हरियाणा में सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा आज अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है। रोहताश जांगड़ा ने खुद इसके संकेत दिए हैं। रोहताश जांगड़ा का कहना है कि पार्टी कार्यालय में मीटिंग बुलाई गई है। इसमें हरियाणा के प्रवासी प्रभारी सुरेंद्र सिंह टीटी मौजूद रहेंगे। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह मानने के लिए तैयार हैं। हमारा बस एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी चाहिए। वहीं एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। भाजपा के उम्मीदवार उतारते ही इनेलो-बसपा से गठबंधन किया गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां से रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में गठबंधन हो गया। INLD पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलनाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं। मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। ओपी चौटाला के करीबी रहे गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर वर्ष 2000 के आसपास गुरुग्राम से शुरू हुआ। उस समय हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो की सरकार थी। उस दौर में गोपाल कांडा इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। वह IAS अफसर गुरुग्राम में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हुडा, अब इसका नाम HSVP हो चुका है।) प्रशासक लग गया। उस अफसर से दोस्ती का फायदा उठाते हुए गोपाल कांडा ने गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। यह वो दौर था जब गुरुग्राम में डेवलपमेंट शुरू ही हुई थी। दिल्ली से सटा होने के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों ने वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर बनाने शुरू किए तो गुरुग्राम के प्रॉपर्टी बाजार में ऐसा बूम आया कि रातोंरात लोगों के वारे न्यारे हो गए। गोपाल कांडा को इसका जमकर फायदा मिला। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। साल 2000 में कांडा ने ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था। तब ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते 2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। बिजनेस की समझ रखने वाले गोपाल कांडा ने जल्दी ही हुड्डा सरकार में पैठ बना ली। उसके साथ ही वह इनेलो और चौटाला परिवार से दूर होते चले गए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योगमंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर ईनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री बनाया। हरियाणा में सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा आज अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है। रोहताश जांगड़ा ने खुद इसके संकेत दिए हैं। रोहताश जांगड़ा का कहना है कि पार्टी कार्यालय में मीटिंग बुलाई गई है। इसमें हरियाणा के प्रवासी प्रभारी सुरेंद्र सिंह टीटी मौजूद रहेंगे। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह मानने के लिए तैयार हैं। हमारा बस एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी चाहिए। वहीं एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। भाजपा के उम्मीदवार उतारते ही इनेलो-बसपा से गठबंधन किया गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां से रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में गठबंधन हो गया। INLD पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलनाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं। मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। ओपी चौटाला के करीबी रहे गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर वर्ष 2000 के आसपास गुरुग्राम से शुरू हुआ। उस समय हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो की सरकार थी। उस दौर में गोपाल कांडा इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। वह IAS अफसर गुरुग्राम में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हुडा, अब इसका नाम HSVP हो चुका है।) प्रशासक लग गया। उस अफसर से दोस्ती का फायदा उठाते हुए गोपाल कांडा ने गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। यह वो दौर था जब गुरुग्राम में डेवलपमेंट शुरू ही हुई थी। दिल्ली से सटा होने के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों ने वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर बनाने शुरू किए तो गुरुग्राम के प्रॉपर्टी बाजार में ऐसा बूम आया कि रातोंरात लोगों के वारे न्यारे हो गए। गोपाल कांडा को इसका जमकर फायदा मिला। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। साल 2000 में कांडा ने ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था। तब ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते 2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। बिजनेस की समझ रखने वाले गोपाल कांडा ने जल्दी ही हुड्डा सरकार में पैठ बना ली। उसके साथ ही वह इनेलो और चौटाला परिवार से दूर होते चले गए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योगमंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर ईनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री बनाया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के झोटे के सीमन की चीन तक डिमांड:RO के पानी से नहाता है, डाइटीशियन रखता खाने का ध्यान; बर्थडे सेलिब्रेशन से सुर्खियों में
हरियाणा के झोटे के सीमन की चीन तक डिमांड:RO के पानी से नहाता है, डाइटीशियन रखता खाने का ध्यान; बर्थडे सेलिब्रेशन से सुर्खियों में हरियाणा में हिसार गौरव नाम का क्लोन मुर्रा झोटा सुर्खियों में है। बीते कल यानी मंगलवार (10 दिसंबर) को उसका हिसार स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (CIRB) में जन्मदिन मनाया गया। वैज्ञानिकों ने केक काटा। इस क्लोन झोटे को CIRB ने ही तैयार किया है। उसकी उम्र 10 साल हो गई है। इसके सीमन की काफी डिमांड है। क्लोन प्रोजेक्ट इंचार्ज PS यादव के मुताबिक चीन भी उसके सीमन को खरीदने के लिए 2019 से प्रयास कर रहा है, लेकिन रिश्ते ठीक न होने पर केंद्र सरकार ने अप्रूवल नहीं दी है। झोटे का वजन 1 टन यानी 1 हजार किलो है। इसे रोजाना रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) के पानी से नहाया जाता है। उसे खाने में दलिया, चना, बाजरा और जौ आदि दिए जाते हैं। 2015 में जन्म, 22000 डोज का उत्पादन
जानकारी के मुताबिक हिसार गौरव का जन्म 11 दिसंबर 2015 को हिसार में हुआ। अब तक इस भैंसे ने सीमन की 22000 डोज का उत्पादन किया है। इन डोज का इस्तेमाल कृत्रिम गर्भाधान के लिए किया गया। हिसार गौरव के सीमन से पैदा हुए 2 भैंसों ने अब तक 2 लाख से ज्यादा डोज उपलब्ध करवाई हैं। वहीं, इसकी डोज से पैदा हुईं भैंसों ने दूध उत्पादन में अच्छी खासी बढ़ोतरी की है। भैंसों ने प्रति ब्यांत 300 से 600 लीटर तक दूध दिया है। इसके सीमन से 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान
गौरव के सीमन से भैसों का 45 प्रतिशत से अधिक गर्भाधान हुआ, जोकि ब्रीडिंग बुल के बराबर है। हिसार गौरव के सीमन का उपयोग करने वाले किसानों ने भी बताया है कि उनके यहां दूध उत्पादन में सुधार हुआ है। किसानों ने इसके और भी लाभ गिनाए, जैसे- सीमन से आनुवंशिक सुधार को बढ़ावा मिला, पशुधन उत्पादकता बढ़ी और पशुओं की अगली पीढ़ी में उच्च प्रजनन क्षमता में सुधार हुआ। खाने का ध्यान रखने को डाइटीशियन, RO के पानी से नहाता है
झोटे को वजन के हिसाब से दाना-पानी दिया जाता है। उसका वजन 1000 किलो है। इस हिसाब से इसे एक बार में 5 किलो दाना और हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा प्रोटीन की मात्रा का भी डाइटीशियन ध्यान रखता है। CIRB में एक न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट है, जहां के डाइटीशियन हिसार गौरव का खास ख्याल रखते हैं। झोटे को दिन में एक बार RO के पानी से नहलाया जाता है। इसके पानी के टीडीएस का विशेष ध्यान रखते हैं। एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए
हिसार गौरव के एक सीमन डोज की कीमत 500 रुपए है। एक डोज में 0.25 एमएल का स्ट्रॉ होता है। इसमें 2 करोड़ स्पर्म सेल्स होते हैं। अब तक हिसार गौरव से 22 हजार डोज बनाकर इस्तेमाल किए जा चुके हैं। पूरी वैज्ञानिकों की टीम पहुंची
इस क्लोनिंग प्रोजेक्ट के PI डॉ. प्रेम सिंह यादव अपनी टीम के साथ कार्य कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा क्लोन पैदा किए जा सकें। हर साल की तरह इस साल भी 10 दिसंबर 2024 को हिसार गौरव का जन्मदिन केक काट कर मनाया गया। इस मौके पर संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. आरके सेठी, फिजियोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एसके जिंदल, संस्थान के वर्तमान निदेशक डॉ. टीके दत्ता, डॉ. यशपाल शर्मा, प्रोजेक्ट के पीआई डॉ. पीएस यादव और उनकी पूरी टीम इकट्ठी हुई और हिसार गौरव का बर्थडे मनाया। संस्थान में क्लोनिंग की जागरूकता के लिए एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया, जिसमें हाईटेक डेयरी सिरसा के डेयरी मैनेजर व उनकी टीम और क्लोन सीमन उपयोग करने वाले किसान भी शामिल हुए। संस्थान के सभी वैज्ञानिक और कर्मचारी भी इस सेमिनार में शामिल हुए, ताकि क्लोनिंग से संबंधित सही जानकारी किसानों तक पहुंचाई जा सके। ————————– पशुपालन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा की महिला को मिला नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड, बेटे को वेटरनरी कोर्स करवाकर साथ जोड़ा, 300 गायें; विदेशों में घी की सप्लाई हरियाणा के झज्जर की महिला रेनू सांगवान को मंगलवार (26 नवंबर) को नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। ये अवॉर्ड उन्हें दिल्ली में केंद्रीय मंत्री लल्लन यादव ने दिया। रेनू को शॉल के साथ मोमेंटो और 5 लाख का चेक दिया गया। इसके साथ रेनू को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। वह झज्जर के गांव फरमाना गांव की रहने वाली हैं। पूरी खबर पढ़ें
हरियाणा में छात्राओं की 6 लाख फीस लेकर प्रिंसिपल फरार:3 दिन से गायब, मोबाइल स्विच ऑफ, 12वीं की 600 छात्राओं की परीक्षा पर संकट गहराया
हरियाणा में छात्राओं की 6 लाख फीस लेकर प्रिंसिपल फरार:3 दिन से गायब, मोबाइल स्विच ऑफ, 12वीं की 600 छात्राओं की परीक्षा पर संकट गहराया हरियाणा के फरीदाबाद में सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल 12वीं क्लास की 600 छात्राओं की 6 लाख रुपए फीस लेकर फरार हो गया। प्रिंसिपल छत्रपाल का पिछले 3 दिन से कोई अता-पता नहीं है। प्रिंसिपल ने किसी अधिकारी या टीचर को इसकी सूचना तक नहीं दी। उसके 2 मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। ऐसे में फीस जमा न होने से स्कूल की छात्राओं की बोर्ड परीक्षा पर संकट आ गया है। इसका खुलासा होने पर शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि प्रिंसिपल जानबूझकर गायब हुआ या उसके साथ कोई वारदात हुई है। छात्राओं से जुर्माने समेत वसूली थी फीस
यह मामला फरीदाबाद में बल्लभगढ़ स्थित राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का है। यहां करीब 12वीं क्लास 609 छात्राएं हैं। इनकी फीस 4 लाख 57 हजार 100 रुपए फीस बनती थी। हालांकि जिन छात्राओं ने देरी से फीस भरी, उनसे जुर्माना भी वसूला गया। ऐसे में प्रिंसिपल के पास 6 लाख से ज्यादा रुपए जमा हो गए। प्रिंसिपल ने किसी को कुछ नहीं बताया
फीस जमा होने के बाद 3 दिन से प्रिंसिपल स्कूल नहीं आ रहा। प्रिंसिपल के बारे में स्कूल के बाकी टीचरों, स्टाफ और शिक्षा अधिकारियों के पास भी कोई सूचना नहीं है। जब प्रिंसिपल लगातार स्कूल नहीं आए तो टीचरों ने उनके 2 मोबाइल पर कॉल की लेकिन वह भी स्विच ऑफ मिले। टीचरों ने अधिकारियों को सूचना दी
इसके बाद परेशान होकर टीचरों ने बल्लभगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी और हरियाणा बोर्ड के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। अधिकारियों ने अपने स्तर पर भी प्रिंसिपल के बारे में छानबीन की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। जिसके बाद हरियाणा बोर्ड ने प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उससे फीस की रिकवरी के आदेश जारी कर दिए हैं। स्कूल इंचार्ज बोलीं- छात्राओं को दिक्कत नहीं होगी
प्रिंसिपल के गायब होने के बाद स्कूल इंचार्ज बनाई गईं टीचर पुष्पा ने पुष्टि की कि प्रिंसिपल बच्चों की फीस लेकर गायब हो गए हैं। उनका कोई पता भी नहीं चल रहा। पुष्पा ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उन्हें कहा है कि छात्राओं को परीक्षा देने में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उनकी फीस विभाग के पास जमा न होने की वजह से उन्हें परीक्षा देने से न रोका जाए।
अंबाला में कार ने बुजुर्ग को कुचला:सब्जी खरीदने जा रहा था साइकिल पर, मौके से ड्राइवर फरार, अस्पताल में मौत
अंबाला में कार ने बुजुर्ग को कुचला:सब्जी खरीदने जा रहा था साइकिल पर, मौके से ड्राइवर फरार, अस्पताल में मौत हरियाणा के अंबाला कैंट में सब्जी लेने निकला बुजुर्ग को गाड़ी ने कुचल दिया। हादसा पंजोखरा थाना के अंतर्गत आने वाले डिफेंस कॉलोनी में हुआ। मृतक की शिनाख्त बिहार के गांव समदा (पुर्णिया) निवासी रामदेव महतो (61) के रूप में हुई है, जो डिफेंस कॉलोनी में प्रॉपर्टी डीलर के फॉर्म हाउस पर काम करता था। पुलिस ने अज्ञात गाड़ी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अंबाला कैंट की डिफेंस कॉलोनी सेक्टर-65 निवासी विशाल राणा ने बताया कि वह प्रॉपर्टी डीलर है। उसने अपने फार्म हाउस पर एक गाय रखी हुई है, जिसकी देखभाल के लिए बिहार के गांव समदा (पुर्णिया) निवासी रामदेव महतो (61) को रखा हुआ था। रामदेव को यही खाने के साथ रहने की व्यवस्था की हुई थी। रामदेव 5-6 माह में अपने घर चक्कर लगाता था। सब्जी लेने जा रहा था रामदेव विशाल ने बताया कि कल शनिवार की शाम को अंधेरा हो चुका था। रामदेव महतो अपनी साइकिल पर फार्म हाउस से सब्जी लेने के लिए पंजोखरा बस स्टैंड के लिए जा रहा था। वह अपने फॉर्म हाउस के गेट पर खड़ा था। रामदेव महतो करीब 100 कदम की दूरी पर था, जो उसके देखते-देखते एक कार चालक ने अपनी गाड़ी की टक्कर रामदेव महतो की साइकिल में मारी। मौके से भागा कार ड्राइवर टक्कर लगते ही रामदेव महतो सड़क पर जा गिरा। साइकिल काफी दूर जाकर गिरा। गाड़ी चालक रामदेव को कुचलते हुए फरार हो गया। उसने तुरंत रामदेव को संभाला और डायल-112 को कॉल करके इसकी सूचना दी। रामदेव महतो के मुंह, छाती व सिर पर काफी चोटें लगी थी। वह अपनी गाड़ी में रामदेव महतो को इलाज के लिए सिविल अस्पताल अंबाला सिटी लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पंजोखरा थाने की पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात गाड़ी चालक के खिलाफ धारा 279 व 304-A के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।