हरियाणा बीजेपी संगठन चुनाव में होगी देरी:बड़ौली पर यौन शोषण केस है वजह; कल की गुरुग्राम बैठक रद्द, केंद्र से आने वाले थे 2 नेता

हरियाणा बीजेपी संगठन चुनाव में होगी देरी:बड़ौली पर यौन शोषण केस है वजह; कल की गुरुग्राम बैठक रद्द, केंद्र से आने वाले थे 2 नेता

हरियाणा भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया 31 जनवरी तक पूरी हो जाएगी। पार्टी ने मंडल अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो लगभग पूरी हो चुकी है। पहले इसे 12 जनवरी तक पूरा किया जाना था, बाद में यह तिथि बढ़ाकर 16 जनवरी कर दी गई। लेकिन इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का नाम यौन उत्पीड़न मामले में आने से इसमें और देरी हो गई। मंडल अध्यक्षों के चुनाव के बाद 19 जनवरी यानी कल गुरुग्राम में बैठक होनी थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। अब संभावना है कि यह बैठक 20 या 21 जनवरी को बुलाई जाएगी। इस बैठक में अब तक की चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा होनी थी। बैठक के बाद ही जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। इस प्रक्रिया में सात दिन का समय लगेगा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। बड़ौली के अध्यक्ष बनने के आसार कम रेप के आरोपों से जूझ रहे हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की राजनीतिक मुश्किलें बढ़ गई हैं। बड़ौली पिछले साल जुलाई में हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष बने थे। ब्राह्मणों के बड़े चेहरे के रूप में स्थापित हो चुके मोहन लाल बडौली के एक बार फिर से भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावना थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश के कसौली थाने में उनके विरुद्ध दर्ज दुष्कर्म की रिपोर्ट ने उनकी फिर से अध्यक्ष बनने की राह में अड़चनें पैदा कर दी हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए बडौली की राह मुश्किल होती देख इस पद के बाकी दावेदार भाजपा के राजनीतिक गलियारों में एकाएक सक्रिय हो गए हैं। 43 लाख बन चुके सदस्य पार्टी के 43 लाख सदस्य पहले ही बन चुके हैं, जबकि सक्रिय सदस्यों की संख्या भी 39 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी सदस्यता अभियान जारी है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के अनुसार अभी मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरे होने हैं, फिर जिलाध्यक्षों के चुनाव होंगे। प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के बाद पूरे हरियाणा की कार्यकारिणी नए सिरे से गठित होगी। यदि किसी को दोबारा से पद दिया जाएगा तो नए सिरे से पत्र जारी होगा। इस बार एक्टिव मेंबरा को ज्यादा तवज्जो पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बार सक्रिय सदस्यों को ज्यादा तवज्जो मिल सकती है, पार्टी का मानना है जो भी पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करेगा, उसे पद दिया जाएगा। आगामी समय में हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। उन चुनावों के तहत भी पार्टी का संगठन अहम माना जा रहा है। क्योंकि 34 स्थानीय निकायों में चुनाव होने हैं व भाजपा की पैठ शहरी इलाकों में ज्यादा मानी जाती है। सीएम सैनी कर चुके विधायकों के साथ मंथन सीएम नायब सिंह सैनी भी संगठन को लेकर इसी हफ्ते मंगलवार को विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक कर चुके हैं। जहां प्रदेश के विकास कार्यों पर मंथन हुआ। पार्टी के संगठन को लेकर भी चर्चा की गई। मंडल अध्यक्षों के बाद जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर भी विचार हुआ। सीएम ने आगामी बजट के लिए भी मंत्रियों व विधायकों की राय जानी है। ताकि हलका वाइज भी विकास में कमी न रहे। कई विधायकों ने अपने हलकों की मांगें भी सीएम के समक्ष रखी हैं। हरियाणा भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया 31 जनवरी तक पूरी हो जाएगी। पार्टी ने मंडल अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो लगभग पूरी हो चुकी है। पहले इसे 12 जनवरी तक पूरा किया जाना था, बाद में यह तिथि बढ़ाकर 16 जनवरी कर दी गई। लेकिन इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का नाम यौन उत्पीड़न मामले में आने से इसमें और देरी हो गई। मंडल अध्यक्षों के चुनाव के बाद 19 जनवरी यानी कल गुरुग्राम में बैठक होनी थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। अब संभावना है कि यह बैठक 20 या 21 जनवरी को बुलाई जाएगी। इस बैठक में अब तक की चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा होनी थी। बैठक के बाद ही जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। इस प्रक्रिया में सात दिन का समय लगेगा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। बड़ौली के अध्यक्ष बनने के आसार कम रेप के आरोपों से जूझ रहे हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की राजनीतिक मुश्किलें बढ़ गई हैं। बड़ौली पिछले साल जुलाई में हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष बने थे। ब्राह्मणों के बड़े चेहरे के रूप में स्थापित हो चुके मोहन लाल बडौली के एक बार फिर से भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावना थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश के कसौली थाने में उनके विरुद्ध दर्ज दुष्कर्म की रिपोर्ट ने उनकी फिर से अध्यक्ष बनने की राह में अड़चनें पैदा कर दी हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए बडौली की राह मुश्किल होती देख इस पद के बाकी दावेदार भाजपा के राजनीतिक गलियारों में एकाएक सक्रिय हो गए हैं। 43 लाख बन चुके सदस्य पार्टी के 43 लाख सदस्य पहले ही बन चुके हैं, जबकि सक्रिय सदस्यों की संख्या भी 39 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी सदस्यता अभियान जारी है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के अनुसार अभी मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरे होने हैं, फिर जिलाध्यक्षों के चुनाव होंगे। प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के बाद पूरे हरियाणा की कार्यकारिणी नए सिरे से गठित होगी। यदि किसी को दोबारा से पद दिया जाएगा तो नए सिरे से पत्र जारी होगा। इस बार एक्टिव मेंबरा को ज्यादा तवज्जो पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बार सक्रिय सदस्यों को ज्यादा तवज्जो मिल सकती है, पार्टी का मानना है जो भी पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करेगा, उसे पद दिया जाएगा। आगामी समय में हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। उन चुनावों के तहत भी पार्टी का संगठन अहम माना जा रहा है। क्योंकि 34 स्थानीय निकायों में चुनाव होने हैं व भाजपा की पैठ शहरी इलाकों में ज्यादा मानी जाती है। सीएम सैनी कर चुके विधायकों के साथ मंथन सीएम नायब सिंह सैनी भी संगठन को लेकर इसी हफ्ते मंगलवार को विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक कर चुके हैं। जहां प्रदेश के विकास कार्यों पर मंथन हुआ। पार्टी के संगठन को लेकर भी चर्चा की गई। मंडल अध्यक्षों के बाद जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर भी विचार हुआ। सीएम ने आगामी बजट के लिए भी मंत्रियों व विधायकों की राय जानी है। ताकि हलका वाइज भी विकास में कमी न रहे। कई विधायकों ने अपने हलकों की मांगें भी सीएम के समक्ष रखी हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर