लुधियाना में NRI से 28 लाख की साइबर ठगी:एयरपोर्ट छोड़ते समय बदला सिम, यूट्यूब से सीखा था आइडिया

लुधियाना में NRI से 28 लाख की साइबर ठगी:एयरपोर्ट छोड़ते समय बदला सिम, यूट्यूब से सीखा था आइडिया

लुधियाना पुलिस ने एनआरआई से 28 लाख की साइबर ठगी करने वाले उसके ही ड्राइवर को काबू किया है। जिसने एनआरआई को एयरपोर्ट छोड़ते समय झांसे से उसका मोबाइल सिम बदलकर उसके खाते से 28 लाख निकाल लिए। ड्राइवर इतना शातिर था कि उसने ठगी से पहले इसका तरीका यूट्यूब से सीखा था। इसके बाद उसने एनआरआई से साइबर ठगी की। पुलिस ने आरोपी को काबू कर उसके कब्जे से कई चेक बुक और पास बुक बरामद की है। लुधियाना के डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि पुलिस के पास एनआरआई इकबाल सिंह संधू ने शिकायत दी कि उसके ड्राइवर पलविंदर सिंह ने उसके विभिन्न बैंक खातों से लाखों की रकम निकाल ली और फरार हो गया। पुलिस टीम ने जांच के बाद आरोपी पलविंदर सिंह को काबू कर लिया है। एनआरआई इकबाल सिंह संधू ने बताया कि पिछले दिनों उसे दिल्ली एयरपोर्ट छोड़ते समय रास्ते में उसके ड्राइवर पलविंदर सिंह ने झांसे से उसका मोबाइल ले लिया और किसी को घर में कॉल करना है। उसने उसका मोबाइल लेकर उसका मोबाइल सिम चेंज कर लिया। थोड़े समय बाद ही उसे विभिन्न बैंकों की तरफ से उसके खाते में जमा पैसे निकलने के मैसेज आने लगे। जिसके बाद पुलिस को शिकायत दी। सिम बैंक खातों से लिंक था
डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि पलविंदर सिंह ने एनआरआई से पहले सिम बदला, जो उसका सिम बैंक खातों से लिंक था। सिम लेने के बाद उसने एनआरआई की मेल आई-डी का एक्सेस हासिल कर लिया। एक्सेस मिलने के बाद दोषी ने फोन-पे और गूगल पे चलाकर एनआरआई के विभिन्न बैंक खातों से 28 लाख रुपए निकाल लिए। डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि पलविंदर सिंह ने एनआरआई को एयरपोर्ट छोड़ने के बाद रास्ते में पेट्रोल पंपों से यूपीआई द्वारा ट्रांसफर करके रुपए हासिल किए। उसने ये पुरा तरीका यूट्यूब से सीखा था। पुलिस ने साढे 13 लाख रुपए के करीब रकम बरामद कर ली है, जोकि उसने अपने खातों में ट्रांसफर कर रखी थी। इसके अलावा विभिन्न बैंकों की 6 पास बुक, 8 चेक बुक, 14 डेबिट कार्ड, तीन मोबाइल व पांच सिम भी बरामद किए हैं। लुधियाना पुलिस ने एनआरआई से 28 लाख की साइबर ठगी करने वाले उसके ही ड्राइवर को काबू किया है। जिसने एनआरआई को एयरपोर्ट छोड़ते समय झांसे से उसका मोबाइल सिम बदलकर उसके खाते से 28 लाख निकाल लिए। ड्राइवर इतना शातिर था कि उसने ठगी से पहले इसका तरीका यूट्यूब से सीखा था। इसके बाद उसने एनआरआई से साइबर ठगी की। पुलिस ने आरोपी को काबू कर उसके कब्जे से कई चेक बुक और पास बुक बरामद की है। लुधियाना के डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि पुलिस के पास एनआरआई इकबाल सिंह संधू ने शिकायत दी कि उसके ड्राइवर पलविंदर सिंह ने उसके विभिन्न बैंक खातों से लाखों की रकम निकाल ली और फरार हो गया। पुलिस टीम ने जांच के बाद आरोपी पलविंदर सिंह को काबू कर लिया है। एनआरआई इकबाल सिंह संधू ने बताया कि पिछले दिनों उसे दिल्ली एयरपोर्ट छोड़ते समय रास्ते में उसके ड्राइवर पलविंदर सिंह ने झांसे से उसका मोबाइल ले लिया और किसी को घर में कॉल करना है। उसने उसका मोबाइल लेकर उसका मोबाइल सिम चेंज कर लिया। थोड़े समय बाद ही उसे विभिन्न बैंकों की तरफ से उसके खाते में जमा पैसे निकलने के मैसेज आने लगे। जिसके बाद पुलिस को शिकायत दी। सिम बैंक खातों से लिंक था
डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि पलविंदर सिंह ने एनआरआई से पहले सिम बदला, जो उसका सिम बैंक खातों से लिंक था। सिम लेने के बाद उसने एनआरआई की मेल आई-डी का एक्सेस हासिल कर लिया। एक्सेस मिलने के बाद दोषी ने फोन-पे और गूगल पे चलाकर एनआरआई के विभिन्न बैंक खातों से 28 लाख रुपए निकाल लिए। डीसीपी जसकरन सिंह तेजा ने बताया कि पलविंदर सिंह ने एनआरआई को एयरपोर्ट छोड़ने के बाद रास्ते में पेट्रोल पंपों से यूपीआई द्वारा ट्रांसफर करके रुपए हासिल किए। उसने ये पुरा तरीका यूट्यूब से सीखा था। पुलिस ने साढे 13 लाख रुपए के करीब रकम बरामद कर ली है, जोकि उसने अपने खातों में ट्रांसफर कर रखी थी। इसके अलावा विभिन्न बैंकों की 6 पास बुक, 8 चेक बुक, 14 डेबिट कार्ड, तीन मोबाइल व पांच सिम भी बरामद किए हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर