हरियाणा में किसान महापंचायत:राकेश टिकैत बोले- खनौरी-शंभू बॉर्डर के आंदोलन से केंद्र को फायदा, रास्ते बंद करने से सिखों को नुकसान

हरियाणा में किसान महापंचायत:राकेश टिकैत बोले- खनौरी-शंभू बॉर्डर के आंदोलन से केंद्र को फायदा, रास्ते बंद करने से सिखों को नुकसान

हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना में शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की किसान महापंचायत हुई। यहां किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि खनौरी-शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन अभी 4-5 महीने और चलेगा। इससे भारत सरकार को फायदा हो रहा है, क्योंकि यह उनकी जमीन पर नहीं हो रहा। इससे पंजाब सरकार को नुकसान हो रहा है। टिकैत ने आगे कहा कि सिखों को इससे नुकसान हो रहा है। लोगों में यह बात जा रही है कि यह रास्ते बंद करते हैं। सरकार चाहती है कि किसान आगे नहीं आएं, यहीं उलझे रहें। इस आंदोलन का हम समर्थन करते हैं। डल्लेवाल की हालत खराब है, लेकिन हम उनकी मदद नहीं कर सकते। उनकी मदद भारत सरकार कर सकती है, या फिर उनकी कमेटी कर सकती है। राकेश टिकैत के संबोधन की 3 बड़ी बातें कमेटी सरकार को बॉडी नहीं देगी टिकैत ने कहा कि सिख समाज शहीदी से पीछे नहीं हटता, यदि डल्लेवाल को कुछ होगा तो उनकी कमेटी भी सरकार को बॉडी नहीं देगी और वहीं रखेगी। यह चिंताजनक बात है। संयुक्त मोर्चा ने उनसे बात करने के लिए 5 मेंबरी कमेटी बनाई, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। पंचायत का आंदोलन से कोई संबंध नहीं खनौरी और शंभू बॉर्डर पर जो किसान आंदोलन चल रहा है, उसे किसान संगठनों की दूसरी कमेटी चला रही है। टोहाना में जो पंचायत है, वह SKM की पंचायत है। इसका उससे कोई संबंध नहीं है। 7 जनवरी को उनकी पूरे देश में पंचायत होगी। नया आंदोलन शुरू नहीं कर रहे SKM की ओर से अभी नया आंदोलन नहीं शुरू किया जा रहा, अभी तो मीटिंगें की जा रही हैं। सरकार ने बात नहीं मानी तो फिर देखेंगे। अगला आंदोलन जब भी होगा वो कुंडली मानेसर एक्सप्रेसवे पर होगा। संयुक्त किसान मोर्चा एक है, जिन्होंने दूसरा मूवमेंट शुरू किया, वो अलग है। वो आगे जाएंगे या वहीं रुकेंगे, उस पर वही बताएंगे। उगराहां बोले- कृषि कानून नई नीति के ड्राफ्ट में शामिल किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा- जो 3 काले कानून पहले वापस करवाए थे, वहीं अब नई नीति के ड्राफ्ट में शामिल हैं। चाहे खुली मंडी की बात हो, मार्केट फीस कम करने की बात हो, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की बात है, सभी वही मामले हैं। किसानों का आंदोलन लगातार चल रहा है, कानून दोबारा लाए जा रहे हैं, इस पर लड़ाई तेज होगी। पहले भी लगातार कार्यक्रम चलते आ रहे हैं और अब तेज किए जाएंगे। सरकार ने पहले भी दिल्ली नहीं जाने दिया था, अब शंभू व खनौरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने की भी संयुक्त किसान मोर्चा निंदा करता है। SKM की लखीमपुर खीरी में किसानों के दोषियों को सजा देने, एमएसपी गांरटी कानून, कर्जा मुक्त किसान, आंदोलनकारी शहीद किसानों के परिवारों को नौकरियां, किसानों पर दर्ज पर्चे रद्द करने, बिजली बिल रद्द करने की मांगें शुरू से ही चल रही हैं। किसान महापंचायत में ये नेता पहुंचे टोहाना में हुई किसान महापंचायत में जोगिंदर सिंह उगराहां, जोगिंदर सिंह नैन, निर्भय सिंह, अजय सिधानी, लाभ सिंह हरि, मछिंद्र कन्हड़ी, गुरदयाल सिंह ढेर, कामरेड जगतार सिंह रत्ताथेह व मास्टर कमलजीत सिंह शामिल हुए। ****************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत: डल्लेवाल बोले- किसानों के सुसाइड पर अंकुश जरूरी, अब तक 7 लाख की मौत हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आज किसानों की महापंचायत हुई। यहां किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल भूख हड़ताल पर बैठे हैं। सरकारी एजेंसी के मुताबिक, उनके आंदोलन को समर्थन देने के लिए यहां 80 से 90 हजार लोग पहुंचे थे। इस दौरान पंजाब की तरफ मोर्चे से करीब 7 किलोमीटर तक रोड पर जाम लगा रहा। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना में शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की किसान महापंचायत हुई। यहां किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि खनौरी-शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन अभी 4-5 महीने और चलेगा। इससे भारत सरकार को फायदा हो रहा है, क्योंकि यह उनकी जमीन पर नहीं हो रहा। इससे पंजाब सरकार को नुकसान हो रहा है। टिकैत ने आगे कहा कि सिखों को इससे नुकसान हो रहा है। लोगों में यह बात जा रही है कि यह रास्ते बंद करते हैं। सरकार चाहती है कि किसान आगे नहीं आएं, यहीं उलझे रहें। इस आंदोलन का हम समर्थन करते हैं। डल्लेवाल की हालत खराब है, लेकिन हम उनकी मदद नहीं कर सकते। उनकी मदद भारत सरकार कर सकती है, या फिर उनकी कमेटी कर सकती है। राकेश टिकैत के संबोधन की 3 बड़ी बातें कमेटी सरकार को बॉडी नहीं देगी टिकैत ने कहा कि सिख समाज शहीदी से पीछे नहीं हटता, यदि डल्लेवाल को कुछ होगा तो उनकी कमेटी भी सरकार को बॉडी नहीं देगी और वहीं रखेगी। यह चिंताजनक बात है। संयुक्त मोर्चा ने उनसे बात करने के लिए 5 मेंबरी कमेटी बनाई, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। पंचायत का आंदोलन से कोई संबंध नहीं खनौरी और शंभू बॉर्डर पर जो किसान आंदोलन चल रहा है, उसे किसान संगठनों की दूसरी कमेटी चला रही है। टोहाना में जो पंचायत है, वह SKM की पंचायत है। इसका उससे कोई संबंध नहीं है। 7 जनवरी को उनकी पूरे देश में पंचायत होगी। नया आंदोलन शुरू नहीं कर रहे SKM की ओर से अभी नया आंदोलन नहीं शुरू किया जा रहा, अभी तो मीटिंगें की जा रही हैं। सरकार ने बात नहीं मानी तो फिर देखेंगे। अगला आंदोलन जब भी होगा वो कुंडली मानेसर एक्सप्रेसवे पर होगा। संयुक्त किसान मोर्चा एक है, जिन्होंने दूसरा मूवमेंट शुरू किया, वो अलग है। वो आगे जाएंगे या वहीं रुकेंगे, उस पर वही बताएंगे। उगराहां बोले- कृषि कानून नई नीति के ड्राफ्ट में शामिल किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा- जो 3 काले कानून पहले वापस करवाए थे, वहीं अब नई नीति के ड्राफ्ट में शामिल हैं। चाहे खुली मंडी की बात हो, मार्केट फीस कम करने की बात हो, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की बात है, सभी वही मामले हैं। किसानों का आंदोलन लगातार चल रहा है, कानून दोबारा लाए जा रहे हैं, इस पर लड़ाई तेज होगी। पहले भी लगातार कार्यक्रम चलते आ रहे हैं और अब तेज किए जाएंगे। सरकार ने पहले भी दिल्ली नहीं जाने दिया था, अब शंभू व खनौरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने की भी संयुक्त किसान मोर्चा निंदा करता है। SKM की लखीमपुर खीरी में किसानों के दोषियों को सजा देने, एमएसपी गांरटी कानून, कर्जा मुक्त किसान, आंदोलनकारी शहीद किसानों के परिवारों को नौकरियां, किसानों पर दर्ज पर्चे रद्द करने, बिजली बिल रद्द करने की मांगें शुरू से ही चल रही हैं। किसान महापंचायत में ये नेता पहुंचे टोहाना में हुई किसान महापंचायत में जोगिंदर सिंह उगराहां, जोगिंदर सिंह नैन, निर्भय सिंह, अजय सिधानी, लाभ सिंह हरि, मछिंद्र कन्हड़ी, गुरदयाल सिंह ढेर, कामरेड जगतार सिंह रत्ताथेह व मास्टर कमलजीत सिंह शामिल हुए। ****************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत: डल्लेवाल बोले- किसानों के सुसाइड पर अंकुश जरूरी, अब तक 7 लाख की मौत हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आज किसानों की महापंचायत हुई। यहां किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल भूख हड़ताल पर बैठे हैं। सरकारी एजेंसी के मुताबिक, उनके आंदोलन को समर्थन देने के लिए यहां 80 से 90 हजार लोग पहुंचे थे। इस दौरान पंजाब की तरफ मोर्चे से करीब 7 किलोमीटर तक रोड पर जाम लगा रहा। पढ़ें पूरी 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