हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कल देर शाम भारतीय जनता पार्टी ने अपने 90 में से 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। जिसमें कई नए चेहरों को मौका दिया गया तो वहीं उनकी जगह 2019 का चुनाव लड़ चुके विधायकों और पूर्व प्रत्याशियों को लिस्ट से बाहर कर दिया गया। वहीं भाजपा ने शाहबाद विधानसभा से 2019 में चुनाव लड़े पूर्व राज्यमंत्री कृष्ण बेदी की टिकट काट दी। उनकी जगह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुभाष कलसाना को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतरा है। कृष्ण बेदी के समर्थकों ने जताया रोष टिकट फाइनल होने के बाद से ही पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के समर्थकों और हलके के मंडल अध्यक्षों ने टिकटों में हुए बदलाव को लेकर रोष प्रकट किया। हलके के सभी मंडल अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के समर्थकों ने इकट्ठा होकर पार्टी के प्रति अपना रोष प्रकट किया और पार्टी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द शाहबाद विधानसभा की टिकट में बदलाव नहीं किया गया तो सभी पदाधिकारी अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे। सुभाष कलसाना को टिकट मिलने पर पार्टी में नाराजगी मौजूद मण्डल अध्यक्षों ने कहा कि शाहबाद से पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी ने हल्के में काफी विकास कार्य करवाए। वह हमेशा अपने हल्के की जनता के बीच रहे और उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते रहे। मंडल अध्यक्ष सरबजीत सिंह कलसानी ने कहा कि पिछले 5 वर्षों से पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और कार्यकर्ता लगातार पार्टी की नीतियों और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करते आ रहे हैं। टिकट बदलाव की मांग जनता के बीच रहकर उन्होंने उनकी समस्याओं को जानने और समाधान करने का प्रयास किया। बावजूद इसके पार्टी ने कृष्ण बेदी की टिकट काटकर सुभाष कलसाना को टिकट दे दिया। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने आपसी विचार विमर्श कर फैसला लिया है कि अगर पार्टी शाहबाद से टिकट में बदलाव करती है और पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी को चुनावी मैदान में उतारती है, तो निश्चित रूप से भाजपा की झोली में सीट जीताने का काम करेंगे। अन्यथा सभी पदाधिकारी अपने-अपने पदों से त्यागपत्र दे सकते हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कल देर शाम भारतीय जनता पार्टी ने अपने 90 में से 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। जिसमें कई नए चेहरों को मौका दिया गया तो वहीं उनकी जगह 2019 का चुनाव लड़ चुके विधायकों और पूर्व प्रत्याशियों को लिस्ट से बाहर कर दिया गया। वहीं भाजपा ने शाहबाद विधानसभा से 2019 में चुनाव लड़े पूर्व राज्यमंत्री कृष्ण बेदी की टिकट काट दी। उनकी जगह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुभाष कलसाना को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतरा है। कृष्ण बेदी के समर्थकों ने जताया रोष टिकट फाइनल होने के बाद से ही पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के समर्थकों और हलके के मंडल अध्यक्षों ने टिकटों में हुए बदलाव को लेकर रोष प्रकट किया। हलके के सभी मंडल अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी के समर्थकों ने इकट्ठा होकर पार्टी के प्रति अपना रोष प्रकट किया और पार्टी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द शाहबाद विधानसभा की टिकट में बदलाव नहीं किया गया तो सभी पदाधिकारी अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे। सुभाष कलसाना को टिकट मिलने पर पार्टी में नाराजगी मौजूद मण्डल अध्यक्षों ने कहा कि शाहबाद से पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी ने हल्के में काफी विकास कार्य करवाए। वह हमेशा अपने हल्के की जनता के बीच रहे और उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करते रहे। मंडल अध्यक्ष सरबजीत सिंह कलसानी ने कहा कि पिछले 5 वर्षों से पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और कार्यकर्ता लगातार पार्टी की नीतियों और योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करते आ रहे हैं। टिकट बदलाव की मांग जनता के बीच रहकर उन्होंने उनकी समस्याओं को जानने और समाधान करने का प्रयास किया। बावजूद इसके पार्टी ने कृष्ण बेदी की टिकट काटकर सुभाष कलसाना को टिकट दे दिया। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने आपसी विचार विमर्श कर फैसला लिया है कि अगर पार्टी शाहबाद से टिकट में बदलाव करती है और पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी को चुनावी मैदान में उतारती है, तो निश्चित रूप से भाजपा की झोली में सीट जीताने का काम करेंगे। अन्यथा सभी पदाधिकारी अपने-अपने पदों से त्यागपत्र दे सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पूर्व खेल मंत्री की मुश्किलें बढ़ीं:यौन शोषण के आरोप लगाने वाली कोच ने SIT जांच रिपोर्ट मांगी; चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी
हरियाणा में पूर्व खेल मंत्री की मुश्किलें बढ़ीं:यौन शोषण के आरोप लगाने वाली कोच ने SIT जांच रिपोर्ट मांगी; चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हरियाणा की जूनियर महिला कोच यौन शोषण केस में पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की और मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। चंडीगढ़ कोर्ट में चल रहे इस केस में जूनियर महिला कोच की ओर से हरियाणा सरकार की ओर से गठित की गई SIT की रिपोर्ट के लिए एप्लिकेशन दी है। इस एप्लिकेशन में लिखा है कि 29 दिसंबर को हरियाणा सरकार ने SIT बनाई थी, इसके गठन से जुड़े दस्तावेज व नोटिफिकेशन वो कागज लगे थे उसे कोर्ट में पेश किए जाएं। इसकी रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश करने की मांग कोच की ओर से की गई है। इसके अलावा हरियाणा पुलिस के द्वारा जो भी इस मामले में कार्रवाई की गई है, वह कोर्ट में पेश किए जाएं जूनियर महिला कोच के वकील दिपांशु बंसल ने एप्लिकेशन भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 94 के तहत कोर्ट में एप्लिकेशन लगाई है। 21 सितंबर को होंगे गवाहों के बयान
कोर्ट ने कोच की एप्लिकेशन स्वीकार कर ली है। अब अगली सुनवाई के लिए 21 सितंबर की कोर्ट लगी है। कोच के वकील दिपांशु बंसल ने बताया कि इस डेट को सरकारी पक्ष के गवाहों के बयान शुरू होंगे। इसके अलावा इस एप्लिकेशन पर केस में आरोपी हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की ओर से जवाब दाखिल किया जाएगा। संदीप सिंह पर तय हो चुके आरोप
जूनियर महिला कोच के यौन शोषण मामले में चंडीगढ़ की कोर्ट ने 18 दिन पहले हुई सुनवाई के दौरान आरोप तय कर दिए थे। संदीप सिंह के खिलाफ कोर्ट ने IPC की धारा 354, 354 A, 354 B, 506 और 509 के तहत किए गए आरोप तय किए हैं। इससे पहले सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की आरोपों को हटाने की याचिका और पीड़िता की ओर रेप की कोशिश की धारा जोड़ने की याचिका खारिज कर दी थी। कोच के आरोपों के बाद संदीप सिंह से खेल विभाग वापस ले लिया गया था। हालांकि तत्कालीन सीएम मनोहर लाल की कैबिनेट में वह मंत्री बने रहे। हालांकि खट्टर की जगह नायब सैनी के CM बनने के बाद संदीप को दोबारा मंत्री नहीं बनाया गया। महिला कोच के संदीप पर लगाए 5 गंभीर आरोप 1. मंत्री ने स्नैपचैट व इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजे
जूनियर महिला कोच ने आरोप लगाया था कि 2016 रियो ओलिंपिक में हिस्सा लेने के बाद वह खेल विभाग में जूनियर कोच के तौर पर भर्ती हुई थी। जिसके बाद खेल मंत्री संदीप सिंह ने इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर उसको मैसेज भेजे। फिर मुझे चंडीगढ सेक्टर 7 लेक साइड मिलने के लिए बुलाया। मैं नहीं गई तो वे मुझे इंस्टाग्राम पर ब्लॉक और अनब्लॉक करते रहे। महिला कोच के आरोपों के मुताबिक 1 जुलाई को मंत्री ने उसे स्नैपचैट कॉल किया। जिसमें डॉक्यूमेंट्स वैरिफिकेशन के लिए मुझे सेक्टर 7, चंडीगढ़ में अपने आवास पर आने के लिए कहा। 2. मंत्री ने कहा- तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें खुश रखूंगा
महिला कोच ने कहा कि इसके बाद वह मंत्री के सरकारी घर पर पहुंची। वहां वे कैमरा वाले ऑफिस में नहीं बैठना चाहते थे। वह मुझे अलग केबिन में लेकर गए। वहां मेरे पैर पर हाथ रखा। मंत्री ने कहा कि तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें खुश रखूंगा। मेरी बात मानने पर आपको सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी। 3. मेरी टी-शर्ट फट गई
महिला कोच ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि शाम करीब 6.50 बजे मंत्री संदीप सिंह ने उससे छेड़छाड़ की। इस दौरान महिला कोच की टी-शर्ट फट गई। किसी तरह वह उनके चंगुल से छूटकर बाहर गई। 4. बात नहीं मानी तो ट्रांसफर कर दिया
महिला कोच ने आरोप लगाया कि जब मैंने मंत्री की बात नहीं मानी तो मेरी ट्रांसफर कर दी गई। मेरी ट्रेंनिग तक रोक दी गई। मैंने घटना की शिकायत के लिए DGP कार्यालय, CM हाउस और तत्कालीन गृह मंत्री अनिल विज समेत हर स्तर पर प्रयास किया, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। 5. रेप की कोशिश के भी लगाए थे आरोप
इसके बाद महिला कोच ने दावा किया था कि संदीप सिंह ने उसे डॉक्यूमेंट चेक करने के लिए चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास बुलाकर रेप करने की कोशिश की थी। वह उनके घर पहुंची और स्टाफ से वॉशरूम पूछा। स्टाफ ने उसे बैडरुम के वॉशरूम में भेज दिया। जब वह बाहर आई तो मंत्री उसके सामने खड़ा हुआ था। उसने अचानक मेरा हाथ पकड़ कर सामने पड़े बेड पर पुश कर दिया। इसके बाद मैं बेड पर गिर गई और वह भी इस दौरान बेड पर आ गया।कोच ने दावा किया कि उसने उसकी टी-शर्ट पकड़कर ऊपर करने की कोशिश की। इसके बाद मेरे नजदीक आने और मुझे किस करने की कोशिश की। उसने यह भी दावा किया था कि उसके द्वारा मंत्री से छोड़ने की काफी रिक्वेस्ट की गई, लेकिन मंत्री उसे जबरन बाथरुम में लेकर गया, जहां उसने अपना लोअर भी उतार दिया। साथ ही मुझे काफी फोर्स से अपनी ओर खींचा। इस दौरान मंत्री ने बाथरुम की कुंडी भी लगा दी। जब मैंने इसका विरोध किया गया तो वह मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा। जब मंत्री नहीं माना तो मैंने उनको थप्पड़ मार दिया। इसके बाद मंत्री ने भी मुझे भी थप्पड़ मारा। इस पर मैं रोने लगी। तब मंत्री कहने लगा कि स्पोर्ट्स वाली लड़कियां वर्जिन नहीं होती हैं। मंत्री संदीप ने कहा था- आरोप गलत, ट्रांसफर किया तो साजिश
खेल मंत्री रहते संदीप ने इन सब आरोपों को खारिज कर दिया था। उनका कहना था कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है। जिसमें उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला कोच पंचकूला में रहने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है। उन्होंने महिला कोच का ट्रांसफर झज्जर कर दिया और वह पंचकूला रहना चाहती थी, इसलिए ऐसे आरोप लगा रही है। आरोप तय होने में डेढ़ साल का समय लगा
संदीप सिंह के खिलाफ आरोप तय करने की कार्रवाई में ही लगभग डेढ़ वर्ष से ज्यादा समय लगा है। 26 दिसंबर 2022 को जूनियर महिला कोच ने हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित अन्य आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दी थी। जांच के बाद 31 दिसंबर की रात 11 बजे सेक्टर-26 थाने में संदीप सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 342, 354, 354ए, 354बी, 506 के तहत पुलिस ने केस दर्ज किया था। चंडीगढ़ पुलिस की SIT ने की जांच
इस मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने DSP पलक गोयल के सुपरविजन में मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई थी। इसमें साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रंजीत सिंह, महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उषा और एक महिला एसआई को शामिल किया गया था। एसआईटी की जांच के बाद संदीप सिंह के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 509 भी जोड़ी थी।
अब हुड्डा गुट भी ढूंढेगा हार के कारण:कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बनाई 8 मेंबरी कमेटी; हुड्डा के समधी चेयरमैन, सैलजा कैंप को जगह नहीं
अब हुड्डा गुट भी ढूंढेगा हार के कारण:कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बनाई 8 मेंबरी कमेटी; हुड्डा के समधी चेयरमैन, सैलजा कैंप को जगह नहीं हरियाणा में कांग्रेस हार के कारण तलाश रही है, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी उसे कारण नहीं मिल पाए हैं। हाईकमान के बाद अब प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान भी कारण जानने में जुट गए हैं। इसके लिए उन्होंने 8 सदस्यों की कमेटी बनाई है। यह कमेटी हार के कारणों की रिपोर्ट एक सप्ताह में बनाएगी। पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया, आफताब अहमद, वीरेंद्र राठौड़, विजय प्रताप सिंह, वीरेंद्र बुल्ले शाह, मनीषा सांगवान और जयवीर वाल्मीकि इस कमेटी में शामिल हैं। खास बात यह है कि हरियाणा कांग्रेस की बनाई इस कमेटी में भी गुटबाजी देखने को मिली। कुमारी सैलजा के मौजूदा संसदीय क्षेत्र और पुराने क्षेत्र से किसी को भी कमेटी में जगह नहीं दी गई है। सिरसा और अंबाला से कमेटी में कोई सदस्य शामिल नहीं किया गया है। इस कमेटी में हुड्डा गुट के सदस्यों को ही जगह दी है। कांग्रेस हाईकमान ने बनाई थी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी
हरियाणा विधानसभा चुनाव में अच्छे माहौल के बावजूद कांग्रेस की हार हुई है। इसकी जांच के लिए हाईकमान ने एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी, जिसने हरियाणा के सभी नेताओं से वन टू वन बात की थी। इस कमेटी में छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी शामिल थे। कमेटी ने हरियाणा में चुनाव हारे 53 नेताओं से बातचीत की थी। हर नेता से 4 तरह के सवाल पूछे थे, जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की। उसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई थी। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को हिसार के 3 उम्मीदवारों ने क्या कहा… 1. रामनिवास घोड़ेला- भीतरघात से चुनाव हारे
बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि गुटबाजी के कारण कांग्रेस चुनाव हार गई। मेरी विधानसभा में राहुल गांधी का दौरा रहा, मगर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने रैली के तुरंत बाद बयान दिया कि होर्डिंग्स पर मेरी फोटो नहीं लगाई, जनता इसका बदला लेगी। उस बयान का भी असर रहा। कांग्रेस नेताओं ने खुलकर बगावत की। इनेलो नेता संजना सातरोड़ को वोट डलवाए। कार्यकर्ताओं को फोन कर कहा गया कि रामनिवास को वोट नहीं देना। भीतरघात के कारण चुनाव हारे। 2. रामनिवास राड़ा- कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराया
हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराने का काम किया। हिसार के 7-8 नेताओं ने भीतरघात किया। यह नेता हरियाणा के एक गुट से जुड़े नेता हैं। मेरी मदद सिर्फ कुमारी सैलजा ने की। मैं उन नेताओं के घर 2 से 3 बार मदद मांगने गया, मगर मेरा टाइम खराब किया। 3, 4 और 5 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खूब टेलिफोन घुमाए। उनका एक ही इशारा था कि रामनिवास राड़ा को हराओ, सावित्री जिंदल को जिताओ। मैंने प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत के दौरे के लिए अप्लाई किया था, मगर यहां के सीनियर नेताओं ने किसी स्टार प्रचारक का दौरा नहीं होने दिया। 6 EVM ऐसी मिलीं जिनकी बैटरी 99% चार्ज थी। 3. अनिल मान : भीतरघात से चुनाव हारे
नलवा विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार अनिल मान ने बताया कि भीतरघात के कारण चुनाव हारे। संपत सिंह जैसे सीनियर नेताओं ने टिकट न मिलने के कारण भीतरघात किया। संपत सिंह ने भाजपा उम्मीदवार रणधीर पनिहार को वोट डलवाए। EVM का भी बड़ा रोल रहा। कई EVM ऐसी थीं, जिनकी बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी। अगर यह सब चीजें न रही होतीं तो चुनाव जीत सकते थे। जाट विरोधी वोटों का ध्रुवीकरण हुआ
एक उम्मीदवार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हरियाणा चुनाव में जाटों के विरोध में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है। भाजपा ने जाटों को लेकर ऐसा माहौल बना दिया, जो दूसरी जगहों पर मुसलमानों के खिलाफ होता है। दूसरी जातियों को कहा गया कि अगर कांग्रेस जीती तो सब कुछ जाटों के हाथ में चला जाएगा। मैं इससे प्रभावित हुआ। ज्यादा नुकसान तब और हुआ, जब राहुल गांधी के मंच पर रहते हुए भी भूपेंद्र हुड्डा ने मेरे लिए वोट नहीं मांगे। इससे जाटों में यह मैसेज गया कि हुड्डा मेरे समर्थन में नहीं हैं। उन्होंने मुझे वोट नहीं दिए। दूसरे समुदाय ने ध्रुवीकरण की वजह से मुझे वोट नहीं दिए और मैं हार गया। बड़े नेताओं के दौरे का पता नहीं होता था
एक उम्मीदवार ने कमेटी को बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के दौरे के बारे में हमें पता ही नहीं होता था। हम समय पर उनके दौरे के बारे में लोगों तक बात ही नहीं पहुंचा पाते थे। इस वजह से कांग्रेस के हक में जो माहौल बनना चाहिए था, वह नहीं बन पाता था। इस बारे में लालू प्रसाद यादव के समधी पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव भी कह चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेता संपर्क से बाहर थे
एक उम्मीदवार ने बताया कि चुनाव के बीच हरियाणा की प्रदेश कांग्रेस कमेटी से संपर्क ही नहीं हो पा रहा था। वह न तो आम वर्करों के लिए पहुंच में थे और न ही उनसे फोन पर बात हो पा रही थी। उम्मीदवार ने प्रदेश कांग्रेस को हार का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी तुलना में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं से बात करना आसान था। राहुल गांधी ने कहा था- नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए
हरियाणा चुनाव में हुई हार के बाद कांग्रेस ने दिल्ली में समीक्षा मीटिंग बुलाई थी। मल्लिकार्जुन खड़गे के घर हुई इस मीटिंग में राहुल गांधी भी मौजूद थे। यहां राहुल गांधी ने कहा था कि चुनाव हारने की वजह यह है कि हरियाणा के नेताओं के इंटरेस्ट (हित) पार्टी इंटरेस्ट से ऊपर हो गए थे। इसके बाद वह मीटिंग से चले गए। हुड्डा-उदयभान ने EVM को जिम्मेदार ठहराया
चुनाव में हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि EVM की वजह से कांग्रेस की हार हुई। 99% चार्ज EVM में भाजपा जीत रही थी। इसके उलट जो कम चार्ज EVM थीं, उनमें कांग्रेस को बढ़त मिली। ऐसी 26 सीटों की शिकायत उन्होंने चुनाव आयोग को दी थी। हार के बाद बाबरिया ने इस्तीफे की पेशकश की
हरियाणा में हार के बावजूद अभी तक किसी कांग्रेस नेता ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। होडल विधानसभा से चुनाव हारने वाले उदयभान भी प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। हालांकि, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने राहुल गांधी को फोन कर इस्तीफे की पेशकश की है। मगर, इसके पीछे उन्होंने खराब सेहत का हवाला दिया है। नेता विपक्ष पद के लिए दावेदारी चल रही
कांग्रेस 37 सीटें जीतकर प्रमुख विपक्षी दल बन चुकी है। ऐसे में अब नेता विपक्ष के पद के लिए दावेदारी चल रही है। हुड्डा गुट इस पर भूपेंद्र हुड्डा को ही चाहता है। उन्हें न बनाने पर झज्जर से विधायक गीता भुक्कल और थानेसर से अशोक अरोड़ा को दावेदार बनाया जा रहा है। उधर, सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया गया है। 18 अक्टूबर को इसे लेकर चंडीगढ़ में मीटिंग हुई, जिसमें सारे अधिकार हाईकमान को दिए गए। इसके बाद 4 ऑब्जर्वरों ने विधायकों से वन टू वन मीटिंग की और वापस रवाना हो गए।
करनाल में अनियंत्रित कार ने मारी बाइक को टक्कर:नेशनल हाईवे पर हुआ हादसा, दो युवक घायल, एक की हालत गंभीर
करनाल में अनियंत्रित कार ने मारी बाइक को टक्कर:नेशनल हाईवे पर हुआ हादसा, दो युवक घायल, एक की हालत गंभीर हरियाणा के करनाल में नेशनल हाईवे पर हुई एक सड़क दुर्घटना में एक नई ब्रांड की वेन्यू कार ने एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनमें से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहीं दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। कार के खुले एयर बैग घटना के समय मौके पर मौजूद राहगीर सोनू ने बताया कि नेशनल हाईवे पर NGBR के सामने बाइक पर दो युवक सवार थे, जबकि वेन्यू कार में एक व्यक्ति था। कार चालक ने काफी दूरी से ब्रेक लगाने का प्रयास किया, लेकिन गाड़ी नियंत्रित नहीं हो पाई और बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक पर पीछे बैठे युवक का सिर फट गया और उसकी टांग भी टूट गई, जिससे उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। दूसरे युवक को भी चोटें आई हैं। हादसे के दौरान गाड़ी के दोनों एयर बैग भी खुल गए। पुलिस की कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही डायल-112 को सूचित किया गया, जिसके बाद पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को तुरंत एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया। साथ ही, दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को कब्जे में लेकर हादसे की जांच शुरू कर दी है। वाहनों को हटाया गया पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर हाइवे से दोनों वाहनों को हटवा दिया है। मामले की जांच कर रहे अधिकारी बाग सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कार चालक की लापरवाही की बात सामने आई है। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर दुर्घटना के कारणों की गहन जांच शुरू कर दी है। दोनों युवकों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। एक युवक की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।