हरियाणा में विधानसभा चुनाव से 3 महीने पहले एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) एक्शन में आ गई है। शुक्रवार-शनिवार की रात ED ने सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया। पंवार के साथ उनके बेटे को भी टीम साथ ले गई। दोनों को गिरफ्तार कर अंबाला ले जाया गया है। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। यह मामला अवैध खनन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। गिरफ्तार किए कांग्रेस MLA यमुनानगर के पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह से जुड़ा हुआ था। सुरेंद्र के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर अहम सबूत मिले थे। विधायक सुरेंद्र पंवार का हरियाणा के साथ राजस्थान में भी खनन कारोबार है। करीब 7 महीने पहले ED की टीम ने उनके सोनीपत में सेक्टर-15 स्थित आवास पर रेड की थी। खनन कारोबार में करीब 36 घंटे तक जांच हुई थी। जिसके बाद खनन कारोबार में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए टीम ने घर में रखे डॉक्यूमेंट खंगाले थे। अभी 2 दिन पहले ही ED ने महेंद्रगढ़ से कांग्रेस MLA राव दान सिंह पर रेड की थी। उनके महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम समेत 5 शहरों में 15 ठिकानों की जांच की गई थी। यह कार्रवाई 14 घंटे तक चली। जिसके बाद ED ने उनके ठिकानों में मिले विभिन्न दस्तावेज, बैंक डिटेल, प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात की कॉपी ली थी। खास बात यह है कि राव दान सिंह और सुरेंद्र पंवार हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। हुड्डा की अगुआई में ही कांग्रेस अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ रही है। हुड्डा फिलहाल कांग्रेस की तरफ से CM की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार हैं। दिलबाग और उनके 3 करीबियों के घर पड़े थे छापे ED की टीम ने 4 जनवरी को माइनिंग कारोबारियों के 20 ठिकानों पर रेड की थी। यमुनानगर में ED ने दिलबाग सिंह के महाराणा प्रताप चौक के पास ऑफिस, सेक्टर-18 में खनन एजेंसी के ऑफिस और कलेसर में फार्म हाउस पर जांच की। उनके करीबियों संजीव गुप्ता, इंद्रपाल सिंह उर्फ बबल के घर, ट्रांसपोर्टर गुरबाज सिंह के ऑफिस पर भी टीमें पहुंची थी। संजीव गुप्ता खनन और प्लाईवुड कारोबार में दिलबाग सिंह के साथ पार्टनर हैं और इंद्रपाल से रिश्तेदारी है। उनके संतपुरा रोड स्थित घर पर रेड हुई। गुरबाज सिंह पूर्व विधायक के चचेरे भाई हैं। उनके माझा पहलवान ट्रांसपोर्ट ऑफिस पर छापेमारी हुई। 8 जनवरी को गिरफ्तार हुए दिलबाग सिंह
घर 5 दिन रेड के बाद 8 जनवरी को उन्हें ED ने गिरफ्तार कर लिया था। ED ने दावा किया था कि रेड के दौरान दिलबाग के घर से 5 करोड़ रुपए कैश, 3 गोल्ड बिस्किट, विदेशी शराब की 100 से ज्यादा बोतलें, विदेश में बनाई कई संपत्तियों के कागजात, 5 विदेशी राइफलें, 300 कारतूस समेत अन्य चीजें बरामद की। जिसके बाद यमुनानगर में उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट और एक्साइज एक्ट में 2 केस दर्ज किए गए थे। एक महीने बाद दिलबाग सिंह को जमानत मिल गई थी। दिलबाग सिंह से बरामद कैश और हथियार… अभय चौटाला के समधी दिलबाग
दिलबाग 2 बार इनेलो से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2009 और 2014 में यमुनानगर सीट से चुनाव जीता था। वह हरियाणा की क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय चौटाला के समधी हैं। करीब 4 साल पहले दिलबाग सिंह की बेटी की शादी अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला के साथ हुई थी। कांग्रेस MLA राव दान सिंह पर 14 घंटे चली थी ED रेड कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के आवास पर गुरुवार को पड़ी ED (एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट) की रेड करीब 14 घंटे बाद रात करीब साढ़े 9 बजे खत्म हुई थी। टीम ने घर में मिले विभिन्न दस्तावेज की जांच की, बैंक डिटेल, प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात की प्रिंट कॉपी ली। टीम ने घर पर ही प्रिंटर मंगवा कर जरूरी कागजातों के प्रिंट निकाले। इस दौरान परिवार के सभी सदस्यों के बयान भी दर्ज किए गए। टीम ने अभी किसी प्रकार की सार्वजनिक नहीं की है (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में विधानसभा चुनाव से 3 महीने पहले एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) एक्शन में आ गई है। शुक्रवार-शनिवार की रात ED ने सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया। पंवार के साथ उनके बेटे को भी टीम साथ ले गई। दोनों को गिरफ्तार कर अंबाला ले जाया गया है। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। यह मामला अवैध खनन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। गिरफ्तार किए कांग्रेस MLA यमुनानगर के पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह से जुड़ा हुआ था। सुरेंद्र के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर अहम सबूत मिले थे। विधायक सुरेंद्र पंवार का हरियाणा के साथ राजस्थान में भी खनन कारोबार है। करीब 7 महीने पहले ED की टीम ने उनके सोनीपत में सेक्टर-15 स्थित आवास पर रेड की थी। खनन कारोबार में करीब 36 घंटे तक जांच हुई थी। जिसके बाद खनन कारोबार में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए टीम ने घर में रखे डॉक्यूमेंट खंगाले थे। अभी 2 दिन पहले ही ED ने महेंद्रगढ़ से कांग्रेस MLA राव दान सिंह पर रेड की थी। उनके महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम समेत 5 शहरों में 15 ठिकानों की जांच की गई थी। यह कार्रवाई 14 घंटे तक चली। जिसके बाद ED ने उनके ठिकानों में मिले विभिन्न दस्तावेज, बैंक डिटेल, प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात की कॉपी ली थी। खास बात यह है कि राव दान सिंह और सुरेंद्र पंवार हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। हुड्डा की अगुआई में ही कांग्रेस अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ रही है। हुड्डा फिलहाल कांग्रेस की तरफ से CM की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार हैं। दिलबाग और उनके 3 करीबियों के घर पड़े थे छापे ED की टीम ने 4 जनवरी को माइनिंग कारोबारियों के 20 ठिकानों पर रेड की थी। यमुनानगर में ED ने दिलबाग सिंह के महाराणा प्रताप चौक के पास ऑफिस, सेक्टर-18 में खनन एजेंसी के ऑफिस और कलेसर में फार्म हाउस पर जांच की। उनके करीबियों संजीव गुप्ता, इंद्रपाल सिंह उर्फ बबल के घर, ट्रांसपोर्टर गुरबाज सिंह के ऑफिस पर भी टीमें पहुंची थी। संजीव गुप्ता खनन और प्लाईवुड कारोबार में दिलबाग सिंह के साथ पार्टनर हैं और इंद्रपाल से रिश्तेदारी है। उनके संतपुरा रोड स्थित घर पर रेड हुई। गुरबाज सिंह पूर्व विधायक के चचेरे भाई हैं। उनके माझा पहलवान ट्रांसपोर्ट ऑफिस पर छापेमारी हुई। 8 जनवरी को गिरफ्तार हुए दिलबाग सिंह
घर 5 दिन रेड के बाद 8 जनवरी को उन्हें ED ने गिरफ्तार कर लिया था। ED ने दावा किया था कि रेड के दौरान दिलबाग के घर से 5 करोड़ रुपए कैश, 3 गोल्ड बिस्किट, विदेशी शराब की 100 से ज्यादा बोतलें, विदेश में बनाई कई संपत्तियों के कागजात, 5 विदेशी राइफलें, 300 कारतूस समेत अन्य चीजें बरामद की। जिसके बाद यमुनानगर में उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट और एक्साइज एक्ट में 2 केस दर्ज किए गए थे। एक महीने बाद दिलबाग सिंह को जमानत मिल गई थी। दिलबाग सिंह से बरामद कैश और हथियार… अभय चौटाला के समधी दिलबाग
दिलबाग 2 बार इनेलो से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2009 और 2014 में यमुनानगर सीट से चुनाव जीता था। वह हरियाणा की क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय चौटाला के समधी हैं। करीब 4 साल पहले दिलबाग सिंह की बेटी की शादी अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला के साथ हुई थी। कांग्रेस MLA राव दान सिंह पर 14 घंटे चली थी ED रेड कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के आवास पर गुरुवार को पड़ी ED (एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट) की रेड करीब 14 घंटे बाद रात करीब साढ़े 9 बजे खत्म हुई थी। टीम ने घर में मिले विभिन्न दस्तावेज की जांच की, बैंक डिटेल, प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात की प्रिंट कॉपी ली। टीम ने घर पर ही प्रिंटर मंगवा कर जरूरी कागजातों के प्रिंट निकाले। इस दौरान परिवार के सभी सदस्यों के बयान भी दर्ज किए गए। टीम ने अभी किसी प्रकार की सार्वजनिक नहीं की है (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा | दैनिक भास्कर