महिला एवं बाल कल्याण विभाग की तरफ से पति की मृत्यु के बाद महिलाओं को मिलने वाली विधवा पेंशन पर भी साइबर अटैक हो गया। लाभार्थियों के पेंशन की धनराशि हड़पने के चक्कर में विभागीय सर्वर हैक कर लिया और आधार डाटा गायब कर दिया। जिससे जिले के करीब सात हजार लाभार्थियों को जुलाई माह में मिलने वाली पेंशन की धनराशि से वंचित होना पड़ा। क्योंकि बिना आधार लिंक के खाते में पैसा ही नहीं जा सकता है। अब सभी लाभार्थी विभाग के चक्कर काट रहे हैं। विभाग में पहुंच रहे हैं मामले
अंबेडकर नगर की रहने वाली विमला देवी को करीब पांच वर्ष से पेंशन का पैसा मिल रहा था। जुलाई माह में जब धनराशि नहीं पहुंची तो कार्यालय पहुंचकर जानकारी की, पता चला कि खाते आधार का डाटा गायब है। इसी प्रकार काकादेव की रहने वाली उज्वला सिंह तीन वर्ष पेंशन का लाभ ले रहीं थी। एक वर्ष पहले खाते से आधार लिंक कराया था। पेंशन भी आ रही थी जुलाई माह में पैसा नहीं मिला। अब फिर से आधार लिंक कराया है। एक हजार रुपये प्रति माह पेंशन
पति की मृत्यु होने के बाद महिलाओं को सरकार एक हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से विधवा पेंशन देती है। तीन माह की धनराशि एक साथ लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है। जिले में करीब 61 हजार विधवा पेंशन के लाभार्थीं हैं। जून माह में हुआ साइबर अटैक
मई माह में करीब 13 हजार लाभार्थी विभाग ने ऐसे चिन्हित किए थे, जिन्होंने अपने बैंक खाते में NPCI या फिर KYC अपडेट नहीं कराया था। जिसका काम विभाग लगातार कर रहा था। जून माह के अंतिम सप्ताह में विभाग के पोर्टल पर साइबर अटैक हो गया। जिसकी जानकारी एक सप्ताह तक किसी को नहीं हुई। 41 हजार के खाते में ही पहुंची धनराशि
जब पात्र लाभार्थियों के खाते से लिंक आधार का डाटा देखा गया तो इसकी जानकारी निदेशालय स्तर पर हो सकी। जिसके बाद सभी जिलों से डाटा की जानकारी हासिल की गई। जुलाई माह के पहले सप्ताह में जब लाभार्थियों के खाते में धनराशि जारी की गई थी तो सिर्फ 41 हजार लाभार्थियों के खाते में ही धनराशि पहुंची। 18 हजार लाभार्थी के खाते में नहीं पहुंचा पैसा
करीब 18 हजार लाभार्थी के खाते में धनराशि नहीं पहुंची। जिसमें से सात हजार वो लाभार्थी हैं जिनके खाते से आधार डाटा ही गायब हो गया। पेंशन न आने से लाभार्थी परेशान होकर विभाग के चक्कर काट रहे हैं। विभाग अब फिर से लाभार्थियों से आधार मंगाकर खाते से जोड़ने का काम कर रहा है। आधार लिंक कराने के बाद मिलेगी धनराशि
जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप कुमार ने बताया कि योजना का सर्वर हैक हो गया था। जिस कारण जिले के करीब सात हजार लाभार्थियों का आधार डाटा गायब हो गया था। अब लाभार्थियों को बुलाकर फिर से आधार लिंक कराया जा रहा है। इसके बाद धनराशि मिलेगी। महिला एवं बाल कल्याण विभाग की तरफ से पति की मृत्यु के बाद महिलाओं को मिलने वाली विधवा पेंशन पर भी साइबर अटैक हो गया। लाभार्थियों के पेंशन की धनराशि हड़पने के चक्कर में विभागीय सर्वर हैक कर लिया और आधार डाटा गायब कर दिया। जिससे जिले के करीब सात हजार लाभार्थियों को जुलाई माह में मिलने वाली पेंशन की धनराशि से वंचित होना पड़ा। क्योंकि बिना आधार लिंक के खाते में पैसा ही नहीं जा सकता है। अब सभी लाभार्थी विभाग के चक्कर काट रहे हैं। विभाग में पहुंच रहे हैं मामले
अंबेडकर नगर की रहने वाली विमला देवी को करीब पांच वर्ष से पेंशन का पैसा मिल रहा था। जुलाई माह में जब धनराशि नहीं पहुंची तो कार्यालय पहुंचकर जानकारी की, पता चला कि खाते आधार का डाटा गायब है। इसी प्रकार काकादेव की रहने वाली उज्वला सिंह तीन वर्ष पेंशन का लाभ ले रहीं थी। एक वर्ष पहले खाते से आधार लिंक कराया था। पेंशन भी आ रही थी जुलाई माह में पैसा नहीं मिला। अब फिर से आधार लिंक कराया है। एक हजार रुपये प्रति माह पेंशन
पति की मृत्यु होने के बाद महिलाओं को सरकार एक हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से विधवा पेंशन देती है। तीन माह की धनराशि एक साथ लाभार्थियों के खाते में भेजी जाती है। जिले में करीब 61 हजार विधवा पेंशन के लाभार्थीं हैं। जून माह में हुआ साइबर अटैक
मई माह में करीब 13 हजार लाभार्थी विभाग ने ऐसे चिन्हित किए थे, जिन्होंने अपने बैंक खाते में NPCI या फिर KYC अपडेट नहीं कराया था। जिसका काम विभाग लगातार कर रहा था। जून माह के अंतिम सप्ताह में विभाग के पोर्टल पर साइबर अटैक हो गया। जिसकी जानकारी एक सप्ताह तक किसी को नहीं हुई। 41 हजार के खाते में ही पहुंची धनराशि
जब पात्र लाभार्थियों के खाते से लिंक आधार का डाटा देखा गया तो इसकी जानकारी निदेशालय स्तर पर हो सकी। जिसके बाद सभी जिलों से डाटा की जानकारी हासिल की गई। जुलाई माह के पहले सप्ताह में जब लाभार्थियों के खाते में धनराशि जारी की गई थी तो सिर्फ 41 हजार लाभार्थियों के खाते में ही धनराशि पहुंची। 18 हजार लाभार्थी के खाते में नहीं पहुंचा पैसा
करीब 18 हजार लाभार्थी के खाते में धनराशि नहीं पहुंची। जिसमें से सात हजार वो लाभार्थी हैं जिनके खाते से आधार डाटा ही गायब हो गया। पेंशन न आने से लाभार्थी परेशान होकर विभाग के चक्कर काट रहे हैं। विभाग अब फिर से लाभार्थियों से आधार मंगाकर खाते से जोड़ने का काम कर रहा है। आधार लिंक कराने के बाद मिलेगी धनराशि
जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप कुमार ने बताया कि योजना का सर्वर हैक हो गया था। जिस कारण जिले के करीब सात हजार लाभार्थियों का आधार डाटा गायब हो गया था। अब लाभार्थियों को बुलाकर फिर से आधार लिंक कराया जा रहा है। इसके बाद धनराशि मिलेगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर