सोलन जिला के देऊंघाट की रहने वाली एक नाबालिग लड़की लापता हो गई थी। घर में पड़ी डांट की वजह से वह ऐसे नाराज हुई कि घर छोड़कर ही चली गई। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए किशोरी को सोलन के नडोह गांव के पास से बरामद करके परिजनों के हवाले कर दिया है। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार देऊंघाट निवासी एक महिला ने सदर पुलिस थाने को दी गई शिकायत में कहा कि उनकी 14 वर्ष की बेटी 12 नवंबर को घर से स्कूल के लिए निकली थी। लेकिन इसके बाद वह घर नहीं लौटी। पुलिस ने मेडिकल के बाद किया परिजनों के हवाले महिला ने बताया कि काफी खोजबीन के बाद भी उन्हें बेटी का कहीं सुराग नहीं मिला। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज करके त्वरित प्रभाव से किशोरी की तलाश शुरू की। काफी प्रयास के बाद सोलन के नडोह गांव के पास किशोरी पुलिस के हाथ लग गई। इसके बाद पुलिस ने किशोरी का सोलन के जोनल चिकित्सालय में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। एसपी सोलन के अनुसार पूछताछ में पता चला कि किशोरी माता पिता से मनमुटाव के बाद बिना बताए घर से निकल गई थी। एसपी के अनुसार मामले की जांच जारी है। सोलन जिला के देऊंघाट की रहने वाली एक नाबालिग लड़की लापता हो गई थी। घर में पड़ी डांट की वजह से वह ऐसे नाराज हुई कि घर छोड़कर ही चली गई। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए किशोरी को सोलन के नडोह गांव के पास से बरामद करके परिजनों के हवाले कर दिया है। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार देऊंघाट निवासी एक महिला ने सदर पुलिस थाने को दी गई शिकायत में कहा कि उनकी 14 वर्ष की बेटी 12 नवंबर को घर से स्कूल के लिए निकली थी। लेकिन इसके बाद वह घर नहीं लौटी। पुलिस ने मेडिकल के बाद किया परिजनों के हवाले महिला ने बताया कि काफी खोजबीन के बाद भी उन्हें बेटी का कहीं सुराग नहीं मिला। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज करके त्वरित प्रभाव से किशोरी की तलाश शुरू की। काफी प्रयास के बाद सोलन के नडोह गांव के पास किशोरी पुलिस के हाथ लग गई। इसके बाद पुलिस ने किशोरी का सोलन के जोनल चिकित्सालय में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। एसपी सोलन के अनुसार पूछताछ में पता चला कि किशोरी माता पिता से मनमुटाव के बाद बिना बताए घर से निकल गई थी। एसपी के अनुसार मामले की जांच जारी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
रामपुर में मजदूरों का रोष प्रदर्शन:लूहरी परियोजना का काम किया बंद, बोले- दो माह से नहीं मिला वेतन; कंपनी प्रबंधन को दी चेतावनी
रामपुर में मजदूरों का रोष प्रदर्शन:लूहरी परियोजना का काम किया बंद, बोले- दो माह से नहीं मिला वेतन; कंपनी प्रबंधन को दी चेतावनी शिमला जिले के रामपुर में मजदूरों ने लूहरी परियोजना का कार्य बंद कर दिया और दो माह का वेतन न मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया। हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन-210 मेगावाट स्टेज-1 संबंधित सीटू ने मंगलवार को मजदूरों का जुलाई और अगस्त माह के वेतन का भुगतान न करने पर यह निर्णय लिया है। मजदूरों ने परियोजना की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया। मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू शिमला जिला सचिव अमित, यूनियन अध्यक्ष राजपाल और सचिव सतीश ने कहा कि परियोजना में श्रम कानूनों की खुला उल्लंघन हो रही है और सतलज जल विद्युत निगम मूक दर्शक बना हुआ है। 50 मजदूरों को नहीं मिला वेतन मजदूर नेताओं ने कहा कि सतलज जल विद्युत निगम देश की नवरत्न कंपनियों में से एक है। वित्त वर्ष 2023-24 में 908 करोड़ का मुनाफा कमाने वाली कंपनी 50 मजदूरों के दो महीने के वेतन का भुगतान नहीं कर रही है। उग्र आंदोलन की चेतावनी दी मजदूरों को वेतन न देना मुख्य नियोक्ता सतलज जल विद्युत निगम के मजदूर विरोधी रवैये को दर्शाते हैं। यूनियन ने एसजेवीएनएल और पटेल कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है यदि समय रहते मजदूरों को जुलाई और अगस्त माह के वेतन का भुगतान नहीं किया गया, तो यूनियन उग्र आंदोलन कर परियोजना का काम अनिश्चित समय के लिए बंद करेंगे।
हिमाचल में कार 100 मीटर गहरी खाई में गिरी:3 लोगों की मौत, 8 घायल, मणिमहेश यात्रा से लौट रहे थे, पठानकोट के रहने वाले
हिमाचल में कार 100 मीटर गहरी खाई में गिरी:3 लोगों की मौत, 8 घायल, मणिमहेश यात्रा से लौट रहे थे, पठानकोट के रहने वाले हिमाचल में बुधवार सुबह भरमौर ब्राह्मणी रोड़ पर एक कार 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई। जिसमें 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक पंजाब के पठानकोट के रहने वाले बताए जा रहे हैं। घायलों को इलाज के लिए चंबा रेफर किया गया है। वाहन की पहचान एचपी02सी 0345 के रूप में हुई है। एडीएम भरमौर कुलबीर राणा ने दुर्घटना की पुष्टि की है। मृतकों की अभी पहचान नहीं हुई
जानकारी के मुताबिक, वे मणिमहेश यात्रा से लौट रहे थे और माता ब्राह्मणी के दर्शन जा रहे थे। इस दौरान कार खाई में गिर गई। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वहां रेफर कर दिया गया। मृतकों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों पर आज बारिश-बर्फबारी:4 जिलों में बिगड़ेगा मौसम; धुंध का येलो अलर्ट जारी, 3 शहरों में माइनस में पारा
हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों पर आज बारिश-बर्फबारी:4 जिलों में बिगड़ेगा मौसम; धुंध का येलो अलर्ट जारी, 3 शहरों में माइनस में पारा हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज और कल बारिश बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 4 जिले चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज बर्फबारी हो सकती है। शनिवार को भी चंबा और लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। शिमला में भी आज सुबह से ही अच्छी खिली हुई है। प्रदेश की जनता लंबे समय से ड्राइ स्पेल टूटने के इंतजार में है, क्योंकि हिमाचल में सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई। इसके बाद पोस्ट मानसून सीजन में भी सामान्य से 98% कम बादल बरसे है। अक्टूबर में एक बूंद भी नहीं बरसी अक्टूबर की बात करें तो राज्य के किसी भी क्षेत्र में पानी की एक बूंद तक नहीं बरसी, जबकि 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, कुल्लू, सोलन और सिरमौर में एक अक्टूबर से 14 नवंबर तक यानी 45 दिन से बारिश नहीं हुई। अन्य जिलों में भी मात्र बूंदाबांदी हुई है। इसका असर अब पेयजल और सिंचाई योजनाओं पर भी पड़ने लगा है। इन योजनाओं में पानी कम हो गया है। गेंहू की फसल पर मार इससे सूखे जैसे हालात बन गए है। लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से 90 फीसदी जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाए। प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुआई होती है, लेकिन इस बार मुश्किल से 30 हजार हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुआई हो पाई है। 4 दिन धुंध का येलो अलर्ट इस बीच IMD ने अगले 4 दिन के लिए घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। आज के लिए बिलासपुर और ऊना में अलर्ट है, जबकि अगले 3 दिन के लिए ऊना, बिलासपुर, मंडी और हमीरपुर में धुंध का अलर्ट है। धुंध की वजह से मैदानी इलाकों में बीते एक सप्ताह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। IMD के अनुसार जब तक अच्छी बारिश और बर्फबारी नहीं होती तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। खासकर सुबह के वक्त इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहनों चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।