रोहतक में गहराया पेयजल संकट:लोगों के घरों तक नहीं पहुंचा, आधे शहर में एक समय सप्लाई, मेयर बोले- जल्द होगा स्थायी समाधान

रोहतक में गहराया पेयजल संकट:लोगों के घरों तक नहीं पहुंचा, आधे शहर में एक समय सप्लाई, मेयर बोले- जल्द होगा स्थायी समाधान

रोहतक में पीने के पानी को लेकर लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। शहर में बनाए 4 जलघरों में अब पानी पहुंचना शुरू हुआ है, लेकिन अभी भी लोगों के घरों तक सप्लाई बाधित है। नहर में पानी का स्तर पहले से अधिक हुआ है, लेकिन अभी भी पानी को पंप सेट के माध्यम से लिफ्ट किया जा रहा है। ताकि पानी को जलघरों तक पहुंचाया जा सके। रोहतक में जवाहर लाल नेहरु कैनाल और भालौठ सब ब्रांच, दो प्रमुख नहर है। जिनसे न केवल पीने के पानी की आपूर्ति होती है, बल्कि सिंचाई के लिए भी पानी प्रयोग किया जाता है। घरों में पानी सप्लाई का एकमात्र स्त्रोत ये दोनों नहरें ही है। लेकिन पीछे 16 दिन नहर बंद रही, जिसके कारण जलघर भी सूख गए और पानी की सप्लाई बाधित रही। अब नहर आने के बाद भी जलघरों तक पानी पहुंचाना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। नहर से पानी को किया जा रहा लिफ्ट
बता दें कि नहर में पानी की मात्रा काफी कम थी, जिसके कारण नहर में लगाया पाइप भी पानी में नहीं डूबा था। पाइप से तीन फुट ऊपर पानी होगा तो जलघरों को भरा जाएगा। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग अस्थाई तौर पर पानी को पंपसेट और ट्रैक्टर के माध्यम से लिफ्ट कर जलघर तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। अब नहर में पानी का स्तर कुछ बढ़ा है, तो मोटर चलाकर पानी को लिफ्ट किया जा रहा है। आधे शहर में एक समय मात्र 20 मिनट सप्लाई
पानी की कमी के चलते जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से अभी तक आधे शहर में केवल 20 मिनट ही सप्लाई दी जा रही है। जबकि आधे शहर में पानी ही नहीं पहुंच रहा। पिछले 15 दिनों से लोगों को पानी की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों के अंदर भी रोष बढ़ता जा रहा है। 2800 क्यूसेक की जरूरत, आधा भी नहीं मिल रहा
एसडीओ अनिल रोहिला ने बताया कि शहर में पानी सप्लाई के लिए 2800 क्यूसेक पानी की जरूरत है, लेकिन दो दिन पहले तक हमें मात्र 1200 क्यूसेक पानी ही मिला। आधा पानी भी नहीं मिलने के कारण नहर से पानी को जलघरों तक पहुंचाने में भी परेशानी हुई। अब नहर का स्तर बढ़ा है तो जल्द ही सभी जलघरों को भर लिया जाएगा और शहर में पहले की तरह ही पानी की सप्लाई को सुचारू किया जाएगा। पीने के पानी को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश
मेयर रामअवतार वाल्मीकि ने कहा कि पानी की समस्या दो-तीन कारणों से रही। मंत्री के साथ अधिकारियों की बैठक भी हुई है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा, पार्षदों और अधिकारियों के साथ भी बैठक हुई है। जो भी समस्याएं सामने आई, उनका समाधान करने की योजना बनाई। पानी की समस्या को लेकर चंडीगढ़ से आई अधिकारियों की टीम के साथ मीटिंग हुई। मेयर रामअवतार ने कहा कि सभी वार्डों में एक-एक जेई और दो वार्डों में एक एसडीओ फील्ड में उतरे हुए है। एक-एक गली को चेक किया जा रहा है कि कहां पानी की दिक्कत अधिक है। आने वाले समय में पानी की समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा। सरकार के साथ मिलकर पानी की परेशानी का समाधान करवाया जा रहा है। रोहतक में पीने के पानी को लेकर लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। शहर में बनाए 4 जलघरों में अब पानी पहुंचना शुरू हुआ है, लेकिन अभी भी लोगों के घरों तक सप्लाई बाधित है। नहर में पानी का स्तर पहले से अधिक हुआ है, लेकिन अभी भी पानी को पंप सेट के माध्यम से लिफ्ट किया जा रहा है। ताकि पानी को जलघरों तक पहुंचाया जा सके। रोहतक में जवाहर लाल नेहरु कैनाल और भालौठ सब ब्रांच, दो प्रमुख नहर है। जिनसे न केवल पीने के पानी की आपूर्ति होती है, बल्कि सिंचाई के लिए भी पानी प्रयोग किया जाता है। घरों में पानी सप्लाई का एकमात्र स्त्रोत ये दोनों नहरें ही है। लेकिन पीछे 16 दिन नहर बंद रही, जिसके कारण जलघर भी सूख गए और पानी की सप्लाई बाधित रही। अब नहर आने के बाद भी जलघरों तक पानी पहुंचाना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। नहर से पानी को किया जा रहा लिफ्ट
बता दें कि नहर में पानी की मात्रा काफी कम थी, जिसके कारण नहर में लगाया पाइप भी पानी में नहीं डूबा था। पाइप से तीन फुट ऊपर पानी होगा तो जलघरों को भरा जाएगा। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग अस्थाई तौर पर पानी को पंपसेट और ट्रैक्टर के माध्यम से लिफ्ट कर जलघर तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। अब नहर में पानी का स्तर कुछ बढ़ा है, तो मोटर चलाकर पानी को लिफ्ट किया जा रहा है। आधे शहर में एक समय मात्र 20 मिनट सप्लाई
पानी की कमी के चलते जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से अभी तक आधे शहर में केवल 20 मिनट ही सप्लाई दी जा रही है। जबकि आधे शहर में पानी ही नहीं पहुंच रहा। पिछले 15 दिनों से लोगों को पानी की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों के अंदर भी रोष बढ़ता जा रहा है। 2800 क्यूसेक की जरूरत, आधा भी नहीं मिल रहा
एसडीओ अनिल रोहिला ने बताया कि शहर में पानी सप्लाई के लिए 2800 क्यूसेक पानी की जरूरत है, लेकिन दो दिन पहले तक हमें मात्र 1200 क्यूसेक पानी ही मिला। आधा पानी भी नहीं मिलने के कारण नहर से पानी को जलघरों तक पहुंचाने में भी परेशानी हुई। अब नहर का स्तर बढ़ा है तो जल्द ही सभी जलघरों को भर लिया जाएगा और शहर में पहले की तरह ही पानी की सप्लाई को सुचारू किया जाएगा। पीने के पानी को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश
मेयर रामअवतार वाल्मीकि ने कहा कि पानी की समस्या दो-तीन कारणों से रही। मंत्री के साथ अधिकारियों की बैठक भी हुई है। डीसी धीरेंद्र खड़गटा, पार्षदों और अधिकारियों के साथ भी बैठक हुई है। जो भी समस्याएं सामने आई, उनका समाधान करने की योजना बनाई। पानी की समस्या को लेकर चंडीगढ़ से आई अधिकारियों की टीम के साथ मीटिंग हुई। मेयर रामअवतार ने कहा कि सभी वार्डों में एक-एक जेई और दो वार्डों में एक एसडीओ फील्ड में उतरे हुए है। एक-एक गली को चेक किया जा रहा है कि कहां पानी की दिक्कत अधिक है। आने वाले समय में पानी की समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा। सरकार के साथ मिलकर पानी की परेशानी का समाधान करवाया जा रहा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर