झांसी में राजापुर गांव में मातम पसरा है। यहां के 24 साल के राहुल समेले ने सोमवार सुबह अपने माता-पिता और छोटे भाई पर कुल्हाड़ी से हमला किया। वो तीनों की जान का दुश्मन बन गया था और तीनों को मारना चाहता था। हमले के बाद राहुल ने घर के पास कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया- राहुल अपने माता-पिता पर शादी कराने का दबाव बना रहा था। वह विक्षिप्त था, इसलिए शादी नहीं हाे रही थी। माता-पिता भी उसकी शादी नहीं करना चाहते थे। इससे क्रोधित होकर राहुल ने इस वारदात को अंजाम दिया। फिर जान दे दी। पढ़िए…राहुल के खौफनाक अंत की कहानी मैथ से बीएससी की, बहुत होशियार था
राहुल समेले रक्सा थाना क्षेत्र राजापुर गांव में रहता था। दो कमरों के घर में पिता दिनेश समेले (52), मां प्रवेश (48), बहन सोनिया और छोटा भाई सुमित भी रहते हैं। राहुल के चचेरे भाई सुभाष समेले बताते हैं कि परिवार में पढ़ने में राहुल सबसे इंटेलिजेंट था। मैथ से बीएससी कम्पलीट करने के बाद वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उसकी मां 8 साल से बीमार हैं। कुछ माह पहले पिता की भी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। 3 एकड़ खेती से पूरे घर का खर्चा चलता था। ये सारी सिचुएशन देखकर राहुल टेंशन करने लगा। उसने सबसे बोलना बंद कर दिया और शांत रहने लगा। फिर पागलपन की हरकतें करने लगा। पढ़ाई की वजह से डिप्रेशन में आया चचेरे भाई बृजेश समेले बताते हैं कि राहुल की पिछले 6 माह से मानसिक स्थित ठीक नहीं थी। वो पढ़ने में बहुत होशियार था और कुछ करना चाहता था। मगर उसे फैसिलिटी नहीं मिल पाई। वो जो करना चाहता था, शायद वो नहीं कर पा रहा था। इसकी वजह से ही वह डिप्रेशन में रहने लगा। कभी-कभी वह एक-दो घंटे के लिए अजीब हरकतें करने लगता था। इससे परिवार वाले भी परेशान थे। कई दफा डॉक्टर के पास ले जाकर उसका इलाज भी कराया। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह अच्छी जगह नहीं पढ़ पाया। मां बोली- मुझे छोड़कर घर से नहीं जाता था मां प्रवेश ने बताया कि राहुल कभी-कभी डिस्टर्ब हो जाता था। रविवार रात को उसने अपने हाथ से सब्जी-रोटी बनाई और खाकर सो गया। पहले भी वो ऐसा कई बार कर चुका था। सोमवार सुबह वो पूरे परिवार को मारना चाहता था। पता नहीं उसे क्या हो गया था, हमले में हम लोगों की जान बच गई। राहुल कम बोलता था। मेरे अलावा वह किसी के साथ नहीं जाता था। मुझे छोड़कर वह एक पल के लिए भी नहीं जाता था। पिता दिनेश समेले कहते हैं कि मैं अपनी पत्नी और छोटे बेटे के साथ कमरे में सो रहा था। राहुल आया और कुल्हाड़ी से मेरे ऊपर हमला करने लगा। मैं चिल्लाया तो पत्नी और बेटा जाग गए। मुझे बचाने के लिए पत्नी मेरे ऊपर गिर गई। तब राहुल पत्नी यानी अपनी मां के ऊपर भी कुल्हाड़ी से हमला करता था। बचाने आए छोटे भाई को भी कुल्हाड़ी मारी। कुल्हाड़ी के हमले से माता-पिता के गर्दन पर गंभीर चोट आई है। पानी भरकर आया तो कर दिया हमला पिता दिनेश, मां प्रवेश और भाई सुमित एक कमरे में सोए हुए थे। सोमवार सुबह करीब 6 बजे सोनिया और उसका भाई राहुल के साथ घर से थोड़ी दूर हैंडपंप पर पानी भरने गए। हैंडपंप से लौटने के बाद उसने कमरे में रखी कुल्हाड़ी उठाई और सो रहे माता-पिता और भाई पर हमला कर दिया। राहुल के सिर पर खून सवार देखकर बहन सोनिया सहम उठी। वह अपने कमरे में जा छुपी। खून से सनी कुल्हाड़ी लहराता हुआ राहुल बाहर निकला। आसपास के लोगों ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तब उसने घर से करीब 200 मीटर दूर स्थित शंकरजी की बवाड़ी में कूदकर जान दे दी थी। ये भी पढ़ें:- फतेहपुर डीएम ने फरियादी को जड़ा थप्पड़, गुस्से में कहा- एक महिला खड़ी है, तू धक्का देकर आगे निकल रहा फतेहपुर डीएम सी इंदुमती ने एक फरियादी को थप्पड़ जड़ दिया। दरअसल, फरियादी डीएम को धक्का देकर आगे निकल रहा था। इससे वह गुस्सा हो गई। जमकर फटकार लगाई। कहा- दिखाई नहीं दे रहा है, एक महिला खड़ी है और तू धक्का देकर आगे निकल रहे हो। इस दौरान डीएम काफी गुस्से में नजर आई। पढ़ें पूरी खबर… झांसी में राजापुर गांव में मातम पसरा है। यहां के 24 साल के राहुल समेले ने सोमवार सुबह अपने माता-पिता और छोटे भाई पर कुल्हाड़ी से हमला किया। वो तीनों की जान का दुश्मन बन गया था और तीनों को मारना चाहता था। हमले के बाद राहुल ने घर के पास कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया- राहुल अपने माता-पिता पर शादी कराने का दबाव बना रहा था। वह विक्षिप्त था, इसलिए शादी नहीं हाे रही थी। माता-पिता भी उसकी शादी नहीं करना चाहते थे। इससे क्रोधित होकर राहुल ने इस वारदात को अंजाम दिया। फिर जान दे दी। पढ़िए…राहुल के खौफनाक अंत की कहानी मैथ से बीएससी की, बहुत होशियार था
राहुल समेले रक्सा थाना क्षेत्र राजापुर गांव में रहता था। दो कमरों के घर में पिता दिनेश समेले (52), मां प्रवेश (48), बहन सोनिया और छोटा भाई सुमित भी रहते हैं। राहुल के चचेरे भाई सुभाष समेले बताते हैं कि परिवार में पढ़ने में राहुल सबसे इंटेलिजेंट था। मैथ से बीएससी कम्पलीट करने के बाद वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उसकी मां 8 साल से बीमार हैं। कुछ माह पहले पिता की भी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। 3 एकड़ खेती से पूरे घर का खर्चा चलता था। ये सारी सिचुएशन देखकर राहुल टेंशन करने लगा। उसने सबसे बोलना बंद कर दिया और शांत रहने लगा। फिर पागलपन की हरकतें करने लगा। पढ़ाई की वजह से डिप्रेशन में आया चचेरे भाई बृजेश समेले बताते हैं कि राहुल की पिछले 6 माह से मानसिक स्थित ठीक नहीं थी। वो पढ़ने में बहुत होशियार था और कुछ करना चाहता था। मगर उसे फैसिलिटी नहीं मिल पाई। वो जो करना चाहता था, शायद वो नहीं कर पा रहा था। इसकी वजह से ही वह डिप्रेशन में रहने लगा। कभी-कभी वह एक-दो घंटे के लिए अजीब हरकतें करने लगता था। इससे परिवार वाले भी परेशान थे। कई दफा डॉक्टर के पास ले जाकर उसका इलाज भी कराया। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह अच्छी जगह नहीं पढ़ पाया। मां बोली- मुझे छोड़कर घर से नहीं जाता था मां प्रवेश ने बताया कि राहुल कभी-कभी डिस्टर्ब हो जाता था। रविवार रात को उसने अपने हाथ से सब्जी-रोटी बनाई और खाकर सो गया। पहले भी वो ऐसा कई बार कर चुका था। सोमवार सुबह वो पूरे परिवार को मारना चाहता था। पता नहीं उसे क्या हो गया था, हमले में हम लोगों की जान बच गई। राहुल कम बोलता था। मेरे अलावा वह किसी के साथ नहीं जाता था। मुझे छोड़कर वह एक पल के लिए भी नहीं जाता था। पिता दिनेश समेले कहते हैं कि मैं अपनी पत्नी और छोटे बेटे के साथ कमरे में सो रहा था। राहुल आया और कुल्हाड़ी से मेरे ऊपर हमला करने लगा। मैं चिल्लाया तो पत्नी और बेटा जाग गए। मुझे बचाने के लिए पत्नी मेरे ऊपर गिर गई। तब राहुल पत्नी यानी अपनी मां के ऊपर भी कुल्हाड़ी से हमला करता था। बचाने आए छोटे भाई को भी कुल्हाड़ी मारी। कुल्हाड़ी के हमले से माता-पिता के गर्दन पर गंभीर चोट आई है। पानी भरकर आया तो कर दिया हमला पिता दिनेश, मां प्रवेश और भाई सुमित एक कमरे में सोए हुए थे। सोमवार सुबह करीब 6 बजे सोनिया और उसका भाई राहुल के साथ घर से थोड़ी दूर हैंडपंप पर पानी भरने गए। हैंडपंप से लौटने के बाद उसने कमरे में रखी कुल्हाड़ी उठाई और सो रहे माता-पिता और भाई पर हमला कर दिया। राहुल के सिर पर खून सवार देखकर बहन सोनिया सहम उठी। वह अपने कमरे में जा छुपी। खून से सनी कुल्हाड़ी लहराता हुआ राहुल बाहर निकला। आसपास के लोगों ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तब उसने घर से करीब 200 मीटर दूर स्थित शंकरजी की बवाड़ी में कूदकर जान दे दी थी। ये भी पढ़ें:- फतेहपुर डीएम ने फरियादी को जड़ा थप्पड़, गुस्से में कहा- एक महिला खड़ी है, तू धक्का देकर आगे निकल रहा फतेहपुर डीएम सी इंदुमती ने एक फरियादी को थप्पड़ जड़ दिया। दरअसल, फरियादी डीएम को धक्का देकर आगे निकल रहा था। इससे वह गुस्सा हो गई। जमकर फटकार लगाई। कहा- दिखाई नहीं दे रहा है, एक महिला खड़ी है और तू धक्का देकर आगे निकल रहे हो। इस दौरान डीएम काफी गुस्से में नजर आई। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर