पंजाब के लुधियाना में बिजली जाने के बाद घर में अंधेरा होने पर रसोई में मोमबत्ती जलाने के बाद रसोई में धमाका होने से घर का सारा सामान जलकर ख़ाक हो गया। गनीमत यह रही की कोई जानी नुकसानी तो नहीं हुआ। पास पड़ोस के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद खुद किसी तरह करके आग पर काबू पाया। लुधियाना के टिब्बा रोड पर घमोड़िया कालोनी की गली नंबर-1 में बीती देर शाम को एक घर में धमाका होने से सारा सामान जलकर राख हो गया। जिस समय घर में आग लगी, उस समय घर में कोई नहीं था। जिससे जानी नुकसान से तो बचाव हो गया लेकिन घर में रखा सामान जल गया। बाजार गई थी महिला घर की मालकिन सविता रानी ने बताया कि वह किसी काम के बाजार गयी थी। बच्चे भी काम पर गए थे, थोड़ी देर बाद जब घर लौटी तो देखा की घर को आग लगी हुई थी। उसने बताया कि बिजली जाने के बाद घर में अंधेरा हो गया था। उसने रसोई में पड़ी मोमबत्ती जला दी। जिसके बाद खुद बाजार चली गयी पीछे आग लग गई। गैस लीकेज से हुआ हादसा पड़ोस के लोगों ने बताया कि जैसे ही मोमबत्ती जलाई तो पहले से ही गैस सिलेंडर की पाइप लीकेज थी। जिस कारण रसोई में गैस के रिसाव के कारण धमाका हो गया। लोगों ने बताया कि घर में दो गैस सिलेंडर रखे थे। जिसे लोगों ने किसी तरह करके घर से बाहर निकाले और बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर आग गैस सिलेंडर को पकड़ लेती तो आस-पास के घर क्षतिग्रस्त हो सकते थे। लोगों ने पाया आग पर काबू पड़ोस के रहने वाले शुभम और गुलशन कुमार ने बताया कि लोगों ने खुद पानी की मदद से आग पर काबू पाया। जब तक फायर बिग्रेड पहुंची। तब तक काफी हद तक आग पर काबू पाया जा चुका था। उन्होंने बताया कि घर में रखा सारा सामान और फर्नीचर सब जल कर नष्ट हो गया है। पंजाब के लुधियाना में बिजली जाने के बाद घर में अंधेरा होने पर रसोई में मोमबत्ती जलाने के बाद रसोई में धमाका होने से घर का सारा सामान जलकर ख़ाक हो गया। गनीमत यह रही की कोई जानी नुकसानी तो नहीं हुआ। पास पड़ोस के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद खुद किसी तरह करके आग पर काबू पाया। लुधियाना के टिब्बा रोड पर घमोड़िया कालोनी की गली नंबर-1 में बीती देर शाम को एक घर में धमाका होने से सारा सामान जलकर राख हो गया। जिस समय घर में आग लगी, उस समय घर में कोई नहीं था। जिससे जानी नुकसान से तो बचाव हो गया लेकिन घर में रखा सामान जल गया। बाजार गई थी महिला घर की मालकिन सविता रानी ने बताया कि वह किसी काम के बाजार गयी थी। बच्चे भी काम पर गए थे, थोड़ी देर बाद जब घर लौटी तो देखा की घर को आग लगी हुई थी। उसने बताया कि बिजली जाने के बाद घर में अंधेरा हो गया था। उसने रसोई में पड़ी मोमबत्ती जला दी। जिसके बाद खुद बाजार चली गयी पीछे आग लग गई। गैस लीकेज से हुआ हादसा पड़ोस के लोगों ने बताया कि जैसे ही मोमबत्ती जलाई तो पहले से ही गैस सिलेंडर की पाइप लीकेज थी। जिस कारण रसोई में गैस के रिसाव के कारण धमाका हो गया। लोगों ने बताया कि घर में दो गैस सिलेंडर रखे थे। जिसे लोगों ने किसी तरह करके घर से बाहर निकाले और बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर आग गैस सिलेंडर को पकड़ लेती तो आस-पास के घर क्षतिग्रस्त हो सकते थे। लोगों ने पाया आग पर काबू पड़ोस के रहने वाले शुभम और गुलशन कुमार ने बताया कि लोगों ने खुद पानी की मदद से आग पर काबू पाया। जब तक फायर बिग्रेड पहुंची। तब तक काफी हद तक आग पर काबू पाया जा चुका था। उन्होंने बताया कि घर में रखा सारा सामान और फर्नीचर सब जल कर नष्ट हो गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में रजिस्ट्री से NOC की शर्त खत्म:राज्यपाल ने सरकार के प्रस्ताव को दी मंजूरी, हजारों कॉलोनियों को मिलेगा फायदा पंजाब में रजिस्ट्ररी से एनओसी की शर्त खत्म करने संबंधी प्रस्ताव को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने मंजूरी दे दी है। यह जानकारी पंजाब सरकार की तरफ से दी गई है। इससे कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल पाएंगी। इतना ही नहीं इस कानून के लागू से अवैध कालोनियां काटने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन पर जहां मोटा जुर्माना लगेगा। वहीं, दोषी पाए जाने पर कड़ी सजा भी होगी। तीन सितंबर को यह बिल हुआ था पास पंजाब विधानसभा में तीन सितंबर में पंजाब अपार्टमेंट-प्रॉपर्टी रेगुलेशन (संशोधन) एक्ट-2024′ विधानसभा में सर्वसम्मति से पास किया गया। इसके बाद यह बिल राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेजा गया था। हालांकि इसमें एक बात साफ है कि इस आदेश अवैध कालोनियां रैगुलर नहीं होगी, बल्कि केवल प्लॉट ही रैगुलर हो पाएंगे। इस मौके सीएम भगवंत ने कहा इस बिल से आम लोगों को फायदा होगा। पांच करोड़ तक होगा जुर्माना भविष्य में अवैध कालोनियां न काटी जा सके, इसके लिए सरकार ने सख्त फैसला लिया है। ऐसे में नियम तोड़ने वालों पर सरकार कम से कम 25 लाख से लेकर पांच करोड़ तक जुर्माना लगाएगी। कम से कम पांच साल की सजा भी हेागी। जिसे बढ़ाकर दस साल तक भी किया जा सकता है। इस एक्ट को विधानसभा में मंजूरी मिलने के बाद गवर्नर के पास मंजूरी को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी करते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। इस खबर को हम अपडेट कर रहे है…..
पंजाब-चंडीगढ़ में आज बारिश के आसार:कोई अलर्ट जारी नहीं; 24 घंटों में 2.5 डिग्री बढ़ा तापमान, 37 डिग्री के हुआ पार
पंजाब-चंडीगढ़ में आज बारिश के आसार:कोई अलर्ट जारी नहीं; 24 घंटों में 2.5 डिग्री बढ़ा तापमान, 37 डिग्री के हुआ पार पंजाब और चंडीगढ़ में आज (गुरुवार को) बारिश के आसार बन रहे हैं। बीते 24 घंटों में मौसम शुष्क रहने के कारण तापमान में 2.5 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली। राज्य का तापमान एक बार फिर 37 डिग्री के पार पहुंच गया। फरीदकोट का तापमान 37.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, चंडीगढ के तापमान में 3.6 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री दर्ज किया गया है। आज चंडीगढ़ सहित पंजाब के 10 जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, एसएएस नगर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, संगरूर और मानसा में सामान्य बारिश के आसार बन रहे हैं, जबकि अन्य सभी जिलों में भी बारिश के आसार हैं। ऐसा मौसम गुरुवार के अलावा शुक्रवार को भी रहने का अनुमान है। 7 दिनों में 45 फीसदी कम हुई बारिश पंजाब में बीते 7 दिनों में 45 फीसदी और चंडीगढ़ में 27 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। 5 से 11 सितंबर तक पंजाब में सामान्यता 24.3 मिमी बारिश दर्ज की जाती है, जबकि इन दिनों में पंजाब में मात्र 13.2 मिमी ही बारिश हुई है। चंडीगढ़ में सामान्यता 71.5 मिमी बारिश होती है, जबकि अभी तक मात्र 51.9 मिमी ही बारिश हुई है। जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में इन सात दिनों में 75 फीसदी अधिक बादल बरसे हैं। इन 7 दिनों में तरनतारन व मुक्तसर दो जिले ऐसे हैं, जहां बारिश हुई ही नहीं। जबकि फाजिल्का व बठिंडा में 98 फीसदी, अमृतसर में 94 फीसदी, कूपरथला में 93 फीसदी, होशियारपुर में 82 फीसदी कम बारिश हुई है। इसके अलावा रूपनगर व फतेहगढ साहिब दो जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है। चंडीगढ़ व पंजाब के विभिन्न शहरों का तापमान चंडीगढ़- बुधवार शाम अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री दर्ज किया गया। हल्के बादल छाएंगे, बारिश का अनुमान है। तापमान 25 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- बीती शाम अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री दर्ज किया गया। हल्के बादल छाएंगे, बारिश का अनुमान है। तापमान 25 