लुधियाना में बच्चे को महंगी पड़ी ट्रेन की सवारी:70km दूर पहुंचा तीसरी कक्षा का छात्र, पुलिस ने सोशल मीडिया से परिजनों को ढूंढ

लुधियाना में बच्चे को महंगी पड़ी ट्रेन की सवारी:70km दूर पहुंचा तीसरी कक्षा का छात्र, पुलिस ने सोशल मीडिया से परिजनों को ढूंढ

लुधियाना के इस्लामगंज इलाके के रहने वाले करीब 10 वर्षीय बच्चे को ट्रेन की सवारी का शौक महंगा पड़ा। यह बच्चा पहले घर से लुधियाना रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहा ट्रेन में बैठा ही था कि ट्रेन चल पड़ी। बच्चे ने सोचा कि अगले स्टेशन पर ट्रेन रुकेगी तो वापस आ जाएगा। सुपर फास्ट ट्रेन होने के चलते इसका अगला स्टौपेज ही करीब 70 किलोमीटर दूर सरहिंद जंक्शन था। वहां बच्चा ट्रेन से उतरा और प्लेटफार्म पर रोने लगा। इसकी सूचना फतेहगढ़ साहिब की सरहिंद थाना पुलिस को मिली तो पुलिस ने बच्चा अपने कब्जे में लिया। लुधियाना कंट्रोल रूम पर मैसेज दिया सरहिंद के एएसआई बलवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने लुधियाना कंट्रोल रूम पर मैसेज देकर बच्चे की फोटो भेजी। वहां से सोशल मीडिया पर फोटो वायरल की गई। जिसके बाद बच्चे के परिजन लुधियाना पुलिस के माध्यम से उनके संपर्क में आए। सरहिंद थाने में बच्चे को परिजनों के हवाले किया गया। बच्चे ने बताया कि उसे ट्रेन में सवारी का शौक था। वह सिर्फ ट्रेन में बैठने के शौक में स्टेशन गया था। वहां ट्रेन चल पड़ी तो सीधे सरहिंद आकर रुकी। परिवार से काफी दूर आकर उसे कुछ पता नहीं चला कि क्या करे। इस लिए प्लेटफार्म पर वह रोने लगा था। पुलिस ने उसे परिवार वालों से मिलाया। लुधियाना के इस्लामगंज इलाके के रहने वाले करीब 10 वर्षीय बच्चे को ट्रेन की सवारी का शौक महंगा पड़ा। यह बच्चा पहले घर से लुधियाना रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहा ट्रेन में बैठा ही था कि ट्रेन चल पड़ी। बच्चे ने सोचा कि अगले स्टेशन पर ट्रेन रुकेगी तो वापस आ जाएगा। सुपर फास्ट ट्रेन होने के चलते इसका अगला स्टौपेज ही करीब 70 किलोमीटर दूर सरहिंद जंक्शन था। वहां बच्चा ट्रेन से उतरा और प्लेटफार्म पर रोने लगा। इसकी सूचना फतेहगढ़ साहिब की सरहिंद थाना पुलिस को मिली तो पुलिस ने बच्चा अपने कब्जे में लिया। लुधियाना कंट्रोल रूम पर मैसेज दिया सरहिंद के एएसआई बलवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने लुधियाना कंट्रोल रूम पर मैसेज देकर बच्चे की फोटो भेजी। वहां से सोशल मीडिया पर फोटो वायरल की गई। जिसके बाद बच्चे के परिजन लुधियाना पुलिस के माध्यम से उनके संपर्क में आए। सरहिंद थाने में बच्चे को परिजनों के हवाले किया गया। बच्चे ने बताया कि उसे ट्रेन में सवारी का शौक था। वह सिर्फ ट्रेन में बैठने के शौक में स्टेशन गया था। वहां ट्रेन चल पड़ी तो सीधे सरहिंद आकर रुकी। परिवार से काफी दूर आकर उसे कुछ पता नहीं चला कि क्या करे। इस लिए प्लेटफार्म पर वह रोने लगा था। पुलिस ने उसे परिवार वालों से मिलाया।   पंजाब | दैनिक भास्कर