लखनऊ के दैनिक भास्कर कार्यालय में गुरुवार को शहर के दिग्गज और एक्सपर्ट डॉक्टर पहुंचे। इलाज के तरीकों से लेकर रिसर्च बेस ट्रीटमेंट तक पर चर्चा की। साथ ही झोला छाप से दूरी बनाने पर जोर दिया। वहीं, रेजिडेंट डॉक्टरों ने महिला मेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। डॉक्टर्स ने कहा कि मरीजों को बेस्ट इलाज देने और उन्हें जल्द स्वास्थ्य करने के लिए वे अपना बेस्ट देते हैं। मरीजों को बेस्ट इलाज देने पर फोकस KGMU में आयुष के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीत मिश्रा ने बताया कि चिकित्सा विश्वविद्यालय में डॉक्टरों पर लोड बेहद अधिक रहता है, बावजूद इसके मरीजों को बेस्ट चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का प्रयास रहता है। हीलिंग की पावर ईश्वर में KGMU के रिटायर्ड डीन डॉ. एपी टिक्कू ने कहा कि डॉक्टर इलाज कर सकता है, पर हीलिंग का पॉवर का ईश्वर में है। डॉक्टर भरसक प्रयास कर सकते हैं पर जीवन और मरण भगवान तय करता है। झोलाछाप डॉक्टरों से सतर्क रहना होगा लोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कौशल ने कहा कि मरीजों को झोलाछाप डॉक्टरों से बचना चाहिए। सही इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में थोड़ी बहुत मशक्कत जरूर करनी पड़ती है, पर इलाज सही मिलता है। ओरल कैंसर को लेकर जागरूकता जरूरी आशियाना के चेतना डेंटल क्लीनिक के प्रमुख डॉ.संजीव अवस्थी ने बताया कि मुंह में ओरल कैंसर की बीमारी तेजी से फैल रही है। तंबाकू के सेवन से दूरी बनाना बेहद जरूरी है। कम उम्र के लड़कों में भी ये समस्या दिख रही है, गुटखा पर रोक लगाना चाहिए। नो-नेगेटिव मंडे की पहल अच्छी डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मालविका मिश्रा ने दैनिक भास्कर की मंडे स्टोरी में नो नेगेटिव पहल की जमकर सराहना की और सुझाव दिया कि संभव हो तो इसे रोजाना लागू किया जा सकता है। उन्होंने मरीजों के अवेयरनेस बढ़ाने के लिए जरूरी कंटेंट बढ़ाने पर जोर दिया। इलाज के दौरान जागरूकता जरूरी मेदांता लखनऊ के पीडियाट्रिक डॉक्टर डॉ. आकाश पंडिता ने कहा कि ‘आई पॉड’ पर मेडिकल से जुड़ी खबर लाना बेहद फायदेमंद होगा। अच्छा होगा कि एक इंटरैक्टिव सेशन शुरू किया जाए। कई बार बेहद चौंकाने वाले मामले सामने आते हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला आया था जिसमें नवजात बच्चे को पीलिया से बचाने के लिए घरवालों ने धूप में 3 घंटे रख दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। ये घटना बताती है कि जागरूकता बेहद जरूरी है। रिसर्च बेस इलाज पर फोकस KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि मरीजों का रिसर्च बेस इलाज किया जाता है। मकसद वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी स्थानीय स्तर पर मुहैया कराना है। भास्कर की खबरें ऑथेंटिक रहती हैं लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि मैं दैनिक भास्कर एप का नियमित पाठक हूं और कई घटनाओं पर इस ऐप से ही जानकारी हासिल की है। यहां खबरें ऑथेंटिक रहती हैं। मैं अपने कई दोस्तों को भी भास्कर की खबर शेयर करता हूं। इलाज के साथ बचाव पर फोकस करना बेहतर सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू हो या हार्ट की प्रॉब्लम इलाज के साथ बचाव और अवेयरनेस पर भी जानकारी होना चाहिए। कई जागरूकता कार्यक्रम का होता है आयोजन लखनऊ सीएमओ ऑफिस के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि शहर में संक्रामक रोगों से बचाव के लिये समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम होते है पर अभी भी लोगों में अवेयरनेस की कमी नजर आती है। भास्कर इस दिशा में बड़ी पहल कर सकता है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने उठाया महिला सुरक्षा का मुद्दा KGMU के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने महिला मेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.दिव्यांश सिंह ने बताया कि गुड टच और बैड टच के बारे में बच्चों को तब पता चलेगा, जब पेरेंट्स को इसकी जानकारी होगी। जब सभी को इसकी जानकारी होगी, तभी ये पता चल पाएगा कि ऐसी घटनाओं पर क्या एक्शन लेना है? FAIMA की नेशनल एग्जीक्यूटिव बॉडी की रीजनल कॉर्डिनेटर डॉ. ईशा प्रकाश ने बताया कि महिलाओं के अधिकारों को लेकर हर किसी को जागरूक होना पड़ेगा। किसी भी कीमत पर किसी महिला का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन के सोशल मीडिया प्रभारी डॉ. अमन नकवी ने कहा कि कोलकाता की घटना के बाद लोग डॉक्टरों की सुरक्षा पर बात कर रहे है पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नही हुई है। सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। ‘तुलसी के बीज’ भेंट में दिए सार्थक चर्चा के बाद सभी विशेष अतिथियों को दैनिक भास्कर के ‘एक पेड़ एक जिंदगी अभियान’ के तहत भास्कर अखबार का ‘तुलसी बीज’ विशेषांक एडिशन भी दिया गया। इसके साथ बीज रोपने के लिए पॉट भी दिया गया। सीने स्टार आमिर खान के स्पेशल मैसेज को लेकर भी जानकारी दी गई। लखनऊ के दैनिक भास्कर कार्यालय में गुरुवार को शहर के दिग्गज और एक्सपर्ट डॉक्टर पहुंचे। इलाज के तरीकों से लेकर रिसर्च बेस ट्रीटमेंट तक पर चर्चा की। साथ ही झोला छाप से दूरी बनाने पर जोर दिया। वहीं, रेजिडेंट डॉक्टरों ने महिला मेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। डॉक्टर्स ने कहा कि मरीजों को बेस्ट इलाज देने और उन्हें जल्द स्वास्थ्य करने के लिए वे अपना बेस्ट देते हैं। मरीजों को बेस्ट इलाज देने पर फोकस KGMU में आयुष के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीत मिश्रा ने बताया कि चिकित्सा विश्वविद्यालय में डॉक्टरों पर लोड बेहद अधिक रहता है, बावजूद इसके मरीजों को बेस्ट चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का प्रयास रहता है। हीलिंग की पावर ईश्वर में KGMU के रिटायर्ड डीन डॉ. एपी टिक्कू ने कहा कि डॉक्टर इलाज कर सकता है, पर हीलिंग का पॉवर का ईश्वर में है। डॉक्टर भरसक प्रयास कर सकते हैं पर जीवन और मरण भगवान तय करता है। झोलाछाप डॉक्टरों से सतर्क रहना होगा लोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कौशल ने कहा कि मरीजों को झोलाछाप डॉक्टरों से बचना चाहिए। सही इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में थोड़ी बहुत मशक्कत जरूर करनी पड़ती है, पर इलाज सही मिलता है। ओरल कैंसर को लेकर जागरूकता जरूरी आशियाना के चेतना डेंटल क्लीनिक के प्रमुख डॉ.संजीव अवस्थी ने बताया कि मुंह में ओरल कैंसर की बीमारी तेजी से फैल रही है। तंबाकू के सेवन से दूरी बनाना बेहद जरूरी है। कम उम्र के लड़कों में भी ये समस्या दिख रही है, गुटखा पर रोक लगाना चाहिए। नो-नेगेटिव मंडे की पहल अच्छी डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. मालविका मिश्रा ने दैनिक भास्कर की मंडे स्टोरी में नो नेगेटिव पहल की जमकर सराहना की और सुझाव दिया कि संभव हो तो इसे रोजाना लागू किया जा सकता है। उन्होंने मरीजों के अवेयरनेस बढ़ाने के लिए जरूरी कंटेंट बढ़ाने पर जोर दिया। इलाज के दौरान जागरूकता जरूरी मेदांता लखनऊ के पीडियाट्रिक डॉक्टर डॉ. आकाश पंडिता ने कहा कि ‘आई पॉड’ पर मेडिकल से जुड़ी खबर लाना बेहद फायदेमंद होगा। अच्छा होगा कि एक इंटरैक्टिव सेशन शुरू किया जाए। कई बार बेहद चौंकाने वाले मामले सामने आते हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला आया था जिसमें नवजात बच्चे को पीलिया से बचाने के लिए घरवालों ने धूप में 3 घंटे रख दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। ये घटना बताती है कि जागरूकता बेहद जरूरी है। रिसर्च बेस इलाज पर फोकस KGMU के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि मरीजों का रिसर्च बेस इलाज किया जाता है। मकसद वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी स्थानीय स्तर पर मुहैया कराना है। भास्कर की खबरें ऑथेंटिक रहती हैं लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि मैं दैनिक भास्कर एप का नियमित पाठक हूं और कई घटनाओं पर इस ऐप से ही जानकारी हासिल की है। यहां खबरें ऑथेंटिक रहती हैं। मैं अपने कई दोस्तों को भी भास्कर की खबर शेयर करता हूं। इलाज के साथ बचाव पर फोकस करना बेहतर सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू हो या हार्ट की प्रॉब्लम इलाज के साथ बचाव