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है। अमृतसर- बुधवार शाम अधिकतम तापमान 34 डिग्री दर्ज किया गया। हल्के बादल छाएंगे। तापमान 26 से 35 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- बुधवार अधिकतम तापमान 35 डिग्री दर्ज किया गया। हल्के बादल छाएंगे। तापमान 26 से 34 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- बीती शाम अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री दर्ज किया गया। हल्के बादल छाएंगे। तापमान 24 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री दर्ज किया गया। हल्के बादल छाएंगे, बारिश का अनुमान है। तापमान 25 से 33 डिग्री के बीच रह सकता है।
आतंकी हमलों के बाद वैष्णो देवी में श्रद्धालु घटे:29 से अमरनाथ यात्रा शुरू, लोगों में डर, पठानकोट से हाईलेवल सिक्योरिटी
आतंकी हमलों के बाद वैष्णो देवी में श्रद्धालु घटे:29 से अमरनाथ यात्रा शुरू, लोगों में डर, पठानकोट से हाईलेवल सिक्योरिटी जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों हुए आतंकी हमलों के बाद माहौल बेशक अब शांतिपूर्ण है, लेकिन माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो गई है। श्राइन बोर्ड के अनुसार, पहले माता के दरबार में रोजाना करीब 50 से 55 हजार श्रद्धालु आते थे। अब कुछ दिनों से श्रद्धालुओं की संख्या घटकर 25 से 30 हजार रह गई है। रोजाना करीब 25 हजार श्रद्धालु ही माता के दरबार में पहुंच रहे हैं। अब 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था आज कश्मीर पहुंचेगा। ऐसे में यात्रा को लेकर सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पठानकोट में जम्मू-कश्मीर नेशनल हाईवे पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। पूरे मार्ग पर इस बार सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा सके। वैष्णो देवी जाने वाले मार्गों पर सुरक्षा बढ़ाई आतंकी हमलों के बाद सरकार ने माता वैष्णो देवी जाने वाले मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। बावजूद इसके लोगों में अभी भी डर है। हालांकि सरकार और श्राइन बोर्ड बार-बार अपील कर रहा है कि माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालु बिना किसी डर के आएं। कटरा में श्रद्धालुओं की संख्या आधी हुई श्रद्धालु वैष्णो देवी जाने से पहले कटरा पहुंचते हैं, जहां से माता के दरबार तक की 14 किलोमीटर लंबी चढ़ाई शुरू होती है। जून के पहले सप्ताह तक कटरा और दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या इतनी बढ़ गई थी कि 2 दिन के लिए श्राइन बोर्ड को यात्रा पर्ची काउंटर बंद करने पड़े। अब स्थिति यह है कि माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घटकर बिल्कुल आधी रह गई है। मेन बाजार की रौनक भी कम, दुकानदार मायूस कटरा मेन बाजार की बात करें तो श्रद्धालुओं की संख्या में कमी के साथ ही दुकानदारों के चेहरे भी मायूस हैं। दुकानदार विजय कुमार और मनोज ने बताया कि आतंकी हमलों के बाद दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो गई है। खरीदारी के लिए आने वाले लोग भी नहीं आ रहे हैं। जून माह में छुट्टियां होने के कारण हर साल लाखों श्रद्धालु आते थे, लेकिन इस बार जून की शुरुआत में आतंकी हमले होने से लोग डरे हुए हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए कई राज्यों से आते हैं श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए हर साल पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ आते हैं। सरकार भी अमरनाथ यात्रा और माता वैष्णो देवी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील कर रही है कि घाटी में आपकी सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह से तैयार है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को भी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। 9 जून को हुआ था पहला आतंकी हमला