हरियाणा के दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षार्थियों को सरकार ने झटका दिया है। स्कूल शिक्षा निदेशालय (DSE) ने हरियाणा के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को निर्देश दिया है कि वे दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों से उनकी अंतिम बोर्ड परीक्षा के 5 दिनों के भीतर टैबलेट वापस ले लें। विभाग ने वापसी प्रक्रिया के संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) भी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि टैबलेट को अंतिम बोर्ड परीक्षा के पांच दिन के भीतर वापस करना होगा। ऐसा न करने वाले छात्रों का रिजल्ट रोका जा सकता है। 5 लाख स्टूडेंट के पास है टैबलेट दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं अभी चल रही हैं और सरकारी स्कूलों के जिन छात्रों को सरकार की एडवांस डिजिटल हरियाणा पहल (ई-अधिगम) के तहत टैबलेट दिए गए थे, उन्हें अब परीक्षा के तुरंत बाद उन्हें वापस करना होगा। 2022 में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को डिजिटल लर्निंग टूल प्रदान करना है, जिसके तहत राज्य भर में लगभग 5 लाख टैबलेट वितरित किए जाते हैं। सिम कार्ड डिएक्टिवेट हो जाएंगे सिम कार्ड जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए आधिकारिक पत्र में डीएसई ने इस बात पर जोर दिया कि निर्धारित समय के भीतर टैबलेट वापस न करने पर छात्रों के परीक्षा परिणाम रोके जा सकते हैं।निर्देश में कहा गया है कि अंतिम परीक्षा के पांच दिनों के भीतर टैबलेट वापस ले लिए जाने चाहिए और कक्षा 10वीं और 12वीं के सिम कार्ड निष्क्रिय कर दिए जाने चाहिए। हालांकि, कक्षा 11वीं के छात्रों के पास टैबलेट रहेंगे। CBSC से भी रिजल्ट रोकने को कहेगा विभाग इसके अलावा, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (BHEH) को निर्देश दिया गया है कि जो छात्र समय सीमा के भीतर अपने टैबलेट वापस नहीं करते हैं, उनके परिणाम रोक दिए जाएं। ऐसे मामलों में जहां छात्र सीबीएसई से संबद्ध सरकारी स्कूलों में नामांकित हैं, विभाग सीबीएसई से अनुरोध करेगा कि जब तक संबंधित स्कूलों में टैबलेट जमा नहीं हो जाते, तब तक उनके परिणाम रोक दिए जाएं। ई-अधिगम के अधिकारियों का कहना है कि पूरे हरियाणा में लगभग 5 लाख टैबलेट वितरित किए गए, जिनमें से लगभग 25,000 पानीपत में छात्रों को आवंटित किए गए। हरियाणा के दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षार्थियों को सरकार ने झटका दिया है। स्कूल शिक्षा निदेशालय (DSE) ने हरियाणा के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को निर्देश दिया है कि वे दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों से उनकी अंतिम बोर्ड परीक्षा के 5 दिनों के भीतर टैबलेट वापस ले लें। विभाग ने वापसी प्रक्रिया के संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) भी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि टैबलेट को अंतिम बोर्ड परीक्षा के पांच दिन के भीतर वापस करना होगा। ऐसा न करने वाले छात्रों का रिजल्ट रोका जा सकता है। 5 लाख स्टूडेंट के पास है टैबलेट दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं अभी चल रही हैं और सरकारी स्कूलों के जिन छात्रों को सरकार की एडवांस डिजिटल हरियाणा पहल (ई-अधिगम) के तहत टैबलेट दिए गए थे, उन्हें अब परीक्षा के तुरंत बाद उन्हें वापस करना होगा। 2022 में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को डिजिटल लर्निंग टूल प्रदान करना है, जिसके तहत राज्य भर में लगभग 5 लाख टैबलेट वितरित किए जाते हैं। सिम कार्ड डिएक्टिवेट हो जाएंगे सिम कार्ड जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए आधिकारिक पत्र में डीएसई ने इस बात पर जोर दिया कि निर्धारित समय के भीतर टैबलेट वापस न करने पर छात्रों के परीक्षा परिणाम रोके जा सकते हैं।निर्देश में कहा गया है कि अंतिम परीक्षा के पांच दिनों के भीतर टैबलेट वापस ले लिए जाने चाहिए और कक्षा 10वीं और 12वीं के सिम कार्ड निष्क्रिय कर दिए जाने चाहिए। हालांकि, कक्षा 11वीं के छात्रों के पास टैबलेट रहेंगे। CBSC से भी रिजल्ट रोकने को कहेगा विभाग इसके अलावा, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (BHEH) को निर्देश दिया गया है कि जो छात्र समय सीमा के भीतर अपने टैबलेट वापस नहीं करते हैं, उनके परिणाम रोक दिए जाएं। ऐसे मामलों में जहां छात्र सीबीएसई से संबद्ध सरकारी स्कूलों में नामांकित हैं, विभाग सीबीएसई से अनुरोध करेगा कि जब तक संबंधित स्कूलों में टैबलेट जमा नहीं हो जाते, तब तक उनके परिणाम रोक दिए जाएं। ई-अधिगम के अधिकारियों का कहना है कि पूरे हरियाणा में लगभग 5 लाख टैबलेट वितरित किए गए, जिनमें से लगभग 25,000 पानीपत में छात्रों को आवंटित किए गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
