हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने अपराध नियंत्रण को लेकर राज्य अपराध शाखा द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में कपूर ने राज्य अपराध शाखा में लंबित 11 बड़े मामलों पर अब तक की गई कार्रवाई के बारे में अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की। उन्होंने राज्य अपराध शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश में 5 या 10 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के मामलों को अपने अधीन लेकर उनकी जांच करें। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कपूर ने कहा कि राज्य अपराध शाखा हरियाणा पुलिस की एक सशक्त एवं महत्वपूर्ण इकाई है, ऐसे में किसी भी मामले की गहनता से जांच करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य अपराध शाखा की टीम मामलों के सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करें ताकि दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। साइबर क्राइम की 1300 शिकायतें बढ़ी पुलिस महानिदेशक ने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि 1 जुलाई से देश भर में 3 नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं, ऐसे में जरूरी है कि नए कानूनों के अनुरूप कार्य किया जाए। बैठक में एसपी साइबर अमित दहिया ने बताया कि वर्ष 2023 में साइबर हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना लगभग 1500 शिकायतें प्राप्त होती थी, जिनकी संख्या अब बढ़कर 2500 से 2800 के बीच हो गई है। ऐसे में जरूरी है कि हेल्पलाइन नंबर पर तैनातकर्मियों की संख्या को बढ़ाया जाए। इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक ने साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर तैनात कर्मियों की संख्या को बढ़ाने के भी आदेश दिए। साइबर क्राइम के हॉट स्पॉट चिह्नित होंगे बैठक में राज्य अपराध शाखा (SCB) की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह ने बताया कि साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। हरियाणा में साइबर अपराध से संबंधित हॉटस्पॉट क्षेत्रो की पहचान की जा रही है जहां से साइबर अपराध के मामले अपेक्षाकृत अधिक रिपोर्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी पुलिस के रडार पर हैं और साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। इस बैठक में राज्य अपराध शाखा के कई अधिकारीगण उपस्थित थे। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने अपराध नियंत्रण को लेकर राज्य अपराध शाखा द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में कपूर ने राज्य अपराध शाखा में लंबित 11 बड़े मामलों पर अब तक की गई कार्रवाई के बारे में अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की। उन्होंने राज्य अपराध शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश में 5 या 10 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के मामलों को अपने अधीन लेकर उनकी जांच करें। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कपूर ने कहा कि राज्य अपराध शाखा हरियाणा पुलिस की एक सशक्त एवं महत्वपूर्ण इकाई है, ऐसे में किसी भी मामले की गहनता से जांच करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य अपराध शाखा की टीम मामलों के सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करें ताकि दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। साइबर क्राइम की 1300 शिकायतें बढ़ी पुलिस महानिदेशक ने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि 1 जुलाई से देश भर में 3 नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं, ऐसे में जरूरी है कि नए कानूनों के अनुरूप कार्य किया जाए। बैठक में एसपी साइबर अमित दहिया ने बताया कि वर्ष 2023 में साइबर हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना लगभग 1500 शिकायतें प्राप्त होती थी, जिनकी संख्या अब बढ़कर 2500 से 2800 के बीच हो गई है। ऐसे में जरूरी है कि हेल्पलाइन नंबर पर तैनातकर्मियों की संख्या को बढ़ाया जाए। इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक ने साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर तैनात कर्मियों की संख्या को बढ़ाने के भी आदेश दिए। साइबर क्राइम के हॉट स्पॉट चिह्नित होंगे बैठक में राज्य अपराध शाखा (SCB) की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह ने बताया कि साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। हरियाणा में साइबर अपराध से संबंधित हॉटस्पॉट क्षेत्रो की पहचान की जा रही है जहां से साइबर अपराध के मामले अपेक्षाकृत अधिक रिपोर्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी पुलिस के रडार पर हैं और साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। इस बैठक में राज्य अपराध शाखा के कई अधिकारीगण उपस्थित थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में फाइनेंस ऑफिस पर गोलीबारी:CCTV में आरोपी कैद, सड़क से वाहन हटाने को लेकर वारदात, गाड़ी भी क्षतिग्रस्त रोहतक के जींद बाईपास स्थित एक बैंक के वाहनों पर लोन देने वाले कार्यालय में बैठे युवकों पर फायरिंग का मामला सामने आया है। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। करीब 20 दिन पहले सड़क से वाहन हटाने को लेकर हुए झगड़े की रंजिश में इस वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक के किलोई गांव निवासी परमीत ने सिटी थाना पुलिस को शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि उसका जींद बाईपास पर लोन देने का कार्यालय है। पहले उसका शास्त्री नगर में कार्यालय था। 22 जुलाई को शास्त्री नगर निवासी योगेश उर्फ जॉनी नामक युवक का उसके मामा के लड़के टिटौली गांव निवासी मतीश के साथ झगड़ा हो गया था। झगड़े में राजीनामा हो गया था, जिसके बाद कार्यालय वहां से शिफ्ट हो गया था। ऑफिस में आकर की फायरिंग उसने बताया कि 13 अगस्त को वह जींद बाईपास स्थित अपने ऑफिस में था। इसी दौरान उसके पास आरोपी योगेश का फोन आया। उसने फोन पर उसे जान से मारने की धमकी दी और गाली-गलौज की। उसके पास तीन-चार बार फोन आए। कुछ देर बाद आरोपी अपने एक साथी के साथ आया। उसने यहां आकर धमकी दी और हाथ में पकड़ी पिस्तौल से फायरिंग कर दी। फायरिंग में वह बाल-बाल बच गया। इसके बाद आरोपी ने नीचे खड़ी कार में तोड़फोड़ की और कार पर भी फायरिंग की। सीसीटीवी में कैद हुआ आरोपी जब आरोपी ने फायरिंग की, उस समय परमीत के अलावा उसके दोस्त अंकुश, मनीष, योगेंद्र भी ऑफिस में मौजूद थे। आरोपी ने उन पर भी फायरिंग की। इस घटना के बाद आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहां लगे सीसीटीवी में आरोपी भागते हुए कैद हो गया।
अंबाला में SHO पर भड़के अनिल विज:FIR दर्ज न करने पर किया सस्पेंड; महिला ने रोते हुए मंत्री को बताई समस्या
अंबाला में SHO पर भड़के अनिल विज:FIR दर्ज न करने पर किया सस्पेंड; महिला ने रोते हुए मंत्री को बताई समस्या हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज सोमवार को SHO पर भड़क गए। महिला की शिकायत पर FIR दर्ज न करने पर मंत्री ने अंबाला कैंट सदर थाना SHO सतीश कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया। इस दौरान एसएचओ बहस करने लगे तो विज ने उनको डांट दिया। मंत्री अनिल विज सोमवार को अंबाला छावनी के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान एक महिला ने रोते हुए मंत्री के सामने अपनी बात रखी तो वे भड़क गए। महिला ने कहा कि दिन दिन बाद भी उनकी FIR दर्ज नहीं हुई है। एसएचओ ने कहा कि वो दोनों पार्टियों को तीन बार अपना पक्ष रखने को बुला चुके हैं। इस दौरान एसएचओ और महिला व उसके परिजनों में वाद विवाद हुआ। बार-बार पूछा- FIR की या नहीं अनिल विज ने SHO पर भड़कते हुए पूछा कि ‘तुमने FIR दर्ज करी या नहीं’। एसएचओ ने एग्रीमेंट का उल्लेख किया तो विज फिर भड़क गए और पूछा कि FIR दर्ज करी या नहीं करी। विज ने FIR को लेकर कई बार उनसे पूछा। एसएचओ ने कहा कि सिविल सूट बनता है, मैं कैसे FIR दर्ज करूं। महिला के परिजनों ने एसएचओ की बात को गलत बताया। विज ने फिर पूछा कि मुझे ये बताओ कि FIR करी या नहीं। एसएचओ ने इनकार किया तो मंत्री ने उनको सस्पेंड करने के आदेश दिए। इसके बाद मंत्री ने एसएचओ को धमकाते व इशारा करते हुए कहा कि चल बाहर। इस दौरान महिला ने फिर कहा कि सर हमारा फैसला करा दो प्लीज। विज बोले- तू कौन होता है FIR को रोकने वाला जनता दरबार में ही गुस्सा हुए अनिल विज ने कहा कि ये (SHO) हर बात में अपनी मनमर्जी करता है। कहा कि तेरे को जब मैंने कहा था कि FIR दर्ज कर, फिर की क्यों नहीं। तू कौन होता है भई FIR को रोकने वाला। पहले FIR दर्ज करो, फिर देखो। इस दौरान अनिल विज ने स्टाफ से कहा कि DGP को फोन लगाओ। बोले- तेरे अफसर को भी देख लेंगे अंबाला कैंट सदर थाना SHO सतीश कुमार ने कहा कि मैं तो अपने सीनियर ऑफिसर के नोट पर लाया था जी, ये सिविल सूट है। भड़के हुए विज ने कहा कि तेरे अफसर को भी देख लेंगे फिर। तेरे लिए क्या कानून अलग बनेगा। कानून है कि पहले शिकायतकर्ता की कंप्लेंड दर्ज करो। SHO ने कहा कि सिविल एग्रमेंट के अनुसार पेमेंट कर रखी है जी। विज बोले- पहले दर्ज करो, फिर लिखो सिविल एग्रीमेंट। विज ने इसके बाद SHO को लेकर डीजीपी से बात की।
कुलदीप बिश्नोई की राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग:दिल्ली दौरे बढ़ाए, मोदी से पुराने रिश्ते याद किए; पंवार के जीतने से खाली हुई सीट
कुलदीप बिश्नोई की राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग:दिल्ली दौरे बढ़ाए, मोदी से पुराने रिश्ते याद किए; पंवार के जीतने से खाली हुई सीट हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई एक बार फिर दिल्ली में सक्रिय हो गए हैं। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद वह हरियाणा में खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग करने में जुट गए हैं। ये सीट कृष्ण लाल पंवार के इसराना से विधायक बनने पर खाली हुई है। बिश्नोई परिवार अपनी राजनीतिक जमीन फिर से बनाने में जुटा है। कुलदीप बिश्नोई ने 11 अक्टूबर को दिल्ली में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। कुलदीप बिश्नोई के साथ उनका पूरा परिवार भी मौजूद रहा। इस दौरा हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर और आगामी राजनीति को लेकर चर्चा हुई। इसका बाद उन्होंने सोशल मीडिया (X) पर पहले पिता चौधरी भजनलाल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुरानी तस्वीर सांझा की। इसके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की फोटो जारी की। आदमपुर में 57 साल बाद मिली हार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में आदमपुर सीट पर भजनलाल परिवार का 57 साल पुराना गढ़ टूट गया है। इस चुनाव में भव्य बिश्नोई 1268 वोटों से हार गए। इस हार के बाद कुलदीप बिश्नोई काफी दुखी हैं। वह आदमपुर में लोगों के बीच भावुक हो गए थे। किरण चौधरी हाल ही में चुनी गई हैं राज्यसभा सांसद
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा की खाली हुई सीट पर चुनाव लड़कर राज्यसभा जाना चाहते हैं। राज्यसभा सीट के लिए भाजपा के पास पूर्ण बहुमत भी है। इससे पहले दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने पर खाली हुई राज्यसभा सीट पर किरण चौधरी ने चुनाव लड़ा और वह राज्यसभा सांसद चुनी गईं। किरण चौधरी के सामने विपक्ष चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। भूपेंद्र हुड्डा अकसर यह कहते नजर आए कि हमारे पास बहुमत नहीं है। बिश्नोई परिवार को राजनीतिक ऑक्सीजन की जरूरत
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बिश्नोई परिवार के हिस्से 3 सीटें आईं। 3 में से 2 सीटों पर नजदीकी हार हुई और 1 सीट नलवा पर कुलदीप के दोस्त रणधीर पनिहार जीत गए। बेटे की हार से उन्हें झटका लगा। उनकी इच्छा थी कि उनका बेटा आदमपुर से चुनाव जीतकर सरकार में मंत्री बने। मगर ऐसा नहीं हो पाया। इसलिए वह अब राज्यसभा के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। गैर जाट चेहरे के रूप में पेश कर रहे दावेदारी
कुलदीप बिश्नोई भाजपा में गैर जाट चेहरे के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। उनके पिता भजनलाल की प्रदेश में गैर जाट सीएम के रूप में पहचान थी। गैर जाट वोटर ही भाजपा की प्रदेश में ताकत माने जाते हैं। ऐसे में कुलदीप इस वोट बैंक को जोड़े रखने में सहायक बनना चाहते हैं और अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरियाणा के 3 बार मुख्यमंत्री रहे भजनलाल के समय प्रदेश का संपूर्ण नॉन जाट वोट बैंक उनके साथ था, जो बाद में कुलदीप बिश्नोई की पार्टी हजकां के साथ लामबंद रहा। 2011 से 2014 तक हजकां और भाजपा के गठबंधन के बाद यह वोट बैंक 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गया। एक प्रतिशत बिश्नोई वोटर वाले नेता रहे 3 बार सीएम
भजनलाल हरियाणा में मात्र 1 प्रतिशत बिश्नोई होते हुए भी 3 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। हरियाणा के सभी 79 प्रतिशत नॉन जाट जातियों को साथ लेकर साथ चले। बिश्नोई परिवार का दावा है कि उनका हरियाणा के हर गांव में कार्यकर्ता है और सभी गैर जाट जातियों पर उनकी मजबूत पकड़ है। हरियाणा में 2 बार लोकसभा सांसद और 4 बार विधायक रह चुके कुलदीप बिश्नोई आज तक किसी बड़े संवैधानिक पद पर नहीं रहे हैं। सरकार में 16 साल से पद से दूर बिश्नोई परिवार
विधानसभा चुनाव में आदमपुर में मिली हार से बिश्नोई परिवार एक बार फिर सत्ता सुख से दूर हो गया है। अगर भव्य और दुड़ाराम चुनाव जीतते तो भव्य को मंत्री पद मिल सकता था। मगर आदमपुर से हार ने मंत्री पद से दूर कर दिया। हरियाणा में बिश्नोई परिवार 16 साल से सरकार में पद से बाहर है। 2005 से 2008 तक भजनलाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई हरियाणा के डिप्टी सीएम पद पर रहे। इसके बाद निजी कारणों से उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद से आज तक बिश्नोई परिवार को सरकार में कोई पद नहीं मिला है।