हरियाणा चुनाव ड्यूटी अफसरों का नहीं होगा तबादला:सरकार ने लगाई रोक, 3 नगर निगमों-परिषदों में आदेश लागू, वोटर लिस्ट को लेकर फैसला

हरियाणा चुनाव ड्यूटी अफसरों का नहीं होगा तबादला:सरकार ने लगाई रोक, 3 नगर निगमों-परिषदों में आदेश लागू, वोटर लिस्ट को लेकर फैसला

हरियाणा सरकार ने चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को राहत दी है। सरकार ने इनकी ट्रांसफर-पोस्टिंग पर रोक लगा दी है। दरअसल, करनाल, यमुनानगर और सोहना (गुरुग्राम) के नगर निगमों-परिषदों की वोटर लिस्ट तैयार करने का काम किया जा रहा है। ऐसे में यदि इनका ट्रांसफर किया जाता है तो वोटर लिस्ट को अंतिम रूप देने में परेशानी आएगी। इसको देखते हुए मुख्य सचिव ऑफिस की ओर से सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्ष और बोर्ड, निगमों के प्रबन्ध निदेशकों तथा मुख्य प्रशासकों को जारी आदेश में कहा गया है कि मतदाता सूचियों का प्रारूप 7 जनवरी को प्रकाशित किया गया था। इस बारे में दावे और आपत्तियां संबंधित पुनरीक्षण प्राधिकारी द्वारा 13 जनवरी तक प्राप्त की जाएंगी। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 28 जनवरी को किया जाएगा। ट्रांसफर से पहले परमीशन लेनी होगी आदेश में कहा गया है कि इन नगर निगमों-परिषदों की मतदाता सूचियों को तैयार करने के काम में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन तक स्थानांतरित न किया जाए। हालांकि, यदि किसी मामले में इस कार्य से जुड़े किसी अधिकारी या कर्मचारी का तबादला करना अति आवश्यक हो तो इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग की पूर्व लिखित स्वीकृति प्राप्त की जाए। एक चरण में होने हैं निकाय चुनाव शहर की सरकार के चुनाव एक ही चरण में होंगे। इसे लेकर सरकार में मंथन हो चुका है। जल्द चुनाव घोषित होने की संभावना बनी हुई है। पहले यह लगभग तय हो चुका था कि जनवरी के आखिरी या फरवरी के पहले सप्ताह में चुनाव होगा।कोर्ट में भी यही कहा गया था कि फरवरी तक चुनाव करा लिए जाएंगे, लेकिन अब एक चरण में चुनाव कराने का लगभग फैसला ले लिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा में नगर निकाय चुनाव दिल्ली विधानसभा तक टाले जा सकते हैं। राज्य में सोमवार को 26 निकायों की वोटर लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट जारी कर दिया जाएगा। रोहतक, हिसार व थानेसर नगर निगम की वोटर लिस्ट का काम 15 जनवरी तक तो करनाल नगर निगम की वोटर लिस्ट का कार्य 28 जनवरी तक पूरा होगा। पानीपत में फंसा है पेंच पानीपत को छोड़कर बाकी निकायों के चुनाव एक साथ कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में निकायों के चुनाव फरवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक हो सकते हैं। क्योंकि 28 जनवरी को करनाल की वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद ही चुनाव की घोषणा हो सकती है। मेयर व अध्यक्ष पद के साथ वार्ड के आरक्षण का काम पूरा कर चुका है। राज्य में नगर निकायों के चुनाव ईवीएम से ही होंगे। विपक्ष बैलेट पेपर से कराने की मांग कर रहा है। नगर निगम मेयर, नगर परिषद और पालिका अध्यक्ष के चुनाव सीधे होंगे। पहले दो चरणों में चुनाव की थी तैयारी प्रदेश में 34 नगर निकायों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 20 नगर पालिकाओं के चुनाव कराने की बात कही गई थी। पहले चरण में गुड़गांव, फरीदाबाद और मानेसर नगर निगम तो अंबाला कैंट, पटौदी और सिरसा नगर परिषद को शामिल किया गया था, जबकि बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फर्रुखनगर, जाखल मंडी, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, पूंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कनीना, तावडू, हथीन, कलानौर, खरखौदा और रादौर पालिका शामिल है। पानीपत, हिसार, रोहतक और यमुनानगर को दूसरे चरण के चुनाव में शामिल किया गया था। थानेसर और कालांवाली के चुनाव भी दूसरे चरण में शामिल थे। हरियाणा सरकार ने चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को राहत दी है। सरकार ने इनकी ट्रांसफर-पोस्टिंग पर रोक लगा दी है। दरअसल, करनाल, यमुनानगर और सोहना (गुरुग्राम) के नगर निगमों-परिषदों की वोटर लिस्ट तैयार करने का काम किया जा रहा है। ऐसे में यदि इनका ट्रांसफर किया जाता है तो वोटर लिस्ट को अंतिम रूप देने में परेशानी आएगी। इसको देखते हुए मुख्य सचिव ऑफिस की ओर से सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्ष और बोर्ड, निगमों के प्रबन्ध निदेशकों तथा मुख्य प्रशासकों को जारी आदेश में कहा गया है कि मतदाता सूचियों का प्रारूप 7 जनवरी को प्रकाशित किया गया था। इस बारे में दावे और आपत्तियां संबंधित पुनरीक्षण प्राधिकारी द्वारा 13 जनवरी तक प्राप्त की जाएंगी। मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 28 जनवरी को किया जाएगा। ट्रांसफर से पहले परमीशन लेनी होगी आदेश में कहा गया है कि इन नगर निगमों-परिषदों की मतदाता सूचियों को तैयार करने के काम में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन तक स्थानांतरित न किया जाए। हालांकि, यदि किसी मामले में इस कार्य से जुड़े किसी अधिकारी या कर्मचारी का तबादला करना अति आवश्यक हो तो इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग की पूर्व लिखित स्वीकृति प्राप्त की जाए। एक चरण में होने हैं निकाय चुनाव शहर की सरकार के चुनाव एक ही चरण में होंगे। इसे लेकर सरकार में मंथन हो चुका है। जल्द चुनाव घोषित होने की संभावना बनी हुई है। पहले यह लगभग तय हो चुका था कि जनवरी के आखिरी या फरवरी के पहले सप्ताह में चुनाव होगा।कोर्ट में भी यही कहा गया था कि फरवरी तक चुनाव करा लिए जाएंगे, लेकिन अब एक चरण में चुनाव कराने का लगभग फैसला ले लिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा में नगर निकाय चुनाव दिल्ली विधानसभा तक टाले जा सकते हैं। राज्य में सोमवार को 26 निकायों की वोटर लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट जारी कर दिया जाएगा। रोहतक, हिसार व थानेसर नगर निगम की वोटर लिस्ट का काम 15 जनवरी तक तो करनाल नगर निगम की वोटर लिस्ट का कार्य 28 जनवरी तक पूरा होगा। पानीपत में फंसा है पेंच पानीपत को छोड़कर बाकी निकायों के चुनाव एक साथ कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में निकायों के चुनाव फरवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक हो सकते हैं। क्योंकि 28 जनवरी को करनाल की वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद ही चुनाव की घोषणा हो सकती है। मेयर व अध्यक्ष पद के साथ वार्ड के आरक्षण का काम पूरा कर चुका है। राज्य में नगर निकायों के चुनाव ईवीएम से ही होंगे। विपक्ष बैलेट पेपर से कराने की मांग कर रहा है। नगर निगम मेयर, नगर परिषद और पालिका अध्यक्ष के चुनाव सीधे होंगे। पहले दो चरणों में चुनाव की थी तैयारी प्रदेश में 34 नगर निकायों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 20 नगर पालिकाओं के चुनाव कराने की बात कही गई थी। पहले चरण में गुड़गांव, फरीदाबाद और मानेसर नगर निगम तो अंबाला कैंट, पटौदी और सिरसा नगर परिषद को शामिल किया गया था, जबकि बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फर्रुखनगर, जाखल मंडी, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, पूंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कनीना, तावडू, हथीन, कलानौर, खरखौदा और रादौर पालिका शामिल है। पानीपत, हिसार, रोहतक और यमुनानगर को दूसरे चरण के चुनाव में शामिल किया गया था। थानेसर और कालांवाली के चुनाव भी दूसरे चरण में शामिल थे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर