हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की तमाम सभाओं, रैलियों और रोड शो के बावजूद वोटिंग % गिर गया। राज्य में इस बार 64.80% वोटिंग हुई जबकि 2019 के आम चुनाव में 70.34% मतदान हुआ था। यानि पिछली बार के मुकाबले इस बार 5.54% पोलिंग कम हुई। यही नहीं, दोनों पार्टियों के इन सबसे बड़े नेताओं ने जिन-जिन संसदीय हलकों में प्रचार किया, वहां भी मतदान % नहीं बढ़ पाया। PM नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में 3 रैलियां करके 6 लोकसभा सीटों को कवर किया। इन सभी 6 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत 2019 के मुकाबले 3.76% से 7.58% कम रहा। इसी तरह कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने 3 सीटों पर प्रचार किया। इन तीनों सीटों पर भी पिछले आम चुनाव के मुकाबले पोलिंग कम रही। इन सीटों पर PM मोदी ने किया प्रचार… सोनीपत में मोदी आए, यहां सबसे ज्यादा गिरा वोटिंग % PM मोदी ने 18 मई को अपनी पहली रैली अंबाला में की। इस रैली के जरिए मोदी ने अंबाला के साथ-साथ जीटी रोड बेल्ट की कुरुक्षेत्र और करनाल लोकसभा सीट को भी कवर किया। अंबाला से BJP कैंडिडेट बंतो कटारिया, कुरुक्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी नवीन जिंदल और करनाल के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंच पर मोदी के साथ मौजूद रहे। इनमें से अंबाला में 67.34%, कुरुक्षेत्र में 67.01% और करनाल में 63.74% लोगों ने वोट डाले। 2019 में अंबाला में 71.09%, कुरुक्षेत्र में 74.28%और करनाल में 68.34% पोलिंग हुई थी। इनमें कुरुक्षेत्र सीट पर 7.28%, करनाल सीट पर 4.61% और अंबाला सीट पर 2019 के मुकाबले इस बार 3.76% पोलिंग कम हुई। PM मोदी ने 18 मई को ही दूसरी रैली सोनीपत के गोहाना में की। इस रैली में सोनीपत सीट से पार्टी उम्मीदवार मोहनलाल बड़ौली के अलावा रोहतक सीट के कैंडिडेट अरविंद शर्मा भी मौजूद थे। इनमें से सोनीपत सीट पर 63.44% और रोहतक सीट पर 65.68% वोटिंग हुई। 2019 इन दोनों सीटों पर क्रमश: 71.02% और 70.52% वोटिंग हुई थी। पिछले आम चुनाव के मुकाबले वोटिंग % गिरने के लिहाज से देखें तो सोनीपत सीट पर ये गिरावट सबसे ज्यादा रही। यहां 2019 के मुकाबले 7.58% वोटिंग कम हुई। रोहतक में 4.84% कम मतदान हुआ। हरियाणा में मोदी ने अपनी तीसरी और आखिरी रैली 23 मई को महेंद्रगढ़ में की। इसमें गुरुग्राम सीट से BJP कैंडिडेट राव इंद्रजीत और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से भाजपा उम्मीदवार चौधरी धर्मबीर सिंह मौजूद रहे। इन दोनों सीटों पर भी मतदान % 2019 के मुकाबले क्रमश: 5.30% और 5.09% गिर गया। इन सीटों पर राहुल-प्रियंका गांधी ने किया प्रचार…. प्रियंका-राहुल की 4 रैलियां-रोड शो, सभी जगह गिरा पोलिंग % कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के 3 सबसे बड़े चेहरे हरियाणा में वोट मांगने आए। इनमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल रहे। इनमें से तीनों नेताओं ने के अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने रैलियां, रोड शो किए। राहुल ने भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में आने वाले चरखी-दादरी और सोनीपत में रैलियां कीं। प्रियंका गांधी ने सिरसा में कुमारी सैलजा और पानीपत में करनाल सीट से पार्टी कैंडिडेट दिव्यांशु बुद्धिराजा के समर्थन में रोड शो किए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंबाला सीट से उम्मीदवार वरुण चौधरी के समर्थन में यमुनानगर में जनसभा की। रैलियों के अलावा राहुल गांधी ने पंचकूला में चुनिंदा लोगों के साथ संविधान सम्मान सम्मेलन भी किया। अगर वोटिंग % की बात करें तो यह तीनों नेता जहां गए, उन सभी संसदीय क्षेत्रों में मतदान 2019 के मुकाबले कम रहा। सोनीपत में यह गिरावट 7.58% भिवानी-महेंद्रगढ़ में 5.09%, सिरसा में 6.22%, करनाल में 4.61% और अंबाला सीट पर 3.76% रही। भाजपा ने 134 तो कांग्रेस ने 65 छोटी-बड़ी रैलियां कीं इस बार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान स्टार प्रचारकों के मामले में BJP ने कांग्रेस के मुकाबले कई बड़े चेहरे हरियाणा में उतारे। हरियाणा भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख अरविंद सैनी ने बताया कि लगभग 68 दिन चले प्रचार के दौरान पार्टी की ओर से तकरीबन 134 छोटी-बड़ी रैलियां की गईं। भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा राज्य में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, UP के CM योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव और राजस्थान के CM भजनलाल समेत स्थानीय नेताओं ने प्रचार किया। अगर कांग्रेस की बात करें तो पार्टी तकरीबन 65 छोटी-बड़ी रैलियां ही कर पाई। कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचारकों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और सचिन पायलट ही प्रदेश में प्रचार करने आए। कांग्रेस की ओर से मुख्य मोर्चा पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संभाला। सिरसा को छोड़ दें तो हुड्डा ने लगभग हर संसदीय क्षेत्र में तीन से चार रैलियां कीं। BJP ने रोहतक-करनाल में ज्यादा जोर लगाया इस लोकसभा चुनाव में BJP ने करनाल और रोहतक सीट पर ज्यादा फोकस किया। पार्टी के बड़े चेहरों ने भी इन्हीं दोनों सीटों पर ज्यादा फोकस किया। मोदी ने रोहतक से उम्मीदवार अरविंद शर्मा के लिए गोहाना में रैली की वहीं अमित शाह ने झज्जर में प्रोग्राम किया। महम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और कोसली में नितिन गडकरी के अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभाएं कीं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रोहतक में रोड शो किया। रोहतक के बाद भाजपा का दूसरा सबसे ज्यादा फोकस करनाल सीट पर रहा जहां से पार्टी ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को उतारा। पीएम मोदी ने अंबाला की रैली में मनोहर लाल के लिए वोट मांगे तो शाह ने करनाल में सभा की। जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और पुष्कर धामी भी करनाल में खट्टर का प्रचार करने पहुंचे सबसे कम स्टार प्रचारक सिरसा-हिसार और गुरुग्राम में आए भाजपा की ओर से सबसे कम स्टार प्रचारक सिरसा, हिसार और गुरुग्राम सीट पर आए। सिरसा सीट पर अशोक तंवर के लिए सिर्फ योगी पहुंचे वहीं हिसार में शाह ने एक रैली की। गुरुग्राम के उम्मीदवार राव इंद्रजीत के लिए मोदी ने महेंद्रगढ़ में वोट मांगे। नवीन जिंदल भी हिसार में रणजीत चौटाला का प्रचार करने पहुंचे। हालांकि सीएम नायब सिंह सैनी, पूर्व सीएम मनोहर लाल ने इन सीटों पर कई जनसभाएं और विजय संकल्प रैलियां कीं। हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की तमाम सभाओं, रैलियों और रोड शो के बावजूद वोटिंग % गिर गया। राज्य में इस बार 64.80% वोटिंग हुई जबकि 2019 के आम चुनाव में 70.34% मतदान हुआ था। यानि पिछली बार के मुकाबले इस बार 5.54% पोलिंग कम हुई। यही नहीं, दोनों पार्टियों के इन सबसे बड़े नेताओं ने जिन-जिन संसदीय हलकों में प्रचार किया, वहां भी मतदान % नहीं बढ़ पाया। PM नरेंद्र मोदी ने हरियाणा में 3 रैलियां करके 6 लोकसभा सीटों को कवर किया। इन सभी 6 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत 2019 के मुकाबले 3.76% से 7.58% कम रहा। इसी तरह कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने 3 सीटों पर प्रचार किया। इन तीनों सीटों पर भी पिछले आम चुनाव के मुकाबले पोलिंग कम रही। इन सीटों पर PM मोदी ने किया प्रचार… सोनीपत में मोदी आए, यहां सबसे ज्यादा गिरा वोटिंग % PM मोदी ने 18 मई को अपनी पहली रैली अंबाला में की। इस रैली के जरिए मोदी ने अंबाला के साथ-साथ जीटी रोड बेल्ट की कुरुक्षेत्र और करनाल लोकसभा सीट को भी कवर किया। अंबाला से BJP कैंडिडेट बंतो कटारिया, कुरुक्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी नवीन जिंदल और करनाल के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंच पर मोदी के साथ मौजूद रहे। इनमें से अंबाला में 67.34%, कुरुक्षेत्र में 67.01% और करनाल में 63.74% लोगों ने वोट डाले। 2019 में अंबाला में 71.09%, कुरुक्षेत्र में 74.28%और करनाल में 68.34% पोलिंग हुई थी। इनमें कुरुक्षेत्र सीट पर 7.28%, करनाल सीट पर 4.61% और अंबाला सीट पर 2019 के मुकाबले इस बार 3.76% पोलिंग कम हुई। PM मोदी ने 18 मई को ही दूसरी रैली सोनीपत के गोहाना में की। इस रैली में सोनीपत सीट से पार्टी उम्मीदवार मोहनलाल बड़ौली के अलावा रोहतक सीट के कैंडिडेट अरविंद शर्मा भी मौजूद थे। इनमें से सोनीपत सीट पर 63.44% और रोहतक सीट पर 65.68% वोटिंग हुई। 2019 इन दोनों सीटों पर क्रमश: 71.02% और 70.52% वोटिंग हुई थी। पिछले आम चुनाव के मुकाबले वोटिंग % गिरने के लिहाज से देखें तो सोनीपत सीट पर ये गिरावट सबसे ज्यादा रही। यहां 2019 के मुकाबले 7.58% वोटिंग कम हुई। रोहतक में 4.84% कम मतदान हुआ। हरियाणा में मोदी ने अपनी तीसरी और आखिरी रैली 23 मई को महेंद्रगढ़ में की। इसमें गुरुग्राम सीट से BJP कैंडिडेट राव इंद्रजीत और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से भाजपा उम्मीदवार चौधरी धर्मबीर सिंह मौजूद रहे। इन दोनों सीटों पर भी मतदान % 2019 के मुकाबले क्रमश: 5.30% और 5.09% गिर गया। इन सीटों पर राहुल-प्रियंका गांधी ने किया प्रचार…. प्रियंका-राहुल की 4 रैलियां-रोड शो, सभी जगह गिरा पोलिंग % कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के 3 सबसे बड़े चेहरे हरियाणा में वोट मांगने आए। इनमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल रहे। इनमें से तीनों नेताओं ने के अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने रैलियां, रोड शो किए। राहुल ने भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में आने वाले चरखी-दादरी और सोनीपत में रैलियां कीं। प्रियंका गांधी ने सिरसा में कुमारी सैलजा और पानीपत में करनाल सीट से पार्टी कैंडिडेट दिव्यांशु बुद्धिराजा के समर्थन में रोड शो किए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंबाला सीट से उम्मीदवार वरुण चौधरी के समर्थन में यमुनानगर में जनसभा की। रैलियों के अलावा राहुल गांधी ने पंचकूला में चुनिंदा लोगों के साथ संविधान सम्मान सम्मेलन भी किया। अगर वोटिंग % की बात करें तो यह तीनों नेता जहां गए, उन सभी संसदीय क्षेत्रों में मतदान 2019 के मुकाबले कम रहा। सोनीपत में यह गिरावट 7.58% भिवानी-महेंद्रगढ़ में 5.09%, सिरसा में 6.22%, करनाल में 4.61% और अंबाला सीट पर 3.76% रही। भाजपा ने 134 तो कांग्रेस ने 65 छोटी-बड़ी रैलियां कीं इस बार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान स्टार प्रचारकों के मामले में BJP ने कांग्रेस के मुकाबले कई बड़े चेहरे हरियाणा में उतारे। हरियाणा भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख अरविंद सैनी ने बताया कि लगभग 68 दिन चले प्रचार के दौरान पार्टी की ओर से तकरीबन 134 छोटी-बड़ी रैलियां की गईं। भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा राज्य में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, UP के CM योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव और राजस्थान के CM भजनलाल समेत स्थानीय नेताओं ने प्रचार किया। अगर कांग्रेस की बात करें तो पार्टी तकरीबन 65 छोटी-बड़ी रैलियां ही कर पाई। कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचारकों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और सचिन पायलट ही प्रदेश में प्रचार करने आए। कांग्रेस की ओर से मुख्य मोर्चा पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संभाला। सिरसा को छोड़ दें तो हुड्डा ने लगभग हर संसदीय क्षेत्र में तीन से चार रैलियां कीं। BJP ने रोहतक-करनाल में ज्यादा जोर लगाया इस लोकसभा चुनाव में BJP ने करनाल और रोहतक सीट पर ज्यादा फोकस किया। पार्टी के बड़े चेहरों ने भी इन्हीं दोनों सीटों पर ज्यादा फोकस किया। मोदी ने रोहतक से उम्मीदवार अरविंद शर्मा के लिए गोहाना में रैली की वहीं अमित शाह ने झज्जर में प्रोग्राम किया। महम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और कोसली में नितिन गडकरी के अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभाएं कीं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रोहतक में रोड शो किया। रोहतक के बाद भाजपा का दूसरा सबसे ज्यादा फोकस करनाल सीट पर रहा जहां से पार्टी ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को उतारा। पीएम मोदी ने अंबाला की रैली में मनोहर लाल के लिए वोट मांगे तो शाह ने करनाल में सभा की। जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और पुष्कर धामी भी करनाल में खट्टर का प्रचार करने पहुंचे सबसे कम स्टार प्रचारक सिरसा-हिसार और गुरुग्राम में आए भाजपा की ओर से सबसे कम स्टार प्रचारक सिरसा, हिसार और गुरुग्राम सीट पर आए। सिरसा सीट पर अशोक तंवर के लिए सिर्फ योगी पहुंचे वहीं हिसार में शाह ने एक रैली की। गुरुग्राम के उम्मीदवार राव इंद्रजीत के लिए मोदी ने महेंद्रगढ़ में वोट मांगे। नवीन जिंदल भी हिसार में रणजीत चौटाला का प्रचार करने पहुंचे। हालांकि सीएम नायब सिंह सैनी, पूर्व सीएम मनोहर लाल ने इन सीटों पर कई जनसभाएं और विजय संकल्प रैलियां कीं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भूपेंद्र हुड्डा बोले-BJP बौखलाहट में अपनों को बना रही निशाना:एग्जिट पोल छलावा; कांग्रेस जीत सकती है 10 सीटें, जल्द आएगी जिलाध्यक्षों की लिस्ट
भूपेंद्र हुड्डा बोले-BJP बौखलाहट में अपनों को बना रही निशाना:एग्जिट पोल छलावा; कांग्रेस जीत सकती है 10 सीटें, जल्द आएगी जिलाध्यक्षों की लिस्ट हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में मतदान का रुझान देखकर भाजपा बौखला गई है। भाजपा अब अपने ही लोगों को निशाना बना रही है। कांग्रेस में कहीं किसी ने कोई भितरघात नहीं किया, सभी ने मिल कर चुनाव लड़ा है। कांग्रेस का चुनाव तो जनता ही लड़ रही थी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा रविवार को जींद के कंडेला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की लहर चल रही थी। कांग्रेस सभी दस सीटें भी जीत सकती है। एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनने के सवाल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह सब छलावा है, वह जनता पर विश्वास करते हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्षों की लिस्ट जल्द कांग्रेस में जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं होने के सवाल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि संगठन की तरफ से सूची पूरी तरह से तैयार है। लोकसभा चुनाव से पहले ही घोषणा होनी थी, लेकिन चुनाव में पूरा अमला व्यस्त हो गया। जल्द ही जिला अध्यक्षों की सूची जारी कर दी जाएगी। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का मजबूत संगठन सबके सामने होगा। किसानों को नहीं पड़ेगी आंदोलन की जरूरत शनिवार को राकेश टिकैत द्वारा आंदोलन के लिए किसानों को तैयार करने के सवाल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर किसानों को आंदोलन नहीं करना पड़ेगा। एक ही झटके में किसानों की सभी मांग पूरी कर दी जाएगी। एमएसपी के लिए गारंटी कानून से लेकर किसानों के कर्जे माफ किए जाएंगे। दुष्यंत ने अपने स्वार्थ में परिवार को बांटा इसके बाद भूपेंद्र हुड्डा उचाना हलके के गांव अलेवा में पहुंचे। यहां दुष्यंत चौटाला द्वारा दीपेंद्र हुड्डा को जितवाने के लिए कांग्रेस के दूसरे नेताओं की टिकट कटवाने के बयान पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि वे अपनी पार्टी को पहले देख ले। अपने स्वार्थ के लिए दुष्यंत चौटाला ने खुद के परिवार को ही कटवा (बांट) दिया। चुनाव में मुद्दों के लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि ये विफल सरकार है।
रोहतक में गर्मी से सब्जियों के दाम 2-3 गुना बढ़े:हफ्ते भर में टमाटर 20 से 40 हुआ, शिमला मिर्च के भाव 60-70 रुपए तक पहुंचा
रोहतक में गर्मी से सब्जियों के दाम 2-3 गुना बढ़े:हफ्ते भर में टमाटर 20 से 40 हुआ, शिमला मिर्च के भाव 60-70 रुपए तक पहुंचा गर्मी के चलते रोहतक में सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। जिससे रसोई का बजट भी बिगड़ रहा है। पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। फिलहाल कुछ सब्जियों के दाम 2 से 3 गुना बढ़ गए हैं। एक सप्ताह पहले जो टमाटर 20 रुपए किलो बिक रहा था, वह अब 40 रुपए किलो पर पहुंच गया है। शिमला मिर्च की बात करें तो 15-20 रुपए किलो बिकने वाली शिमला मिर्च 60-70 रुपए किलो पर पहुंच गई है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से पार पहुंच चुका है। गर्मी का प्रभाव अब फल और हरी सब्जियों पर भी पड़ रहा है। गर्मी के कारण सब्जियां खेतों में ही खराब हो रही है। सब्जियों की डिमांड बढ़ने के कारण और सप्लाई कम होने की वजह से कीमतों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। सब्जियों के दाम बढ़ने का असर यह है कि लोगों ने सब्जियों की कम मात्रा भी खरीदनी आरंभ कर दी है। सप्ताहभर में बदले सब्जियों के रेट
सब्जी सप्ताहभर पहले रेट अब रेट
आलू 17-18 और अब 24-25
टमाटर 20 और अब 40
खीरा 10-12 और अब 20-22
शिमला मिर्च 15-20 और अब 60-70
प्याज 20-22 और अब 24-25
लहसून 200 और अब 350
नींबू 80-90 और अब 150
नोट – सभी भाव रुपए प्रति किलो के हिसाब से हैं। दो-तीन गुना बढ़ी सब्जियों की कीमत
सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सोनू छाबड़ा ने बताया इस बार गर्मी अधिक है और बारिश भी नहीं हुई। जिसके कारण पैदावार भी कम है। जिससे सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां मंडी में भी आवक कम हो रखी है। अगर अब बारिश होती है तो भी सब्जियों को नुकसान ही होगा। हालांकि गर्मी में प्याज की कीमतों पर अधिक असर नहीं पड़ा। अन्य सब्जियां दो से तीन गुना तक बढ़ गई।
हरियाणा में रेप केस से बचने के लिए शादी की:बच्चे का पिता, खुद को कुंवारा बताया; पहली पत्नी ससुराल लौटी तो घर से निकाला
हरियाणा में रेप केस से बचने के लिए शादी की:बच्चे का पिता, खुद को कुंवारा बताया; पहली पत्नी ससुराल लौटी तो घर से निकाला हरियाणा के पानीपत शहर की एक महिला के साथ शादीशुदा युवक ने रेप केस से बचने के लिए खुद को कुंवारा बताकर दूसरी शादी कर ली। दूसरी शादी से उसे बच्चा भी हो गया। झगड़ा कर मायके गई पहली पत्नी को ये बात पता चल गई। इसके बाद वह अपने बच्चे के साथ ससुराल लौट आई। इस पर युवक ने मारपीट कर दूसरी पत्नी को घर से निकाल दिया। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी पति समेत अन्य ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। महिला की शिकायत की अहम बातें शादी में हुई मुलाकात
महिला ने तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह शहर की एक कॉलोनी में रहती है। नवंबर 2021 में वह एक शादी में गई हुई थी। यहां भगवान सिंह भी आया हुआ था। यहीं दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद उनके नंबर एक्सचेंज हो गए। नशीला पदार्थ सुंघाकर रेप किया
महिला ने पुलिस को बताया कि फरवरी 2022 में एक दिन वह घर पर अकेली थी। उसी दौरान भगवान सिंह घर पर आया। वहां उसने नशीला पदार्थ सुंघा कर उसके साथ रेप किया। जब वह होश में आई तो उसने विरोध किया और पुलिस में शिकायत देने की बात कही। भगवान सिंह ने उसे धमकी दी कि वह उसके भाई को जान से मार देगा। गर्भवती हुई तो शादी की
डर की वजह से वह चुप हो गई। कुछ समय बाद वह गर्भवती हो गई। उसने भगवान सिंह को इस बारे में बताया तो उसने कहा कि वह कुंवारा है, उससे शादी कर लेगा। दोनों परिवारों की सहमति से मई 2022 में एक मंदिर में उन्होंने शादी कर ली। शादी के बाद से ही भगवान सिंह के पिता, भाई, बहनें, जीजा ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कहा कि दहेज के लिए ही उससे शादी की थी। सास ने सोने की चेन और बाइक की मांग की। मायके से पहली पत्नी लौटी
अक्टूबर 2022 में उसे बेटी पैदा हुई। इसके बाद ससुराल वालों के ताने और बढ़ गए। कुछ दिन पहले ही एक प्रिया नाम की महिला घर पर आई। जिसके बाद 5 साल का बेटा भी था। पूछने पर उसने बताया कि वह भगवान सिंह की पत्नी है और वह गाजियाबाद से है। उसका पति के साथ झगड़ा चल रहा था, जिसके चलते वह अपने मायका चली गई थी। लेकिन अब उसे पता लगा कि उसका पति किसी दूसरी महिला को रख रहा है, तो वह यहां आई है। जब महिला ने अपने पति और ससुराल वालों से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की। जुलाई 2024 में उसे घर से निकाल दिया।