सोनीपत के पॉश इलाके सेक्टर-14 स्थित एक बंगले में हाउस कीपर का काम करने वाली नेपाली युवती लक्ष्मी द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। आज पुलिस पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप देगी और मामले की जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत के असली कारणों का पता चलेगा। मूल रूप से नेपाल की रहने वाली करीब 20 वर्षीय लक्ष्मी पिछले डेढ़ साल से सोनीपत के सेक्टर-14 स्थित बंगला नंबर 1268 में जितेंद्र नामक व्यक्ति के घर हाउसकीपर का काम कर रही थी। आज (रविवार) दोपहर को उसने संदिग्ध परिस्थितियों में घर के ऊपरी कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मकान मालिक बोले- बेटी की तरह मानते थे मकान मालिक जितेंद्र ने बताया कि लक्ष्मी पिछले डेढ़ साल से उनके घर पर काम कर रही थी और वह उसे अपनी बेटी की तरह मानते थे। उन्होंने बताया कि लक्ष्मी के पिता एमजी मॉल के पास रहते हैं और वह कभी उनसे मिलने जाती थी और कभी उनके घर पर ही रुकती थी। जितेंद्र ने बताया कि दोपहर बाद जब लक्ष्मी नीचे नहीं आई तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन वह अंदर से बंद था। झांककर देखने पर उन्होंने लक्ष्मी को फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया। उन्होंने तुरंत अपने दोस्त डॉक्टर सौरव को बुलाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। किसी युवक से थे प्रेम प्रसंग जितेंद्र ने बताया कि लक्ष्मी के पिता ने उन्हें बताया था कि उसका किसी लड़के के साथ प्रेम संबंध था। उन्होंने यह भी बताया कि फांसी लगाते समय लड़की के कानों में इयर बड्स लगे हुए थे और उन्हें शक है कि मरने से पहले उसने अपने बॉयफ्रेंड को वीडियो कॉल किया था और कॉल करते-करते ही आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन की जांच से सारे तथ्य सामने आ जाएंगे। जितेंद्र ने यह भी बताया कि जब लक्ष्मी के पिता को मौके पर बुलाया गया तो उन्होंने भी लड़के के पकड़े जाने की बात कही थी। पिता ने कहा- पुलिस निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाए लक्ष्मी के पिता नंदू खेड़ा ने बताया कि मकान मालिक ने उन्हें फोन करके उनकी बेटी के आत्महत्या करने की सूचना दी थी। वह 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गए थे, लेकिन अपनी बेटी को फंदे पर लटका हुआ नहीं देख पाए। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी उन्हें अपनी जान से ज्यादा प्यारी थी और वह करीब दो साल पहले नेपाल से सोनीपत आई थी। जिसके बाद से वह डेढ़ साल से जितेंद्र के घर पर काम कर रही थी। नंदू खेड़ा ने बताया कि उनका बेटा एक मामले में जेल में बंद है और वह छह महीने पहले ही बेटे को छुड़वाने के लिए सोनीपत आए हैं और लगातार कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। अपनी बेटी की आत्महत्या के कारण के बारे में उन्होंने कहा है कि उनको मालूम नहीं है कि किस वजह से सुसाइड किया है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि वे लड़के या मकान मालिक पर शक करें या नहीं, यह पुलिस का काम है और वह निष्पक्ष जांच कर उन्हें न्याय दिलाएं। पुलिस कर रही मामले में जांच जांच अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि सेक्टर-14 स्थित मकान नंबर 1268 में नेपाल की लक्ष्मी नामक युवती फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली है। मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया गया था। आज शव का पोस्टमॉर्टम होगा। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सोनीपत के पॉश इलाके सेक्टर-14 स्थित एक बंगले में हाउस कीपर का काम करने वाली नेपाली युवती लक्ष्मी द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। आज पुलिस पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप देगी और मामले की जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत के असली कारणों का पता चलेगा। मूल रूप से नेपाल की रहने वाली करीब 20 वर्षीय लक्ष्मी पिछले डेढ़ साल से सोनीपत के सेक्टर-14 स्थित बंगला नंबर 1268 में जितेंद्र नामक व्यक्ति के घर हाउसकीपर का काम कर रही थी। आज (रविवार) दोपहर को उसने संदिग्ध परिस्थितियों में घर के ऊपरी कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मकान मालिक बोले- बेटी की तरह मानते थे मकान मालिक जितेंद्र ने बताया कि लक्ष्मी पिछले डेढ़ साल से उनके घर पर काम कर रही थी और वह उसे अपनी बेटी की तरह मानते थे। उन्होंने बताया कि लक्ष्मी के पिता एमजी मॉल के पास रहते हैं और वह कभी उनसे मिलने जाती थी और कभी उनके घर पर ही रुकती थी। जितेंद्र ने बताया कि दोपहर बाद जब लक्ष्मी नीचे नहीं आई तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन वह अंदर से बंद था। झांककर देखने पर उन्होंने लक्ष्मी को फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया। उन्होंने तुरंत अपने दोस्त डॉक्टर सौरव को बुलाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। किसी युवक से थे प्रेम प्रसंग जितेंद्र ने बताया कि लक्ष्मी के पिता ने उन्हें बताया था कि उसका किसी लड़के के साथ प्रेम संबंध था। उन्होंने यह भी बताया कि फांसी लगाते समय लड़की के कानों में इयर बड्स लगे हुए थे और उन्हें शक है कि मरने से पहले उसने अपने बॉयफ्रेंड को वीडियो कॉल किया था और कॉल करते-करते ही आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन की जांच से सारे तथ्य सामने आ जाएंगे। जितेंद्र ने यह भी बताया कि जब लक्ष्मी के पिता को मौके पर बुलाया गया तो उन्होंने भी लड़के के पकड़े जाने की बात कही थी। पिता ने कहा- पुलिस निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाए लक्ष्मी के पिता नंदू खेड़ा ने बताया कि मकान मालिक ने उन्हें फोन करके उनकी बेटी के आत्महत्या करने की सूचना दी थी। वह 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गए थे, लेकिन अपनी बेटी को फंदे पर लटका हुआ नहीं देख पाए। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी उन्हें अपनी जान से ज्यादा प्यारी थी और वह करीब दो साल पहले नेपाल से सोनीपत आई थी। जिसके बाद से वह डेढ़ साल से जितेंद्र के घर पर काम कर रही थी। नंदू खेड़ा ने बताया कि उनका बेटा एक मामले में जेल में बंद है और वह छह महीने पहले ही बेटे को छुड़वाने के लिए सोनीपत आए हैं और लगातार कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। अपनी बेटी की आत्महत्या के कारण के बारे में उन्होंने कहा है कि उनको मालूम नहीं है कि किस वजह से सुसाइड किया है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि वे लड़के या मकान मालिक पर शक करें या नहीं, यह पुलिस का काम है और वह निष्पक्ष जांच कर उन्हें न्याय दिलाएं। पुलिस कर रही मामले में जांच जांच अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि सेक्टर-14 स्थित मकान नंबर 1268 में नेपाल की लक्ष्मी नामक युवती फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली है। मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया गया था। आज शव का पोस्टमॉर्टम होगा। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
