हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने गढ़ मिर्कपुर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से दो पिस्तौल व कारतूस बरामद हुए हैं। युवक पर पहले भी केस दर्ज हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस की SAG यूनिट सेक्टर 7 के HC अमित के अनुसार, वे टीम के साथ गढ़ मिर्कपुर गांव के अड्डे पर थे। इसी दौरान सूचना मिली कि एक नौजवान लड़का अमित कुमार उर्फ पंडित निवासी बागपत यूपी, जिसने नीले रंग की जैकेट व ग्रे रंग की लोवर पहन रखी है, वह गांव जाजल की तरफ जाने वाले यमुना बांध पर मेरठ रोड गढ़ मिर्कपुर पर व्हीकल के इन्तजार मे खड़ा है। उसके पास अवैध हथियार हैं। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए बागपत के रहने वाले अमित कुमार उर्फ पंडित को हिरासत में लिया। पुलिस की तलाशी में आरोपी के पास से 2 देसी पिस्तौल बरामद हुए, जिनमें .315 और .32 बोर के पिस्तौल के साथ कई कारतूस भी शामिल हैं। थाना बहालगढ़ में पुलिस ने आरोपी पंडित के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उससे गहन पूछताछ की जा रही है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी इन हथियारों को कहां से लाया था और इनका इस्तेमाल किस उद्देश्य के लिए करना चाहता था। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोगों ने पुलिस से इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले में अहम खुलासे हो सकते हैं। हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने गढ़ मिर्कपुर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से दो पिस्तौल व कारतूस बरामद हुए हैं। युवक पर पहले भी केस दर्ज हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस की SAG यूनिट सेक्टर 7 के HC अमित के अनुसार, वे टीम के साथ गढ़ मिर्कपुर गांव के अड्डे पर थे। इसी दौरान सूचना मिली कि एक नौजवान लड़का अमित कुमार उर्फ पंडित निवासी बागपत यूपी, जिसने नीले रंग की जैकेट व ग्रे रंग की लोवर पहन रखी है, वह गांव जाजल की तरफ जाने वाले यमुना बांध पर मेरठ रोड गढ़ मिर्कपुर पर व्हीकल के इन्तजार मे खड़ा है। उसके पास अवैध हथियार हैं। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए बागपत के रहने वाले अमित कुमार उर्फ पंडित को हिरासत में लिया। पुलिस की तलाशी में आरोपी के पास से 2 देसी पिस्तौल बरामद हुए, जिनमें .315 और .32 बोर के पिस्तौल के साथ कई कारतूस भी शामिल हैं। थाना बहालगढ़ में पुलिस ने आरोपी पंडित के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उससे गहन पूछताछ की जा रही है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी इन हथियारों को कहां से लाया था और इनका इस्तेमाल किस उद्देश्य के लिए करना चाहता था। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोगों ने पुलिस से इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले में अहम खुलासे हो सकते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पूर्व BJP विधायक ने अफसरों को लुटेरा बताया:कहा- जो भी आता है, अब्दाली की तरह लूटकर जाता है; राव इंद्रजीत के विरोधी
हरियाणा में पूर्व BJP विधायक ने अफसरों को लुटेरा बताया:कहा- जो भी आता है, अब्दाली की तरह लूटकर जाता है; राव इंद्रजीत के विरोधी हरियाणा के गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट से विधायक रहे राव नरबीर सिंह ने गुरुग्राम की बदहाली के लिए यहां के अफसरों को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही उन्होंने गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत का नाम लिए बिना उन पर भी निशाना साधा। राव नरबीर ने गुरुग्राम के अफसरों की तुलना अहमद शाह अब्दाली से की। नरबीर ने अफसरों को लुटेरा बताया और कहा कि जो यहां आता है, लूट कर ले जाता है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अफसर किसी की सुन नहीं रहे, और उनकी खिंचाई करने वाला कोई नहीं है। राव नरबीर ने 2014 से 2019 के बीच उनके कार्यकाल का उदाहरण देते हुए बताया कि जब उनके हाथ कमान थी, तब सभी काम पूरे होते थे। अधिकारी बात मानते थे और सबकी सुनते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें 40 साल का राजनीति का अनुभव है। अफसरों से काम कैसे करवाया जाता है, वह अच्छी तरह जानते हैं। राव नरबीर अफसरों के लिए यह बोले
गुरुग्राम में हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे राव नरबीर ने कहा, “जैसे हम हिस्ट्री में पढ़ते थे कि अब्दाली आता था लुटेरे आते थे, हिंदुस्तान को लूटकर चले जाते थे। उसी तरह गुरुग्राम का हाल हुआ। जो आया, लूटकर लेकर चला गया। लेकिन, आप दिल पर हाथ रखो कि 2014 से 2019 तक लूट थी क्या? भाई सरकार वही, मुख्यमंत्री वही, पार्टी वही और गुरुग्राम बदहाल, सोचो क्यों? सिर्फ नरबीर सिंह नहीं था इसलिए। हरियाणा में अफसर 2 आदमियों की मानते हैं, जो मेरा 40 साल का राजनीतिक तजुर्बा है। 30% तो मानेंगे जो उन्हें लेकर आया है, और 70% उसकी मानेंगे जो उन्हें बदलवा सके। मेरे लिए सोचते थे कि यह बदलवा सकता है, इसलिए 100% काम होते थे। आज कोई न लगवाने वाला है न बदलवाने वाला। इसलिए 1% भी नहीं मानता अधिकारी।’ कौन हैं राव नरबीर
राव नरबीर खट्टर सरकार में PWD मिनिस्टर रहे हैं। 2014 में गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट से वह भाजपा के विधायक चुने गए थे। उन्होंने 1987 में जटूसाना (हरियाणा) और 1996 में सोहना (हरियाणा) से विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक लड़ा। इससे पहले उन्होंने 1987 में राज्य गृहमंत्री और 1996 में हरियाणा सरकार में परिवहन, खाद्य एवं आपूर्ति व सहकारिता मंत्री का पद संभाला था। वह 26 वर्ष की आयु में राज्य गृह मंत्रालय का पद संभालने वाले देश के सबसे युवा निर्वाचित प्रतिनिधि बने। 1996 में उनके पास खेल और मुद्रण एवं स्टेशनरी मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी था। उन्होंने 2009 में गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे। राव इंद्रजीत के विरोधियों में गिनती
राव नरबीर सिंह की गिनती सांसद राव इंद्रजीत सिंह के विरोधियों में होती है। वह राव को अपना राजनीतिक धुर विरोधी मानते हैं। 2019 में बादशाहपुर सीट से टिकट कटने का कारण वह राव इंद्रजीत को मानते हैं। हरियाणा में आगामी 3 महीने में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में वह अपने पिछले हिसाब-किताब चुकता करने का मन बनाकर दोबारा फील्ड में उतरे हैं और आक्रामक बयानबाजी कर रहे हैं। गुरुग्राम की बदहाली का कारण वह मौजूदा सांसद को मानते हैं। हालांकि, वह प्रत्यक्ष रूप से राव इंद्रजीत का नाम लेने से हमेशा बचते रहे हैं। राव नरबीर का भाजपा ने काट दिया था
2014 में नरबीर सिंह ने राकेश दौलताबाद को लगभग 18 हजार मतों से मात दी थी, और खट्टर की पहली सरकार में मंत्री बने थे। 2019 में भाजपा ने नरबीर सिंह का टिकट काट दिया। इससे नाराज नरबीर चुनाव में निष्क्रिय रहे। भाजपा ने नरबीर का टिकट काटकर मनीष यादव को दिया, लेकिन वह निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद से 10 हजार वोटों से हार गए।
सोहना में निजी अस्पताल में CM फ्लाइंग रेड:छानबीन में मिली कई तरह की अनियमितताएं; नोटिस देकर 15 दिन में मांगा जवाब
सोहना में निजी अस्पताल में CM फ्लाइंग रेड:छानबीन में मिली कई तरह की अनियमितताएं; नोटिस देकर 15 दिन में मांगा जवाब हरियाणा के गुरुग्राम के सोहना कस्बे में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम ने आज एक निजी अस्पताल में छापा मारा। जांच के दौरान अस्पताल में काफी अनियमितताएं पकड़ी हैं। टीम ने अस्पताल संचालक को नोटिस देकर 15 दिनों में जवाब तलब किया है। ऐसा होने से निजी अस्पताल संचालकों में हडकंप व्याप्त है। बुधवार को सीएम फ्लाइंग की टीम ने कस्बे के कबीर नगर में स्थित मिलेनियम अस्पताल व सर्जिकल सेंटर में अचानक छापा मारा। टीम के अस्पताल में पहुंचने पर हडकंप मच गया था। उक्त अस्पताल को नूहं जिले के गांव रसूलपुर निवासी फारुख संचालित करता है। टीम जब अस्पताल में पहुंची तो कुर्सी पर कबीर नगर निवासी वसीम अकरम बैठा था। टीम के सदस्यों ने अस्पताल की बारीकी से जांच की थी। जिसमें काफी अनियमितताएं पाई गई। टीम में शामिल सीएचसी घेंघोला के डॉक्टर राजेश कुमार ने अस्पताल संचालक को लिखित नोटिस जारी कर दिया है। जिसको सीएमओ गुरुग्राम के समक्ष 15 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है। इस अवसर पर एसआई महावीर, सतबीर भी शामिल थे।
हरियाणा में मां का संस्कार कर रहे बेटे का निधन:श्मशान में मुखाग्नि देते वक्त हार्ट अटैक आया, लोग गम में बेहोश समझते रहे
हरियाणा में मां का संस्कार कर रहे बेटे का निधन:श्मशान में मुखाग्नि देते वक्त हार्ट अटैक आया, लोग गम में बेहोश समझते रहे हरियाणा के गुरुग्राम में मां की चिता को मुखाग्नि देते समय बेटे की भी मौत हो गई। उन्हें श्मशान घाट में सीने में तेज दर्द उठा था। जब वे श्मशान में गिरे तो लोगों को लगा कि वह गम में बेहोश हो गए हैं। हालांकि काफी देर तक वह नहीं उठे तो उन्हें अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि सतीश को हार्ट अटैक आया था। इस तरह परिवार में एक ही दिन में 2 मौतें हो गईं। 69 वर्षीय सतीश हरियाणा रोडवेज से रिटायर्ड थे। मां की मौत के बाद वे काफी परेशान थे। मुखाग्नि के लिए बुलाया तो सीना पकड़ा
2 जनवरी को वार्ड नंबर 16 के मोहल्ला पठानवाड़ा में रहने वाली धर्म देवी (92) की मौत हो गई थी। वह घर में सबसे बुजुर्ग थीं। परिवार, रिश्तेदार और जानकार अंतिम संस्कार के लिए दमदमा मार्ग स्थित स्वर्ग आश्रम में पहुंचे थे। इसी दौरान जब मुखाग्नि देने के लिए बेटे सतीश को बुलाया गया तो वह फूट फूट के रोने लगे। तभी अचानक से उन्होंने दोनों हाथों से अपना सीना पकड़ लिया और बैठ गए। लोगों को लगा गम में हुए बेहोश
सतीश मां के जाने के बाद काफी उदास और परेशान थे, इसलिए लोगों को लगा कि शायद मां के जाने के गम में उन्होंने अपना सीना पकड़ा और नीचे बैठ गए हैं। मगर, सतीश ने बताया की उनके सीने में दर्द हो रहा है और देखते ही देखते वे पूरी तरह बेहोश हो गए। यूं अचानक सतीश को बेहोश देख पूरा परिवार दंग रह गया। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टर बोले- हार्ट अटैक से गई जान
इसी दौरान परिवार के बाकी लोगों ने धर्म देवी का अंतिम संस्कार शुरू कर दिया था। पूरे परिवार के होश तब उड़ गए, जब डॉक्टरों ने सतीश को मृत घोषित कर दिया। साथ ही डॉक्टरों ने बताया कि सतीश की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है। पंजाब से भी सामने आई थी ऐसी है घटना… हार्ट अटैक से हुई पति पत्नी की मौत
गुरुवार को पंजाब से भी कुछ इस तरह की ही खबर सामने आई थी, जहां पर पति की मौत के करीब 24 घंटे बाद ही पत्नी की मौत हो गई। मृतक महिला का नाम परमिंदर कौर था, वह भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश प्रवक्ता थी। परमिंदर के पति भूपिंदर सिंह का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ था और इसके अगले ही दिन परमिंदर को भी हार्ट अटैक आ गया। पति की मौत के बाद सदमे में थी परमिंदर
बुधवार को पति की मौत के बाद से परमिंदर काफी परेशान थी। पति के अंतिम संस्कार के दौरान उन्होंने अपने आंसुओं को रोकते हुए कहा था कि ‘मुझे अपने बच्चों के लिए मजबूत रहना है। बुधवार रात को उन्हें घबराहट सी महसूस हुई थी। जिसके बाद उनका बेटा उन्हें तुरंत मिलिट्री अस्पताल ले गया। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी और डॉक्टरों ने आखिर में उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया था। अब जानिए आखिर ठंड में क्यों बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा…
डॉक्टरों की मानें तो ठंड के मौसम में खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। चंडीगढ़ PGI एडवांस कार्डियक सेंटर के प्रोफेसर डॉ. विजयवर्गीय के मुताबिक ठंड के कारण शरीर में कई बदलाव होते हैं, जो हार्ट पर दबाव बढ़ा सकते हैं। ‘फिजिकल एक्टिविटी से पड़ता है असर’
डॉ. वर्गीय के मुताबिक ठंड के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने, आर्टिलरी में सिकुड़न और खून के थक्के बनने जैसी समस्याएं भी होती हैं। ये सभी कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि ठंड में दिल शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करता है। बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी
प्रोफेसर डॉ. विजय वर्गीय के अनुसार बुजुर्गों को हार्ट अटैक से बचने के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें दिन में टहलने, गर्म कपड़े पहनने और ब्लड प्रेशर व वजन की नियमित निगरानी रखनी चाहिए। इस मौसम में बुजुर्गों को अपनी दवाएं नियमित रूप से लेने चाहिए और डॉक्टर की सलाह से ब्लड टेस्ट भी करवाना चाहिए ताकि किसी भी बदलाव का पता लगाया जा सके। हार्ट अटैक के लक्षण पहचानें
डॉक्टर के अनुसार हार्ट अटैक के लक्षणों को नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करना चाहिए। सीने में जकड़न, बेचैनी, सांसों का तेज चलना, चक्कर आना, पसीना आना और नब्ज कमजोर पड़ना. इसके प्रमुख लक्षण होते हैं। अगर इनमें से किसी भी तरह के लक्षण दिखते हैं तो समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।