और अवेयरनेस पर भी जानकारी होना चाहिए। कई जागरूकता कार्यक्रम का होता है आयोजन लखनऊ सीएमओ ऑफिस के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि शहर में संक्रामक रोगों से बचाव के लिये समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम होते है पर अभी भी लोगों में अवेयरनेस की कमी नजर आती है। भास्कर इस दिशा में बड़ी पहल कर सकता है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने उठाया महिला सुरक्षा का मुद्दा KGMU के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने महिला मेडिकल स्टॉफ की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.दिव्यांश सिंह ने बताया कि गुड टच और बैड टच के बारे में बच्चों को तब पता चलेगा, जब पेरेंट्स को इसकी जानकारी होगी। जब सभी को इसकी जानकारी होगी, तभी ये पता चल पाएगा कि ऐसी घटनाओं पर क्या एक्शन लेना है? FAIMA की नेशनल एग्जीक्यूटिव बॉडी की रीजनल कॉर्डिनेटर डॉ. ईशा प्रकाश ने बताया कि महिलाओं के अधिकारों को लेकर हर किसी को जागरूक होना पड़ेगा। किसी भी कीमत पर किसी महिला का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन के सोशल मीडिया प्रभारी डॉ. अमन नकवी ने कहा कि कोलकाता की घटना के बाद लोग डॉक्टरों की सुरक्षा पर बात कर रहे है पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नही हुई है। सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। ‘तुलसी के बीज’ भेंट में दिए सार्थक चर्चा के बाद सभी विशेष अतिथियों को दैनिक भास्कर के ‘एक पेड़ एक जिंदगी अभियान’ के तहत भास्कर अखबार का ‘तुलसी बीज’ विशेषांक एडिशन भी दिया गया। इसके साथ बीज रोपने के लिए पॉट भी दिया गया। सीने स्टार आमिर खान के स्पेशल मैसेज को लेकर भी जानकारी दी गई। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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NEET Paper Leak: CBI ने मुख्य आरोपी समेत दो को किया गिरफ्तार, अधिकारियों ने किया बड़ा खुलासा <p style=”text-align: justify;”><strong>NEET Paper Leak:</strong> सीबीआई ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) पर्चा लीक मामले में एक प्रमुख आरोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के ट्रंक से कथित तौर पर प्रश्नपत्र चुराया था. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा में लीक, प्रतिरूपण और अन्य अनियमितताओं से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या अब 14 हो गई है. वहीं, एक की गिरफ्तारी पटना तो दूसरे की गिरफ्तारी हजारीबाग से हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अधिकारियों ने दी जानकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया है, जिसने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र कथित तौर पर चुराया था. उन्होंने बताया कि बोकारो के रहने वाले कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राजू सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर कुमार को प्रश्नपत्र चुराने और गिरोह के अन्य सदस्यों को देने में मदद की थी. सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीबीआई ने दर्ज की है छह प्राथमिकी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही एजेंसी ने छह प्राथमिकी दर्ज की हैं. बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज शेष प्राथमिकी अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर एजेंसी की अपनी प्राथमिकी, परीक्षा में कथित अनियमितताओं की ‘व्यापक जांच’ से संबंधित है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नीट-यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है. इस साल यह परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/chirag-paswan-statement-on-many-issues-including-bridge-collapse-in-bihar-tejashwi-yadav-kangana-ranaut-2738830″>Chirag Paswan: ‘भ्रष्टाचार तो हुआ है…’, पुल मामले में चिराग पासवान ने किया नीतीश सरकार की तरफ इशारा?</a></strong></p>
राजस्थान: आमेर महल में हाथी की सवारी के लिए अब देने होंगे इतने रुपये, जानें कहां से शुरू होता है सफर?
राजस्थान: आमेर महल में हाथी की सवारी के लिए अब देने होंगे इतने रुपये, जानें कहां से शुरू होता है सफर? <p style=”text-align: justify;”><strong>Amber Fort:</strong> राजस्थान की राजधानी जयपुर से 12 किलोमीटर दूर आमेर महल में अब हाथी की सवारी करने पर सरकार ने नई दरें लागू कर दिया है. पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक डॉ. पंकज घरेन्द्र ने बताया कि कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के शासन सचिव रवि जैन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आमेर महल में हाथी की सवारी की दर 1500 रुपये निश्चित किये जाने का निर्णय लिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही हाथी सवारी दरों में प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी और 5 वर्ष के बाद इसकी समीक्षा करने की भी सहमति दी गई है. गौरतलब है कि हर बार हाथी की सवारी के दरों में बदलाव होता रहता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कितने दूर तक कराते हैं हाथी की सवारी?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आमेर महल में पयर्टक हाथी पर एक KM की दूरी तय कर सवारी का लुत्फ उठाते है. हाथी पूरे 1KM तक ही दूरी तय करता है जिसमें कि नीचे से लेकर ऊपर जाता है और वहां छोड़ देता है. ऊपर से नीचे लाने के लिए जीप गाड़ी भी मौजूद रहती है. एक किमी की दूरी तय करने में एक हाथी दो सवारी लेकर जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>राजपूताना गाइड एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मनीष शर्मा का कहना है कि यहां पर हाथियों के साथ मनमानी जारी है. कभी 1100 रेट था फिर 3500 हुआ उसके बाद यह 2500 हुआ और अब फिर घटा दिया गया है. हाथियों के कुछ मालिकों की मिलीभगत से यहां पर हाथियों के साथ गलत हो रहा है. यहां तक की यहां की पुलिस और प्रशासन भी इसमें शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घट रही हाथियों की संख्या</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पहले यहां पर हाथियों की संख्या 100 के आसपास थी. जबकि अब हाथियों की संख्या घट कर 92 से 90 रह गई है. वहां पर हाथियों को सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक काम कराते हैं. लगातार रेट घटने और बढ़ने से यहां पर स्थानीय हाथी मालिक के वजह से कई बार विदेशी पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”कड़ाके की ठंड के बीच राजस्थान में होने वाली है बारिश, जानें मौसम विभाग का ताजा अनुमान” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-weather-rains-in-some-parts-of-the-state-says-meteorological-centre-jaipur-2859995″ target=”_self”>कड़ाके की ठंड के बीच राजस्थान में होने वाली है बारिश, जानें मौसम विभाग का ताजा अनुमान</a></strong></p>
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मथुरा में बड़े भाई को गोली मारी:पुलिस चौकी पर खड़े होकर तमंचा लहराया; बोला-किसी दम है जो मुझे पकड़ ले मथुरा में बुधवार को युवक ने बड़े भाई को सिर में गोली मार दी। वारदात के बाद आरोपी भाई मंगल सिंह ने नेशनल हाईवे पर बनी पुलिस चौकी पर खड़े होकर तमंचा लहराया। बोला-‘किसी दम है तो मुझे पकड़ ले’। इसका वहां मौजूद किसी ने वीडियो बना लिया। फिलहाल, आरोपी फरार है। वहीं, भाई की हालत नाजुक है। घायल हुकुम को परिजन पहले कस्बे के ही अस्पताल में ले गए। यहां से डॉक्टर ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। इलाज जारी है। पुलिस आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है। शराब पीने से रोकता था छोटा भाई
कोसी के बठैन क्षेत्र का रहने वाला मंगल सिंह शराब पीने का आदि है। इस बात को लेकर उसका भाई हुकुम से आए दिन झगड़ा होता रहता है। दोनों में विवाद बढ़ गया, जिसके बाद मंगल सिंह तमंचा लाया। हुकुम के गोली मार दी। इतना ही नहीं घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस चौकी पर खड़े हो गया। तमंचा लहराने लगाया। अपशब्दों का प्रयोग किया। जिस समय मंगल सिंह ने चौकी पर तमंचा लहराया उस समय चौकी का स्टाफ VIP ड्यूटी पर गया था। वारदात से कुछ देर पहले निकले थे मुख्य सचिव और DGP जिस समय घटना हुई। उससे 20 मिनट पहले मुख्य सचिव और DGP एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने के बाद वापस लौटे थे। चौकी का स्टाफ इसी VIP ड्यूटी में लगा था।