्ष पुराना मकान बना हुआ है तो सरकार द्वारा कलेक्टर रेट पर मकान धारक को मकान मालिक बनाने का प्रावधान किया गया है। जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक के एजेंडे में कुल 16 शिकायतें शामिल की गई थी। जिनमें से 9 का मौके पर निपटारा कर दिया गया। वहीं अन्य शिकायतों के संदर्भ में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने गांव खरावड़ निवासी लक्ष्मी दत्त की शिकायत की सुनवाई करते हुए सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए उपरोक्त बिल की जानकारी दी। उन्होंने उपायुक्त को इस मामले में दस्तावेजों की जांच करवाने को कहा। शिकायत के बाद समिति का किया गठन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने ओमेक्स सिटी निवासी यशवीर की शिकायत के संदर्भ में डीसी, नगर निगम आयुक्त तथा बिजली विभाग के अधीक्षक अभियंता और कार्यकारी अभियंता की समिति गठित कर इन निवासियों को व्यक्तिगत मीटर लगवाने बारे निर्देश दिए। ओमेक्स सिटी को एक माह में बकाया राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए गए तथा इस शिकायत को आगामी 2 माह के लिए लंबित रखा गया। उन्होंने गांव मोखरा निवासी संजय की शिकायत के संदर्भ में राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांवों में अस्पताल और पावर हाऊस के लिए ग्राम पंचायत द्वारा दी गई जमीन की जांच-पड़ताल कर उपायुक्त को रिपोर्ट प्रस्तुत करें। विकास कार्यों की निर्माण सामग्री की जांच के निर्देश उन्होंने जनता कॉलोनी निवासी देवेंद्र सिंह की विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत के संदर्भ में पंचायती राज विभाग व लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंताओं को निर्माण सामग्री आदि जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डीसी इस मामले की जांच करवाकर आगामी बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस जांच में समिति के गैर सरकारी सदस्य वीर सिंह हुड्डा को भी शामिल किया गया। उन्होंने गांव निंदाना निवासी अजमेर सिंह की शिकायत की सुनवाई करते हुए महम के उप मंडलाधीश को मामले की जांच कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। गांव घरौंठी निवासी रामभूल की शिकायत की सुनवाई करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त, तहसीलदार, खनन अधिकारी एवं जिला मत्स्य अधिकारी की समिति गठित कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। हरियाणा के विकास एवं पंचायत और खनन एवं भू-विज्ञान मंत्री कृष्ण लाल पंवार एक्शन में दिखे। कृष्ण लाल पंवार रोहतक के जिला विकास भवन स्थित डीआरडीए सभागार में जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। परिवेदना समिति की बैठक में उच्च अधिकारी नहीं पहुंचने पर मंत्री गुस्से में आ गए। जिसके चलते जो उच्च अधिकारी नहीं पहुंचे, उन्हें नोटिस दिया गया। वहीं बैठक में पहुंचे जूनियर अधिकारियों को बैठक से ही बाहर निकाल दिया। इसलिए जूनियर अधिकारियों को बैठक बीच में छोड़कर बाहर जाना पड़ा। साथ ही मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि जूनियर अधिकारी अपना काम संभाले। विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बैठक में विभाग के उच्चाधिकारी ही भाग लेना सुनिश्चित करें। अधिकारी बैठक की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र निपटारा करें। उन्होंने शुगर मिल की एमडी और आरटीए सचिव, डीईटीसी, सहकारिता के महाप्रबंधक एवं महम मार्केट कमेटी के सचिव को बैठक में गैरमौजूद रहने पर नोटिस जारी करने को कहा। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अगली मीटिंग में उच्चाधिकारी नहीं पहुंचे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मालिकाना हक देने के लिए विधानसभा में पेश किया विधेयक मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गत विधानसभा सत्र में विधेयक पेश किया गया है। जिसके अनुसार लाल डोरे के बाहर तालाब या फिरनी की जमीन से अलग जमीन पर 100 से 500 गज 20 वर्ष पुराना मकान बना हुआ है तो सरकार द्वारा कलेक्टर रेट पर मकान धारक को मकान मालिक बनाने का प्रावधान किया गया है। जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक के एजेंडे में कुल 16 शिकायतें शामिल की गई थी। जिनमें से 9 का मौके पर निपटारा कर दिया गया। वहीं अन्य शिकायतों के संदर्भ में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने गांव खरावड़ निवासी लक्ष्मी दत्त की शिकायत की सुनवाई करते हुए सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए उपरोक्त बिल की जानकारी दी। उन्होंने उपायुक्त को इस मामले में दस्तावेजों की जांच करवाने को कहा। शिकायत के बाद समिति का किया गठन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने ओमेक्स सिटी निवासी यशवीर की शिकायत के संदर्भ में डीसी, नगर निगम आयुक्त तथा बिजली विभाग के अधीक्षक अभियंता और कार्यकारी अभियंता की समिति गठित कर इन निवासियों को व्यक्तिगत मीटर लगवाने बारे निर्देश दिए। ओमेक्स सिटी को एक माह में बकाया राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए गए तथा इस शिकायत को आगामी 2 माह के लिए लंबित रखा गया। उन्होंने गांव मोखरा निवासी संजय की शिकायत के संदर्भ में राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांवों में अस्पताल और पावर हाऊस के लिए ग्राम पंचायत द्वारा दी गई जमीन की जांच-पड़ताल कर उपायुक्त को रिपोर्ट प्रस्तुत करें। विकास कार्यों की निर्माण सामग्री की जांच के निर्देश उन्होंने जनता कॉलोनी निवासी देवेंद्र सिंह की विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत के संदर्भ में पंचायती राज विभाग व लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंताओं को निर्माण सामग्री आदि जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डीसी इस मामले की जांच करवाकर आगामी बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस जांच में समिति के गैर सरकारी सदस्य वीर सिंह हुड्डा को भी शामिल किया गया। उन्होंने गांव निंदाना निवासी अजमेर सिंह की शिकायत की सुनवाई करते हुए महम के उप मंडलाधीश को मामले की जांच कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। गांव घरौंठी निवासी रामभूल की शिकायत की सुनवाई करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त, तहसीलदार, खनन अधिकारी एवं जिला मत्स्य अधिकारी की समिति गठित कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा राज्यसभा सीट के लिए विपक्ष में घमासान:हुड्डा बोले- दिग्विजय चुनाव में उतरे तो समर्थन करेंगे, जेजेपी नेता का जवाब- अपने परिवार में रखो सीट
हरियाणा राज्यसभा सीट के लिए विपक्ष में घमासान:हुड्डा बोले- दिग्विजय चुनाव में उतरे तो समर्थन करेंगे, जेजेपी नेता का जवाब- अपने परिवार में रखो सीट हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए विपक्षी दलों के बीच घमासान मचा हुआ है। भाजपा के साथ मिलकर साढ़े 4 साल तक सरकार चलाने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) राज्यसभा सीट पर चुनाव न लड़ने के लिए कांग्रेस को घेर रही है तो वहीं कांग्रेस ने भी जजपा को भाजपा की बी टीम बताते हुए पहले उम्मीदवार उतारने और विधायक एकजुट करने की नसीहत दे दी है। पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बयान ने हरियाणा की राजनीति में गर्माहट ला दी है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ‘दुष्यंत चौटाला BJP से मिला हुआ है, दुष्यंत यदि दिग्विजय को राज्यसभा चुनाव में कैंडिडेट बनाकर हमसे वोट मांगेगा तो हम समर्थन करेंगे’। हुड्डा के इस बयान पर दिग्विजय चौटाला ने पलटवार किया है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ‘भूपेंद्र हुड्डा को अपने परिवार के सदस्य को राज्यसभा चुनाव लड़वाना चाहिए। हुड्डा अपनी पत्नी या बहू को राज्यसभा चुनाव में उतारे तो बेहतर रहेगा। उन्होंने कहा कि हुड्डा ने मुझे उम्मीदवार बनाने की पेशकश की है, मैं इसके लिए हुड्डा का धन्यवाद करता हूं, मगर दीपेंद्र की तरह पिछले दरवाजे की राजनीति करने की मुझे जरूरत नहीं है। सैलजा से सीट छीनकर दीपेंद्र को भेजने के बाद राज्यसभा सीट अब हुड्डा परिवार में रखें। हुड्डा की सोच परिवार वाद तक सीमित है’। हुड्डा राज्यसभा चुनाव न लड़ने का कर चुके हैं ऐलान
बता दें कि भूपेंद्र हुड्डा हरियाणा में दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई राज्यसभा की खाली हुई सीट पर चुनाव न लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। हुड्डा ने पिछले दिनों कहा था कि कांग्रेस राज्यसभा सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी, क्योंकि कांग्रेस के पास नंबर गेम नहीं है। अगर विपक्ष एकजुट होकर कांग्रेस से सहयोग मांगती है तो कांग्रेस उनका समर्थन करने को उतारेगी। दुष्यंत चौटाला ने खिलाड़ी को उम्मीदवार बनाने की दी थी सलाह
वहीं पिछले दिनों चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस कर दुष्यंत चौटाला ने कहा था एक तरफ नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा का यह कहना कि हरियाणा सरकार के पास बहुमत नहीं है, दूसरी तरफ राज्यसभा चुनाव यह कह कर लड़ने से इनकार करना कि विपक्ष के पास संख्या बल नहीं है, ये दोनों बातें सच कैसे हो सकती है? क्योंकि दोनों बातें विरोधाभासी हैं। कांग्रेस को किसी खिलाड़ी व प्रतिष्ठित व्यक्ति को उम्मीदवार बनाना चाहिए। हरियाणा विधानसभा में सीटों का गणित
वहीं, हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। 3 फिलहाल खाली हैं। 87 में से बहुमत का आंकड़ा 44 है। भाजपा के पास इस वक्त 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष के पास पहले 44 विधायक थे, लेकिन किरण चौधरी के भाजपा में आने से उनके पास भी अब 43 विधायक ही बचे हैं। हरियाणा में भाजपा के खिलाफत वाले वोट लेने की होड़
हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर के वोट पाने की जहां कांग्रेस हर संभव कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी दल इनेलो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा का मोहरा बताने में लगे हैं ताकि सत्ता विरोधी लहर का फायदा उनको भी मिल सके। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का फायदा कांग्रेस को मिला। कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली। वहीं विधानसभा वाइज 42 सीटों पर बढ़त मिली। ऐसे में विपक्षी दल हुड्डा की घेरने में लगे हैं। हुड्डा के चुनाव से पीछे हटने से इनेलो और जजपा के हाथ मुद्दा लग गया है। हरियाणा में राज्यसभा की 5 सीटें
हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। इन सीटों में 3 भाजपा के पास है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा काबिज है। भाजपा ने सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा और कृष्ण लाल पंवार को राज्यसभा भेजा है। वहीं कांग्रेस से दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा सांसद थे। उनके लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई है। ऐसे में भाजपा राज्यसभा सीट पाना चाहती हैं। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नंबर गेम का हवाला देकर अपने पांव पीछे खींच लिए हैं। ऐसे में भाजपा की राज्यसभा चुनाव की राह आसान हो गई है।
पानीपत में प्रॉपर्टी डीलर आत्महत्या प्रकरण:मौत के 16 दिन बाद घर से मिला सुसाइड नोट; दो महिलाओं समेत 8 पर केस दर्ज
पानीपत में प्रॉपर्टी डीलर आत्महत्या प्रकरण:मौत के 16 दिन बाद घर से मिला सुसाइड नोट; दो महिलाओं समेत 8 पर केस दर्ज हरियाणा के पानीपत जिले के गांव जलालपुर के रहने वाले 63 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर की आत्महत्या प्रकरण में नया मोड़ सामने आया है। मौत के 16 दिन बाद उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने दो महिलाओं समेत 8 लोगों पर प्रताड़ित करने, धमकी देने और पिटवाने के आरोप लगाए है। आरोप है कि वे उसकी जमीन कब्जाना चाहते है। सुसाइड नोट लेकर परिजन पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद परिजनों ने इसकी गुहार डीजीपी से लगाई। डीजीपी के आदेशों पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सिविल अस्पताल के पास खाया था जहर डीजीपी को दी शिकायत में सरिया देवी ने बताया कि वह गांव जलालपुर की रहने वाली है। उसके पति मामन राम ने 6 अगस्त को सिविल अस्पताल के पास जहर खाकर आत्महत्या की थी। उस वक्त घर के किसी भी सदस्य को उसकी आत्महत्या किए जाने का कारण नहीं पता था। 22 अगस्त को जब वह अपने घर की सफाई कर रही थी, तो उसे अपने पति के कमरे से एक हस्तलिखित कागज मिला। जिसे उसने अपने बेटे से पढ़वाया। बेटे सूरज ने पढ़ा, तो वह उसके पिता का सुसाइड नोट मिला। नोट में लिखा था कि वह राजपति उर्फ राजो, इसके बेटे रिंकू, अमित, सुमित के अलावा राकेश उर्फ राकी, इसका भाई कर्मबीर व रिंकू की पत्नी साक्षी के अलावा सचिन निवासी गांव जलालपुर से तंग होकर सुसाइड कर रहा है। क्योंकि ये सभी उसके मकान व खेत पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहते है। हमेशा बच्चों को जान से मारने की धमकी देते है। इतना ही नहीं, आरोपी उसे 2-3 बार बदमाशों से पिटवा भी चुके है।
हरियाणा में BJP के 2 नेता कर सकते हैं बगावत:राव नरबीर और मुकेश शर्मा टिकट के दावेदार, पार्टी ने इग्नोर किया तो दूसरी पार्टी से ठोक सकते हैं ताल
हरियाणा में BJP के 2 नेता कर सकते हैं बगावत:राव नरबीर और मुकेश शर्मा टिकट के दावेदार, पार्टी ने इग्नोर किया तो दूसरी पार्टी से ठोक सकते हैं ताल हरियाणा विधानसभा चुनाव में बमुश्किल ढाई महीने का समय बचा है। ऐसे में चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले तमाम नेता पूरी शिद्दत से अपने-अपने इलाकों में एक्टिव हैं। गुरुग्राम और बादशाहपुर विधानसभा सीट पर BJP में राव नरबीर सिंह और मुकेश शर्मा पार्टी टिकट के प्रमुख दावेदार हैं। अगर किसी वजह से इनके टिकटों पर कैंची चली तो दोनों बागी तेवर दिखा सकते हैं। उस सूरत में दोनों के निर्दलीय या फिर किसी दूसरी पार्टी में शामिल होकर चुनावी रण में कूदने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसा हुआ तो इसका सीधा नुकसान BJP को होगा। राव नरबीर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में बादशाहपुर से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए। वह मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री रहे मगर 2019 के चुनाव में पार्टी ने उनका काट दिया। राव नरबीर 2019 में बादशाहपुर से टिकट के दावेदार थे मगर पार्टी ने उनकी जगह नए चेहरे के तौर पर मनीष यादव पर भरोसा जताया। हालांकि मनीष यादव 10 हजार से ज्यादा वोटों से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राकेश दौलताबाद से हार गए। राव नरबीर इलाके में लगातार एक्टिव राव नरबीर टिकट कटने के बावजूद 2019 से 2024 तक लगातार बादशाहपुर विधानसभा हलके में सक्रिय रहे। इलाके के तमाम गांवों और कस्बों में वह लगातार प्रोग्राम करते रहे हैं। लोगों के सुख-दुख में भी वह पहुंचते रहे हैं। भाजपा में राव नरबीर के अलावा मनीष यादव भी एक बार फिर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ने के दावेदार हैं। पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर के ओएसडी रह चुके जवाहर यादव भी इसी सीट से ताल ठोंक रहे हैं। इन तीनों के अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव और पूर्व मेयर विमल यादव भी टिकट की रेस में शामिल हैं। दावेदारों की लंबी-चौड़ी लिस्ट होने के बावजूद राव नरबीर सिंह जिस तरह यहां सक्रिय हैं, उससे यह साफ है कि वह चुनावी रण में कूदने का फैसला ले चुके हैं। अगर BJP टिकट नहीं देती तो उनके कांग्रेस में जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता और महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह उनके समधी हैं। मुकेश शर्मा की नजर भी गुरुग्राम पर भाजपा में ही मुकेश शर्मा की नजर भी गुरुग्राम सीट पर है। मुकेश शर्मा ने 2019 में BJP के टिकट पर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ा और चौथे स्थान पर रहे। 2014 में पार्टी के टिकट न देने पर मुकेश शर्मा ने बगावत करते हुए बादशाहपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन महज 16.22% वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। इस बार वह गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ने की मंशा पाले हुए हैं और इलाके में लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं। उमेश अग्रवाल की वजह से भाजपा चिंता में गुरुग्राम विधानसभा सीट पर वैश्य और पंजाबी बिरादरी के वोटरों का दबदबा है। भाजपा यहां वैश्य बिरादरी के नेता को टिकट देती रही है लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) के मौजूदा नेता और BJP के पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल यहां से चुनावी शंखनाद कर चुके हैं। इसकी वजह से भाजपा की मुसीबत बढ़ गई है और वह किसी पंजाबी चेहरे पर दांव लगा सकती है। ब्राह्मण समाज की बात करें तो इसके कई नेता भी टिकट पर दावा जता रहे हैं। ऐसे में मुकेश शर्मा भी BJP का टिकट न मिलने पर रण में निर्दलीय कूद सकते हैं।