हरियाणा के सोनीपत में वृद्धावस्था पेंशन व अन्य पेंशनधारकों के लिए चल रहे सत्यापन शिविर पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक रोक लगा दी है। सोनीपत में जिला समाज कल्याण अधिकारी ने मंगलवार को नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर 15 से 28 जनवरी तक लगने वाले सभी सत्यापन शिविरों सत्यापन रोकने की जानकारी दी। पिछले दो सप्ताह से सत्यापन केंद्रों पर वृद्धावस्था, विधवा व अन्य श्रेणी के पेंशनधारकों की भारी भीड़ उमड़ रही थी। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय भाजपा विधायक निखिल मदान ने भी नगर निगम का दौरा कर लोगों की समस्याओं का जायजा लिया। व्यवस्था को सुचारू बनाने और पेंशनधारकों को असुविधा से बचाने के लिए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। ये तिथियां पहले ही तय कर दी गई थीं वार्ड 01 व 02 के लिए 15 जनवरी, वार्ड 03 व 04 के लिए 16 जनवरी, वार्ड 05 व 06 के लिए 17 जनवरी, वार्ड 07 व 08 के लिए 21 जनवरी, वार्ड 09 व 10 के लिए 22 जनवरी, वार्ड 11 व 12 के लिए 23 जनवरी, वार्ड 13 व 14 के लिए 24 जनवरी, वार्ड 15 व 16 के लिए 27 जनवरी, वार्ड 17 व 18 के लिए 28 जनवरी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय स्थित अंत्योदय भवन में 29 जनवरी को वार्ड 19 व 20 के लिए शिविर लगाए जाने थे, लेकिन अब जिला प्रशासन ने आगामी आदेशों तक सभी पेंशन सत्यापन कार्य रोक दिए हैं। ठंड में बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों को हुई परेशानी पेंशन सत्यापन की जानकारी मिलते ही सुबह से ही हाड़ कंपा देने वाली ठंड में बुजुर्गों और अन्य पेंशनधारकों की लंबी कतार लग गई। बैठने की व्यवस्था न होने से लोग काफी दुखी दिखे। अधिकांश लोग घंटों भूखे-प्यासे बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। लेकिन अब जब लोगों ने अपनी व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई तो वार्डवार सत्यापन की बात सामने आई। हाईकोर्ट में सिविल रिट याचिका दायर सोनीपत के उपायुक्त मनोज यादव ने बताया कि वर्ष 2018 में हाईकोर्ट में सिविल रिट याचिका संख्या 2324 दायर की गई थी। इसके चलते पेंशन सत्यापन का कार्य लगातार शुरू हुआ। जिला उपायुक्त ने बताया कि लोग नगर निगम में अपने आयु आधारित दस्तावेज जैसे वोटर कार्ड, स्कूल में अध्ययनरत होने का प्रमाण पत्र आदि का सत्यापन करा सकते हैं। दस्तावेजों के आधार पर बुजुर्ग, दिव्यांग व विधवा महिलाओं व अन्य लोगों के सत्यापन का कार्य चल रहा है। दिव्यांग लोगों के लिए दिव्यांगता प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। पेंशन कटने की अफवाह ने बढ़ा दी भीड़ सभी पेंशनधारियों की पेंशन वेरिफिकेशन अनिवार्य किए जाने के बाद यह भी अफवाह फैल गई कि, वेरिफिकेशन नहीं हुआ तो पेंशन कट जाएगी। इसीलिए पेंशन वेरिफिकेशन की पहले दिन ही नगर निगम कार्यालय में 700 से ज्यादा लोग एकत्रित हो गए। जिसके चलते बेकाबू भीड़ ने नगर निगम का शीशा भी तोड़ दिया था। पेंशन वेरिफिकेशन के तीन मौके पेंशन लाभार्थियों की पेंशन वेरिफिकेशन को लेकर तीन मौके दिए गए हैं और तीन मौके से पहले किसी की भी कोई पेंशन नहीं काटी जाएगी। उसके बाद पेंशन अंतरिम रोक लगाई जाएगी, लेकिन पेंशन नहीं काटी जाएगी। जिले में 2 लाख से ज्यादा लोगों का वेरिफिकेशन सोनीपत जिले में समाज कल्याण के अंतर्गत पेंशन लेने वाले लाभार्थियों की संख्या करीबन 2 लाख के आसपास है। उन सभी 2 लाख से ज्यादा लोगों का वेरिफिकेशन होना है। वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में समय लगता है और समाज कल्याण विभाग में काम करने वाले लोगों की संख्या भी बहुत कम है। बढ़ती हुई भीड़ लगातार प्रशासन के लिए गले का फांस बन रही थी। कर्मचारियों की कमी होने के चलते वेरिफिकेशन का कार्य की गति नहीं बढ़ पा रही थी। इसलिए प्रशासन द्वारा समाज कल्याण की विभिन्न पेंशन वेरिफिकेशन का कार्य उसे रोक दिया गया है। जिला उपायुक्त ने यह भी कहा है कि जिले में जिला परिषद, नगर पालिका और नगर निगम के अलावा 350 गाँव में अलग-अलग लोगों की वेरिफिकेशन करने की कवायद की गई है। वहीं उन्होंने अपने वार्ड और मोहल्ले में लगने वाले कैंप में वेरिफाई करने के लिए भी अपील की है। नई तारिख आने पर होगी दोबारा वेरिफिकेशन जिला उपायुक्त ने बताया कि समाज कल्याण के अंतर्गत आने वाले सभी पेंशन लाभार्थियों की वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। जिसमें बुजुर्ग, विधवा महिलाएं, छोटे बच्चे और दिव्यांग जन शामिल हैं।जिला उपायुक्त के इस फैसले से पेंशनधारकों को राहत मिलने की उम्मीद है। नई तारिख की घोषणा जल्द की जाएगी, जिसमें बेहतर व्यवस्था के साथ वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। हरियाणा के सोनीपत में वृद्धावस्था पेंशन व अन्य पेंशनधारकों के लिए चल रहे सत्यापन शिविर पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक रोक लगा दी है। सोनीपत में जिला समाज कल्याण अधिकारी ने मंगलवार को नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर 15 से 28 जनवरी तक लगने वाले सभी सत्यापन शिविरों सत्यापन रोकने की जानकारी दी। पिछले दो सप्ताह से सत्यापन केंद्रों पर वृद्धावस्था, विधवा व अन्य श्रेणी के पेंशनधारकों की भारी भीड़ उमड़ रही थी। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय भाजपा विधायक निखिल मदान ने भी नगर निगम का दौरा कर लोगों की समस्याओं का जायजा लिया। व्यवस्था को सुचारू बनाने और पेंशनधारकों को असुविधा से बचाने के लिए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। ये तिथियां पहले ही तय कर दी गई थीं वार्ड 01 व 02 के लिए 15 जनवरी, वार्ड 03 व 04 के लिए 16 जनवरी, वार्ड 05 व 06 के लिए 17 जनवरी, वार्ड 07 व 08 के लिए 21 जनवरी, वार्ड 09 व 10 के लिए 22 जनवरी, वार्ड 11 व 12 के लिए 23 जनवरी, वार्ड 13 व 14 के लिए 24 जनवरी, वार्ड 15 व 16 के लिए 27 जनवरी, वार्ड 17 व 18 के लिए 28 जनवरी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय स्थित अंत्योदय भवन में 29 जनवरी को वार्ड 19 व 20 के लिए शिविर लगाए जाने थे, लेकिन अब जिला प्रशासन ने आगामी आदेशों तक सभी पेंशन सत्यापन कार्य रोक दिए हैं। ठंड में बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों को हुई परेशानी पेंशन सत्यापन की जानकारी मिलते ही सुबह से ही हाड़ कंपा देने वाली ठंड में बुजुर्गों और अन्य पेंशनधारकों की लंबी कतार लग गई। बैठने की व्यवस्था न होने से लोग काफी दुखी दिखे। अधिकांश लोग घंटों भूखे-प्यासे बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। लेकिन अब जब लोगों ने अपनी व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई तो वार्डवार सत्यापन की बात सामने आई। हाईकोर्ट में सिविल रिट याचिका दायर सोनीपत के उपायुक्त मनोज यादव ने बताया कि वर्ष 2018 में हाईकोर्ट में सिविल रिट याचिका संख्या 2324 दायर की गई थी। इसके चलते पेंशन सत्यापन का कार्य लगातार शुरू हुआ। जिला उपायुक्त ने बताया कि लोग नगर निगम में अपने आयु आधारित दस्तावेज जैसे वोटर कार्ड, स्कूल में अध्ययनरत होने का प्रमाण पत्र आदि का सत्यापन करा सकते हैं। दस्तावेजों के आधार पर बुजुर्ग, दिव्यांग व विधवा महिलाओं व अन्य लोगों के सत्यापन का कार्य चल रहा है। दिव्यांग लोगों के लिए दिव्यांगता प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। पेंशन कटने की अफवाह ने बढ़ा दी भीड़ सभी पेंशनधारियों की पेंशन वेरिफिकेशन अनिवार्य किए जाने के बाद यह भी अफवाह फैल गई कि, वेरिफिकेशन नहीं हुआ तो पेंशन कट जाएगी। इसीलिए पेंशन वेरिफिकेशन की पहले दिन ही नगर निगम कार्यालय में 700 से ज्यादा लोग एकत्रित हो गए। जिसके चलते बेकाबू भीड़ ने नगर निगम का शीशा भी तोड़ दिया था। पेंशन वेरिफिकेशन के तीन मौके पेंशन लाभार्थियों की पेंशन वेरिफिकेशन को लेकर तीन मौके दिए गए हैं और तीन मौके से पहले किसी की भी कोई पेंशन नहीं काटी जाएगी। उसके बाद पेंशन अंतरिम रोक लगाई जाएगी, लेकिन पेंशन नहीं काटी जाएगी। जिले में 2 लाख से ज्यादा लोगों का वेरिफिकेशन सोनीपत जिले में समाज कल्याण के अंतर्गत पेंशन लेने वाले लाभार्थियों की संख्या करीबन 2 लाख के आसपास है। उन सभी 2 लाख से ज्यादा लोगों का वेरिफिकेशन होना है। वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में समय लगता है और समाज कल्याण विभाग में काम करने वाले लोगों की संख्या भी बहुत कम है। बढ़ती हुई भीड़ लगातार प्रशासन के लिए गले का फांस बन रही थी। कर्मचारियों की कमी होने के चलते वेरिफिकेशन का कार्य की गति नहीं बढ़ पा रही थी। इसलिए प्रशासन द्वारा समाज कल्याण की विभिन्न पेंशन वेरिफिकेशन का कार्य उसे रोक दिया गया है। जिला उपायुक्त ने यह भी कहा है कि जिले में जिला परिषद, नगर पालिका और नगर निगम के अलावा 350 गाँव में अलग-अलग लोगों की वेरिफिकेशन करने की कवायद की गई है। वहीं उन्होंने अपने वार्ड और मोहल्ले में लगने वाले कैंप में वेरिफाई करने के लिए भी अपील की है। नई तारिख आने पर होगी दोबारा वेरिफिकेशन जिला उपायुक्त ने बताया कि समाज कल्याण के अंतर्गत आने वाले सभी पेंशन लाभार्थियों की वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। जिसमें बुजुर्ग, विधवा महिलाएं, छोटे बच्चे और दिव्यांग जन शामिल हैं।जिला उपायुक्त के इस फैसले से पेंशनधारकों को राहत मिलने की उम्मीद है। नई तारिख की घोषणा जल्द की जाएगी, जिसमें बेहतर व्यवस्था के साथ वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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