हरियाणा के पूर्व मंत्री अनूप धानक के छोटे भाई सतीश धानक को महिला ने रेप केस में फंसाने का डर दिखा कर 9 लाख रुपए की डिमांड की। महिलाएं इस मामले में पहले भी उनसे साढ़े 13 लाख रुपए रुपए ऐंठ चुकी है। हनीट्रेप में फंसे पूर्व मंत्री के भाई ने बार बार की डिमांड व ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर मामले में शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में 3 के खिलाफ केस दर्ज करके एक महिला को 2.30 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। उकलाना थाना पुलिस को दी शिकायत में पूर्व श्रम राज्यमंत्री अनूप धानक के छोटे भाई हिसार की अमरदीप कॉलोनी निवासी सतीश धानक ने कहा कि वह अपने भाई पूर्व राज्यमंत्री अनूप धानक के साथ रहकर राजनीति से संबधित कार्य संभालता है। करीब 2 साल पहले एक महिला उकलाना मंडी में उनके मकान पर उससे मिली थी। महिला ने उससे कहा कि वह बुढाखेड़ा गांव में मनरेगा में कार्य करती है। उनकी लेबर की कॉपी बनवा दो, ताकि उसे सभी बेनिफिट मिल सके। सतीश का कहना है कि उसने उस दौरान महिला की मदद कर दी। इसके बाद महिला अपने काम को लेकर कई बार उससे मिली। उसने महिला के काम करा दिए। उसने एक दो बार उसकी रुपए को लेकर भी मदद की। उसका आरोप है कि महिला धीरे धीरे उससे संबंध बनाने की सोचने लगी। उसने उसको साफ तौर पर मना कर दिया। उसके बाद उसने महिला से दूरी बना ली और उसकी मदद करना भी बंद कर दिया। ये सब बातें वर्ष 2022 की हैं, तब उसका भाई मंत्री होता था। सतीश धानक ने बताया कि फिर महिला अपने मोबाइल फोन से उसको वॉट्सऐप मैसेज करने लगी। महिला ने उसे धमकी दी कि वह मुझे और मेरे भाई अनूप धानक को किसी न किसी केस में फंसाकर बदनाम कर दूंगी। इससे तुम्हारा राजनीतिक करियर खत्म हो जाऐगा। फिर उसने अपनी व भाई अनूप धानक की बदनामी के डर से सारी बातें अपने धर्म के भाई सतीश निवासी गांव मतलौडा को बताई और नीलम से सम्पर्क करने को कहा। उसने बताया कि सतीश ने इसमें उनकी मदद की। महिला ने सतीश मतलौडा को कहा कि सतीश धानक से 10 लाख रुपए ले आओ, मैं चुप हो जाऊंगी। उन्होंने परिवार की बदनामी के डर से 10 लाख रुपए की बजाय महिला को 6 लाख 50 हजार रुपए देने की हामी भर ली। सतीश ने 14 मई 2023 को महिला को 6 लाख 50 हजार रुपए उसके घर पर दे दिए। सतीश धानक का कहना है कि महिला ने इसके बाद 10 जुलाई को फिर से 1 लाख 50 हजार रुपए की डिमांड सतीश मतलौडा से की। उसने कहा कि अभी उसके 10 लाख रुपए पूरे नहीं हुए हैं। मेरे को आपने साढे 3 लाख रुपए कम दिये हैं। रुपए पूरे करोगे, तभी मैं मानूंगी। फिर हमने रुपए देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद महिला ने अपने जानकार सज्जन इन्दाछुई के मार्फत 10 सितंबर 2023 को उसके व्हाट्सएप पर एक शिकायत भेजी। उन्होंने उससे कहा कि महिला आपके खिलाफ शिकायत दे रही है। उसकी जो मांग है, वो पूरी कर दो। फिर उसने धर्मभाई सतीश के मार्फत 5 लाख रुपए में बात की। महिला को 3 लाख रुपए हिसार कोर्ट परिसर में 21 सितंबर 2023 को दे दिये। इसके बाद 2 लाख रुपए 28 दिसंबर 2023 को दिये। महिला ने दोनों बार शपथ पत्र तैयार कराए। सतीश धानक ने बताया कि इसके बाद विधानसभा चुनाव के समय 2 अक्टूबर 2024 को उसके साथ रहने वाले धूपसिंह थाकन निवासी गांव भैरी अकबरपुर के मोबाइल नम्बर पर पूर्व सरपंच मदन लाल किनाला का रात को 11.00 बजे फोन आया। उसने कहा कि तेरे जानकार सतीश धानक को कह देना कि तेरा व नीलम का मामला दोबारा से चुनाव में उठेगा। कल ही विधानसभा चुनाव में तुम्हारी पार्टी का वोट बैंक गिर जाएगा। महिला उससे मिल चुकी है। अब मीडिया को इकट्ठा करेगी। उसने बताया कि फिर मदन किनाला व महिला 3 अक्टूबर को हमारे घर दौलतपुर रोड़ उकलाना के सामने आ गये। वे ब्रेजा कार में थे। उसके धर्म भाई सतीश मतलौडा को कहने लगे कि 25 लाख रुपए दे दो, नहीं तो यहीं पर मीडिया को बुलाकर सारा भंडा फोड़ दें। सतीश मतलौडा ने मदन किनाला व महिला को 8 लाख रुपए में मनाया। 4 अक्टूबर को वे जानकार धूपसिंह थाकन से 2 लाख रुपए उनको दिलवाये। सतीश धानक ने बताया कि महिला उस पर रेप का झूठा केस दर्ज कराने का दबाब बनाकर बार बार रुपए वसूल रही है। अब भी उसके धर्म के भाई सतीश मतलौडा से सम्पर्क करके फिर से 9 लाख रुपए की डिमांड कर रही है। उसको महिला व उसके साथियों से जान व माल का खतरा बना हुआ है। थाना उकलाना में पुलिस ने सतीश धानक की शिकायत पर महिला व उसके दो साथियों पर केस दर्ज किया। इसके बाद महिला को ंरगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना तैयार की। पुलिस ने अब महिला को 2.30 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस पूरे मामले में धारा 384, 389, 34 IPC व 308(2), 308(6), 3(5) BNS के तहत कार्रवाई की है। महिला से पूछताछ जारी है। हरियाणा के पूर्व मंत्री अनूप धानक के छोटे भाई सतीश धानक को महिला ने रेप केस में फंसाने का डर दिखा कर 9 लाख रुपए की डिमांड की। महिलाएं इस मामले में पहले भी उनसे साढ़े 13 लाख रुपए रुपए ऐंठ चुकी है। हनीट्रेप में फंसे पूर्व मंत्री के भाई ने बार बार की डिमांड व ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर मामले में शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में 3 के खिलाफ केस दर्ज करके एक महिला को 2.30 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। उकलाना थाना पुलिस को दी शिकायत में पूर्व श्रम राज्यमंत्री अनूप धानक के छोटे भाई हिसार की अमरदीप कॉलोनी निवासी सतीश धानक ने कहा कि वह अपने भाई पूर्व राज्यमंत्री अनूप धानक के साथ रहकर राजनीति से संबधित कार्य संभालता है। करीब 2 साल पहले एक महिला उकलाना मंडी में उनके मकान पर उससे मिली थी। महिला ने उससे कहा कि वह बुढाखेड़ा गांव में मनरेगा में कार्य करती है। उनकी लेबर की कॉपी बनवा दो, ताकि उसे सभी बेनिफिट मिल सके। सतीश का कहना है कि उसने उस दौरान महिला की मदद कर दी। इसके बाद महिला अपने काम को लेकर कई बार उससे मिली। उसने महिला के काम करा दिए। उसने एक दो बार उसकी रुपए को लेकर भी मदद की। उसका आरोप है कि महिला धीरे धीरे उससे संबंध बनाने की सोचने लगी। उसने उसको साफ तौर पर मना कर दिया। उसके बाद उसने महिला से दूरी बना ली और उसकी मदद करना भी बंद कर दिया। ये सब बातें वर्ष 2022 की हैं, तब उसका भाई मंत्री होता था। सतीश धानक ने बताया कि फिर महिला अपने मोबाइल फोन से उसको वॉट्सऐप मैसेज करने लगी। महिला ने उसे धमकी दी कि वह मुझे और मेरे भाई अनूप धानक को किसी न किसी केस में फंसाकर बदनाम कर दूंगी। इससे तुम्हारा राजनीतिक करियर खत्म हो जाऐगा। फिर उसने अपनी व भाई अनूप धानक की बदनामी के डर से सारी बातें अपने धर्म के भाई सतीश निवासी गांव मतलौडा को बताई और नीलम से सम्पर्क करने को कहा। उसने बताया कि सतीश ने इसमें उनकी मदद की। महिला ने सतीश मतलौडा को कहा कि सतीश धानक से 10 लाख रुपए ले आओ, मैं चुप हो जाऊंगी। उन्होंने परिवार की बदनामी के डर से 10 लाख रुपए की बजाय महिला को 6 लाख 50 हजार रुपए देने की हामी भर ली। सतीश ने 14 मई 2023 को महिला को 6 लाख 50 हजार रुपए उसके घर पर दे दिए। सतीश धानक का कहना है कि महिला ने इसके बाद 10 जुलाई को फिर से 1 लाख 50 हजार रुपए की डिमांड सतीश मतलौडा से की। उसने कहा कि अभी उसके 10 लाख रुपए पूरे नहीं हुए हैं। मेरे को आपने साढे 3 लाख रुपए कम दिये हैं। रुपए पूरे करोगे, तभी मैं मानूंगी। फिर हमने रुपए देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद महिला ने अपने जानकार सज्जन इन्दाछुई के मार्फत 10 सितंबर 2023 को उसके व्हाट्सएप पर एक शिकायत भेजी। उन्होंने उससे कहा कि महिला आपके खिलाफ शिकायत दे रही है। उसकी जो मांग है, वो पूरी कर दो। फिर उसने धर्मभाई सतीश के मार्फत 5 लाख रुपए में बात की। महिला को 3 लाख रुपए हिसार कोर्ट परिसर में 21 सितंबर 2023 को दे दिये। इसके बाद 2 लाख रुपए 28 दिसंबर 2023 को दिये। महिला ने दोनों बार शपथ पत्र तैयार कराए। सतीश धानक ने बताया कि इसके बाद विधानसभा चुनाव के समय 2 अक्टूबर 2024 को उसके साथ रहने वाले धूपसिंह थाकन निवासी गांव भैरी अकबरपुर के मोबाइल नम्बर पर पूर्व सरपंच मदन लाल किनाला का रात को 11.00 बजे फोन आया। उसने कहा कि तेरे जानकार सतीश धानक को कह देना कि तेरा व नीलम का मामला दोबारा से चुनाव में उठेगा। कल ही विधानसभा चुनाव में तुम्हारी पार्टी का वोट बैंक गिर जाएगा। महिला उससे मिल चुकी है। अब मीडिया को इकट्ठा करेगी। उसने बताया कि फिर मदन किनाला व महिला 3 अक्टूबर को हमारे घर दौलतपुर रोड़ उकलाना के सामने आ गये। वे ब्रेजा कार में थे। उसके धर्म भाई सतीश मतलौडा को कहने लगे कि 25 लाख रुपए दे दो, नहीं तो यहीं पर मीडिया को बुलाकर सारा भंडा फोड़ दें। सतीश मतलौडा ने मदन किनाला व महिला को 8 लाख रुपए में मनाया। 4 अक्टूबर को वे जानकार धूपसिंह थाकन से 2 लाख रुपए उनको दिलवाये। सतीश धानक ने बताया कि महिला उस पर रेप का झूठा केस दर्ज कराने का दबाब बनाकर बार बार रुपए वसूल रही है। अब भी उसके धर्म के भाई सतीश मतलौडा से सम्पर्क करके फिर से 9 लाख रुपए की डिमांड कर रही है। उसको महिला व उसके साथियों से जान व माल का खतरा बना हुआ है। थाना उकलाना में पुलिस ने सतीश धानक की शिकायत पर महिला व उसके दो साथियों पर केस दर्ज किया। इसके बाद महिला को ंरगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना तैयार की। पुलिस ने अब महिला को 2.30 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस पूरे मामले में धारा 384, 389, 34 IPC व 308(2), 308(6), 3(5) BNS के तहत कार्रवाई की है। महिला से पूछताछ जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में BSF जवान और दादी की मौत:ओवरटेक करते हुए बेकाबू होकर कार पेड़ से टकराई; चाची से अस्पताल में मिलने जा रहे थे हरियाणा के फतेहाबाद में सोमवार को कार पेड़ से टकरा गई। हादसे में BSF जवान और उसी दादी की मौत हो गई। जबकि लिफ्ट लेकर बैठा गांव का व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हिसार रेफर किया गया है। हादसा झलनिया गांव के पास हुआ। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल में भिजवा दिए हैं। मृतक की पहचान भूथन कलां निवासी सोनू (31) के रूप में हुई है। वह बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) में तैनात थे। उनकी ड्यूटी जम्मू कश्मीर के उड़ी में थी। 18 मई को वह छुट्टी लेकर घर आए थे। उनकी अभी शादी नहीं हुई थी। ओवरटेक करते हुए अनियंत्रित हुई कार
सोनू की चाची फतेहाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है। उसका ऑपरेशन हुआ है। सोमवार को सोनू अपनी दादी सावित्री देवी को लेकर कार में चाची का खाना देने के लिए अस्पताल जा रहा थे। रास्ते में गांव का ही रामचंद्र शहर जाने के लिए लिफ्ट लेकर कार में बैठ गया। झलनिया गांव के पास आगे चल रहे जुगाड़ू रेहड़े को ओवरटेक करते समय कार अनियंत्रित हो गई और पेड़ से जा टकराई। हादसे में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची और तीनों को प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद सोनू और उसकी दादी को मृत घोषित कर दिया। जबकि रामचंद्र को गंभीर हालत में हिसार रेफर कर दिया।
हरियाणा में संगठन बनाएगी कांग्रेस, प्रधान-प्रभारी की छुट्टी तय:राहुल गांधी के करीबी को कमान; हुड्डा-सैलजा को सख्त मैसेज, पहले जिला लेवल पर नियुक्तियां
हरियाणा में संगठन बनाएगी कांग्रेस, प्रधान-प्रभारी की छुट्टी तय:राहुल गांधी के करीबी को कमान; हुड्डा-सैलजा को सख्त मैसेज, पहले जिला लेवल पर नियुक्तियां हरियाणा में कांग्रेस चुनाव में हार के बाद अब संगठन पर काम करेगी। कांग्रेस जिले से प्रदेश स्तर का नया संगठन खड़ा करेगी, ताकि नए छोटे कार्यकर्ताओं को मौका मिले और वह आगे आ सकें। पद संभालने के बाद नए सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने इस काम शुरू कर दिया है। बघेल की गुपचुप तरीके से हरियाणा में एंट्री हुई है। इससे पहले हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की छुट्टी हो सकती है। गुरुवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उदयभान ने बाबरिया पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी ने हरियाणा में संगठन नहीं बनने दिया। वहीं, गुटबाजी पर लगाम कसने के लिए हाईकमान ने पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा को सख्त मैसेज दिया है। इन्हें कहा गया है कि मीडिया में एक-दूसरे के खिलाफ कोई बयानबाजी न करें। अब हरियाणा में संगठन में नियुक्ति नीचे से ऊपर की ओर की जाएंगी। सबसे पहले जिलाध्यक्षों की नियुक्ति संगठन कर सकता है। इसके बाद दूसरे स्तर पर नियुक्तियां होंगी। हरियाणा में 10 साल से नहीं संगठन
हरियाणा में कांग्रेस 10 साल से संगठन खड़ा नहीं पाई है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से हरियाणा के लगाए गए सह प्रभारी जितेंद्र बघेल का भी मानना है कि हरियाणा में सभी नेताओं को साथ लेकर चलना और संगठन बनाना बड़ी चुनौती होगी। पिछले 10 साल से कांग्रेस में न तो संगठन बन पाया है और न ही पार्टी की गुटबाजी खत्म हो पाई है। बल्कि, अब विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी में धड़ेबाजी और बढ़ गई है। नेता एक-दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं। चंडीगढ़ में उदयभान ने बाबरिया पर ठीकरा फोड़ा
गुरुवार को चंडीगढ़ में उदयभान कहा है कि राज्य में कांग्रेस का संगठन न बन पाने और विधानसभा में हार के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया जिम्मेदार हैं। उदयभान ने कहा कि हमने कई बार पार्टी पदाधिकारियों की सूचियां प्रभारी को सौंपी, लेकिन वह इन्हें कांग्रेस हाईकमान के पास भेजने के बजाय स्वयं दबाए बैठे रहे। उदयभान ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण EVM की हैकिंग तो है ही, राज्य में संगठन का न बन पाना भी एक वजह है। राहुल गांधी के सामने 7 अगस्त 2023 को हुई मीटिंग में बाबरिया ने वादा किया था कि 10 सितंबर 2023 तक संगठन बना दिया जाएगा, लेकिन फिर भी वह संगठन तैयार नहीं करवा सके। ऐसे आरोपों के बीच हरियाणा के लिए कांग्रेस ने जितेंद्र बघेल को बड़ी जिम्मेदारी दी है। हरियाणा के प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं और वह फिलहाल बीमार चल रहे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और प्रभारी की हो सकती है छुट्टी
हरियाणा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की छुट्टी हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हाईकमान ने इसके संकेत दे दिए हैं। इसके अलावा पार्टी की हार के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। वहीं, नेता विपक्ष रह चुके भूपेंद्र हुड्डा से भी हार पर जवाबतलबी की गई थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में अच्छे माहौल के बावजूद हुए उलटफेर को कांग्रेस हाईकमान ने बड़ी गंभीरता से लिया है। इसके बाद यहां संगठन को लेकर बड़े फेरबदल किए जा रहे हैं। मौजूदा अध्यक्ष चौधरी उदयभान हुड्डा के करीबी हैं। चुनाव में संगठन को संभालने की जगह उन्होंने खुद चुनाव लड़ा। हालांकि, वह होडल सीट से हार गए। कांग्रेस हाईकमान के आगे इसे लेकर भी सवाल खड़े हुए हैं, क्योंकि भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने राई से विधायक होते हुए भी संगठन की जिम्मेदारी बता चुनाव नहीं लड़ा था। राहुल गांधी ने हरियाणा के नेताओं पर ठीकरा फोड़ा
हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर समीक्षा मीटिंग हुई थी, जिसमें राहुल गांधी ने हार को लेकर कहा कि हमारी पार्टी के नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए, इसी वजह से हार हुई। इसके बाद यहां तय हुआ कि हार के कारण जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा कर रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। हालांकि, कमेटी ने जांच के बाद हाई कमान को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें हार की वजह गुटबाजी, कमजोर नेतृत्व सहित कई कारण रहे। यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। सैलजा ने भी कहा था- संगठन होना जरूरी
वहीं, इससे पहले सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा रोहतक में बयान दे चुकी हैं कि कांग्रेस संगठन न बना पाने के कारण हारी। सैलजा ने कहा कि संगठन से कार्यकर्ताओं की पहचान होती है। कांग्रेस का राज्य स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक संगठन नहीं था। संगठन से पार्टी का काम होता है। हरियाणा में हार से कार्यकर्ताओं में निराशा हुई है। 10 साल विपक्ष में बैठना आसान नहीं होता। सैलजा ने कहा कि हाईकमान को इन सब बातों की जानकारी है।
करनाल में रिश्वत लेते कर्मचारी गिरफ्तार:ACB ने खाद्य आपूर्ति कार्यालय से पकड़ा, डिपो होल्डर से ले रहा था पैसे
करनाल में रिश्वत लेते कर्मचारी गिरफ्तार:ACB ने खाद्य आपूर्ति कार्यालय से पकड़ा, डिपो होल्डर से ले रहा था पैसे करनाल के कुंजपुरा में खाद्य आपूर्ति अधिकारी कार्यालय में रिश्वत लेते हुए एसीबी ने एक कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी कर्मचारी डिपो होल्डरों से रिश्वत ले रहा था। सबके लिए अलग-अलग रकम तय थी। किसी से 7 हजार तो किसी से 15 हजार रुपए रिश्वत ली जा रही थी और ऐसा 10 से 12 डिपो होल्डरों के साथ हुआ। एसीबी करनाल ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब एसीबी आरोपी से पूछताछ कर अन्य अधिकारियों या कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच करेगी। लगातार मिल रही थी शिकायतें भ्रष्ट कर्मचारी से परेशान डिपो होल्डरों ने एसीबी को शिकायत की। एसीबी सतर्क हो गई और तुरंत हरकत में आ गई। जिसके बाद भ्रष्ट कर्मचारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। शिकायतकर्ता पाउडर लगे नोटों को लेकर कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय पहुंचा। जहां आरोपी कर्मचारी अन्य डिपो होल्डरों से भी पैसे ऐंठ रहा था। जैसे ही शिकायतकर्ता ने कर्मचारी को पैसे थमाए, एसीबी की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी की कार्रवाई से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। टीम ने मौके से एक प्रिंटर भी बरामद किया है। पहला कर्मचारी रिटायर हो चुका बताया जा रहा है कि आरोपी पहले खाद्य आपूर्ति विभाग में काम करता था, लेकिन रिटायरमेंट के बाद वह यहीं प्राइवेट नौकरी कर रहा था। ऐसे में एसीबी जांच कर रही है कि आरोपी ने किन-किन डिपो होल्डर्स से पैसे लिए हैं और कितने पैसे लिए हैं। सूत्रों की मानें तो 20 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से पैसे लिए गए थे और पेमेंट अभी डिपो होल्डर्स के खाते में आई थी और उसके बाद आज कमीशन की रकम लेने का काम किया जा रहा था। फिलहाल एसीबी इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि एसीबी की आगे की जांच में क्या सामने आता है।