रोहतक | एमडीयू का मनोविज्ञान विभाग 10 सितंबर को वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे के उपलक्ष्य में इंडिविजुअल लाइफ एंड वैलनेस मैटर्स विषय पर एक पब्लिक टॉक का आयोजन करेगा। मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. सर्वदीप कोहली ने बताया कि भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर बतौर मुख्यातिथि इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगी। प्रतिष्ठित मनोचिकित्सक डॉ. डीके पुरी और क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ. पवन कुमार बतौर रिसोर्स पर्सन इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। प्रो. शालिनी सिंह इस कार्यक्रम की कनवीनर और डॉ. शशि रश्मि कोऑर्डिनेटर हैं। यह कार्यक्रम सुबह 9 बजे से स्वराज सदन में शुरू होगा। रोहतक | एमडीयू का मनोविज्ञान विभाग 10 सितंबर को वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे के उपलक्ष्य में इंडिविजुअल लाइफ एंड वैलनेस मैटर्स विषय पर एक पब्लिक टॉक का आयोजन करेगा। मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. सर्वदीप कोहली ने बताया कि भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर बतौर मुख्यातिथि इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगी। प्रतिष्ठित मनोचिकित्सक डॉ. डीके पुरी और क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ. पवन कुमार बतौर रिसोर्स पर्सन इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। प्रो. शालिनी सिंह इस कार्यक्रम की कनवीनर और डॉ. शशि रश्मि कोऑर्डिनेटर हैं। यह कार्यक्रम सुबह 9 बजे से स्वराज सदन में शुरू होगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अनिल विज का दर्द फिर छलका:लिखा-खुद गिरता-संभलता रहा, किसी को गिराया नहीं; सैनी की अगुआई में चुनाव लड़ने के ऐलान से जोड़ा जा रहा
अनिल विज का दर्द फिर छलका:लिखा-खुद गिरता-संभलता रहा, किसी को गिराया नहीं; सैनी की अगुआई में चुनाव लड़ने के ऐलान से जोड़ा जा रहा हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री दबंग BJP नेता अनिल विज का इशारों में फिर दर्द छलका है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है। जिसमें लिखा- ”माना की औरों के मुकाबले कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंने, पर खुद गिरता-संभलता रहा, किसी को गिराया नहीं मैंने।”। विज की पोस्ट की गई इन पंक्तियों को पंचकूला में गृहमंत्री अमित शाह की घोषणा से जोड़कर देखा जा रहा है। जिसमें उन्होंने कहा था कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव मौजूदा सीएम नायब सैनी की अगुआई में लड़ा जाएगा। शाह ने इसके जरिए यह भी साफ कर दिया कि अगर भाजपा को तीसरी बार प्रदेश में जीत मिली तो नायब सैनी ही मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि विज ने सीधे तौर पर कहीं किसी बात का विरोध नहीं किया है। 2014 में CM कुर्सी के दावेदार थे विज
अनिल विज अंबाला कैंट से BJP के विधायक हैं। 2014 में जब भाजपा को 90 में से 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत मिला तो अनिल विज मुख्यमंत्री की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार थे। उस वक्त ये विज राम बिलास शर्मा और ओपी धनखड़ के साथ सीएम कुर्सी की दौड़ में थे। जब ये चर्चा सामने आई कि भाजपा किसी जाट को सीएम के बजाय पंजाबी चेहरे को कुर्सी देगी तो विज प्रबल दावेदार बन गए। हालांकि अचानक भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर का नाम आगे कर दिया। जिसके बाद खट्टर मुख्यमंत्री बन गए। वह साढ़े 9 साल सीएम रहे। खट्टर हटे तो विज की जगह सैनी आ गए
लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ समय पहले भाजपा ने सबको चौंका दिया। भाजपा ने हरियाणा में साढ़े 9 साल से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से इस्तीफा दिलवा दिया। उनकी जगह पर अचानक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी को सीएम बना दिया। हालांकि खट्टर के इस्तीफे के बाद चर्चा थी कि विज को कुर्सी मिल सकती है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए विज
अनिल विज मनोहर लाल खट्टर की दूसरे टर्म की सरकार में गृह और स्वास्थ्य मंत्री थे। जब खट्टर ने इस्तीफा दिया तो विज भी उनके साथ थे। इसके बाद नए सीएम को चुनने के लिए मीटिंग हुई तो विज अचानक बीच में से बाहर आ गए। तब ये चर्चा रही कि नायब सैनी का नाम सुनने के बाद विज ने मीटिंग बीच में छोड़ दी। इसके बाद विज का नाम सीएम सैनी के मंत्रिमंडल में भी था। मगर, विज ने मंत्रीपद लेने से इनकार कर दिया। वे शपथग्रहण समारोह में भी नहीं पहुंचे। हालांकि विज बार-बार यही कहते रहे कि उनकी कोई नाराजगी नहीं है। अंबाला कैंट में भाजपा को लीड मिली लोकसभा चुनाव की बात करें तो अंबाला कैंट से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया आगे तो रहीं, लेकिन अधिक बढ़त हासिल नहीं कर सकीं। यहां से वो कांग्रेस प्रत्याशी वरुण चौधरी से केवल 2977 वोट आगे रही। बंतो कटारिया को अंबाला कैंट से कुल 61177 वोट मिले, जबकि वरुण चौधरी को 58200 वोट हासिल हुए।
ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मनु जारी रखेंगी पढ़ाई:डीएवी से कर रहीं ग्रेजुएशन; सेकेंड ईयर में इस साल, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट
ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता मनु जारी रखेंगी पढ़ाई:डीएवी से कर रहीं ग्रेजुएशन; सेकेंड ईयर में इस साल, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सब्जेक्ट देश की स्टार खिलाड़ी और 2 बार की ओलंपिक ब्रांज मेडल विनर मनु भाकर और उनकी टीम के साथी सरबजोत सिंह अब अपनी स्टडी पर फोकस करेंगे। चंडीगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों स्टार खिलाड़ियों ने इसका खुलासा किया। अब मनु और सरबजीत पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) से संबद्ध डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इस साल दोनों का सेकेंड ईयर है। सबसे अच्छी बात यह है कि दोनों खिलाड़ियों का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ही सब्जेक्ट है। चंडीगढ़ दौरे के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अपने शैक्षणिक संस्थान पंजाब विश्वविद्यालय का भी दौरा किया था और कुलपति रेणु विग से मुलाकात की थी। प्रोफेसर रेणु विग ने मनु भाकर और सरबजोत सिंह को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय को इस बात पर गर्व है कि दोनों ही विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। वहीं अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए 22 वर्षीय निशानेबाज ने कहा कि अब वह अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। हरियाणा में डिप्टी डायरेक्टर बन चुकीं मनु चंडीगढ़ में मनु अपने परिजनों के साथ हरियाणा CM नायब सैनी से मिलने पहुंची थीं। यहां CM ने उनका स्वागत किया था। उनके साथ अंबाला के शूटर सरबजोत सिंह भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे थे। यहां बातचीत के दौरान CM सैनी ने दोनों खिलाड़ियों को डिप्टी डायरेक्टर बनने की पेशकश की। सरकार के इस ऑफर को दोनों खिलाड़ियों ने हंसकर स्वीकार कर लिया। हरियाणा के सभी ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए 17 अगस्त को रोहतक में कार्यक्रम होगा। पॉलिसी के आधार पर जो भी सुविधाएं विजेता खिलाड़ियों को मिलती हैं, वह उन्हें दी जाएंगी। गोल्ड की तैयारी करेंगी मनु ओलिंपिक में पूरे देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मेडल हरियाणा से आने पर मनु भाकर ने कहा कि हरियाणा के लोग खेल को पसंद करते हैं। हमारा जो कल्चर बना हुआ है और हम जो खाना खाते हैं, बिल्कुल देशी खाना। वहीं मां-बाप भी बचपन से ही बच्चों को स्टेडियम में लेकर जाते हैं, ताकि बच्चे खेलें-कूदें।मनु ने कहा कि एक तो कल्चर अच्छा है और दूसरा ऊपरी लेवल पर सहयोग भी अच्छा मिला है। सरकार की तरफ से भी कई चीजें हैं, जिन्होंने फायदा दिया है। कोई भी खिलाड़ी ओलिंपिक में जाता है तो उसका टारगेट गोल्ड रहता है। आगे गोल्ड लाने का प्रयास जरूर रहेगा। इस बार उम्मीद थी कि और बेहतर होगा, लेकिन मुकाबला कड़ा रहा। लड़के और लड़कियों को बराबर के मौके मिलें मनु का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के खिलाड़ी काफी तरक्की कर रहे हैं। इसी तरह वह आगे भी करते रहेंगे। मुझे लगता है कि खेल में लड़के और लड़कियां दोनों को ही बराबरी के अवसर मिलने चाहिए, लेकिन कई घरों में ऐसा नहीं होता। मनु ने यह भी बताया है कि उन्हें शुरू से ही बढ़िया अवसर मिले। उनका कहना है कि अब समाज बदल रहा है। पॉजिटिव चेंज देखने को मिल रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि 10-15 साल में बढ़िया चेंज देखने को मिलेगा। मैं भी इस बदलाव में अपना पूरा सहयोग करूंगी। 10 मीटर एयर पिस्टल के 2 इवेंट्स में ब्रॉन्ज जीते पेरिस ओलंपिक के दूसरे ही दिन भारतीय शूटर मनु भाकर ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ मेडल जीता। ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं।मनु ने अपना दूसरा मेडल अंबाला शूटर सरबजोत के साथ 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में जीता। दोनों की जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया। मनु एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने पहली भारतीय बनीं। इसके अलावा शूटर मनु 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गई। वह चौथे नंबर पर रहीं। ओलिंपिक क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी मनु देश लौटने पर मनु ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि इतना प्यार मिल रहा है।’ अब मनु पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी। वह रविवार को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी।
नारनौल कोर्ट ने पपला गुर्जर को सुनाई सजा:हत्या के मामले में हुई उम्रकैद, 20 हजार का जुर्माना भी लगाया
नारनौल कोर्ट ने पपला गुर्जर को सुनाई सजा:हत्या के मामले में हुई उम्रकैद, 20 हजार का जुर्माना भी लगाया महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में हत्या के मामले में दोषी कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने आरोपी पर 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। मामले के अनुसार वर्ष 2015 में अज्ञात व्यक्तियों ने गांव बिहारीपुर में श्रीराम के मकान में घुसकर कमरे का दरवाजा तोड़कर गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। हत्या के मामले गवाह था पति मृतक की पत्नी रामादेवी ने पुलिस को सूचना दी कि वह बिहारीपुर गांव की रहने वाली है तथा घरेलु कार्य करती है। उसने बताया कि उसके चार बच्चे थे, सबसे बड़ी बिमला देवी गांव खैरोली में शादीशुदा थी। जिसकी 21 अगस्त 2015 को हत्या कर दी गई थी। उससे छोटा पतराम और बीच का लड़का महेश, जिसकी हत्या 2014 मार्च में कर दी थी और उससे छोटा सतपाल है। भय के कारण पतराम और सतपाल परिवार सहित बाहर रहते थे। वह और उसका पति गांव में रहते थे। उसके दोहते संदीप की हत्या दिसम्बर 2014 में कोर्ट नारनौल के सामने कर दी थी। इन हत्या के मामलों में उसका पति गवाह था। पुलिस सुरक्षा में की थी हत्या जिसको रात के समय भीमसिंह, सुबेसिंह अशोक, धर्मबीर, बिमला, विरेन्द्र, विक्रम खैरोली और सुभाष चन्द के लड़के की बहू ने उनके कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस सुरक्षा के सामने उसके पति पर गोलियां चला दी। उसको और पुलिस वालों को साईड में कर दिया। गोलियां लगने से उसके पति की मौके पर ही मौत हो गई। फिर उक्त सभी दीवार कूद कर भाग गए और जाते समय जान से मारने की धमकी दी या तो सारे केस वापस ले लो नही तो ऐसे ही सारे परिवार को खत्म कर देगे। इस मामले में थाना नांगल चौधरी पुलिस के द्वारा मामला दर्ज किया गया। जांच इकाई के द्वारा कार्यवाही करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के सम्मुख पेश किया गया था। न्यायालय में सुनवाई के दौरान उप जिला न्यायवादी वीरेंद्र शर्मा ने मामले में अभियोजन के पक्ष में पैरवी करते हुए दोषी को सजा दिलाने में भूमिका निभाई।