पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना की तरफ से दायर की गई याचिका पर आज (सोमवार) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई दो सप्ताह के लिए टल गई है। अब 18 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाना है। उसने याचिका में मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग की है। राजोआना ने अपनी याचिका में दलील दी है कि भारत सरकार ने उसकी दया याचिका में फैसला लेने में काफी देर की है। वह करीब 28 साल से जेल में बंद है। याचिका में दी है यह दलील बलवंत सिंह राजोआना करीब 28 सालों से जेल में बंद है। गत साल केस की सुनवाई करते हुई सुप्रीम कोर्ट ने राजाेआना की फांसी की सजा को माफ करने मना कर दिया था। कोर्ट ने दया याचिका पर विचार का काम केंद्र सरकार के समक्ष अधिकारी को छोड़ दिया था। उसने अपनी याचिका में दलील दी है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सक्षम प्राधिकारी ने उसकी दया याचिका पर जरूरी निर्णय नहीं लिया है। अभी तक उस आदेश पर अमल नहीं हुआ है। बेअंत सिंह कत्ल का आरोपी राजोआना पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का कत्ल 31 अगस्त 1995 को कर दिया गया था। बलवंत सिंह राजोआना के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। दिलावर सिंह ने ह्यूमन बम बनकर बेअंत सिंह पर हमला किया था। साजिश इस तरह रची गई थी कि अगर दिलावर फेल हो जाता तो राजोआना की तरफ से हमला किया जाना था। कोर्ट ने राजोआना को फांसी की सजा सुनाई थी। पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना की तरफ से दायर की गई याचिका पर आज (सोमवार) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई दो सप्ताह के लिए टल गई है। अब 18 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाना है। उसने याचिका में मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग की है। राजोआना ने अपनी याचिका में दलील दी है कि भारत सरकार ने उसकी दया याचिका में फैसला लेने में काफी देर की है। वह करीब 28 साल से जेल में बंद है। याचिका में दी है यह दलील बलवंत सिंह राजोआना करीब 28 सालों से जेल में बंद है। गत साल केस की सुनवाई करते हुई सुप्रीम कोर्ट ने राजाेआना की फांसी की सजा को माफ करने मना कर दिया था। कोर्ट ने दया याचिका पर विचार का काम केंद्र सरकार के समक्ष अधिकारी को छोड़ दिया था। उसने अपनी याचिका में दलील दी है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सक्षम प्राधिकारी ने उसकी दया याचिका पर जरूरी निर्णय नहीं लिया है। अभी तक उस आदेश पर अमल नहीं हुआ है। बेअंत सिंह कत्ल का आरोपी राजोआना पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का कत्ल 31 अगस्त 1995 को कर दिया गया था। बलवंत सिंह राजोआना के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। दिलावर सिंह ने ह्यूमन बम बनकर बेअंत सिंह पर हमला किया था। साजिश इस तरह रची गई थी कि अगर दिलावर फेल हो जाता तो राजोआना की तरफ से हमला किया जाना था। कोर्ट ने राजोआना को फांसी की सजा सुनाई थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के संघर्ष कर रहे किसानों की नई रणनीति:कल पूरे देश में सांसदों को सौंपेंगे मांगपत्र, MSP पर प्राइवेट बिल लाने की मांग
पंजाब के संघर्ष कर रहे किसानों की नई रणनीति:कल पूरे देश में सांसदों को सौंपेंगे मांगपत्र, MSP पर प्राइवेट बिल लाने की मांग फसलों पर MSP की लीगल गारंटी को लेकर फरवरी से संघर्ष कर रहे किसानों ने संसद के मानसून सत्र के लिए तैयारी कर ली है। कल किसानों द्वारा पूरे देश में नए चुने गए भाजपा के 240 सांसदों को छोड़कर सभी को मांग पत्र सौंपा जाएगा। इसमें NDA के अन्य घटक भी शामिल रहेंगे। सभी सांसदों से मांग की जाएगी कि लोकसभा के मानसून सत्र में फसलों की एमसएपी की लीगल गारंटी को लेकर वह प्राइवेट बिल लेकर आए। एमएसपी के लिए बजट का प्रावधान किया जाएग। नेताओं पर किसान नजर रहेगी। उसके बाद आगे की रणनीति बनाई। 11 से 2 बजे तक चलेगा प्रोग्राम किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा नवनिर्वाचित सांसदों को मांग पत्र देने की स्ट्रेटजी बना ली गई है। सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक मांग पत्र सौंपने की प्रक्रिया चलेगी। इस दौरान पंजाब में 13, हरियाणा में 5, राजस्थान में 11, यूपी में 20, मध्य प्रदेश में 2 और बिहार में 6 सांसदों को मांग पत्र सौंपे जाएंगे। इसी तरह महाराष्ट्र, केरल, आंध्र व तमिलनाडु समेत करीब कई राज्यों में मांग पत्र देंगे। सभी राजनीतिक दलों का है समर्थन किसानों की फसलों की एमएसपी की मांग को लेकर चल रहे संघर्ष को कांग्रेस का पूरा समर्थन मिला है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने भी किसानों को अपना समर्थन दे दिया है। तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने कुछ दिन पहले शंभू बॉर्डर पर पहुंच कर संघर्ष पर चल रहे किसानों से मुलाकात की थी। साथ ही पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से बात करवाई थी। उन्होंने किसानों को पूरा सहयोग देने का वादा किया था। इसके अलावा आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल भी किसानों के पक्ष में है। आपको बता दें कि, जब किसान आंदोलन शुरू हुआ था तो दिल्ली से जब भाजपा के मंत्री किसानों से मीटिंग के लिए आते थे, तो सीएम भगवंत मान खुद किसानों के वकील बनकर मीटिंग में मौजूद रहते थे। वहीं, संघर्ष के दौरान किसानों को कोई दिक्कत नहीं आई थी।
पाकिस्तान से गायब हुआ बच्चा पंजाब में मिला:जेल से परिवार को वॉट्सऐप कॉल की; पिता बोले- सरहद पार क्यों गया, पता नहीं
पाकिस्तान से गायब हुआ बच्चा पंजाब में मिला:जेल से परिवार को वॉट्सऐप कॉल की; पिता बोले- सरहद पार क्यों गया, पता नहीं पंजाब की लुधियाना जेल में पाकिस्तान का बच्चा पिछले एक साल से बंद है। पाकिस्तान के एबटाबाद के रहने वाले मोहम्मद अली को अमृतसर में BSF ने सीमा पार करते हुए पकड़ा था। तभी से वह शिमलापुरी स्थित बाल सुधार घर में है। अली का परिवार ह्यूमन राइट्स से मदद की गुहार लगा चुका है। यहां तक की पाकिस्तानी सरकार भी भारत सरकार के आगे इस बच्चे की पैरवी कर चुकी है। पाकिस्तान सरकार की तरफ से बच्चे की रिहाई के लिए भारत के गृह मंत्रालय को पत्र भेजा गया है। मोहम्मद अली अपने परिवार का इकलौता बेटा है, लेकिन आखिर क्यों वह सरहद पार करने का प्रयास कर रहा था? इस सवाल का जवाब उसके परिवार के पास भी नहीं है। सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए पूरी घटना.. रावलपिंडी के लिए निकला, भारत पहुंचा
पूरा मामला जानने के लिए दैनिक भास्कर ने मोहम्मद अली के पिता मोहम्मद बनारस से बात की। मोहम्मद बनारस ने बताया कि वह रावलपिंडी में एक प्रिंटिंग प्रेस का काम करते हैं। 7 अगस्त 2023 को अली एबटाबाद से रावलपिंडी उनसे ही मिलने आने वाला था, लेकिन वह रावलपिंडी नहीं पहुंचा। कुछ समय बाद जब बेटे के लापता होने की खबर मिली तो उन्होंने पूरा इलाका छान मारा, लेकिन एबटाबाद के बस अड्डे के बाद से उसकी कोई लोकेशन ट्रेस नहीं हो सकी। किसी को भी पता नहीं था कि आखिर अली एबटाबाद बस अड्डे से कहां गायब हो गया। लुधियाना जेल से आई बेटे की कॉल
अली के गुमशुदा होने पर परिवार ने संबंधित थाने में भी शिकायत दी थी, लेकिन उसके बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका। परिवार भी सारी उम्मीदें छोड़ चुका था, लेकिन तभी करीब 2 महीने बाद एक दिन अचानक अली की वॉट्सऐप कॉल आई। मोहम्मद बनारस अपने बेटे से बात करके खुश तो थे, लेकिन साथ ही उनकी टेंशन तब बढ़ गई जब उन्हें पता लगा की उनका बेटा अब पाकिस्तान में नहीं बल्कि भारत की एक जेल में पहुंच गया है। तब परिवार को कुछ समझ नहीं आ रहा था। घर से सरहद बहुत दूर, भारत सरकार को भेजा लेटर
मोहम्मद बनारस ने बताया कि उनके घर एबटाबाद से सरहद बहुत दूर है। आज तक उन्होंने खुद कभी सरहद का एरिया नहीं देखा। 9वीं क्लास में पढ़ने वाले उनके बेटे को कौन सरहद पार ले गया, आज तक ये सवाल उनके दिमाग में घूमता रहता है। बेटे की रिहाई को लेकर वह भारत सरकार को भी कई पत्र भेज भेज चुके हैं, लेकिन अभी तक सारे प्रयास असफल ही साबित हुए हैं। परिवार का इकलौता बेटा, भाई की मौत हो चुकी
मोहम्मद बनारस ने कहा कि भारत सरकार से उन्हें पूरी उम्मीद है कि जल्द उनके बेटे अली को वह रिहा कर देंगे। अली परिवार का इकलौता बेटा है। उसके भाई उसनेव की मौत हो चुकी है। उसकी 2 बहनें भी हैं, जिनका नाम नबीला और सबा है। अली के लापता होने के बाद उसके घर पर मातम जैसा माहौल रहता है। परिवार को शक है कि उनका बेटा मानव तस्करों के हाथ लग गया होगा, जिसकी वजह से ही वह भारत पहुंच गया। परिवार को भारत सरकार से उम्मीद
अली की दादी मतलूबा बीबी ने कहा कि उन्हें पता चला कि अली भारत चला गया है। हालांकि उन्हें ये नहीं पता है कि वो किसी गाड़ी में बैठकर भारत गया है या फिर किसी के साथ गया है। मतलूबा बीबी ने बताया की पहले तो वह अली को लापता मान रहे थे, लेकिन जब भारत से कॉल आई तब पता चला की अली तो भारत पहुंच गया है। हम अली को वापस घर लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। नजीर बोले- गलती से सरहद पार गया
गरामड़ी गांव निवासी नजीर मोहम्मद ने बताया कि पहले सुनते रहते थे कि बॉर्डर के नजदीक रहने वाले लोग कई बार गलती से सरहद पार चले जाते हैं, लेकिन उनके गांव का ये पहला किस्सा है। पाकिस्तान के ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट हारून तनौली ने एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान सरकार और भारत सरकार को विदेश नीति के तहत चाइल्ड प्रोटेक्शन के नियमों को ध्यान में रखते हुए बच्चे को रिहा कर देना चाहिए। गृह मंत्रालय के संज्ञान में मामला
लुधियाना बाल सुधार घर के एक अधिकारी से बात की गई, लेकिन वह इस मामले पर कुछ भी कहने से बचते नज़र आए। हालांकि उन्होंने बताया कि बच्चा जेल में है और सुरक्षित है। उसके बारे में वह ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। बच्चे की काउंसलिंग की गई है और ये पूरा मामला अब गृह मंत्रालय के संज्ञान में है।
कुल्हड़ पिज्जा कपल के रेस्टोरेंट के बाहर पहुंचेंगे निहंग:रविवार को निहंग सिंह ने जारी किया था वीडियो, पगड़ी वापस करने की थी मांग
कुल्हड़ पिज्जा कपल के रेस्टोरेंट के बाहर पहुंचेंगे निहंग:रविवार को निहंग सिंह ने जारी किया था वीडियो, पगड़ी वापस करने की थी मांग पंजाब के जालंधर में कुल्हड़ पिज्जा के खिलाफ आज निहंग कुछ ही देर में जालंधर पहुंचेंगे। बीते दिनों निहंग बाबा मान सिंह अपने समर्थकों के साथ कपल के रेस्टोरेंट के बाहर इकट्ठा होंगे। निहंग बाबा मान सिंह ने कल यानी रविवार को एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह सोमवार को सुबह साढ़े 11 बजे जालंधर पहुंच जाएंगे। जिसे भी कोई बात करनी है तो वह आकर हमसे कर सकता है। भलाई इसी में है कि आप इस मामले को ज्यादा बड़ा न बनाएं। पिछली बातों के आधार पर मैं आपको छोटे भाई की तरह समझाऊंगा। रविवार को कपल ने निहंगों के हंगामे पर जारी किया था वीडियो निहंगों के विरोध के बाद अब कपल ने रविवार को अपना एक वीडियो जारी किया था। जिसमें कपल ने कहा था कि वे अपने परिवार के साथ श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) जाएंगे और अपनी अर्जी लगाएंगे। सहज ने कहा था कि श्री दरबार साहिब पहुंचकर पूछूंगा कि मैं दस्तार (पगड़ी) सजा सकता हूं या नहीं। लेकिन अगर मैं गलत हूं तो मुझे सजा मिलनी चाहिए। वीडियो में सहज और उनकी पत्नी गुरप्रीत भी मौजूद था। वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था। जिसके बाद दोबारा निहंग बाबा मान सिंह ने नया वीडियो जारी किया। सहज ने आरोप लगाया था कि मेरे और मेरे परिवार के साथ जहां भी गलत हो रहा है, हमारी बात सुनी जानी चाहिए। सहज ने आगे कहा था कि मुझे पूरा यकीन है कि हमें इंसाफ दिया जाएगा। क्योंकि हमारी संस्था सही को सही और गलत को गलत बताती है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब से मेरा निवेदन है कि मेरी और मेरे परिवार सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए व मेरे रेस्टोरेंट की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। कपल के रेस्टोरेंट के बाहर निहंगों ने किया था प्रदर्शन बता दें कि बीते दिनों जालंधर के कुल्हड़ पिज्जा कपल के रेस्टोरेंट के बाहर निंहगों ने जमकर प्रदर्शन किया था। जहां निहंगों ने मांग की थी कि कुल्हड़ पिज्जा कपल द्वारा वायरल हुई अश्लील वीडियो को लेकर बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है। अगर सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों से जितनी भी वीडियो है कुल्हड़ पिज्जा कपल डिलीट कर देता है तो ठीक, नहीं तो फिर वह चाहे सारी पुलिस को बुला लें और उनके सामने वह उनकी पगड़ी को वापस कर दें। उसके बाद वह जो वीडियो बनाए उससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। वीडियो डिलीट न करने पर एक्शन लेने को कहा था निहंगों ने कहा था कि अगर वह वीडियो डिलीट नहीं करता तो उसके खिलाफ वह सख्त एक्शन लेंगे। निहंगों ने कहा कि वह जेल जाने से नहीं डरते, वह इस मामले को लेकर रोष जाहिर रखेंगे। उन्होंने कहा थाना डिवीजन नंबर 4 के प्रभारी ने मौके पर पहुंच कर किसी तरह मामला शांत करवाया था। जाते जाते निहंगों ने धमकी दी थी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह खुद इस एक्शन लेंगे।