वाराणसी में पनीर की जगह परोसा चिकन:रात में ही किया होटल से चेक आउट; कंपनी मीटिंग के लिए रुके थे 9 लोग

वाराणसी में पनीर की जगह परोसा चिकन:रात में ही किया होटल से चेक आउट; कंपनी मीटिंग के लिए रुके थे 9 लोग

वाराणसी के एक होटल में पनीर की जगह चिकन परोसने का मामला सामने आया है। रुके लोगों ने रात में ही डॉयल-112 बुलाई। लेकिन, अभी तक किसी तरह की FIR नहीं दर्ज कराई गई है। महाकुंभ के पहले होटल में इस तरह की लापरवाही पर लोगों में आक्रोश है। होटल अद्रिका में रुके थे 9 लोग
शिकायतकर्ता ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया- हम 9 लोग बुधवार की रात शिवपुर स्थित होटल अद्रिका में रुके थे, जिसमें से 4 वेजिटेरियन और 5 नॉन वेजीटेरियन थे। नॉन वेजीटेरियंस ने बाहर से नॉनवेज ऑर्डर कर होटल में मंगवाया था। हमने होटल के ही रेस्टोरेंट में खाने का प्लान बनाया था। रात 10 बजे हम लोग होटल के रेस्टोरेंट में पहुंचे। पनीर लबाबदार का ऑर्डर किया। पनीर के साथ निकला चिकन का पीस
ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया-पनीर लबाबदार खाने के दौरान अचानक एक पीस थोड़ा हार्ड लगा, तो उस बाहर निकाला प्लेट में, तो वह चिकन का पीस लगा। हमने वेटर को बुलाकर उससे चेक करवाया। उसने भी कहा-‘हां सर चिकन है।’ इसके बाद हमने होटल मैनेजर यादव जी को बुलाया और उनसे चेक करवाया तो उन्होंने देख के बताया कि चिकन है और माफी मांगने लगे। किचन में चल रहा था खेल
ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया- हमने इस पर हंगामा नहीं किया। लेकिन जब हमने होटल का किचन दिखाने को कहा तो वो आनाकानी करने लगे। हम लोग किचन में पहुंचे तो वहां पता चला ये कढ़ाई में चिकन और पनीर दोनों फ्राई कर रहे हैं। ऐसे में वेजीटेरियंस को पाप का भागी बना रहे हैं। महाकुंभ के पहले चेक करें सभी होटल
ओम प्रकाश जायसवाल ने कहा-महाकुंभ के पहले काशी में ऐसा होना धर्म आस्था पर ठेस है। पुलिस और प्रशासन को चाहिये की कुंभ के शुरू होने के पहले काशी के सभी होटल के किचन को चेक करें और देखें कहीं ऐसा ही अन्य जगह भी न हो रहा हो। नहीं दर्ज कराई FIR
शिवपुर थाने के प्रभारी उदयवीर सिंह ने बताया-किसी भी प्रकार की तहरीर नहीं दी गई है। शिकायतकर्ता के अनुसार कंपनी की इमेज की वजह से ऐसा किया गया है। ————————- ये भी पढ़ें : संभल में 5वें दिन मिली लालरंग की फर्श और झरोखे: बावड़ी का ASI टीम ने 4 घंटे किया सर्वे, सुरंग में घुसकर की कार्बन डेटिंग ​​संभल में खुदाई के दौरान मिली प्राचीन बावड़ी का ASI ने बुधवार को सर्वे किया। बावड़ी और सुरंग की कार्बन डेटिंग की। इस दौरान टीम को मिट्‌टी के नीचे लाल रंग के पत्थर की एक फर्श और झरोखों जैसी कलाकृतियां दिखीं। दीवारों कीे दरख्तों दवार के फोटो और वीडियो बनाए। वहीं 5वें दिन भी बावड़ी की खुदाई जारी है। बावड़ी को नुकसान न हो इसलिए अब जेसीबी से खुदाई रुकवा दी गई है। मजदूर ही काम करेंगे। ASI की टीम सुबह 10:15 बजे चंदौसी के लक्ष्मणगंज पहुंची। दोपहर में 1:08 मिनट पर बावड़ी का सर्वे करके लौट गई। टीम ने मोबाइल और कैमरों की फ्लैश लाइट व टॉर्च जलाकर करीब 4 घंटे तक बावड़ी के अंदर बारीकी से जांच-पड़ताल की। इस दौरान बावड़ी के अंदर मिट्‌टी के नीचे एक पक्की फर्श सामने आई, जो लाल रंग के पत्थर से बनी हुई थी। सर्वे टीम के जाने के बाद फिर खुदाई का काम शुरू हुआ। पढ़िए पूरी खबर… वाराणसी के एक होटल में पनीर की जगह चिकन परोसने का मामला सामने आया है। रुके लोगों ने रात में ही डॉयल-112 बुलाई। लेकिन, अभी तक किसी तरह की FIR नहीं दर्ज कराई गई है। महाकुंभ के पहले होटल में इस तरह की लापरवाही पर लोगों में आक्रोश है। होटल अद्रिका में रुके थे 9 लोग
शिकायतकर्ता ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया- हम 9 लोग बुधवार की रात शिवपुर स्थित होटल अद्रिका में रुके थे, जिसमें से 4 वेजिटेरियन और 5 नॉन वेजीटेरियन थे। नॉन वेजीटेरियंस ने बाहर से नॉनवेज ऑर्डर कर होटल में मंगवाया था। हमने होटल के ही रेस्टोरेंट में खाने का प्लान बनाया था। रात 10 बजे हम लोग होटल के रेस्टोरेंट में पहुंचे। पनीर लबाबदार का ऑर्डर किया। पनीर के साथ निकला चिकन का पीस
ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया-पनीर लबाबदार खाने के दौरान अचानक एक पीस थोड़ा हार्ड लगा, तो उस बाहर निकाला प्लेट में, तो वह चिकन का पीस लगा। हमने वेटर को बुलाकर उससे चेक करवाया। उसने भी कहा-‘हां सर चिकन है।’ इसके बाद हमने होटल मैनेजर यादव जी को बुलाया और उनसे चेक करवाया तो उन्होंने देख के बताया कि चिकन है और माफी मांगने लगे। किचन में चल रहा था खेल
ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया- हमने इस पर हंगामा नहीं किया। लेकिन जब हमने होटल का किचन दिखाने को कहा तो वो आनाकानी करने लगे। हम लोग किचन में पहुंचे तो वहां पता चला ये कढ़ाई में चिकन और पनीर दोनों फ्राई कर रहे हैं। ऐसे में वेजीटेरियंस को पाप का भागी बना रहे हैं। महाकुंभ के पहले चेक करें सभी होटल
ओम प्रकाश जायसवाल ने कहा-महाकुंभ के पहले काशी में ऐसा होना धर्म आस्था पर ठेस है। पुलिस और प्रशासन को चाहिये की कुंभ के शुरू होने के पहले काशी के सभी होटल के किचन को चेक करें और देखें कहीं ऐसा ही अन्य जगह भी न हो रहा हो। नहीं दर्ज कराई FIR
शिवपुर थाने के प्रभारी उदयवीर सिंह ने बताया-किसी भी प्रकार की तहरीर नहीं दी गई है। शिकायतकर्ता के अनुसार कंपनी की इमेज की वजह से ऐसा किया गया है। ————————- ये भी पढ़ें : संभल में 5वें दिन मिली लालरंग की फर्श और झरोखे: बावड़ी का ASI टीम ने 4 घंटे किया सर्वे, सुरंग में घुसकर की कार्बन डेटिंग ​​संभल में खुदाई के दौरान मिली प्राचीन बावड़ी का ASI ने बुधवार को सर्वे किया। बावड़ी और सुरंग की कार्बन डेटिंग की। इस दौरान टीम को मिट्‌टी के नीचे लाल रंग के पत्थर की एक फर्श और झरोखों जैसी कलाकृतियां दिखीं। दीवारों कीे दरख्तों दवार के फोटो और वीडियो बनाए। वहीं 5वें दिन भी बावड़ी की खुदाई जारी है। बावड़ी को नुकसान न हो इसलिए अब जेसीबी से खुदाई रुकवा दी गई है। मजदूर ही काम करेंगे। ASI की टीम सुबह 10:15 बजे चंदौसी के लक्ष्मणगंज पहुंची। दोपहर में 1:08 मिनट पर बावड़ी का सर्वे करके लौट गई। टीम ने मोबाइल और कैमरों की फ्लैश लाइट व टॉर्च जलाकर करीब 4 घंटे तक बावड़ी के अंदर बारीकी से जांच-पड़ताल की। इस दौरान बावड़ी के अंदर मिट्‌टी के नीचे एक पक्की फर्श सामने आई, जो लाल रंग के पत्थर से बनी हुई थी। सर्वे टीम के जाने के बाद फिर खुदाई का काम शुरू हुआ। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर