हरियाणा मानवाधिकार आयोग को नया चेयरमैन मिल गया है। सरकार ने हाईकोर्ट के सेवामुक्त जस्टिस ललित बत्रा को नया चेयरमैन बनाया गया है। यह पद पिछले 19 महीने से खाली था। जिसकी वजह से पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से सरकार को फटकार भी लगी थी। चेयरमैन बत्रा के अलावा सेवामुक्त जिला एवं सेशन जज कुलदीप जैन और एडवोकेट दीप भाटिया को मानवाधिकार आयोग का मेंबर बनाया गया है। दीप भाटिया दूसरी बार मेंबर बने हैं। इन नियुक्तियों को लेकर गृह सचिव अनुराग रस्तोगी ने आदेश जारी कर दिए हैं। आयोग में चेयरमैन-मेंबरों की नियुक्ति को लेकर सरकार ढीला रवैया अपना रही थी। हाईकोर्ट ने नाराज होकर सरकार को फटकार लगाते हुए नियुक्ति के लिए 28 नवंबर की डेडलाइन दी थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर अगली सुनवाई तक पद न भरे गए तो संबंधित अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट के समक्ष पेश होकर याचिकाकर्ता को मुकदमे की लागत के रूप में 50 हजार रुपए अपनी जेब से देने होंगे। पहले सरकार ने इसको लेकर मीटिंग भी की थी और कहा कि नेता विपक्ष की वजह से कमेटी इनका चुनाव नहीं कर पा रही लेकिन अब सुनवाई से पहले आदेश जारी कर दिए गए। (पढ़ें पूरी खबर…) कृषि अधिकारियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश, दूसरी जगह किसान ने धक्का मारा हरियाणा के 2 जिलों में कृषि अधिकारियों पर हमले की कोशिश और गाली गलौज की गई। झज्जर में खंड कृषि अधिकारी अशोक रोहिल्ला व सुपरवाइजर नेत्रपाल, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन नवीन साइट चेक करने के लिए दुबलधन के खेतों के पास गए हुए थे। वहीं रास्ते में चिमनी गांव निवासी अजीत व संदीप खेत में पराली जला रहे थे। अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो सहायत तकनीकी प्रबंधक ने रोका तो उन पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। कृषि विभाग के विषय विशेषज्ञ रमेश ने किसानों को समझाने का प्रयास किया तो अजीत ने विभाग के अधिकारी रमेश को ट्रैक्टर से टक्कर मार दी और सिर में डंडों से वार किया। जब वे जान बचाकर अपनी कार में बैठकर जाने लगे तो ट्रैक्टर से कार में पीछे से टक्कर मार दी। विभाग ने अधिकारियों ने मौके से भाग जान बचाई। इसके बाद अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई। वहीं, सिरसा जिले के केरावाली गांव में किसान सुरेंद्र बेनीवाल ने अपने खेत में पराली में आग लगा दी। सूचना मिलने पर कृषि अधिकारी होशियार सिंह, पटवारी व ग्राम सचिव को लेकर मौके पर पहुंचे। यहां खेत मालिक किसान सुरेंद्र बैनीवाल ने हाथ में जेली लेकर उन्हें गालियां निकालने लगा और कृषि अधिकारी होशियार सिंह का हाथ पकड़कर धक्का दे दिया। किसान ने कृषि अधिकारी से कहा कि यह मेरा खेत है, मैं जो मर्जी करूं। यहां से चले जाओ, नहीं तो बहुत बुरा होगा। इसके बाद कृषि अधिकारी ने डायल 112 पर कॉल करके घटना की सूचना पुलिस को दी। हरियाणा की अन्य खबरें पढ़ें.. पलवल में युवक ने एक ही स्कूल से 2 बार 12वीं की पलवल में एक युवक ने सरकारी नौकरी के लिए उम्र घटाने के मकसद से हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड भिवानी से 2 बार 12वीं क्लास पास कर ली। प्रिसिंपल को पता चला तो इसकी कंप्लेंट पुलिस को की। पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया तो प्रिंसिपल कोर्ट चले गए। जिसके बाद अब आरोपी पर केस दर्ज कर 2 बार बारहवीं करने के बारे में जांच की जा रही है। प्रिंसिपल करतार सिंह ने पुलिस को बताया कि मर्रोली गांव के लक्ष्मण ने 2007-08 में शिव विद्या मंदिर हाई स्कूल से 10वीं पास की। उसके आधार पर उसने 2009-10 में उनके अनुपम स्कूल से 12वीं क्लास पास कर ली। जिसके सर्टिफिकेट में लक्ष्मण शर्मा की जन्म तिथि 18 जून 1991, माता का नाम ज्ञानवती व पिता का नाम देवीराम लिखा हुआ था। (पढ़ें पूरी खबर) सोनीपत की ग्लास कंपनी में हादसा, कर्मचारी की मौत हरियाणा के सोनीपत में एक कंपनी में काम करते हुए एक शीशा कर्मचारी पर गिर गया। शीशा उसकी गर्दन पर लगा। इस दौरान मौके पर और भी कर्मचारी थे, वे उसे बचा नहीं सके। कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। इसमें दिखाई देता है कि अचानक से शीशा गिर जाता है और वहां भगदड़ मच जाती है। यह हादसा गन्नौर में सोनीपत रोड पर स्थित वर्मा टफन ग्लास कंपनी में हुआ है (पढ़ें पूरी खबर…) हरियाणा में रजिस्ट्रेशन के लिए डॉक्टरों ने फर्जी NOC लगाई हरियाणा मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र के लिए फर्जी NOC लगाने वाले 7 डॉक्टरों की पोल खुल गई है। जांच के बाद काउंसिल ने 5 डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है, 2 का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की तैयारी चल रही है। इन सभी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी। इन डॉक्टरों में डॉ. प्रवेश कुमार, डॉ. अंकित त्यागी, डॉ. शत्रुघन यादव, डॉ. प्रदीप कुमार जयसवाल और डॉ. कुनाल शामिल हैं। जिन्होंने इन अलग-अलग राज्यों से फर्जी NOC ले रखी थी। (पढ़ें पूरी खबर…) सिरसा में ट्रैक्टर ट्रॉली के कुचलने से व्यक्ति की मौत, भीड़ ने भागते ड्राइवर को पकड़कर पिटाई की हरियाणा के सिरसा में कंगनपुर से हुडा चौक की तरफ पैदल जा रहे एक व्यक्ति को ट्रैक्टर ट्रॉली ने कुचल दिया। इसके बाद ट्रैक्टर ट्रॉली के ड्राइवर ने फरार होने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान ड्राइवर की लोगों ने पिटाई भी कर दी (पढ़ें पूरी खबर…) हरियाणा मानवाधिकार आयोग को नया चेयरमैन मिल गया है। सरकार ने हाईकोर्ट के सेवामुक्त जस्टिस ललित बत्रा को नया चेयरमैन बनाया गया है। यह पद पिछले 19 महीने से खाली था। जिसकी वजह से पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से सरकार को फटकार भी लगी थी। चेयरमैन बत्रा के अलावा सेवामुक्त जिला एवं सेशन जज कुलदीप जैन और एडवोकेट दीप भाटिया को मानवाधिकार आयोग का मेंबर बनाया गया है। दीप भाटिया दूसरी बार मेंबर बने हैं। इन नियुक्तियों को लेकर गृह सचिव अनुराग रस्तोगी ने आदेश जारी कर दिए हैं। आयोग में चेयरमैन-मेंबरों की नियुक्ति को लेकर सरकार ढीला रवैया अपना रही थी। हाईकोर्ट ने नाराज होकर सरकार को फटकार लगाते हुए नियुक्ति के लिए 28 नवंबर की डेडलाइन दी थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर अगली सुनवाई तक पद न भरे गए तो संबंधित अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट के समक्ष पेश होकर याचिकाकर्ता को मुकदमे की लागत के रूप में 50 हजार रुपए अपनी जेब से देने होंगे। पहले सरकार ने इसको लेकर मीटिंग भी की थी और कहा कि नेता विपक्ष की वजह से कमेटी इनका चुनाव नहीं कर पा रही लेकिन अब सुनवाई से पहले आदेश जारी कर दिए गए। (पढ़ें पूरी खबर…) कृषि अधिकारियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश, दूसरी जगह किसान ने धक्का मारा हरियाणा के 2 जिलों में कृषि अधिकारियों पर हमले की कोशिश और गाली गलौज की गई। झज्जर में खंड कृषि अधिकारी अशोक रोहिल्ला व सुपरवाइजर नेत्रपाल, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन नवीन साइट चेक करने के लिए दुबलधन के खेतों के पास गए हुए थे। वहीं रास्ते में चिमनी गांव निवासी अजीत व संदीप खेत में पराली जला रहे थे। अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो सहायत तकनीकी प्रबंधक ने रोका तो उन पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। कृषि विभाग के विषय विशेषज्ञ रमेश ने किसानों को समझाने का प्रयास किया तो अजीत ने विभाग के अधिकारी रमेश को ट्रैक्टर से टक्कर मार दी और सिर में डंडों से वार किया। जब वे जान बचाकर अपनी कार में बैठकर जाने लगे तो ट्रैक्टर से कार में पीछे से टक्कर मार दी। विभाग ने अधिकारियों ने मौके से भाग जान बचाई। इसके बाद अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई। वहीं, सिरसा जिले के केरावाली गांव में किसान सुरेंद्र बेनीवाल ने अपने खेत में पराली में आग लगा दी। सूचना मिलने पर कृषि अधिकारी होशियार सिंह, पटवारी व ग्राम सचिव को लेकर मौके पर पहुंचे। यहां खेत मालिक किसान सुरेंद्र बैनीवाल ने हाथ में जेली लेकर उन्हें गालियां निकालने लगा और कृषि अधिकारी होशियार सिंह का हाथ पकड़कर धक्का दे दिया। किसान ने कृषि अधिकारी से कहा कि यह मेरा खेत है, मैं जो मर्जी करूं। यहां से चले जाओ, नहीं तो बहुत बुरा होगा। इसके बाद कृषि अधिकारी ने डायल 112 पर कॉल करके घटना की सूचना पुलिस को दी। हरियाणा की अन्य खबरें पढ़ें.. पलवल में युवक ने एक ही स्कूल से 2 बार 12वीं की पलवल में एक युवक ने सरकारी नौकरी के लिए उम्र घटाने के मकसद से हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड भिवानी से 2 बार 12वीं क्लास पास कर ली। प्रिसिंपल को पता चला तो इसकी कंप्लेंट पुलिस को की। पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया तो 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शिक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला:5वीं और 8वीं कक्षा के छात्रों के लिए नई परीक्षा प्रणाली, अब टीचर वार्षिक परीक्षा में छात्रों को कर सकेंगे फेल देश भर में पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए शिक्षा मंत्रालय ने बड़े बदलाव किए हैं। नए नियमों के मुताबिक, हर शैक्षणिक वर्ष के लास्ट में 5वीं और 8वीं कक्षाओं में नियमित परीक्षाएं होगी। अगर कोई छात्र इन परीक्षाओं में फेल होता है, तो उसे दो महीने के भीतर फिर से एग्जाम का मौका दिया जाएगा, जबकि पहले शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत 8वीं तक किसी भी छात्र को फेल करने का प्रावधान नहीं था, लेकिन छात्र की रिजल्ट में कमजोर स्थिति होती थी तो उसको उसी कक्षा में कुछ समय के लिए होल्ड कर लिया जाता था और दोबारा एग्जाम लेकर उसे अगली कक्षा में भेज दिया जाता था, लेकिन होल्ड करने के लिए भी छात्र के अभिभावक की सहमति अनिवार्य होती थी। नए नियमों को लेकर भारत सरकार की तरफ से गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। नोटिफिकेशन के मुताबिक, यह नियम बीती 16 दिसंबर से पूरे देश में लागू हो चुके है। मिलेगा सिर्फ एक मौका नोटिफिकेशन के मुताबिक, यदि छात्र पुनः परीक्षा में भी सफल नहीं होते, तो उन्हें उसी कक्षा में रोक दिया जाएगा। इस दौरान छात्र को सुधारने के लिए शिक्षकों की ओर से विशेष मार्गदर्शन दिया जाएगा। शिक्षक न केवल छात्र के प्रदर्शन पर ध्यान देंगे, बल्कि उनके माता-पिता को भी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे। एक्सपर्ट की मदद होगी सीखने की कमी पूरी शिक्षक छात्रों की परफोर्मेंस का आंकलन करेंगे और उनकी सीखने की कमी को दूर करने के लिए विशेषज्ञीय इनपुट प्रदान करेंगे। स्कूल के प्रधानाध्यापक ऐसे छात्रों की सूची बनाएंगे और उनके विकास की नियमित रूप से निगरानी करेंगे। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्रों को उनकी जरूरत के अनुसार सहायता मिल सके। रट्टा प्रणाली पर रोक इस नई पहल के तहत परीक्षा और पुनः परीक्षा सक्षमता-आधारित होंगी। छात्रों को रटने और प्रक्रियात्मक कौशल पर आधारित सवालों के बजाय उनके समग्र विकास और व्यावहारिक ज्ञान को परखा जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों को प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने तक किसी भी परिस्थिति में स्कूल से बाहर न किया जाए। नियमों का उद्देश्य शिक्षा में गुणवत्ता का सुधार नए नियमों का मुख्य उद्देश्य शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ावा देना है। पांचवीं और आठवीं कक्षा में रोकने का प्रावधान लागू कर शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों की शिक्षा के प्रति गंभीरता को बढ़ाने का प्रयास किया है। यह कदम छात्रों की बुनियादी समझ और कौशल को मजबूत करने में सहायक होगा। पिछले नियमों में किया गया बदलाव इससे पहले, प्रारंभिक शिक्षा के दौरान किसी भी छात्र को कक्षा में रोकने की परमिशन नहीं थी। हालांकि, अब पांचवीं और आठवीं कक्षा में प्रदर्शन के आधार पर रोकने की परमिशन दी गई है। शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि यह बदलाव छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाएगा। छात्रों के लिए क्या बदल जाएगा? हर साल पांचवीं और आठवीं कक्षा में नियमित परीक्षा होगी। – फेल छात्रों को दो महीने के भीतर दोबारा परीक्षा का मौका मिलेगा। – दोबारा फेल होने पर छात्र को उसी कक्षा में रोक दिया जाएगा। – रोके गए छात्रों को विशेष मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाएगी। क्या कहते है शिक्षा अधिकारी करनाल में जिला शिक्षा अधिकारी सुदेश ठकराल का कहना है कि इस बदलाव से न केवल छात्रों का शैक्षणिक स्तर सुधरेगा, बल्कि उनकी शिक्षा को और अधिक व्यवस्थित और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। यह कदम शिक्षा क्षेत्र में एक नई दिशा देने की कोशिश है।
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रेवाड़ी का दिनेश हत्याकांड:हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर SP से मिले ग्रामीण; बोले-पुलिस दबाव में कर रही काम हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव जलियावास में 10 दिन पहले हुए व्यापारी दिनेश कुमार हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण गांव रानौली के अलावा किशनपुरा और प्राणपुरा के ग्रामीणों में पुलिस के प्रति रोष बढ़ गया है। सोमवार को तीनों गांवों के बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट होकर जिला सचिवालय स्थित एसपी ऑफिस पहुंचे और एसपी से मुलाकात करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस मर्डर के इस मामले में अभी सिर्फ एक ही आरोपी को पकड़ पाई है। एसपी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि एक सप्ताह में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्राणपुरा के सरपंच हरीपाल ने बताया कि आज हमने एसपी को ज्ञापन दिया है। अगर फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो वे सीएम नायब सैनी से मिलेंगे। 27 साल का एक लड़का मार दिया। आरोपियों के नाम सामने है, लेकिन पुलिस मिलीभगत करते आरोपियों को नहीं पकड़ रही है। अमित, एसपी, सुन्नी के अलावा कई नामजद है। सुन्नी ब्लॉक समिति चेयरमैन का भाई है। गांव राणौली के सरपंच नरेश कुमार ने कहा-हमे एसपी ने एक सप्ताह में आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। पुलिस की कार्रवाई ठीक नहीं है। पुलिस राजनैतिक दबाव के चलते काम कर रही है। टिंकू चेयरमैन का भाई इस केस में पकड़ा गया है। उसका भी दवाब पुलिस पर हो सकता है। बता दें कि एक दिन पहले रविवार को इसी केस के सिलसिले में तीन गांव किशनपुरा, प्राणपुरा और राणौली के ग्रामीणों की बावल में पंचायत भी हुई। जिसमें पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए एसपी से मुलाकात का निर्णय लिया गया था। रानौली के ग्रामीणों ने ये भी कहा कि अगर पुलिस दो दिन में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती तो फिर रोड जाम करने जैसा भी निर्णय लिया जा सकता है। 5 जुलाई को हुई थी हत्या बता दें कि गांव रानौली निवासी दिनेश कुमार (30) ने बावल रोड स्थित गांव जलियावास में कपड़े की दुकान की हुई थी। 5 जुलाई को उसका बर्थडे था। जन्मदिन के उसने अपने दोस्त पवन कुमार के लिए पास में ही मौमोज की रेहड़ी पर अपने नौकर को मोमोज लाने के लिए भेजा था। इसी दौरान जलालपुर के रहने वाले एक शख्स ने उसके नौकर को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद बीच बचाव के लिए मौके पर गए दिनेश के साथ भी कहासुनी हो गई थी। हालांकि जब रात को दिनेश अपने दोस्त पवन कुमार के साथ दुकान बंद कर घर जाने लगा तो कार और बाइकों पर सवार होकर आए आरोपियों ने दिनेश को गोली मार दी। गोली दिनेश की छाती में लगी और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस केस में 6 से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया। इसमें कुछ प्रभावशाली व्यक्ति भी शामिल रहे। हालांकि पुलिस ने मर्डर के दो दिन बाद ही मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अन्य आरोपियों को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है।
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भाजपा ने महेंद्रगढ़, जींद, भिवानी और कैथल के जिला प्रभारी भी बनाए हैं। महेंद्रगढ़ में शंकर धूपड़, जींद में मदन गोयल, भिवानी में राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा और कैथल में अमरपाल राणा को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा पुराने जिलाध्यक्ष रहे हिसार की आशा खेदड़, जींद से राजू मोर, सिरसा से निताशा सिहाग, रेवाड़ी से प्रीतम चौहान और कुरुक्षेत्र से रवि बतान को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। सोशल इंजीनियरिंग का फॉर्मूला अपनाया
हिसार में आशा खेदड़ की जगह आरएसएस से जुड़े अशोक सैनी को जिलाध्यक्ष बनाया है। अशोक सैनी के पिता सैनीपुरा गांव के सरपंच रह चुके हैं। हिसार में ओबीसी वोटर अच्छी संख्या में हैं। इसके अलावा सैनी वोट बैंक भी शहरी सीटों पर प्रभाव डालते हैं। इसके कारण अशोक सैनी को जिम्मेदारी दी गई है। जींद में जाट चेहरे राजू मोर की जगह जाट चेहरे पर ही दांव लगाया गया है। जींद में तेजेंद्र ढुल को जिम्मेदारी दी गई है। सिरसा में निताशा सिहाग को हटाकर शीशपाल कंबोज को जिम्मेदारी की गई है। सिरसा में कंबोज बिरादरी के अच्छे वोट हैं। रानियां, कालांवाली, डबवाली और सिरसा पर कंबोज बिरादरी का अच्छा प्रभाव है। कुरुक्षेत्र में राजपूत समाज से आने वाले सुशील राणा को जिम्मेदारी दी है। राजपूत समाज के वोट करनाल के साथ-साथ कुरुक्षेत्र में प्रभाव डालते हैं। यहां रवि बतान की जगह सुशील राणा को जिम्मेदारी दी है। इसी तरह रेवाड़ी में सुधा यादव के खास प्रीतम चौहान को हटाकर राव इंद्रजीत की पसंद के चेहरे वंदना पोपली को जिलाध्यक्ष बनाया है। वहीं कैथल में अशोक गुर्जर को हटाकर मुनीश कठवाड़ को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। हरियाणा में 4 सीटों पर भीतरघात की मिली थी शिकायत
लोकसभा चुनाव में भाजपा को हरियाणा की 4 लोकसभा सीटों पर भीतरघात की शिकायतें मिली थी। इसमें से 3 सीट भाजपा हार गई थी। जिसमें हिसार, सिरसा और सोनीपत है। गुरुग्राम सीट पर भी भीतरघात की शिकायतें हुई थी। यहां पर उम्मीदवारों का पार्टी के ही नेताओं ने विरोध किया था। जिसका खामियाजा यह हुआ कि भाजपा यहां हार गई। सबसे टफ फाइट सोनीपत सीट पर देखने को मिली। यहां अगर भीतरघात न हुआ होता भाजपा यह सीट जीत सकती थी। चुनाव के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के फीडबैक और सीआईडी के जरिए रिपोर्ट तैयार की थी कि कौन सा उम्मीदवार किन कारणों से हारा। सोनीपत, हिसार और सिरसा की रिपोर्ट में विधायक, पूर्व विधायक से लेकर जिलाध्यक्षों तक के नाम थे। चुनाव के बाद उम्मीदवारों ने जता दी थी आशंका
लोकसभा चुनाव के बाद ही हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंचकूला में सभी उम्मीदवारों की मीटिंग बुलाई थी। इस बैठक में पूर्व CM मनोहर लाल भी मौजूद थे। इस मीटिंग में उम्मीदवारों ने भीतरघात से होने वाले नुकसान के बारे में बताया था। मीटिंग में जो नाम सामने आए उसके आधार पर पार्टी ने कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेना शुरू कर दिया था। वहीं नतीजों से पहले CM नायब सैनी ने भीतरघातियों को स्पष्ट संदेश दिया था कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा और दिल्ली दरबार में इसकी शिकायत की जाएगी।