हरियाणा में सिखों ने बढ़ाई कांग्रेस-BJP की टेंशन:बोले- हमारे 18 लाख वोटर, 20 विधानसभा, 2 लोकसभा सीटें दें, राज्यसभा सिख चेहरा भेजें

हरियाणा में सिखों ने बढ़ाई कांग्रेस-BJP की टेंशन:बोले- हमारे 18 लाख वोटर, 20 विधानसभा, 2 लोकसभा सीटें दें, राज्यसभा सिख चेहरा भेजें

हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सिख समाज ने कांग्रेस-BJP की टेंशन बढ़ा दी है। रविवार को करनाल में सिखों की मीटिंग हुई। जिसमें उन्होंने सियासी दलों से राजनीतिक हिस्से की मांग की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में हमें 16 से 20 सीटें दी जाएं। वहीं लोकसभा में भी 2 सीटें और राज्यसभा की खाली हुई सीट भी सिखों को दी जाए। उनका कहना है कि हरियाणा से सिखों का कोई प्रतिनिधि न लोकसभा में है और न ही राज्यसभा में। राज्य में हमारे 18 लाख वोटर हैं। इसलिए हमारा हक बनता है। मीटिंग के बाद सिख समाज के नेता प्रीतपाल पन्नू व जगदीप औलख ने बताया कि हरियाणा स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो 51 सदस्यों की भी हो सकती है, 101 सदस्यों की भी हो सकती है। आने वाले तीन-चार दिनों में कमेटी का गठन कर दिया जाएगा। आज के समागम में समस्त संगत ने हाथ उठाकर कुछ मांगों का समर्थन किया है और सभी ने पार्टीबाजी से ऊपर उठकर अपनी सहमति जताई। बता दें कि हरियाणा में अभी BJP सरकार है। लगातार 2 बार से भाजपा को सत्ता मिलती रही। साढ़े 9 साल भाजपा ने पंजाबी चेहरे मनोहर लाल खट्‌टर को सीएम बनाया। हालांकि उन्हें हटाकर अब OBC समाज से नायब सैनी को मुख्यमंत्री की कुर्सी दी है। अगले लोकसभा चुनाव में 2 सीटों पर करेंगे दावेदारी प्रीतपाल पन्नू और जगदीप औलख ने कहा- लोकसभा का इलेक्शन अब जा चुका है और अगला इलेक्शन पांच साल बाद आना है। हरियाणा में लोकसभा स्तर पर सिख समाज 2 सीटों पर दावा करेगा। राज्यसभा में भी सिख समाज का कोई नुमाइंदा नहीं है। हमारी मांग है कि राज्यसभा में सीट खाली होने वाली है। पार्टी किसी भी नेता को राज्यसभा भेजे लेकिन वह सिख समाज से होना चाहिए। विधानसभा की 16 से 20 सीटों पर सिखों का दावा
सिख समाज के नेता प्रीतपाल पन्नू व जगदीप औलख ने बताया कि दो-तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हरियाणा में 16 से 20 सीटें ऐसी है जहां पर सिख समाज का दावा बनता है, वहां पर सिख समाज के नुमाइंदे को टिकट दी जाए। हमें 16 से 20 सीटें हरियाणा में दी जाए। घर-घर व गांव गांव तक जाएगा सिख समाज
अबकी बार इतना जरूर है कि सिख समाज किस नेता के कहने पर कही वोट नहीं करेगा। कमेटी गांव गांव जाकर व घर-घर जाकर लोगों से मिलेगा और सिख समाज की मांगों के बारे में बताएगा। इसके साथ ही अपनी मांगों को लेकर सता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के पास भी जाएंगे, जो हमें हमारा राजनीतिक हक देने के लिए तैयार हाेगा। हरियाणा का सिख समाज उसी तरफ वोट करेगा। सरकार जल्द करे कमेटी के इलेक्शन की डेट फाइनल
उन्होंने बताया कि, हमारी तीसरी मांग यह है कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की वोट बनाकर जल्द से जल्द इलेक्शन डिक्लेयर किया जाए। इसके साथ ही जो वोट गलत बनी हैं, उनको रद्द किया जाए और नई वोट बनाने के लिए एक महीने का समय दिया जाए। उसके बाद चुनाव की डेट घोषित हो जानी चाहिए। विधानसभा चुनावों से पहले गुरुद्वारा सिख कमेटी बन जानी चाहिए। हदबंदी की गलतियों को दूर किया जाए
उन्होंने कहा कि 2025 में नई हदबंदी होने वाली है, पिछली बार जो हदबंदी हुई थी, उसमें बहुत ज्यादा खामियां थी। बड़े बड़े गांवों को दूसरे हल्कों में कर दिए गया। यह गलती पूरे हरियाणा के अंदर हुई है, यह त्रुटि दूर होनी चाहिए। स्कूलों में हो पंजाबी टीचर
उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया है। पिछली बार सरकारी स्कूलों में पंजाबी टीचरों की भर्तियां निकाली गई थी, लेकिन वह भी पूरी नहीं हो पाई। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी टीचर होना चाहिए। पंजाबी साहित्य अकादमी का पुराना स्टेटस बहाल किया जाए। माइनॉरिटी कमीशन में मिले जगह
