लखनऊ में अवैध कॉलोनियों पर सोमवार को LDA ने (लखनऊ विकास प्राधिकरण) कार्रवाई की। इस दौरान इंदिरा नगर की पाॅम पैराडाइज टाइटल कॉलोनी और जानकीपुरम विस्तार में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब के आदेश पर 8 इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। LDA ने कार्रवाई कर इंदिरा नगर के चांदन गांव में करीब 25 बीघा जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई। इस दौरान पाॅम पैराडाइज टाइटल कॉलोनी में बनाए गए मकानों को तोड़ा। यहां 29 रो-हाउस में 26 परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया था। कार्रवाई की तीन तस्वीरें… 25 बीघा में अवैध कॉलोनी इंदिरा नगर के चांदन गांव में करीब 25 बीघा जमीन पर विकसित की जा रही पाॅम पैराडाइज टाइटल कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। एलडीए अध्यक्ष और मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने जांच में पाया कि 2022 से 2023 के बीच अभियंताओं की मिलीभगत से बिल्डर ने यहां 29 रो-हाउस बना दिए और 26 में परिवारों को शिफ्ट भी करा दिया। जानकीपुरम में अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर जानकीपुरम विस्तार के तिवारीपुर में नीलकंठ प्रॉपर्टीज द्वारा 4 बीघा जमीन पर अवैध प्लॉटिंग की जा रही थी। बिना स्वीकृत ले-आउट के विकसित की जा रही इस कॉलोनी को LDA ने ध्वस्त कर दिया। सड़कों, नालियों और बाउंड्रीवाल समेत सभी निर्माण कार्यों को गिरा दिया गया। LDA की सख्ती, जवाबदेही तय होगी एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध कॉलोनियों को रोकने और जिम्मेदार अभियंताओं की जवाबदेही तय करने की दिशा में की गई है। अध्यक्ष डॉ. रोशन जैकब के निर्देश पर न केवल बुलडोजर चलाया गया बल्कि 8 अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कानून से ऊपर कोई नहीं मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने कहा- अवैध निर्माणों और कॉलोनियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को भी बख्शा नहीं जाएगा। लखनऊ में अवैध कॉलोनियों पर सोमवार को LDA ने (लखनऊ विकास प्राधिकरण) कार्रवाई की। इस दौरान इंदिरा नगर की पाॅम पैराडाइज टाइटल कॉलोनी और जानकीपुरम विस्तार में अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब के आदेश पर 8 इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। LDA ने कार्रवाई कर इंदिरा नगर के चांदन गांव में करीब 25 बीघा जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई। इस दौरान पाॅम पैराडाइज टाइटल कॉलोनी में बनाए गए मकानों को तोड़ा। यहां 29 रो-हाउस में 26 परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया था। कार्रवाई की तीन तस्वीरें… 25 बीघा में अवैध कॉलोनी इंदिरा नगर के चांदन गांव में करीब 25 बीघा जमीन पर विकसित की जा रही पाॅम पैराडाइज टाइटल कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया। एलडीए अध्यक्ष और मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने जांच में पाया कि 2022 से 2023 के बीच अभियंताओं की मिलीभगत से बिल्डर ने यहां 29 रो-हाउस बना दिए और 26 में परिवारों को शिफ्ट भी करा दिया। जानकीपुरम में अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर जानकीपुरम विस्तार के तिवारीपुर में नीलकंठ प्रॉपर्टीज द्वारा 4 बीघा जमीन पर अवैध प्लॉटिंग की जा रही थी। बिना स्वीकृत ले-आउट के विकसित की जा रही इस कॉलोनी को LDA ने ध्वस्त कर दिया। सड़कों, नालियों और बाउंड्रीवाल समेत सभी निर्माण कार्यों को गिरा दिया गया। LDA की सख्ती, जवाबदेही तय होगी एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध कॉलोनियों को रोकने और जिम्मेदार अभियंताओं की जवाबदेही तय करने की दिशा में की गई है। अध्यक्ष डॉ. रोशन जैकब के निर्देश पर न केवल बुलडोजर चलाया गया बल्कि 8 अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कानून से ऊपर कोई नहीं मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने कहा- अवैध निर्माणों और कॉलोनियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को भी बख्शा नहीं जाएगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘पुष्पा भाऊ’ के फैन को आधी रात थिएटर में पकड़ने पहुंची पुलिस, बीच मूवी उठा ले गई, स्मगलिंग से जुड़ा मामला
‘पुष्पा भाऊ’ के फैन को आधी रात थिएटर में पकड़ने पहुंची पुलिस, बीच मूवी उठा ले गई, स्मगलिंग से जुड़ा मामला <p style=”text-align: justify;”><strong>Drug Smuggler Arrested In Nagpur:</strong> नागपुर में पुलिस ने बेहद ही फिल्मी अंदाज में एक गैंगस्टर को धर दबोचा. शहर के एक थिएटर में पुष्पा फिल्म-2 दिखाया जा रहा था. इसी थियेटर में एक ड्रग तस्कर भी फिल्म देखने में मग्न था. पुलिस ने सूचना मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए फिल्म स्क्रीनिंग के दौरान ही ड्रग स्मगलर को गिरफ्तार कर लिया. अचानक से हुई अपराधी की नाटकीय गिरफ्तारी ने थिएटर में मौजूद दर्शकों को अचंभित कर दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>’द हिंदू’ की रिपोर्ट के मुताबिक ड्रग तस्कर का नाम विशाल मेश्राम है. पुलिस ने उसे गुरुवार (19 दिसंबर) की रात को थिएटर से दबोच लिया, जहां वो फिल्म का मजा ले रहा था. पुलिस ने थिएटर में मौजूद दर्शकों को आश्वासन देते हुए कहा कि वे फिल्म का आनंद लेना जारी रख सकते हैं क्योंकि उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10 महीने से फरार था ड्रग तस्कर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पचपावली पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने रविवार (22 दिसंबर, 2024) को कहा, ”विशाल मेश्राम 10 महीने से फरार था और हाल ही में रिलीज हुई फिल्म में उसकी रुचि के बारे में पुलिस को पता चलने के बाद प्लान बनाकर उसे पकड़ लिया गया.” उन्होंने कहा, “गैंगस्टर के खिलाफ 27 मामले थे, जिनमें हत्या और मादक पदार्थों की तस्करी के दो मामले शामिल थे. वह अपनी हिंसक प्रवृत्ति के लिए जाना जाता था, यहां तक कि अतीत में उसने पुलिस पर हमला भी किया था.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस अधिकारी ने कहा, ”हमलोग उसका लगातार उसका पीछा कर रहे थे, साइबर सर्विलांस का इस्तेमाल किया जा रहा था और एक एसयूवी गाड़ी में उसकी गतिविधियों पर नज़र रख रहे थे. गुरुवार (19 दिसंबर) को उसका पता लगाने के बाद, पुलिस ने उसे भागने से रोकने के लिए शहर के मध्य भाग में स्थित सिनेमा हॉल के बाहर गाड़ी के टायरों की हवा निकाल दी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारी ने कहा, ”फिल्म के क्लाइमेक्स के दौरान जब पुलिसकर्मी हॉल में दाखिल हुए तो मेश्राम फिल्म में खोया हुआ था. पुलिस ने उसे घेर लिया और तेजी से गिरफ्तार कर लिया, जिससे उसे विरोध करने का कोई मौका नहीं मिला. मेश्राम फिलहाल नागपुर सेंट्रल जेल में बंद है और जल्द ही उसे नासिक की जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”महाराष्ट्र: बीड में एंबुलेंस से टकराई शरद पवार के काफिले की कार, बाल-बाल बचे एनसीपी-एसपी चीफ” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-ncp-sp-chief-sharad-pawar-convoy-car-collides-with-ambulance-in-beed-ann-2847574″ target=”_self”>महाराष्ट्र: बीड में एंबुलेंस से टकराई शरद पवार के काफिले की कार, बाल-बाल बचे एनसीपी-एसपी चीफ</a></strong></p>
दिल्ली कोचिंग हादसा: हाई कोर्ट सख्त, ‘सब के सब गेंद दूसरे के पाले में डालने में लगे, क्या दिल्ली पुलिस…’
दिल्ली कोचिंग हादसा: हाई कोर्ट सख्त, ‘सब के सब गेंद दूसरे के पाले में डालने में लगे, क्या दिल्ली पुलिस…’ <p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a> Aspirants Case:</strong> दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग हादसे की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग वाली याचिका पर आज (बुधवार, 31 जुलाई) हाई कोर्ट में सुनवाई हो रही है. इस दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि ऐसा लगता है कि हम जंगल में रह रहे हैं. नियम कहते हैं कि एमसीडी और दूसरे विभाग अवैध निर्माण या सेफ्टी नियमों की अनदेखी के सामने आते ही कार्रवाई करें. क्या इन्हें कहीं अनियमितता दिखती ही नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वकील ने कहा, ”एक छात्र ने राजेंद्र नगर बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों की शिकायत की. 2 बार रिमाइंडर भी भेजे थे. लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>वकील ने कहा, ”मामले की उच्चस्तरीय जांच हो. यह भी देखा जाए कि शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई? क्या शिकायत की जांच के लिए किसी अधिकारी को नियुक्त किया गया था? कोर्ट दिल्ली के हर जिले में अवैध निर्माण की जांच के लिए ज़िला लेवल कमेटी भी बनाए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक दूसरे वकील ने कहा, ”कुछ दिनों पहले करंट लगने से एक छात्र मर गया था. लगातार लापरवाही हो रही है. भ्रष्टाचार से हर कोई पैसे बना रहा है. एमसीडी जानबूझकर सेफ्टी नियमों की उपेक्षा कर रही है.” वकील ने कहा कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कमिटी बने. इसका विस्तार दिल्ली के हर जिले तक हो. अवैध पीजी चल रहे हैं. एक बिल्डिंग में 50-60 छात्र रह रहे हैं. हर इलाके के लिए एमसीडी के लोग तय हैं. यह खुला तथ्य है कि निर्माण के दौरान हर लेंटर के लिए वसूली होती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं दिल्ली सरकार के वकील ने कहा, ”नियम बने हुए हैं. उनके पालन की कोशिश की जाती है. बिल्डिंग के आधार पर ही कोचिंग को अनुमति मिलती है. फायर सेफ्टी के लिए इंस्पेक्शन होता है. हम कोचिंग संस्थानों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. 75 को नोटिस दिया. 35 बंद हुए, 25 को सील किया गया. कुछ दूसरी जगह शिफ्ट हुए.” इसपर याचिकाकर्ता ने कहा कि घटना के बाद अब कार्रवाई का दिखावा किया जा रहा है. पहले कुछ नहीं किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार ने इसपर कहा कि कई जांच कमिटी बनी हैं. उनकी रिपोर्ट से और जानकारी मिलेगी. यह सब की साझा ज़िम्मेदारी है. इस तरह की घटनाएं दुखद हैं</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद जज ने कहा कि समस्या यह है कि आपने सुविधाओं का ढांचा विकसित किए बिना बिल्डिंग बायलॉज में ढील दी. कई फ्लोर का निर्माण हो जाता है, लेकिन सरकार को जो सुविधाएं देनी होती है, वह नहीं दी जा रही. एमसीडी के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं. लोगों को सुविधा क्या देगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जज ने कहा, ”100 साल पुराना इंफ्रास्ट्रक्चर है, जिसे विकसित किए बिना बेहिसाब निर्माण होने दिया जा रहा है. पुलिस क्या जांच कर रही है? किसे पकड़ा अभी तक? क्या खुद पुलिस की जानकारी के बिना अवैध निर्माण हो जाते हैं, दूसरी गतिविधियां चलती हैं? सब के सब गेंद दूसरे के पाले में डालने में लगे हैं. क्या एमसीडी के अधिकारियों की भूमिका की जांच पुलिस कर रही है? इतना पानी वहां कैसे जमा हुआ?”</p>
लुधियाना में सिमरजीत बैंस को जान से मारने की धमकी:फेसबुक पर आया मैसेज, लिखा- शांत रहो, नहीं तो पक्का शांत कर देंगे
लुधियाना में सिमरजीत बैंस को जान से मारने की धमकी:फेसबुक पर आया मैसेज, लिखा- शांत रहो, नहीं तो पक्का शांत कर देंगे पंजाब के लुधियाना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को जान से मारने की धमकी मिली है। किसी ने उनके फेसबुक पेज पर मैसेंजर के जरिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। सिमरजीत बैंस का सोशल मीडिया हैंडल पेज चलाने वाले बंटी ने बताया कि उन्हें यह धमकी कल उस समय मिली जब बैंस और बाकी सभी साथी रोड शो में पैदल मार्च कर रहे थे। धमकी के बाद अब इस मामले को लेकर लुधियाना पुलिस कमिश्नर और चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी। बबर हैरी नाम से आई थ्रेट बंटी ने कहा कि बबर हैरी नाम की आई.डी से बैंस के पेज पर थ्रेट आई है। धमकी देने वाले ने लिखा- बड़ा नेता बनी जा रहे हो दिन-प्रतिदिन, ज्यादा सिर पर मत चढ़ो, थोड़ा शांति के साथ चलो नहीं तो पक्का शांत कर देंगे। समझ लो अभी भी समय है नहीं तो तेरी लाश की पहचान भी नहीं किसी से होगी। उधर, इस मामले में सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि वह सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले नेता हैं। आज कोई नई धमकी नहीं मिल रही। जब से वह लोगों के बीच काम कर रहे हैं तभी से शरारती लोग उन्हें धमकियां भेज रहे हैं। लेकिन वह सच से पीछे हटने वाले नेता नहीं है। इस मामले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों को सूचित कर दिया जाएगा। पढ़े कौन हैं सिमरजीत सिंह बैंस -2017 में बनाई थी खुद की पार्टी संगरूर के मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान के साथ राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सिमरजीत सिंह बैंस, सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में अकाली दल में शामिल हो गए थे। शिअद में उनके ऊपर कई आरोप लगते रहे। बैंस के खिलाफ तहसीलदार को कार्यालय में घुसकर मारपीट करने का भी मामला दर्ज हुआ था। अकाली दल द्वारा चुनाव टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद सिमरजीत ने आत्म नगर और बलविंदर ने लुधियाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। बैंस ने 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में लोक इंसाफ पार्टी बनाई और AAP से गठजोड़ कर लिया। इस बार भी दोनों भाई चुनाव जीत गए। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन AAP की लहर के सामने टिक नहीं पाए और हार गए। 2 बार जेल जा चुके हैं बैंस सिमरजीत सिंह बैंस 2 बार जेल जा चुके हैं। वर्ष 2009 में उन पर तहसीलदार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। इस केस में वह जेल काट चुके हैं। इसके बाद 10 जुलाई 2021 में उन पर महिला ने रेप करने की कोशिश का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था।