हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना क्षेत्र में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (IOCL) द्वारा कई गांवों के खेतों में बिछाई जा रही तेल पाइपलाइन को लेकर 3 दिन से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। किसान तेल कंपनी से अपनी जमीन का ज्यादा मुआवजा मांग रहे हैं। अब किसानों को जबरन हटा कर पाइप लाइन दबाने का काम चल रहा है। दो दिन से किसान प्रशासन आमने सामने हैं। आज किसानों की ओर से गांव कोहला में बड़ी किसान महापंचायत बुलाई गई है। पुलिस प्रशासन भी इसको लेकर अलर्ट पर है। ये है पूरा मामला गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला व इसके आसपास के दर्जन भर गांवों में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा खेतों में तेल की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। कोहला गांव में जागसी, कोहला, नूरन खेड़ा, बुटाना, गंगाना, घड़वाल समेत कई अन्य गांव के किसान 3 महीने से धरना दे रहे हैं। वे तेल की पाइप लाइन बिछाने का काम रोके हुए थे। मंगलवार को प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करते हुए किसानों को जबरन वहां से हटा कर पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करा दिया। बुधवार को भी किसानों ने यहां तेल कंपनी के काम को रोक दिया और किसान पोकलेन मशीन पर चढ़ गए। इसको देखते हुए पुलिस ने दूसरे दिन भी किसानों को यहां से जबरन हटा दिया। इस दौरान 47 किसानों को हिरासत में लिया गया। पुलिस द्वारा किसानों को जबरन हाथ पांव पकड़ कर उठा ले जाने व महिलाओं की पुलिस के साथ झड़प के कई वीडियो वायरल हुए हैं। इससे पहले मंगलवार को 16 महिलाओं समेत 24 किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। मांग रहे हैं ज्यादा मुआवजा गुजरात से पानीपत रिफाइनरी में तेल पहुंचाने के लिए IOCL की ओर से खेतों के रास्ते पाइप लाइन बिछाई जा रही है। पाइप लाइन कोहला, गंगाना, नूरनखेड़ा, बुटाना व जागसी गांव से होकर गुजरेगी। किसानों को इसके लिए 4 लाख रुपए के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है। किसान इसे कम बता कर 3 अगस्त से गांव कोहला में धरना दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि पानीपत में ये मुआवजा राशि 10 लाख रुपए है। हमारे साथ भेदभाव हो रहा है। वे भी मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग पर अड़े हैं। किसान यूनियन एकत्रित, SKM से मांगा सहयोग दो दिन से यहां किसानों व प्रशासन के बीच चल रहे टकराव, किसानों को जबरन हटाने, हिरासत में लेने को लेकर अब किसान यूनियन नेता कोहला में जुटने लगे हैं। किसान नेता रवि आजाद ने कहा कि पुलिस व प्रशासन किसानों पर ज्यादती कर रहा है। इसको लेकर गुरुवार 7 नवंबर को कोहला में किसान महापंचायत होगी। किसान नेताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से भी अपील की है कि वे किसानों के आंदोलन पर संज्ञान लें। आसपास के जिले के किसानों को कोहला आने को कहा गया है। पुलिस-प्रशासन अलर्ट पाइप लाइन के विरोध में किसानों के प्रोटेस्ट को देखते हुए सोनीपत प्रशासन व पुलिस भी अलर्ट हैं। किसानों की संख्या भी कोहला में हर दिन बढ़ती जा रही है। गोहाना के एसीपी ऋषिकांत का कहना है कि कोहला गांव में पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू कराने के लिए तेल कंपनी ने पुलिस सुरक्षा मांगी है। इसी को लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस काम कर रही है। पुलिस हर प्रकार के हालात से निपटने को तैयार है। हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना क्षेत्र में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (IOCL) द्वारा कई गांवों के खेतों में बिछाई जा रही तेल पाइपलाइन को लेकर 3 दिन से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। किसान तेल कंपनी से अपनी जमीन का ज्यादा मुआवजा मांग रहे हैं। अब किसानों को जबरन हटा कर पाइप लाइन दबाने का काम चल रहा है। दो दिन से किसान प्रशासन आमने सामने हैं। आज किसानों की ओर से गांव कोहला में बड़ी किसान महापंचायत बुलाई गई है। पुलिस प्रशासन भी इसको लेकर अलर्ट पर है। ये है पूरा मामला गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला व इसके आसपास के दर्जन भर गांवों में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा खेतों में तेल की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। कोहला गांव में जागसी, कोहला, नूरन खेड़ा, बुटाना, गंगाना, घड़वाल समेत कई अन्य गांव के किसान 3 महीने से धरना दे रहे हैं। वे तेल की पाइप लाइन बिछाने का काम रोके हुए थे। मंगलवार को प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करते हुए किसानों को जबरन वहां से हटा कर पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करा दिया। बुधवार को भी किसानों ने यहां तेल कंपनी के काम को रोक दिया और किसान पोकलेन मशीन पर चढ़ गए। इसको देखते हुए पुलिस ने दूसरे दिन भी किसानों को यहां से जबरन हटा दिया। इस दौरान 47 किसानों को हिरासत में लिया गया। पुलिस द्वारा किसानों को जबरन हाथ पांव पकड़ कर उठा ले जाने व महिलाओं की पुलिस के साथ झड़प के कई वीडियो वायरल हुए हैं। इससे पहले मंगलवार को 16 महिलाओं समेत 24 किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। मांग रहे हैं ज्यादा मुआवजा गुजरात से पानीपत रिफाइनरी में तेल पहुंचाने के लिए IOCL की ओर से खेतों के रास्ते पाइप लाइन बिछाई जा रही है। पाइप लाइन कोहला, गंगाना, नूरनखेड़ा, बुटाना व जागसी गांव से होकर गुजरेगी। किसानों को इसके लिए 4 लाख रुपए के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है। किसान इसे कम बता कर 3 अगस्त से गांव कोहला में धरना दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि पानीपत में ये मुआवजा राशि 10 लाख रुपए है। हमारे साथ भेदभाव हो रहा है। वे भी मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग पर अड़े हैं। किसान यूनियन एकत्रित, SKM से मांगा सहयोग दो दिन से यहां किसानों व प्रशासन के बीच चल रहे टकराव, किसानों को जबरन हटाने, हिरासत में लेने को लेकर अब किसान यूनियन नेता कोहला में जुटने लगे हैं। किसान नेता रवि आजाद ने कहा कि पुलिस व प्रशासन किसानों पर ज्यादती कर रहा है। इसको लेकर गुरुवार 7 नवंबर को कोहला में किसान महापंचायत होगी। किसान नेताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से भी अपील की है कि वे किसानों के आंदोलन पर संज्ञान लें। आसपास के जिले के किसानों को कोहला आने को कहा गया है। पुलिस-प्रशासन अलर्ट पाइप लाइन के विरोध में किसानों के प्रोटेस्ट को देखते हुए सोनीपत प्रशासन व पुलिस भी अलर्ट हैं। किसानों की संख्या भी कोहला में हर दिन बढ़ती जा रही है। गोहाना के एसीपी ऋषिकांत का कहना है कि कोहला गांव में पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू कराने के लिए तेल कंपनी ने पुलिस सुरक्षा मांगी है। इसी को लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस काम कर रही है। पुलिस हर प्रकार के हालात से निपटने को तैयार है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:बेदाग मंत्रिमंडल, 13 करोड़पति, गौरव गौतम सबसे यंग, 1 डॉक्टर-2 वकील हरियाणा में गुरुवार (17 अक्टूबर) को CM नायब सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। खास बात यह है कि ये मंत्रिमंडल बेदाग है। किसी भी मंत्री पर कोई केस नहीं है। सीएम और 12 मंत्री करोड़पति हैं। इनमें सबसे ज्यादा 98 करोड़ की संपत्ति विपुल गोयल की है। वहीं सबसे कम संपत्ति कृष्ण बेदी के पास है। उनकी संपत्ति 57 लाख है। इस मंत्रिमंडल में सबसे यंग 36 साल के गौरव गौतम हैं, वहीं सबसे उम्रदराज श्याम सिंह राणा हैं। उनकी उम्र 76 साल है। मंत्रिमंडल में 2 महिला विधायकों आरती राव और श्रुति चौधरी को भी जगह मिली है। इसके साथ कैबिनेट में अरविंद शर्मा डॉक्टर हैं। वहीं सीएम नायब सैनी और श्रुति चौधरी ने LLB की पढ़ाई कर रखी है। अब पढ़िए डिटेल प्रोफाइल… सैनी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा, 48 सीटों पर जीत दर्ज की
नायब सिंह सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। नायब सिंह सैनी ने इस बार कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ा था। इससे पहले वह करनाल से उपचुनाव जीते थे। 54 वर्षीय नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े। RSS से जुड़ने के बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित बड़े नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते बनाए। उन्होंने पहली बार 2009 में नारायणगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2014 में उन्होंने नारायणगढ़ से दोबारा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नायब सिंह ने 2019 में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बीजेपी ने उन्हें अक्टूबर 2023 में हरियाणा भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया। 12 मार्च 2024 को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ा और 48 सीटों पर जीत हासिल की। नायब सिंह सैनी के 2 बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी। उनका बेटा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है। बेटी अंशिका ने चंडीगढ़ में 12वीं की है। नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी राजनीति में सक्रिय हैं। विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा
हरियाणा में एक बार फिर मंत्री के तौर अनिल विज को नायब कैबिनेट में शामिल किया गया है। अंबाला कैंट से अनिल विज ने जीत दर्ज की है। वे लगातार सातवीं बार विधायक चुने गए हैं। अनिल विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा। अनिल विज का जन्म 15 मार्च 1953 को हुआ था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री हासिल की है। उनके पिता का नाम भीम सेन है। उनके पिता रेलवे में अधिकारी थे। 1970 में वे एबीवीपी के महासचिव बने। उन्होंने 16 साल तक बैंक में काम किया। अनिल विज की राजनीतिक पारी
1990 में अनिल विज ने पहली बार अंबाला कैंट से उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक समय में अनिल विज अंबाला कैंट में इतने मजबूत हो गए थे कि उन्होंने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की। अनिल विज ने 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव जीता। 2009 में उन्होंने अंबाला कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। राज्य सभा से इस्तीफा देकर दूसरी बार मंत्री बने कृष्ण लाल पंवार
इसराना विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कृष्ण लाल पंवार ने दूसरी बार कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। उनका राजनीतिक सफर लंबा है। भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने से पहले कृष्ण लाल पंवार इंडियन नेशनल लोकदल से असंध सीट से विधायक रह चुके हैं। मनोहर लाल सरकार में वह परिवहन, आवास और जेल मंत्री रहे हैं। 2019 में कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने उन्हें हराया था। इसके बाद भाजपा ने एससी का बड़ा चेहरा होने के चलते उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। अब राज्यसभा से इस्तीफा देकर वह मंत्री बने हैं। दादा अंग्रेजी शासन में MLC और पिता पूर्व में कैबिनेट मंत्री रहे हैं
राव नरबीर सिंह चौथी बार प्रदेश के मंत्री बने हैं। वह बादशाहपुर विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने हैं। वर्ष 2014 में उन्होंने ही बादशाहपुर में पहली बार कमल खिलाया था। वह पहली बार 1987 में 26 साल की उम्र में जाटूसाना से राव इंद्रजीत सिंह को हराकर विधायक बनने के बाद ताऊ देवीलाल सरकार में मंत्री बने थे। राव नरबीर सिंह का जन्म 2 अप्रैल 1961 को गुरुग्राम में हुआ। राव नरबीर मोहर सिंह यादव के पोते हैं, जो 1942 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले एमएलसी थे। उनके पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा राज्य में पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। 1996 में सोहना से विधायक बनने के साथ ही राव नरबीर बंसीलाल सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बने। 2014 में बादशाहपुर से विधायक चुने जाने के बाद मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। अब नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री बने हैं। महिपाल ढांडा दूसरी बार मंत्री बने
पानीपत ग्रामीण के विधायक महिपाल ढांडा दूसरी बार मंत्री बने हैं। पानीपत जिले में 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई ग्रामीण विधानसभा सीट पर 2014 में भाजपा के टिकट पर पहली बार ढांडा विधायक बने। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी को 36,132 वोटों से हराया। 2019 में फिर टिकट मिला। जजपा के देवेंद्र कादियान को 21,961 मतों से हराया। इस बार के चुनाव में उन्हें 1,01,079 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया है। ढांडा 1996 से 2004 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सहमंत्री रहे। 2004 में पानीपत भाजपा जिला उपाध्यक्ष, 2006 से 2009 तक पानीपत भाजपा जिला महामंत्री, 2009 से 2012 तक हरियाणा भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। 2012 में हरियाणा भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष बने थे। डॉक्टरी की पढ़ाई कर राजनीति में आए
नायब सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. अरविंद कुमार का जन्म 25 नवंबर 1962 को हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित सतगुरु दास शर्मा और मां का नाम बिमला देवी है। अरविंद डॉक्टरी के पेशे से राजनीति में आए। उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की है। उनकी शादी 9 नवंबर 1989 को रीटा शर्मा से हुई। उनका एक बेटा और एक बेटी है। अरविंद शर्मा की राजनीतिक पारी
अरविंद शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1996 में की थी। उन्होंने सोनीपत से लोकसभा चुनाव लड़ा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार रिजक राम को हराया। जनवरी 2014 में अरविंद कुमार शर्मा ने कांग्रेस छोड़ दी और BSP में शामिल हो गए थे। BSP ने उन्हें 2014 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया। हालांकि BSP को हार मिली। अरविंद कुमार शर्मा यमुनानगर और जुलाना दोनों सीटों से हार गए। दोनों सीटों पर तीसरे स्थान पर खिसक गए। 2019 में अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हुए और रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 7,503 वोटों से हराया। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें दोबारा टिकट दी, लेकिन दीपेंद्र हुड्डा से हार गए। पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती बनीं मंत्री
तोशाम विधानसभा सीट से विधायक बनी श्रुति चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री चौधरी सुरेंद्र व किरण चौधरी की बेटी हैं। वह पहली बार विधायक बनीं। पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल तोशाम सीट से जीतकर ही हरियाणा के सीएम बने थे। उनके बेटे चौधरी सुरेंद्र भी इसी सीट से जीत कर कृषि मंत्री रह चुके हैं। अब सुरेंद्र की बेटी श्रुति ने भी इसी सीट से जीत दर्ज की और मंत्रिमंडल में जगह बनाई। गौरव को पहली बार विधायक बनते ही मंत्रिमंडल में जगह
पलवल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में मंत्री पद भी मिला है। गौरव गौतम ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को 33,605 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करी थी। 36 वर्षीय गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
हरियाणा में मां ने बच्चे को नहर में फेंका:बेटा लकवाग्रस्त-अंधा है, चायवाले ने महिला को पकड़ा, पति बोला- पैर फिसला, मानसिक रूप से बीमार
हरियाणा में मां ने बच्चे को नहर में फेंका:बेटा लकवाग्रस्त-अंधा है, चायवाले ने महिला को पकड़ा, पति बोला- पैर फिसला, मानसिक रूप से बीमार हरियाणा के पानीपत में मां ने अपने बच्चे को नहर में फेंक दिया। महिला पहले बच्चे को गोद में लेकर नहर के किनारे पहुंची। वह कुछ देर रुकी, इसके बाद उसने बच्चे को पानी में फेंक दिया। यह सब होते देख वहां मौजूद एक चाय वाले ने महिला को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। महिला का नाम पूजा बताया जा रहा है। महिला का बेटा लकवाग्रस्त और अंधा है। महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी का पैर फिसल गया था, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। पुलिस ने मां को अपनी हिरासत में ले लिया है। साथ ही नहर में बच्चे की तलाश शुरू कर दी है। महिला की मानसिक हालत खराब
जानकारी के अनुसार, मामला गांव गढ़ी सिकंदरपुर स्थित नहर का है। जहां पूजा नाम की महिला ने इस वारदात को अंजाम दिया है। वह मूल रूप से गांव काबड़ी की रहने वाली है। पूजा की शादी करीब 5-6 साल पहले सोनू निवासी मतलौडा से हुई थी। परिवार वालों के अनुसार, पूजा की मानसिक हालत बिल्कुल भी ठीक नहीं है। उसका काबड़ी स्थित एक निजी अस्पताल में दिमागी बीमारी का इलाज चल रहा है। करीब डेढ़ साल पहले वह मां बनी थी। उसने एक बेटे को जन्म दिया था। सुबह 10 बजे घर से निकली थी महिला
पूजा पिछले कुछ दिनों से अपने मायके में थी। वह यहां अपनी दवाई लेने आई थी। रविवार सुबह करीब 10 बजे वह अपने बेटे को गोद में लेकर घर से निकली। घरवालों को उसके जाने की जानकारी नहीं थी। वह सीधे गांव सिकंदरपुर के पास से गुजर रही नहर के किनारे पहुंची। वहां पहुंचते ही उसने अपने बच्चे को नहर में फेंक दिया। पति ने पुलिस को दिए ये बयान गांव धर्मगढ़ निवासी पति सोनू ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी पूजा काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रही है। बेटा लकवाग्रस्त और अंधा
पुलिस को पति ने बताया कि 18 अगस्त को सुबह 7 बजे वह गांव गढ़ी सिकंदरपुर निवासी बिमला से मिलने नहर की पटरी के किनारे जा रही थी। अचानक उसकी पत्नी पूजा का पैर फिसल गया। जिससे उसका बेटा अंकुश नहर में गिर गया। तब से वह पानी में लापता है। सोनू ने बताया कि उसका बेटा लकवाग्रस्त और अंधा है। उसकी उम्र साढ़े 3 साल है।
हरियाणा IPS यौन शोषण मामला:महिला आयोग ने 2 दिन में मांगी SIT रिपोर्ट; खुद की जांच से मिलान करेंगे
हरियाणा IPS यौन शोषण मामला:महिला आयोग ने 2 दिन में मांगी SIT रिपोर्ट; खुद की जांच से मिलान करेंगे आईपीएस सुमित कुमार पर लगे यौन शोषण के मामले में हरियाणा महिला आयोग ने जांच के लिए गठित की गई SIT की रिपोर्ट मांगी है। आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि आयोग अपनी तरफ से जो जांच की जा रही है। उसमें SIT की जांच को भी शामिल किया जाएगी ताकि पता लग सके कि जो आयोग के सामने बयान दर्ज किए गए हैं। उनमें और SIT की जांच में क्या समानता है। उसी के आधार पर आगे की जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने SIT से यूट्यूबर सुनील कुमार की गिरफ्तारी के लिए अब तक क्या कार्रवाई की गई है, उसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। रेनू भाटिया ने कहा कि अभी तक दाल में कुछ काला है क्योंकि पूरा मामला महिलाओं के समान का है। क्योंकि यह मामला महिला पुलिस से है। इस पूरे मामले में SIT गठित की गई है। SIT की जांच कहा तक पहुंची उसकी रिपोर्ट 2 दिन में मांगी गई है। यह देखना है कि अभी तक SIT ने क्या काम किया, क्या उनकी रिपोर्ट और महिला आयोग की रिपोर्ट सेम है या अलग यह देखना है। इन दोनों रिपोर्ट की जांच इस लिए करनी है कि सुमित कुमार और उनके साथी ऑफिसर जो कह रहे जो एक ही व्यक्ति को टारगेट किया है क्या उनकी बात सही है या SIT में ममता खरब ने जो जांच कर चीज निकली है या वो सही है। क्योंकि SIT की टीम ने अभी तक यूट्यूब सुनील कुमार को नहीं पकड़ पाई और न ही उससे पहले आस्था मोदी ने पकड़ा। इसलिए SIT से रिपोर्ट मांगी गई है कि उन्होंने अभी तक क्या काम किया इस मामले में वो लोग कहा ओर किस नतीजे तक पहुंचे यह देखना है।