हरियाणा के 7 शहरों में शनिवार सुबह 9 बजे तक बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में गरज/बिजली/अचानक तेज हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे) के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। जबकि दोपहर तक कुछ अन्य जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं। बता दें कि शुक्रवार को भी प्रदेश के कई शहरों में बूंदाबांदी हुई थी और कुछ जगहों पर बादल छाए रहे थे। मौसम में नमी के चलते लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। हालांकि तापमान में गिरावट के चलते लोगों को कुछ हद तक गर्मी से राहत मिली है। अधिकतम तापमान जो 40 डिग्री से ऊपर था, उसमें 5 डिग्री की गिरावट आई है। एक दिन पहले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हरियाणा-एनसीआर में मानसून की सक्रियता देखने को मिली और पूरे इलाके में मौसम में बदलाव देखने को मिला। मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हरियाणा-एनसीआर में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ था। मानसून ब्रेक के कारण पूरे क्षेत्र में उमस भरी गर्मी से आम लोगों को राहत नहीं मिल रही थी। पिछले एक सप्ताह से राजस्थान के ऊपर मानसून ट्रफ लाइन बनी हुई थी। एक दिन पहले मानसून ट्रफ लाइन हरियाणा के उत्तरी भागों में पहुंच गई थी। मौजूदा परिदृश्य में उत्तरी पहाड़ी इलाकों पर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसके कारण हरियाणा-एनसीआर में मौसम में बदलाव देखने को मिला है। हरियाणा उत्तरी हिस्से में दिखेगा जबदस्त असर शुक्रवार को जींद, कैथल, रोहतक, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी-दादरी में छिटपुट हल्की बारिश हुई। अब एक बार फिर ताजा आंधी वाले बादल बन रहे हैं, जिससे पहले पश्चिमी जिलों में और धीरे-धीरे हरियाणा-एनसीआर के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश की बूंदाबांदी की गतिविधियां होने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली का असर हरियाणा-एनसीआर पर 14 जुलाई तक देखने को मिलेगा। उसके बाद एक बार फिर मौसम गतिशील रहेगा। मानसून ट्रफ लाइन समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब अमृतसर, चंडीगढ़, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, जलपाईगुड़ी, लामडिंग और वहां से पूर्व की ओर नागालैंड तक विस्तारित है। इस मौसम प्रणाली का जबरदस्त असर हरियाणा के उत्तरी हिस्सों पर देखने को मिलेगा। फिर से जोर पकड़ेगी बारिश पिछले एक सप्ताह से मानसून की गतिविधियां मुख्य रूप से मौसमी मानसून गर्त द्वारा संचालित हैं। बंगाल की खाड़ी से आने वाली अधिक शक्तिशाली हवाएं धीमी रहीं। अब, बहुत जल्द बंगाल की खाड़ी के ऊपर मानसून का कम दबाव वाला क्षेत्र विकसित होने की प्रबल संभावना है। पिछले कुछ दिनों से दैनिक मानसून वर्षा, जो दैनिक सामान्य से बहुत कम हो गई है, फिर से बढ़ेगी। मानसून के प्रसार के कमजोर होने के कारण एलपीए के 102% की मौसमी वर्षा शून्य-शून्य हो गई है और एक दिन पहले और घटकर -1% हो गई। यह नुकसान की भरपाई करने और अगले सप्ताह कभी भी सीमा रेखा को पार करने की संभावना है। हरियाणा के 7 शहरों में शनिवार सुबह 9 बजे तक बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में गरज/बिजली/अचानक तेज हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे) के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। जबकि दोपहर तक कुछ अन्य जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं। बता दें कि शुक्रवार को भी प्रदेश के कई शहरों में बूंदाबांदी हुई थी और कुछ जगहों पर बादल छाए रहे थे। मौसम में नमी के चलते लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। हालांकि तापमान में गिरावट के चलते लोगों को कुछ हद तक गर्मी से राहत मिली है। अधिकतम तापमान जो 40 डिग्री से ऊपर था, उसमें 5 डिग्री की गिरावट आई है। एक दिन पहले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हरियाणा-एनसीआर में मानसून की सक्रियता देखने को मिली और पूरे इलाके में मौसम में बदलाव देखने को मिला। मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हरियाणा-एनसीआर में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ था। मानसून ब्रेक के कारण पूरे क्षेत्र में उमस भरी गर्मी से आम लोगों को राहत नहीं मिल रही थी। पिछले एक सप्ताह से राजस्थान के ऊपर मानसून ट्रफ लाइन बनी हुई थी। एक दिन पहले मानसून ट्रफ लाइन हरियाणा के उत्तरी भागों में पहुंच गई थी। मौजूदा परिदृश्य में उत्तरी पहाड़ी इलाकों पर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसके कारण हरियाणा-एनसीआर में मौसम में बदलाव देखने को मिला है। हरियाणा उत्तरी हिस्से में दिखेगा जबदस्त असर शुक्रवार को जींद, कैथल, रोहतक, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी-दादरी में छिटपुट हल्की बारिश हुई। अब एक बार फिर ताजा आंधी वाले बादल बन रहे हैं, जिससे पहले पश्चिमी जिलों में और धीरे-धीरे हरियाणा-एनसीआर के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश की बूंदाबांदी की गतिविधियां होने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली का असर हरियाणा-एनसीआर पर 14 जुलाई तक देखने को मिलेगा। उसके बाद एक बार फिर मौसम गतिशील रहेगा। मानसून ट्रफ लाइन समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब अमृतसर, चंडीगढ़, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, जलपाईगुड़ी, लामडिंग और वहां से पूर्व की ओर नागालैंड तक विस्तारित है। इस मौसम प्रणाली का जबरदस्त असर हरियाणा के उत्तरी हिस्सों पर देखने को मिलेगा। फिर से जोर पकड़ेगी बारिश पिछले एक सप्ताह से मानसून की गतिविधियां मुख्य रूप से मौसमी मानसून गर्त द्वारा संचालित हैं। बंगाल की खाड़ी से आने वाली अधिक शक्तिशाली हवाएं धीमी रहीं। अब, बहुत जल्द बंगाल की खाड़ी के ऊपर मानसून का कम दबाव वाला क्षेत्र विकसित होने की प्रबल संभावना है। पिछले कुछ दिनों से दैनिक मानसून वर्षा, जो दैनिक सामान्य से बहुत कम हो गई है, फिर से बढ़ेगी। मानसून के प्रसार के कमजोर होने के कारण एलपीए के 102% की मौसमी वर्षा शून्य-शून्य हो गई है और एक दिन पहले और घटकर -1% हो गई। यह नुकसान की भरपाई करने और अगले सप्ताह कभी भी सीमा रेखा को पार करने की संभावना है। 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हरियाणा कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा-कुमारी सैलजा के तेवर ठंडे पड़े:सांसद ने हुड्डा-उदयभान की फोटो लगाई; हुड्डा बोले- वे भी पार्टी मजबूत कर रहीं
हरियाणा कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा-कुमारी सैलजा के तेवर ठंडे पड़े:सांसद ने हुड्डा-उदयभान की फोटो लगाई; हुड्डा बोले- वे भी पार्टी मजबूत कर रहीं हरियाणा कांग्रेस में एक-दूसरे के खिलाफ तेवर दिखा रहे पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के तेवर ठंडे पड़ गए हैं। एक तरफ सैलजा को मजबूर होकर अपनी संदेश यात्रा के पोस्टर में भूपेंद्र हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की फोटो लगानी पड़ गई। यही नहीं, सैलजा को खुद सोशल मीडिया पर हुड्डा की फोटो वाला पोस्टर भी जारी करना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ भूपेंद्र हुड्डा के कार्यक्रम में भी कुमारी सैलजा की फोटो दिखने लगी है। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। सैलजा भी अपने तरीके से कांग्रेस को मजबूत करने का काम कर रही है। भले ही उनकी फोटो नहीं है लेकिन काम वे भी कांग्रेस के लिए कर रही हैं। सैलजा की यात्रा का 25 जुलाई को शेयर पोस्टर में हुड्डा गुट की फोटो गायब थी। सूत्रों के मुताबिक पहला पोस्टर जारी करने की शिकायत कांग्रेस हाईकमान तक पहुंच गई। जिसके बाद सैलजा को स्पष्ट शब्दों में गुटबाजी न करने को कहा गया। जिसके बाद सैलजा के तेवर नरम पड़ गए। 27 जुलाई को शेयर पोस्टर में सैलजा ने दोनों की फोटो लगा दी। इस बारे में पूर्व सीएम को भी हाईकमान का मैसेज आ गया है। हालांकि अभी दोनों नेता आपस में कोई मंच साझा नहीं कर रहे। BJP ने ली थी चुटकी, SRK गुट की जगह अब SRB गुट
सैलजा के हुड्डा ग्रुप को पोस्टर से गायब करने के बाद भाजपा ने भी चुटकी ली थी। उन्होंने कहा था कि अब कांग्रेस में SRK की जगह SRB गुट बन गया है। SRK गुट में सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के साथ किरण चौधरी होती थी। हालांकि बेटी को लोकसभा में टिकट न मिलने के बाद किरण कांग्रेस छोड़ भाजपा में चली गई। इसके बाद सैलजा ने पोस्टर में भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह दे दी। भाजपा ने इस बारे में एक और पोस्टर जारी कर कहा था कि कांग्रेस में बापू-बेटा गुट और SRB गुट बन गया है। BJP के IT सेल की ओर से जारी पोस्टर… कांग्रेस में हुड्डा और सैलजा की अंदरूनी लड़ाई
दरअसल, हरियाणा कांग्रेस में हुड्डा और सैलजा की अंदरूनी लड़ाई चल रही है। दोनों नेता एक दूसरे को नजर अंदाज करते हैं। यहां तक की इनके समर्थक एक दूसरे के नेताओं के कार्यक्रमों में नहीं जाते। हरियाणा कांग्रेस में इसी कलह के कारण 2019 में भी खूब गुटबाजी रही। जिस वजह से भाजपा 40 सीटें लेकर बहुमत से चूकी, लेकिन कांग्रेस को भी सिर्फ 31 सीटें मिली। हालांकि पहला चुनाव लड़ने वाली दुष्यंत चौटाला की पार्टी JJP 10 सीटें जीत गई। नतीजा, उन्होंने भाजपा को समर्थन देकर उनकी सरकार बना दी। इतना ही नहीं 2024 में सत्ता कांग्रेस हरियाणा में 5 लोकसभा सीटें हार गई। हुड्डा के समारोह में भी दिखने लगे सैलजा के पोस्टर
वहीं जिस तरह कुमारी सैलजा के पोस्टर के फोटो दिखाई दे रहे हैं उसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के कार्यक्रमों में भी पोस्टर पर सैलजा के फोटो दिख रहे हैं। कल सिरसा में धन्यवादी सम्मेलन में कांग्रेस की सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा के फोटो पोस्टर लगाए थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हाईकमान ने दोनों नेताओं को सख्ती भरे लहजे में हिदायत है। मगर कांग्रेस में गुटबाजी की खाई को कम करना आसान नहीं है। सैलजा ने पोस्टर पर बीरेंद्र सिंह को जगह दी
पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के खिलाफ कांग्रेस में सैलजा, सुरजेवाला और किरण चौधरी का SRK गुट मजबूत था। हालांकि लोकसभा में किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट काट दी गई। जिसके बाद किरण चौधरी BJP में शामिल हो चुकी हैं। हुड्डा गुट के खिलाफ खुद को मजबूत रखने के लिए सैलजा और सुरजेवाला अब पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह को साथ जोड़ने में जुटे हुए हैं। सैलजा ने SRK गुट की जगह नया गुट SRB गुट बना लिया है। बीरेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव से पहले BJP छोड़ कांग्रेस में आए। हालांकि कांग्रेस ने हिसार से उनके सिटिंग सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह की टिकट काट दी। वहीं जब हुड्डा गुट ने चंडीगढ़ में हरियाणा मांगे इंसाफ कैंपेन लॉन्च किया तो बीरेंद्र सिंह को मार्गदर्शक कह दिया। हालांकि बीरेंद्र ने खुद को एक्टिव पॉलिटिशियन बताया। लोकसभा नतीजे देख लड़ाई CM कुर्सी की
हरियाणा कांग्रेस की यह लड़ाई संगठन की मजबूती से ज्यादा 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव में सरकार बनने की सूरत में CM कुर्सी की है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 में से 5 सीटें जीती लेकिन इस रिजल्ट को विधानसभा वाइज देखें तो 90 में से 46 सीटों पर कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले। हरियाणा में BJP की लगातार 2 बार से सरकार है। कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी के भी फायदे की उम्मीद है। ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को लग रहा है कि राज्य में उनकी सरकार बननी तय है। इसके बाद सीएम कुर्सी पर दावेदारी मजबूत हो, इसलिए दोनों गुट अलग-अलग जोर लगा रहे हैं। इसके जरिए वह एक तरफ पार्टी हाईकमान के आगे यात्रा और कैंपेन का क्रेडिट ले सकेंगे, वहीं उनके समर्थक ज्यादा MLA जीतकर आए तो सीएम कुर्सी के लिए दावा मजबूती से रख सकेंगे।
हरियाणा में प्रॉपर्टी के लिए मां-भाई की हत्या:युवती ने पैर पकड़े, ममेरे भाई ने मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला घोंटा, लूट की झूठी शिकायत दी
हरियाणा में प्रॉपर्टी के लिए मां-भाई की हत्या:युवती ने पैर पकड़े, ममेरे भाई ने मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला घोंटा, लूट की झूठी शिकायत दी हरियाणा के यमुनानगर में प्रॉपर्टी के लिए बेटी ने अपनी मां और भाई की हत्या कर दी। हत्या को अंजाम देने के लिए उसने ममेरे भाई की मदद ली। इनमें युवती ने मां और भाई के दोनों पैर पकड़े और ममेरे भाई ने मुंह में कपड़ा ठूंसकर उनका गला दबा दिया। यही नहीं, दोनों की हत्या करने के बाद उसने खुद ही पुलिस को सूचना देकर बुलाया। जहां उसने लूट का ड्रामा रचा लेकिन CCTV कैमरे में उसके साथ संदिग्ध के दिखने के बाद पोल खुल गई। पुलिस ने आरोपी बेटी पर हत्या का केस दर्ज कर पहले उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद उसके ममेरे भाई विश्वकर्मा मोहल्ला निवासी कृष को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मां-बेटे के हत्याकांड की पूरी कहानी… पिता की मौत हो चुकी, 6 महीने पहले नया घर लिया
पुलिस जांच के मुताबिक मीना (45) बेटे राहुल (24) और बेटी काजल (26) के साथ यमुनानगर के आजाद नगर की गली नंबर 2 में रहती थी। मीना के पति केशनाथ की 2007 में मौत हो चुकी थी। उन्होंने कुछ समय पहले ही यहां 32 लाख का घर खरीदा। जिसके बाद वह सावनपुरी कॉलोनी से यहां शिफ्ट हुए थे। पुलिस के मुताबिक राहुल मुथूट फाइनेंस कंपनी में काम करता था। वहीं उसकी बहन काजल एक मोबाइल शॉप में काम करती थी। पुलिस को कहा- लूटपाट कर हत्या कर दी
काजल ने रविवार दोपहर 2.43 पर डायल-112 पर पुलिस को कॉल की। जिसमें उसने कहा कि उनके घर में लूट हुई है। लुटेरों ने मां और भाई की भी हत्या कर दी है। वह जब घर लौटी तो उसे इसका पता चला। इसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। अपने ही जाल में ऐसे फंसी काजल
पुलिस के मुताबिक जांच में पुलिस को सीसीटीवी कैमरा बंद मिला। वहीं अंदर जिस तरह से लूट का सामान बिखेरा गया था, वह भी लुटेरों का काम नहीं लगा। दोनों की मौत को भी 7 घंटे बीत चुके थे। इसके बाद पुलिस ने उनके घर को आने-जाने वाले सीसीटीवी कैमरा चैक किए तो काजल के साथ एक युवक भी दिखाई दिया। पुलिस ने जब इसको लेकर काजल से पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदलने लगी। जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। काजल ने पैर पकड़े, ममेरे भाई ने मुंह में कपड़ा रख गला घोंटा
थाना सिटी यमुनानगर के SHO जगदीश चंद्र ने बताया कि काजल की अक्सर अपनी मां से कहासुनी होती थी। वारदात के दिन भी दोनों की कहासुनी हुई। काजल के साथ ममेरा भाई भी आया था। जिसका उनके साथ प्रॉपर्टी का झगड़ा चल रहा था। गुस्से में आकर काजल ने ममेरे भाई के साथ मिलकर मां की हत्या की ठान ली। उसने मां को नीचे गिरा उसके दोनों पैर पकड़ लिए। उसके ममेरे भाई ने मुंह पर कपड़ा रख गला दबा दिया। मुंह में कपड़ा होने की वजह से वह चिल्ला भी न सकी। उस वक्त बेटा राहुल घर पर नहीं था। हालांकि जब ये दोनों मां मीना की हत्या कर रहे थे तो वह भी घर पहुंच गया। उसने दोनों को मां की हत्या करते देख लिया। यह देख काजल और ममेरे भाई ने उसे नीचे गिराया। फिर काजल ने उसके दोनों पैर पकड़ लिए। ममेरे भाई ने कपड़े से मुंह दबाकर उसका गला घोंट दिया। जिसके बाद ममेरा भाई वहां से फरार हो गया। मामला लूट का लगे, इसलिए वह कुछ सामान भी वहां से लेकर भाग निकला। इसके बाद काजल ने घर में सामान बिखेरा और पूरी साजिश के तहत पुलिस को फोन कर लूट और हत्या की शिकायत कर दी। मां से नहीं बनती थी, लड़कों की तरह रहती है काजल
SHO जगदीश चंद्र ने कहा कि काजल की मां के साथ नहीं बनती थी। उनके बीच अक्सर झगड़ा होता था। शुरूआती जांच में यह हत्या प्रॉपर्टी की वजह से ही लग रही है। फिर भी हर एंगल से अभी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि काजल लड़कों की तरह रहती है। उसी तरह के कपड़े पहनती है और बात भी लड़कों की तरह ही करती है। उससे पूरे हत्याकांड के बारे में और पूछताछ की जा रही है।
हरियाणा की यूनिवर्सिटी में स्थापित होगी RSS नेता की चेयर:महाराष्ट्र के निवासी थे दत्तोपंत ठेंगड़ी, संघ नेता इंद्रेश कुमार करेंगे पीठ की स्थापना
हरियाणा की यूनिवर्सिटी में स्थापित होगी RSS नेता की चेयर:महाराष्ट्र के निवासी थे दत्तोपंत ठेंगड़ी, संघ नेता इंद्रेश कुमार करेंगे पीठ की स्थापना हरियाणा के हिसार स्थित गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता दत्तोपंत ठेंगड़ी की प्रेरणास्रोत पीठ की स्थापना की जाएगी। यह स्थापना विश्वविद्यालय (जीजेयू) में डॉ. भीमराव अंबेडकर पुस्तकालय की पहली मंजिल पर की जाएगी। इस अवसर पर पुस्तक प्रदर्शनी के साथ-साथ विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आरएसएस के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता होंगे। दत्तोपंत ठेंगड़ी महाराष्ट्र के निवासी थे और बचपन से ही आरएसएस से जुड़े थे। वे संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और आरएसएस के दूसरे सरसंघचालक माधवराव गोलवलकर से प्रभावित थे। जीजेयू में आज होने वाले कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन कुमार करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी के सिद्धांत मानव कल्याण में बहुत उपयोगी हैं और ये सिद्धांत 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। महाराष्ट्र में जन्मे और RSS के प्रचारक रहे महाराष्ट्र के वर्धा जिले के आर्वी में 1920 में जन्मे दत्तोपंत ठेंगड़ी महज 12 साल की उम्र में महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन में शामिल हो गए थे। ठेंगड़ी ने भारतीय मजदूर संघ (1955), भारतीय किसान संघ (1979), सामाजिक समरसता मंच (1983) और स्वदेशी जागरण मंच (1991) जैसे कई संगठनों की स्थापना की। ये सभी संगठन आज अपने-अपने क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। दत्तोपंत ठेंगड़ी की सामाजिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर इतनी गहरी नजर थी कि उनके आख्यान भविष्य की राह दिखाते थे। छात्रों को संबोधित करेंगे इंद्रेश कुमार गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्री दत्तोपंत ठेंगड़ी के नाम पर प्रेरणास्रोत पीठ की स्थापना के दौरान विश्वविद्यालय में विकसित भारत-2047 विषय पर समारोह एवं व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। चौधरी रणबीर सिंह ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले इस व्याख्यान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता होंगे।