वाराणसी में मंगलवार को 18 केंद्रों पर UGC नेट की परीक्षा होगी। पहली शिफ्ट में 11,911 और दूसरी शिफ्ट में 11,349 अभ्यर्थी एग्जाम देंगे। दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में आज बैठक कर परीक्षा की तैयारियों को फाइनल टच दिया गया। सुबह 2 शिफ्टों में होंगी। पहली शिफ्ट सुबह 09:30 बजे से 12:30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक होगी। इस बैठक में एग्जाम के दौरान नकल और लापरवाही रोकने के लिए सख्त प्रोटोकॉल बनाया गया है। एग्जाम मटेरियल के डिस्ट्रीब्यूशन, मॉनिटरिंग और इमरजेंसी सिचुएशन पर डिटेल में मंथन किया गया। इस एग्जाम के लिए नियुक्त सिटी कोऑर्डिनेटर मुकेश शेलट ने कहा कि NTA द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के पालन, निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में वाराणसी के 18 स्कूलों के केंद्र अधीक्षक, उप अधीक्षक और पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। साथ ही, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के भी अधिकारी मौजूद थे। वाराणसी के इन 18 केंद्रों पर होगी परीक्षा….. वाराणसी में मंगलवार को 18 केंद्रों पर UGC नेट की परीक्षा होगी। पहली शिफ्ट में 11,911 और दूसरी शिफ्ट में 11,349 अभ्यर्थी एग्जाम देंगे। दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में आज बैठक कर परीक्षा की तैयारियों को फाइनल टच दिया गया। सुबह 2 शिफ्टों में होंगी। पहली शिफ्ट सुबह 09:30 बजे से 12:30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक होगी। इस बैठक में एग्जाम के दौरान नकल और लापरवाही रोकने के लिए सख्त प्रोटोकॉल बनाया गया है। एग्जाम मटेरियल के डिस्ट्रीब्यूशन, मॉनिटरिंग और इमरजेंसी सिचुएशन पर डिटेल में मंथन किया गया। इस एग्जाम के लिए नियुक्त सिटी कोऑर्डिनेटर मुकेश शेलट ने कहा कि NTA द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के पालन, निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में वाराणसी के 18 स्कूलों के केंद्र अधीक्षक, उप अधीक्षक और पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। साथ ही, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के भी अधिकारी मौजूद थे। वाराणसी के इन 18 केंद्रों पर होगी परीक्षा….. उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर उत्तराखंड में तैयारियां तेज, इन जिलों को मिला है मेजबानी का अवसर
38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर उत्तराखंड में तैयारियां तेज, इन जिलों को मिला है मेजबानी का अवसर <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand 38th National Game:</strong> उत्तराखंड को 38वीं राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर मिला है. जो 28 जनवरी से 14 फरवरी तक चलने वाले हैं. इस खेल का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को करेंगे. इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अलग-अलग खेलों का आयोजन होना है, उस सूची में उधम सिंह नगर जिले का नाम है जिसमें खेलों का आयोजन होना है. इसलिए राष्ट्रीय खेलों को लेकर जिले में तैयारियां अंतिम चरण में चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश के आठ जनपदों को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर मिला है, मेजबानी करने वाले जनपदों में देहरादून, उधम सिंह नगर, हरिद्वार, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले का नाम भी शामिल हैं. राष्ट्रीय खेलों की उद्घाटन प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> द्वारा राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 28 जनवरी को किया जाएगा. खेल के महाकुंभ की शुरुआत होने के बाद ये 28 जनवरी से 14 फरवरी तक चलेंगे. जैसे जैसे उद्घाटन की तिथि निकट आ रही है, वैसे-वैसे तैयारियों को ओर अधिक तेज किया जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उत्तराखंड 38वें राष्ट्रीय खेलों में इन खेलों का होगा आयोजन<br /></strong>सरकार इस आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है, इसीलिए उच्च अधिकारियों के साथ साथ खेलों के विशेषज्ञ भी समय समय पर निरीक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं. सरकार का उद्देश्य हैं कि उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को यादगार बनाया जा सके. 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों से आए खिलाड़ियों द्वारा योगासन, तीरंदाजी, स्क्वॉश, शूटिंग पिस्टल व राइफल, बास्केटबॉल, नेटबाल, वुशु, गोल्फ, जूड़ो, रग्बी सेवन, टेबल टेनिस, टेनिस, बैडमिंटन, एथलेटिक्स, हॉकी, कबड्डी, कुश्ती, क्याकिंग एवं कैनोइंग, रोइंग, बॉक्सिंग, राफ्टिंग, साइकिंल्स ट्रैक, साइकिंल्स रोड़, हैण्डबाल, वालीबॉल, शूटिंग ट्रैप एण्ड स्केट, मलखम्ब समेत तमाम खेलों का हिस्सा बनेंगे. 14 फरवरी को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स गौलापार हल्द्वानी में इसका समापन होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधम सिंह नगर जिले की खेल अधिकारी जानकी कार्की ने बताया कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय है कि हमारे प्रदेश को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर मिला है. ये खेल प्रदेश के आठ जनपदों में होने है, और उधम सिंह नगर जिले में छः खेलों का आयोजन किया जाना हैं. इसकी तैयारियां यहां अंतिम चरण में चल रहा है, किसी भी प्रकार कोई कमी ना इस पर बहुत ही बारीकी से ध्यान दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उधम सिंह नगर को 6 खेलों की मेजबानी का अवसर मिला<br /></strong>राष्ट्रीय खेलों के 6 खेलों की मेजबानी का अवसर उधम सिंह नगर जिले को मिला है. यहां पर शिवालिक वेलोड्रोम रुद्रपुर में साइकिंल्ग ट्रैक के चार दिवसीय आयोजन होगा. इसमें 104 पुरुष खिलाड़ी,104 महिला खिलाड़ी और 52 सपोर्ट स्टाफ रुद्रपुर पहुंचेगा. साइकिंल्ग रोड़ का दो दिवसीय आयोजन होटल रेडिसन के निकट में होगा. इसमें भाग लेने के लिए 64 पुरुष खिलाड़ी और 64 महिला खिलाड़ी और 32 सपोर्ट स्टाफ, हैंडबॉल का पांच दिवसीय आयोजन शिवालिक हॉल रुद्रपुर में होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसमें प्रतिभाग करने के लिए 128 पुरुष खिलाड़ी, 128 महिला खिलाड़ी और 64 सपोर्ट स्टाफ, वालीबॉल का पांच दिवसीय आयोजन शिवालिक हॉल रुद्रपुर में होगा और इसमें 128 पुरुष खिलाड़ी, 128 महिला खिलाड़ी और 48 सपोर्ट स्टाफ, मलखम्ब का तीन दिवसीय आयोजन मल्टीपरपज हॉल खटीमा में होगा और इसमें 96 पुरुष खिलाड़ी, 96 महिला खिलाड़ी और 48 सपोर्ट स्टाफ कार्यक्रम में शामिल होगा. इसके साथ ही शूटिंग ट्रैप एण्ड स्केट का आयोजन 46 बाटलियन पीएसी रुद्रपुर में किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(ऊधम सिंह नगर से वेद प्रकाश यादव की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-is-overjoyed-on-spadex-mission-success-of-isro-2863986″>ISRO की इस सफलता पर सीएम योगी आदित्यनाथ गदगद, बोले- जय हिंद! भारत के लिए गर्व का क्षण</a></strong></p>
रोहतक के मनोज भी मेडल जीतकर हुए थे अयोग्य:बोले- देश का दबदबा नहीं, इसलिए मनमर्जी करते हैं; आज मकान पर 15 लाख का कर्ज
रोहतक के मनोज भी मेडल जीतकर हुए थे अयोग्य:बोले- देश का दबदबा नहीं, इसलिए मनमर्जी करते हैं; आज मकान पर 15 लाख का कर्ज विनेश फोगाट की तरह ही रोहतक के टोक्यो पैरालिंपियन मनोज मलिक को भी कांस्य पदक जीतने के एक दिन बाद ही अयोग्य घोषित कर दिया गया था। अब विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस पर पैरालिंपियन मनोज मलिक ने कहा कि ऐसे मामलों में मनमानी साफ दिखती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का कोई दबदबा नहीं है। प्रबंधन की ओर से भी कोई आवाज नहीं उठाई जाती। मनोज मलिक ने बताया कि वह डिस्कस थ्रो के खिलाड़ी हैं और एक हाथ और एक पैर से दिव्यांग हैं। उन्होंने टोक्यो 2021 में हिस्सा लिया था। उनकी कैटेगरी एफ-52 थी। इवेंट से एक हफ्ते पहले भी डॉक्टरों ने उनकी जांच की थी और उन्हें यह कैटेगरी दी थी। उन्होंने अपने खेल में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर कांस्य पदक जीता। पदक जीतने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्होंने कारण भी बताया कि आप इस कैटेगरी में नहीं आते। उस समय उन्होंने खुद पर भरोसा किया और अपनी लड़ाई लड़ी। लेकिन उन्हें आज तक न्याय नहीं मिला। मनोज मलिक ने कहा कि उनके ओलंपिक और पैरालिंपिक में मनमानी की जाती है। जिसका एक उदाहरण विनेश के साथ देखने को मिला। वहीं, वह खुद भी मनमानी का शिकार हुए हैं। ऐसी घटना को देखकर साफ पता चलता है कि देश का दबदबा नहीं है। प्रबंधन भी ठीक से आवाज नहीं उठाता। उन्होंने कहा कि विनेश का वजन बढ़ने से पहले उसने सिल्वर मेडल जीता था। इसलिए विनेश को सिल्वर मेडल मिलना चाहिए। सीएम के चक्कर काटे, लेकिन नहीं मिली कोई मदद मनोज मलिक ने कहा कि मेडल जीतने के बाद सभी ने बधाई दी। लेकिन मेडल जीतने के एक दिन बाद ही उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद वह मानदेय और नौकरी जैसी मदद के लिए मुख्यमंत्री के चक्कर काटे, लेकिन न तो कोई मदद मिली और न ही कोई नौकरी। जिसके चलते आज उसे घर का खर्च चलाने में परेशानी हो रही है। वह दो बेटियों (बड़ी 8 साल की बेटी और छोटी 4 साल की बेटी) का पिता है। मकान पर भी कर्ज उन्होंने बताया कि वह दोनों पैरों और एक हाथ से दिव्यांग हैं और व्हील चेयर पर रहते हैं। रियो पैरालिंपिक में दीपा मलिक को देखकर उन्होंने डिस्कस थ्रो खेलना शुरू किया था। पैरालिंपिक में जाने और खेलना शुरू करने से पहले वह किराने की दुकान चलाते थे। लेकिन अब वह घर का खर्च भी नहीं चला पा रहे हैं। उनके पास 72 गज का मकान है, जिस पर 15 लाख का कर्ज है। फिलहाल उन्हें सरकार से मदद की उम्मीद है, ताकि उन्हें नौकरी मिल सके।
मोगा में पुरानी रंजिश में एक युवक की हत्या:घायल करके गंदे नाले में फेंका, डेयरी का काम करता था मृतक
मोगा में पुरानी रंजिश में एक युवक की हत्या:घायल करके गंदे नाले में फेंका, डेयरी का काम करता था मृतक मोगा जिले के रोड़े गांव में पुरानी रंजिश के चलते एक 35 वर्षीय युवक की हत्या करने कामामल सामने आया है। बताया जा रहा है कि मृतक युवक डेयरी का काम करता था। परिजनों की शिकायत के बाद थाना स्मालसर में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। लाठी से हमला कर नाले में फेंका वही जानकारी देते गांव वासियों ने कहा के गुरभेज सिंह 35 डेयरी का काम करता था। जब वह कहीं जा रहा तो रास्ते में एक व्यक्ति ने उसके ऊपर लाठी से हमला कर दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपियों ने उसे पास से बह रहे गंदे नाले में फेंक कर उसको पैर से दबा लिया। लोगों ने बचाकर पहुंचाया अस्पताल उसे रास्ते से गुजर रहे लोगों ने गुरभेज सिंह को आरोपी से बचा कर बाहर निकाला और अस्पताल में दाखिल करवाया था। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है। वहीं बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश के चलते उस व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा थाना समालसार में मृतक में मृतक के परिजनों के बयानों के आधार मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में आगे कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है।