उन्होंने कहा कि नेशनल माइनॉरिटी कमीशन के अंदर आज तक सिख समाज को कोई रिप्रेजेंटेशन नहीं मिली है, वह भी मिलनी चाहिए। अगर सिख समाज के साथ कुछ होता है तो वह वहां पर अपनी आवाज उठा सके। सिख समाज के लिए भी धर्मशालाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर सरकार के पास भी जाएंगे और सितंबर में एक बड़ा समागम भी करेंगे। जिसमें लाखों की संख्या में सिख समाज एकत्रित होगा। हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सिख समाज ने कांग्रेस-BJP की टेंशन बढ़ा दी है। रविवार को करनाल में सिखों की मीटिंग हुई। जिसमें उन्होंने सियासी दलों से राजनीतिक हिस्से की मांग की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में हमें 16 से 20 सीटें दी जाएं। वहीं लोकसभा में भी 2 सीटें और राज्यसभा की खाली हुई सीट भी सिखों को दी जाए। उनका कहना है कि हरियाणा से सिखों का कोई प्रतिनिधि न लोकसभा में है और न ही राज्यसभा में। राज्य में हमारे 18 लाख वोटर हैं। इसलिए हमारा हक बनता है। मीटिंग के बाद सिख समाज के नेता प्रीतपाल पन्नू व जगदीप औलख ने बताया कि हरियाणा स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो 51 सदस्यों की भी हो सकती है, 101 सदस्यों की भी हो सकती है। आने वाले तीन-चार दिनों में कमेटी का गठन कर दिया जाएगा। आज के समागम में समस्त संगत ने हाथ उठाकर कुछ मांगों का समर्थन किया है और सभी ने पार्टीबाजी से ऊपर उठकर अपनी सहमति जताई। बता दें कि हरियाणा में अभी BJP सरकार है। लगातार 2 बार से भाजपा को सत्ता मिलती रही। साढ़े 9 साल भाजपा ने पंजाबी चेहरे मनोहर लाल खट्‌टर को सीएम बनाया। हालांकि उन्हें हटाकर अब OBC समाज से नायब सैनी को मुख्यमंत्री की कुर्सी दी है। अगले लोकसभा चुनाव में 2 सीटों पर करेंगे दावेदारी प्रीतपाल पन्नू और जगदीप औलख ने कहा- लोकसभा का इलेक्शन अब जा चुका है और अगला इलेक्शन पांच साल बाद आना है। हरियाणा में लोकसभा स्तर पर सिख समाज 2 सीटों पर दावा करेगा। राज्यसभा में भी सिख समाज का कोई नुमाइंदा नहीं है। हमारी मांग है कि राज्यसभा में सीट खाली होने वाली है। पार्टी किसी भी नेता को राज्यसभा भेजे लेकिन वह सिख समाज से होना चाहिए। विधानसभा की 16 से 20 सीटों पर सिखों का दावा
सिख समाज के नेता प्रीतपाल पन्नू व जगदीप औलख ने बताया कि दो-तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हरियाणा में 16 से 20 सीटें ऐसी है जहां पर सिख समाज का दावा बनता है, वहां पर सिख समाज के नुमाइंदे को टिकट दी जाए। हमें 16 से 20 सीटें हरियाणा में दी जाए। घर-घर व गांव गांव तक जाएगा सिख समाज
अबकी बार इतना जरूर है कि सिख समाज किस नेता के कहने पर कही वोट नहीं करेगा। कमेटी गांव गांव जाकर व घर-घर जाकर लोगों से मिलेगा और सिख समाज की मांगों के बारे में बताएगा। इसके साथ ही अपनी मांगों को लेकर सता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के पास भी जाएंगे, जो हमें हमारा राजनीतिक हक देने के लिए तैयार हाेगा। हरियाणा का सिख समाज उसी तरफ वोट करेगा। सरकार जल्द करे कमेटी के इलेक्शन की डेट फाइनल
उन्होंने बताया कि, हमारी तीसरी मांग यह है कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की वोट बनाकर जल्द से जल्द इलेक्शन डिक्लेयर किया जाए। इसके साथ ही जो वोट गलत बनी हैं, उनको रद्द किया जाए और नई वोट बनाने के लिए एक महीने का समय दिया जाए। उसके बाद चुनाव की डेट घोषित हो जानी चाहिए। विधानसभा चुनावों से पहले गुरुद्वारा सिख कमेटी बन जानी चाहिए। हदबंदी की गलतियों को दूर किया जाए
उन्होंने कहा कि 2025 में नई हदबंदी होने वाली है, पिछली बार जो हदबंदी हुई थी, उसमें बहुत ज्यादा खामियां थी। बड़े बड़े गांवों को दूसरे हल्कों में कर दिए गया। यह गलती पूरे हरियाणा के अंदर हुई है, यह त्रुटि दूर होनी चाहिए। स्कूलों में हो पंजाबी टीचर
उन्होंने कहा कि पंजाबी समाज के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया है। पिछली बार सरकारी स्कूलों में पंजाबी टीचरों की भर्तियां निकाली गई थी, लेकिन वह भी पूरी नहीं हो पाई। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पंजाबी टीचर होना चाहिए। पंजाबी साहित्य अकादमी का पुराना स्टेटस बहाल किया जाए। माइनॉरिटी कमीशन में मिले जगह
उन्होंने कहा कि नेशनल माइनॉरिटी कमीशन के अंदर आज तक सिख समाज को कोई रिप्रेजेंटेशन नहीं मिली है, वह भी मिलनी चाहिए। अगर सिख समाज के साथ कुछ होता है तो वह वहां पर अपनी आवाज उठा सके। सिख समाज के लिए भी धर्मशालाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर सरकार के पास भी जाएंगे और सितंबर में एक बड़ा समागम भी करेंगे। जिसमें लाखों की संख्या में सिख समाज एकत्रित होगा।   पंजाब | दैनिक भास्कर