शिमला के किंगल में शुक्रवार को बेकाबू ट्रक ने एक बुजुर्ग को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार डेढ़ बजे की है, जब शिमला के कुमारसेन किंगल में NH-5 पर एक हिमाचल नंबर HP 25 A 1086 ने सड़क पर चल रहे एक बुजुर्ग व्यक्ति को कुचल दिया है। ट्रक की चपेट में आने से बुजुर्ग व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृत व्यक्ति की पहचान पराक्रम चंद 64 साल के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक ट्रक शिमला से रामपुर की तरफ जा रहा था। ट्रक जब कुमारसेन के किंगल पहुंचा तो उसने NH-05 पर चल रहे एक बुजुर्ग राहगीर को टक्कर मार दी। ट्रक की चपेट में आए बुजुर्ग सिर धड़ से अलग हो गया था। बुजुर्ग व्यक्ति कुमारसेन का ही रहने वाला बताया जा रहा है। ट्रक चालक की पहचान विनोद कुमार उम्र 44 साल जिला किन्नौर हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस ने स्थानीय व्यक्ति विकास मालवा के बयान पर ट्रक चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 173 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। व्यक्ति ट्रक के नीचे कैसे आया फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। शिमला के किंगल में शुक्रवार को बेकाबू ट्रक ने एक बुजुर्ग को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार डेढ़ बजे की है, जब शिमला के कुमारसेन किंगल में NH-5 पर एक हिमाचल नंबर HP 25 A 1086 ने सड़क पर चल रहे एक बुजुर्ग व्यक्ति को कुचल दिया है। ट्रक की चपेट में आने से बुजुर्ग व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृत व्यक्ति की पहचान पराक्रम चंद 64 साल के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक ट्रक शिमला से रामपुर की तरफ जा रहा था। ट्रक जब कुमारसेन के किंगल पहुंचा तो उसने NH-05 पर चल रहे एक बुजुर्ग राहगीर को टक्कर मार दी। ट्रक की चपेट में आए बुजुर्ग सिर धड़ से अलग हो गया था। बुजुर्ग व्यक्ति कुमारसेन का ही रहने वाला बताया जा रहा है। ट्रक चालक की पहचान विनोद कुमार उम्र 44 साल जिला किन्नौर हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस ने स्थानीय व्यक्ति विकास मालवा के बयान पर ट्रक चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 173 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। व्यक्ति ट्रक के नीचे कैसे आया फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कांगड़ा में घर में लगी आग:फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने से पहले सारा सामान जलकर राख, सारे सदस्य गए थे बाहर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा शहर में गुरुवार दोपहर अचानक अर्जुन कालरा मार्केट के दूसरे मंजिल पर स्थित मकान में आग लग गई। जिससे में अफरा तफरी मच गई। आग लगने के बाद अर्जुन कालरा मार्केट के दुकानदार अपना सामान समेट कर बाहर निकले। इस मंजिल में दो भाइयों के आमने-सामने मकान हैं। जिसमें लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। आग लगने की घटना सुनते ही स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठे हो गए और आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा थाना प्रभारी संजीब शर्मा की अगुवाई में पुलिस दल मौके पर पहुंच गया। जिन्होंने आकर स्थिति को संभाला। घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड को भी दी गई, जिसकी गाड़ी कुछ देर के बाद मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। अभी तक नुकसान के सही अनुमान का पता नहीं चल सका है क्योंकि मकान मालिक किसी नजदीकी रिश्तेदार की मौत होने पर पठानकोट गए हुए हैं। मकान के अंदर रखा फर्नीचर, खिड़कीयां, दरवाजें, अलमारियां, कपड़े, बिस्तर और बहुत से अन्य सामान जल गए हैं ।लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह नुकसान के लाखों का है मलिक के आने के बाद ही नुकसान के सही अनुमान का पता चल सकेगा। आग लगने से बिल्डिंग भी कई जगह जर्जर हो गई। आग लगने का अभी तक कारणों का पता नहीं चल पाया है।
हिमाचल में हाटी समुदाय से जुड़ा मुद्दा फिर गरमाया:कानून बनने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा लाभ, हाईकोर्ट में लटका मामला
हिमाचल में हाटी समुदाय से जुड़ा मुद्दा फिर गरमाया:कानून बनने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा लाभ, हाईकोर्ट में लटका मामला हिमाचल प्रदेश जिला सिरमौर के गिरी पार हाटी समुदाय के करीब तीन लाख लोगों से जुड़ा अनुसूचित जनजाति का मामला एक बार फिर गरमा गया है। यह मामला हिमाचल हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हाटी समुदाय के लोग इसको जल्दी निपटाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक साल से ज्यादा का समय केंद्र से कानून बनने के बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर हाटी समुदाय का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार देर शाम कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान से मिला। जिसके बाद मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के साथ हिमाचल हाईकोर्ट में महाधिवक्ता के साथ एक संयुक्त बैठक की। इस बैठक में उन्होंने हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति से जुड़े मामले को हाईकोर्ट से जल्द निपटाने को लेकर चर्चा की। मामले का जल्द निपटारा करने की मांग
कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा देने को लेकर सरकार का पक्ष साफ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के मामले में असमंजस की स्थिति केंद्र सरकार की अधिसूचना की वजह से हुई। उन्होंने कहा कि केंद्र का जैसे ही इस मामले में स्पष्टीकरण आया, हिमाचल सरकार ने 24 घंटे के भीतर उसको लागू किया। मगर मामला कोर्ट पहुंच गया जिसके कारण यह लंबित हो गया और इसके लिए उन्होंने लोगों के साथ मिलकर एडवोकेट जनरल से बैठक की है। उनसे आग्रह किया कि इस मामले को जल्द से जल्द निपटाया जाए। मंत्री ने कहा कि इसके लिए एक अच्छा वकील हायर करेंगे, जो मजबूती से हाटी समुदाय का पक्ष रखेंगे, सरकार पूरी मदद करेगी। मंत्री हर्षवर्धन ने भाजपा पर बोला हमला
इस दौरान मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने भाजपा पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस मामले को हाई जैक करने का प्रयास किया। लेकिन यह मामला राजनीतिक नहीं है, सभी लोगों ने इसके लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय हाटी संघर्ष समिति आज भाजपा का पिट्ठू बनी हुई है। समिति जनता से हाटी के नाम पर इसलिए पैसे इकट्ठे कर रही है कि सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि समिति के लोग सुप्रीम कोर्ट की बात सिर्फ इसलिए करते हैं क्योंकि उन्होंने अपनी राजनीति चमकानी है। परंतु हाटी कल्याण मंच इस लड़ाई को हाईकोर्ट में मजबूती से लड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई के लिए बहुत लोगों ने काम किया है जो आज इस दुनिया में नहीं हैं वह उन्हें नमन करता है। कैबिनेट मंत्री ने दिया मदद का आश्वासन
वहीं हाटी कल्याण मंच गिरी पार के अध्यक्ष प्रताप सिंह तोमर ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा देने के मामले की वर्तमान स्थिति को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल ने कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति दर्जा लागू करने को लेकर हाईकोर्ट के स्टे को हटाया जाए। इसको लेकर हाईकोर्ट में एडवोकेट जनरल के साथ विस्तृत रूप से चर्चा की। प्रताप सिंह तोमर ने कहा कि कैबिनेट मंत्री की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया है, कि इस मामले में सरकार हाटी समुदाय की पूरी तरह से मदद करने का प्रयास करेगी। 21 नवंबर को मामले की होगी सुनवाई
वहीं हिमाचल हाईकोर्ट में महाधिवक्ता अनूप रतन ने कहा कि हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदेश में लागू करने के मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। अनूप ने बताया कि आज एक प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात की है। वह दलीलों के जरिए जल्द से जल्द इस मामले का निपटारा करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि 21 नवंबर को इस मामले में सुनवाई होनी है। मगर सरकार न्यायालय से दरख़्वास्त करेगी कि जल्द से जल्द मामले को सुना जाए। क्या है मामला.?
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के ट्रांसगिरी क्षेत्र में हाटी समुदाय के लोग 1967, यानी 55 सालों से उत्तराखंड के जौनसार बाबर को जनजाति दर्जा मिलने के बाद से उसी तर्ज पर जनजाति दर्जे की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। केंद्रीय कैबिनेट ने हाटी समुदाय की मांग को 14 सितंबर 2022 को अपनी मंजूरी दी थी। उसके बाद 16 दिसंबर 2022 को यह बिल लोकसभा से पारित हुआ और जुलाई 2023 में राज्यसभा से भी पारित हो गया। बाद में इसे राष्ट्रपति के लिए भेजा गया था, जहां 9 दिनों में ही राष्ट्रपति ने भी विधेयक पर मुहर लगा दी। लेकिन फिर मामला हाईकोर्ट पहुंच गया और तब से लंबित पड़ा है। इसका लाभ लोगों को नही मिल रहा है। बता दें कि सिरमौर जिले के हाटी समुदाय में करीब तीन लाख लोग, शिलाई, श्रीरेणुकाजी, पच्छाद और पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्रों में रहते हैं। जिला सिरमौर की कुल 269 पंचायतों में से ट्रांसगिरी में 154 पंचायतें आती हैं। इन 154 पंचायतों की 14 जातियों तथा उप जातियों को एसटी संशोधित विधेयक में शामिल किया गया है।
अंब पुलिस ने किया भैंस चोर गिरोह का भंडाफोड़:3 सदस्य गिरफ्तार, फरीदकोट में ले जाकर बेचते थे, चोरी किए मवेशी बरामद
अंब पुलिस ने किया भैंस चोर गिरोह का भंडाफोड़:3 सदस्य गिरफ्तार, फरीदकोट में ले जाकर बेचते थे, चोरी किए मवेशी बरामद ऊना के उप मंडल अंब में रात के अंधेरे में लोगों के पशुओं को चोरी करने वाले चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई 2 भैंस और उनके बच्चे भी बरामद किए गए हैं। बता दें कि, बुधवार रात कुछ पशु चोरों ने नैहरियां रोड से एक पशुशाला में बंधी भैंस और उसके बच्चे को चुरा लिया और उसे ट्राला में डाल कर ले गए थे। इसके बाद ठठ्ल गांव से भी एक भैंस को चोरी कर ली गई थी। पशु मालिक द्वारा मामला दर्ज करवाए जाने के बाद एसएचओ गौरव भारद्वाज ने चोरों की तलाश शुरू कर दी। इसके लिए उन्होंने अंब, मैहतपुर , गगरेट और पंडोगा बैरियर पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी को हर 3-4 दिन के बाद प्रदेश में घुसते और भैंसों के साथ वापस जाते हुए पाया। शुक्रवार को पुलिस को गाड़ी का जिला में घुसने की सूचना मिली। पुलिस ने एक बार फिर सीसीटीवी कैमरा की मदद से इस गाड़ी को ढूंढना शुरू कर दिया। चिंतपूर्णी पहुंचने के बाद यह गाड़ी वहां से गायब हो गई थी। एसएचओ गौरव भारद्वाज ने स्थानीय लोगों की मदद से अलग-अलग जगह पर नाका लगवा दिए। शनिवार देर रात जब यह गाड़ी चिंतपूर्णी की तरफ से वापस आ रही थी तब मुबारिकपुर चौक में इस गाड़ी को धर दबोच लिया। पूछताछ करने के बाद आरोपियों ने प्रदेश से चुराई गई भैंसों को फरीदकोट में बेचना स्वीकार किया। पुलिस ने उनके द्वारा दी गई निशानदेही के बाद उनके द्वारा अंब से चोरी की गई भैंस व उसके बच्चे को बरामद कर लिया । पुलिस ने आरोपी बलजीत निवासी मुदकी जिला फिरोजपुर, अमरीक सिंह निवासी मुक्तसर साहिब तथा मोहम्मद नसीम निवासी शामली उत्तर प्रदेश के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएचओ गौरव भारद्वाज ने बताया कि आरोपी दुधारू पशुओं को पंजाब में जब की दूध न देने वाले पशुओं को उत्तर प्रदेश में बेच देते थे।